मानसून का आखिरी महीना चल रहा है, लेकिन यूपी के जिलों में बारिश की स्थिति ठीक नहीं है। 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 530.4 MM बारिश हुई, जबकि होना थी 619.7 MM। यह सामान्य से 14% कम है। नेपाल में भारी बारिश का असर नदियों पर पड़ा। गंगा, घाघरा और देवहा नदी में बाढ़ की स्थिति रही। सबसे प्रभावित जिले लखीमपुर खीरी, पीलीभीत रहे। बलिया, गाेंडा, बंदायू, बाराबंकी और अयोध्या के कुछ हिस्से भी बाढ़ प्रभावित रहे। 7 स्लाइड में जानिए यूपी के हर जिले में अब तक हुई बारिश की स्थिति… मानसून का आखिरी महीना चल रहा है, लेकिन यूपी के जिलों में बारिश की स्थिति ठीक नहीं है। 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 530.4 MM बारिश हुई, जबकि होना थी 619.7 MM। यह सामान्य से 14% कम है। नेपाल में भारी बारिश का असर नदियों पर पड़ा। गंगा, घाघरा और देवहा नदी में बाढ़ की स्थिति रही। सबसे प्रभावित जिले लखीमपुर खीरी, पीलीभीत रहे। बलिया, गाेंडा, बंदायू, बाराबंकी और अयोध्या के कुछ हिस्से भी बाढ़ प्रभावित रहे। 7 स्लाइड में जानिए यूपी के हर जिले में अब तक हुई बारिश की स्थिति… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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उमर अब्दुल्ला ने संभाली जम्मू कश्मीर की कमान, क्या बोले BJP के कार्यकारी अध्यक्ष सत शर्मा?
उमर अब्दुल्ला ने संभाली जम्मू कश्मीर की कमान, क्या बोले BJP के कार्यकारी अध्यक्ष सत शर्मा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> उमर अब्दुल्ला के हाथों केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की कमान आ गई है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज (16 अक्टूबर) उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी. उमर अब्दुल्ला के साथ पांच विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष सत शर्मा ने नई सरकार को बधाई दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष की भूमिका में रहते हुए जनहित से जुड़े मुद्दे उठायेगी. विकास को प्राथमिकता में रखने वाली बीजेपी जिम्मेदारियों को बखूबी पूरा करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी की हार पर भी सत शर्मा ने प्रतिक्रिया दी. कहा कि जम्मू कश्मीर में प्रमुख दो पार्टियां एकजुट हो गयी थीं. कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने मिलकर चुनाव लड़ा था. सत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हुए थे. उन्होंने कहा कि 10 साल बाद जम्मू कश्मीर में एक विधान, एक प्रधान और एक निशान के तहत चुनाव हुआ. कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a>, गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बधाई के पात्र हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी की हार पर क्या बोले कार्यकारी अध्यक्ष?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद विधानसभा का चुनाव कराये गये. जम्मू कश्मीर में 10 साल लंबे अंतराल के बाद लोकतंत्र की बहाली हुई. नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन पर चुटकी लेते हुए सत शर्मा ने कहा कि उमर अब्दुल्ला ने चुनाव के बीच में कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में कांग्रेस का जनाधार नहीं है. सत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की जमीन सचमुच खिसक चुकी है. जम्मू कश्मीर और हरियाणा की जनता कांग्रेस के झांसे में नहीं आयी. अब <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में भी कांग्रेस को जोर का झटका मिलने जा रहा है. उन्होंने विकास के मुद्दों पर सरकार का साथ देने की बात कही. बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहला विधानसभा का चुनाव था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”CM बनते ही उमर अब्दुल्ला का बड़ा फैसला, DGP को निर्देश- ‘मैं रोड से कहीं भी जाऊं तो…'” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-election-result-2024-nc-omar-abdullah-cm-instructed-dgp-to-minimise-public-inconvenience-no-green-corridor-2804734″ target=”_self”>CM बनते ही उमर अब्दुल्ला का बड़ा फैसला, DGP को निर्देश- ‘मैं रोड से कहीं भी जाऊं तो…'</a></strong></p>
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एमपी कैबिनेट का फैसला, सीएम मोहन यादव बोले- मंत्री अब इनकम टैक्स में खुद भरेंगे, सरकार ने नहीं लेंगे वित्तीय मदद
