पंजाब के अमृतसर में रूरल पुलिस ने सुपारी लेकर हत्याएं करने वाले गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की है। दरअसल, कुछ दिन पहले अमृतसर के अजनाला में 17 साल के एक नाबालिग युवक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने केस सुलझाते हुए पूरे गैंग को पकड़ लिया। गैंग पर अमृतसर शहर सहित कई थानों में मामले दर्ज हैं। थाना राजासांसी के एसएचओ हरचंद सिंह ने जानकारी दी कि ये लोग सुपारी लेकर लोगों की हत्या करते हैं। बीते दिनों इन्होंने अजनाला में 17 साल के नाबालिग की हत्या कर दी थी। युवक ने प्रेम विवाह किया था। जिसके बाद सुपारी लेकर पहले इन्होंने युवक को अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। 2017 में भी गैंग के दो सदस्यों गगन और करणदीप के खिलाफ मामला दर्ज है। जिसमें दोनों पीओ थे। इतना ही नहीं, लूट के इरादे से रणजीत एवेन्यू में एक घटना को अंजाम दिया था। जिसमें इनके खिलाफ अमृतसर शहर में भी मामला दर्ज है। देसी कट्टा व खिलाफ पिस्तौल भी बरामद पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों को देर रात एक जैन कार के साथ काबू किया गया। ये हथियारों से लैस होकर किसी घटना को अंजाम देने जा रहे थे। आरोपियों से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 4 जिंदा कारतूस, एक खिलौना पिस्तोल, एक एयर गन और हाथों में पहने जाने वाले पंच बरामद किए हैं। पूछताछ में होंगे और खुल्लासे पूछताछ में आरोपियों ने माना कि बीते दिनों इन्होंने एक मोटरसाइकिल भी छीनी थी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों का रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पुलिस इनके द्वारा किए गए और मामलों को उजागर करेगी। इस गैंग के और सदस्य भी हैं, जिनके बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं। पंजाब के अमृतसर में रूरल पुलिस ने सुपारी लेकर हत्याएं करने वाले गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की है। दरअसल, कुछ दिन पहले अमृतसर के अजनाला में 17 साल के एक नाबालिग युवक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने केस सुलझाते हुए पूरे गैंग को पकड़ लिया। गैंग पर अमृतसर शहर सहित कई थानों में मामले दर्ज हैं। थाना राजासांसी के एसएचओ हरचंद सिंह ने जानकारी दी कि ये लोग सुपारी लेकर लोगों की हत्या करते हैं। बीते दिनों इन्होंने अजनाला में 17 साल के नाबालिग की हत्या कर दी थी। युवक ने प्रेम विवाह किया था। जिसके बाद सुपारी लेकर पहले इन्होंने युवक को अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। 2017 में भी गैंग के दो सदस्यों गगन और करणदीप के खिलाफ मामला दर्ज है। जिसमें दोनों पीओ थे। इतना ही नहीं, लूट के इरादे से रणजीत एवेन्यू में एक घटना को अंजाम दिया था। जिसमें इनके खिलाफ अमृतसर शहर में भी मामला दर्ज है। देसी कट्टा व खिलाफ पिस्तौल भी बरामद पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों को देर रात एक जैन कार के साथ काबू किया गया। ये हथियारों से लैस होकर किसी घटना को अंजाम देने जा रहे थे। आरोपियों से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 4 जिंदा कारतूस, एक खिलौना पिस्तोल, एक एयर गन और हाथों में पहने जाने वाले पंच बरामद किए हैं। पूछताछ में होंगे और खुल्लासे पूछताछ में आरोपियों ने माना कि बीते दिनों इन्होंने एक मोटरसाइकिल भी छीनी थी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों का रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पुलिस इनके द्वारा किए गए और मामलों को उजागर करेगी। इस गैंग के और सदस्य भी हैं, जिनके बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब-हरियाणा के चुनावी मैदान में उतरेंगे किसान:गुरनाम चढूनी की घोषणा, दो राज्यों की 94 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार, 2022 में जमानत जब्त किसान नेता और 2020 के किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा गुरनाम सिंह चढूनी ने हरियाणा विधानसभा और पंजाब उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गुरनाम चढूनी ने कल शाम यह ऐलान किया। ये चुनाव संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) के बैनर तले लड़े जाएंगे। 2022 में हार के बाद किसान एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी (संयुक्त संघर्ष पार्टी) पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जो लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं। वह गिद्दड़बाहा, बरनाला, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल में अपने किसान नेताओं को मैदान में उतारेंगे। इतना ही नहीं वह इस साल होने वाले हरियाणा चुनाव में भी उतरेंगे। पेहवा से चुनाव लड़ेंगे चढूनी चढूनी ने इस दौरान खुद भी चुनाव लड़ने की बात कही है। उनका कहना है कि वह खुद पेहवा से चुनाव लड़ेंगे। किसी अन्य सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, इसका ऐलान अभी नहीं हुआ है। यह फैसला एसएसपी के वरिष्ठ नेता मिलकर लेंगे। 2022 में हुई थी जमानत जब्त यह पहली बार नहीं है कि किसान नेता मैदान में उतरे हैं। 2020 के किसान आंदोलन-1 के खत्म होने के बाद 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी किसान नेता मैदान में उतरे थे। चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर किसान नेताओं में भी फूट पड़ गई थी। इसका खामियाजा चुनाव लड़ने वाले किसान नेताओं को भुगतना पड़ा। किसान नेताओं की जमानत जब्त हो गई। राजेवाल को सिर्फ 3.5% वोट मिले पंजाब में किसानों की ओर से मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार बलबीर सिंह राजेवाल, जिन्होंने एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन का नेतृत्व किया, को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा। वह छठे स्थान पर रहे और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। लुधियाना जिले के समराला विधानसभा क्षेत्र में उन्हें केवल 3.5% वोट मिले। निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े उम्मीदवार संयुक्त संघर्ष मोर्चा समय रहते पार्टी के तौर पर पंजीकृत नहीं हो सका, इसलिए उसे अपने सभी 92 उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर उतारने पड़े। इसमें किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढूनी की संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) के 10 उम्मीदवार शामिल थे। कानून निरस्त होने के बाद पंजाब के 20 किसान यूनियनों ने मिलकर 25 दिसंबर 2021 को एक पार्टी बनाई। कुछ किसान यूनियनें मोर्चे से अलग हो गईं और राजनीति में इसके हस्तक्षेप से खुद को दूर कर लिया। किसान मजदूर संघर्ष समिति और क्रांतिकारी किसान यूनियन के अलावा बीकेयू के विभिन्न स्वरूपों – एकता उग्राहां, एकता डकौंडा, एकता सिद्धूपुर, लाखोवाल, कादियां और क्रांतिकारी – ने भी मोर्चे में शामिल होने से इनकार कर दिया। नतीजों से पहले ही मोर्चा बिखर गया था मोर्चा नतीजों से पहले ही बिखरना शुरू हो गया था। वोटों की गिनती से कुछ घंटे पहले फरीदकोट और मुक्तसर में राजेवाल के विधायकों ने यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया कि चुनावी राजनीति में उनके प्रवेश ने किसानों के मुद्दे को कमजोर कर दिया है। दो और जिला इकाइयों ने चुनाव अभियान से खुद को अलग कर लिया। बगावत के कारण पंजाब किसान यूनियन के गुरनाम सिंह भीखी को मानसा से चुनाव लड़ने से पीछे हटना पड़ा। दो और उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। एक ने रामपुरा फूल में आप का समर्थन किया, जबकि दूसरे ने अमरगढ़ में सिमरनजीत सिंह मान की शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का समर्थन किया।
आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार
आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला की कनाडा में हुई गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद अब भारतीय जांच एजेंसी एक्शन मोड में आ गई है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) ने मामले में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद पंजाब में अपनी मूवमेंट बढ़ा दी है। साथ ही पंजाब पुलिस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) डल्ला के अरेस्ट होने की पुष्टि के बाद अब स्ट्रॉग ग्राउंड तैयार करनी शुरू कर दी है। जिससे अर्श को किसी भी हालात में भारत लाया जा सके। बुधवार देर शाम नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग की दो टीमें पंजाब आई थी। पंजाब के फरीदकोट पहुंची टीमों ने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए अर्श डल्ला के दोनों शूटरों से पूछताछ की थी। पंजाब पुलिस को NIA आने से पहले जानकारी साझा की थी। फरीदकोट के गुरप्रीत सिंह हरीनौ और मध्य प्रदेश, ग्वालियर के डबरा में जसवंत सिंह गिल उर्फ सोनी सरदार हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों से पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अर्श से हो रही उनकी बातचीत और कनाडा में उनकी आखिरी बार कब बात हुई, इस पर पूछताछ की गई। NIA को शक है कि अर्श डल्ला के शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को हथियार सीमा पार से आए थे। दोनों पुलिस रिमांड पर हैं, इसी रिमांड में एनआईए द्वारा भी पूछताछ की गई। वारिस पंजाब दे संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरीनौ की पिछले माह 9 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव में बाइक सवार दो शूटरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हाल ही में पुलिस ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने अर्श डल्ला गिरोह से जुड़े बरनाला जिले के दोनों शूटरों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही डबरा में दोनों ने सोनी सरदार की हत्या की थी। डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक का शक
अर्श डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ लिंक है। उसी के द्वारा अर्श के शूटरों को हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिनसे पूरे देश में वारदातें करवाई गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स की कमान संभाल रहा अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला फिलहाल कनाडाई पुलिस की हिरासत में है। इधर भारतीय एजेंसियां कोशिश कर रही हैं कि किसी तरह से अर्श डल्ला के खिलाफ स्ट्रांग ग्राउंड बना लिया जाए, जिससे कनाडा सरकार डल्ला को भारत सरकार के हवाले करने में दिक्कत न करे। कनाडाई पुलिस डल्ला की अरेस्ट पर साधे चुप्पी
बता दें कि 28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के दौरान अर्श डल्ला की दाहिने हाथ में गोली लगी थी। हालांकि गोली हाथ के ऊपरी हिस्से में लगी थी। जिससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। ऐसा पहली बार हुआ था कि कनाडा की हाल्टन पुलिस द्वारा जारी किए गए बयानों में दोनों आरोपियों के नाम नहीं बताए गए। ऐसा कनाडाई पुलिस तब करती है, जब कोई बड़ा क्रिमिनल हो। इसलिए कनाडा पुलिस अर्श की गिरफ्तारी को लेकर इस वक्त सवालों के घेरे में है। राजस्थान की लड़की से पेपर मैरिज कर भागा विदेश
मोगा में गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या के बाद डल्ला की मोगा में दुश्मनी बढ़ गई थी। इसके बाद डल्ला ने उगाही के पैसों से विदेश भागने का प्लान बनाया। विदेश भागने में उसकी मदद खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की थी। उसने राजस्थान की एक लड़की से पेपर मैरिज की और जालंधर से एक फेक पासपोर्ट बनवाया। पेपर मैरिज के प्रूफ लगाकर वह किसी तरह कनाडा भाग गया और सरे में जाकर शरण ले ली। कनाडा पहुंचते ही वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आ गया था। बाद में कनाडा के सरे में ही अर्श डल्ला की एक बेटी हुई। वहां से डल्ला ने एक-एक कर पूरे देश में वारदातें करवानी शुरू कीं। इस दौरान अर्श के भाई बलदीप सिंह की भी गिरफ्तारी हुई। जब बलदीप सिंह जमानत पर लौटा तो वह अपनी मां के साथ कनाडा भाग गया और वहां से कभी नहीं लौटा। विदेश से लौट मोगा में की गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या