एमपी कैबिनेट का फैसला, सीएम मोहन यादव बोले- मंत्री अब इनकम टैक्स में खुद भरेंगे, सरकार ने नहीं लेंगे वित्तीय मदद <p style=”text-align: justify;”><strong> Madhya Pradesh Cabinet Decision:</strong> एमपी कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को कई बड़े फैसले लिए गए हैं. बैठक के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार पुराने नियम में बदलाव करने जा रही है. इसके तहत अब मंत्रियों को अब इनकम टैक्स भरना होगा. वे राज्य सरकार से इसमें वित्तीय मदद नहीं लेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक में कई सारे निर्णय लिए गए जिसके माध्यम से मंत्रियों के उत्तरदायित्व का निर्धारण होता है. लंबे समय में इन निर्णयों का बड़ा महत्व है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>”हमने निर्णय किया है कि हमारे मंत्रीगण इनकम टैक्स की दृष्टि से स्वयं का व्यय करेंगे, वह शासन से कोई वित्तीय सहायता नहीं लेंगे आयकर की दृष्टि से 1972 के नियम में बदलाव हो रहा है. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>आज कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए… <br /><br />हमने निर्णय किया है कि हमारे मंत्रीगण इनकम टैक्स की दृष्टि से स्वयं का व्यय करेंगे, वह शासन से कोई वित्तीय सहायता नहीं लेंगे। आयकर की दृष्टि से 1972 के नियम में बदलाव हो रहा है। <br /><br />वहीं प्रदेश के किसी जवान के शहीद होने पर दी… <a href=”https://t.co/VfQn1KUBom”>pic.twitter.com/VfQn1KUBom</a></p>
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) <a href=”https://twitter.com/CMMadhyaPradesh/status/1805519695245717542?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 25, 2024</a></blockquote>
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<p style=”text-align: justify;”>सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के किसी जवान के शहीद होने पर दी जाने वाली सहायता राशि में 50% शहीद की पत्नी और 50% राशि माता-पिता को दी जाएगी”</p>
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123 साल बाद अक्टूबर सबसे गर्म:वर्ष-1901 के बाद अक्टूबर में नहीं आई सर्दी; दो हफ्ते बाद मैदानी इलाकों में ठंड के आसार
123 साल बाद अक्टूबर सबसे गर्म:वर्ष-1901 के बाद अक्टूबर में नहीं आई सर्दी; दो हफ्ते बाद मैदानी इलाकों में ठंड के आसार अक्टूबर का महीना खत्म हो गया है, लेकिन कानपुर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में सर्दी ने अभी तक दस्तक नहीं दी है। मौसम विभाग ने बताया कि भारत में अक्टूबर माह वर्ष-1901 के बाद सबसे गर्म रहा। इस महीने में औसत तापमान सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। इस कारण से गर्म रहा अक्टूबर
विभाग ने नवंबर में भी गर्मी का पूर्वानुमान लगाया, लेकिन आने वाली सर्दियों के बारे में कोई संकेत नहीं दिया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार गर्म मौसम के लिए पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय कम दबाव प्रणालियों को जिम्मेदार ठहराया। औसत तापमान 26.92 डिग्री रहा
मौसम विशेषज्ञ डॉ एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अक्टूबर में औसत तापमान 26.92 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1901 के बाद से सबसे गर्म तापमान है। जबकि सामान्य तापमान 25.69 डिग्री सेल्सियस होता है। न्यूनतम तापमान भी पूरे देश के सामान्य तापमान 20.01 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 21.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दो सप्ताह बाद मैदानी इलाकों पर होगा असर
डा. पांडेय ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी भारत में, तापमान में गिरावट के लिए उत्तर-पश्चिमी हवाओं की आवश्यकता होती है। मानसूनी प्रवाह भी देखा गया है, जो तापमान में गिरावट नहीं होने देता। कहा कि कम से कम अगले दो सप्ताह तक उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री ऊपर बना रहेगा, जिसके बाद इसमें धीरे-धीरे गिरावट आएगी। सर्दियों में नहीं गिना जाता है नवंबर
मौसम कार्यालय नवंबर को सर्दियों के महीने के रूप में नहीं गिनता है। उन्होंने कहा कि जनवरी और फरवरी सर्दी के महीने माने जाते हैं, जबकि दिसंबर में ठंड के संकेत मिलते हैं। प्रशांत महासागर में तटस्थ अल नीनो स्थितियों के निरंतर चलने के कारण ठंड के मौसम की शुरुआत में देरी हो सकती है।