परिवार ने अर्श को किसी तरह से विदेश भेज दिया। जब विदेश गया तो उसकी मोगा के बदमाश सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात को लेकर दुश्मनी हो गई। इसके बाद वह विदेश से भारत लौट आया और उसने सुक्खा लम्मा की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। सुक्खा अपने एरिया में काफी प्रभाव रखता था। यह पहली हत्या थी, जोकि अर्श द्वारा की गई थी। डल्ला ने लम्मा की हत्या के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों से उगाही की और फिरौतियां मांगीं। लम्मा का नाम सुनकर लोगों ने फिरौतियां दी भी। साल 2020 में ही डल्ला दोबारा विदेश भाग गया था। इसके बाद कनाडा से मोगा के चर्चित कारोबारी सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या करवाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली गई थी। जांच में पता चला कि हत्या अर्श ने करवाई थी, लेकिन जिम्मेदारी लम्मा के अकाउंट से ली गई। डल्ला का पिता मोगा में लोगों को धमकाकर मांगता था फिरौती
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी अर्श डल्ला जब विदेश भागा और पूरे देश में उसका नाम टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में आने लगा तो उसके पिता चरणजीत सिंह गिल ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया। चरणजीत सिंह ने मोगा और आसपास के रसूखदारों से उगाही करनी शुरू कर दी। इस बारे में जब पंजाब पुलिस को पता चला तो चरणजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा गया और वह इस वक्त पंजाब की संगरूर जेल में बंद है। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, पूरे देश में डल्ला पर करीब 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हैं, जिसकी गिनती 50 है। केंद्र सरकार ने 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया। गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ऑपरेटिव अर्श डल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में रह रहे अर्श डल्ला के तार KTF से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप NIA द्वारा रजिस्टर्ड और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी पाया जा चुका है। इसके बाद केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था।
लुधियाना में स्पा सेंटर पर पुलिस की रेड:रंगरलियां मनाते युवक-युवतियां पकड़े, ऑनलाइन होती थी विदेशी लड़कियों की बुकिंग
लुधियाना में स्पा सेंटर पर पुलिस की रेड:रंगरलियां मनाते युवक-युवतियां पकड़े, ऑनलाइन होती थी विदेशी लड़कियों की बुकिंग लुधियाना में आज दुगरी रोड लिबड़ा बस स्टैंड के पास एक स्पा सेंटर पर छापेमारी की है। छापेमारी का पता चलते ही आसपास के की स्पा सेंटरों में भी हड़कंप मच गया। कई स्पा सेंटरों के मालिक अपने-अपने स्पा सेंटर बंद करके भाग गए। पुलिस ने वाइट हैवन स्पा सेंटर पर दबिश दी है। छापेमारी के दौरान स्पा सेंटर का रिकार्ड चेक किया गया। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ है। पुलिस ने कुछ लोगों को युवतियों के संग रंग-रलियां मनाते हुए काबू किया है। कुल कितनी लड़कियां और लड़के पकड़े हैं, अभी आधिकारिक रूप से पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी। ऑनलाइन होती लड़कियों की बुकिंग जानकारी के मुताबिक, लुधियाना के अलग-अलग थानों की पुलिस ने वाइट हैवन स्पा सेंटर पर रेड की। पुलिस को सूचना मिली थी कि ऑनलाइन लड़कियों की बुकिंग करके स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का काम किया जा रहा है। इलाके में रहने वाले लोगों ने भी पुलिस से इसकी शिकायत की थी। लोगों की शिकायत के बाद ही पुलिस ने स्पा सेंटर पर रेड की गई। फोन कॉल पर होती ग्राहक से सेटिंग
सूत्रों के मुताबिक, पता चला है कि ग्राहक के साथ स्पा सेंटर का मैनेजर फोन पर ही ग्राहक से सेटिंग कर लेता था। ग्राहक को ऑनलाइन विदेशी लड़कियों की तस्वीरें भेज दी जाती थी। ग्राहक से स्पा सेंटर का मैनेजर एंट्री करीब 1 हजार रुपए लेता। रजिस्टर पर मैनेजर स्पा सर्विस लिखता था, लेकिन बंद कमरे में लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बोली लगती थी। पुलिस ने स्पा सेंटर मैनेजर को भी पकड़ा है। उससे पूछताछ की जा रही है कि वह विदेशी लड़कियां कहां से मंगवाता है और शहर में किन जगहों पर वह लड़कियां सप्लाई होती है। स्पा सेंटर से काबू किए लोगों से भी पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस ने डीवीआर कब्जे में लिया थाना पीएयू के एसएचओ रजिंदर सिंह ने कहा कि रजिस्ट्रर चेक किया गया है। बाकी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने स्पा सेंटर में लगा डीवीआर कब्जे में ले लिया है।