हरियाणा के पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल शनिवार को लाडवा में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन मे पहुंचे। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा चुनाव में एक क्षेत्र ऐसा होता है, जहां से एक ऐसा विधायक चुना जाता है, जो प्रदेश का सीएम बनता है। उस क्षेत्र और उस शहर को सीएम सिटी के नाम से जाना जाता है। पहले यह खिताब करनाल को मिला हुआ था, लेकिन अब वे लाडवा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे नायब सिंह सैनी के लाडवा क्षेत्र को सीएम सिटी का खिताब देने के लिए आए हैं। मनोहर लाल ने कहा कि आज लाडवा की जनसभा के बीच वे नए सीएम सिटी का खिताब लाडवा को सौंपने आए हैं। क्योंकि यहां से चुनाव जीतकर नायब सिंह सैनी विधायक और सीएम बनेंगे। उन्होंने जनता से यह भी कहा कि नायब सिंह सैनी को बड़े मार्जिन से जीत तो दिलवानी ही है और साथ में पूरे हरियाणा प्रदेश में पूर्ण बहुमत से भाजपा की तीसरी बार सरकार भी बनानी है। उन्होंने कहा कि यह श्रेय भी जनता को ही जाएगा। ऐसा होने पर तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने का भी नया रिकार्ड बनेगा और यह खिताब भी नायब सिंह सैनी और जनता के नाम लिखा जाएगा। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने नायब सिंह सैनी के बारे में कहा कि वे भाजपा के लिए पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करते हैं। उनके सीएम के कार्यकाल में जितने काम उन्होंने किए उसकी तुलना में सीएम नायब सैनी ने मात्र 6 महीने में जो काम कर दिखाए, उसके बाद वे उनसे भी कहीं आगे निकल गए। इस प्रकार से ऐसे समर्पित और गुणी मुख्यमंत्री के लिए जनता को आने वाली 5 अक्टूबर को अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर नायब सिंह सैनी को विजयी बनाना है। हरियाणा के पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल शनिवार को लाडवा में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन मे पहुंचे। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा चुनाव में एक क्षेत्र ऐसा होता है, जहां से एक ऐसा विधायक चुना जाता है, जो प्रदेश का सीएम बनता है। उस क्षेत्र और उस शहर को सीएम सिटी के नाम से जाना जाता है। पहले यह खिताब करनाल को मिला हुआ था, लेकिन अब वे लाडवा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे नायब सिंह सैनी के लाडवा क्षेत्र को सीएम सिटी का खिताब देने के लिए आए हैं। मनोहर लाल ने कहा कि आज लाडवा की जनसभा के बीच वे नए सीएम सिटी का खिताब लाडवा को सौंपने आए हैं। क्योंकि यहां से चुनाव जीतकर नायब सिंह सैनी विधायक और सीएम बनेंगे। उन्होंने जनता से यह भी कहा कि नायब सिंह सैनी को बड़े मार्जिन से जीत तो दिलवानी ही है और साथ में पूरे हरियाणा प्रदेश में पूर्ण बहुमत से भाजपा की तीसरी बार सरकार भी बनानी है। उन्होंने कहा कि यह श्रेय भी जनता को ही जाएगा। ऐसा होने पर तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने का भी नया रिकार्ड बनेगा और यह खिताब भी नायब सिंह सैनी और जनता के नाम लिखा जाएगा। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने नायब सिंह सैनी के बारे में कहा कि वे भाजपा के लिए पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करते हैं। उनके सीएम के कार्यकाल में जितने काम उन्होंने किए उसकी तुलना में सीएम नायब सैनी ने मात्र 6 महीने में जो काम कर दिखाए, उसके बाद वे उनसे भी कहीं आगे निकल गए। इस प्रकार से ऐसे समर्पित और गुणी मुख्यमंत्री के लिए जनता को आने वाली 5 अक्टूबर को अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर नायब सिंह सैनी को विजयी बनाना है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हांसी में पत्नी के अवैध संबंधों के शक में हत्या:चाकू से गर्दन पर वार करके नहर में फेंका था; 2 गिरफ्तार हरियाणा के हिसार के हांसी में हुई एक व्यक्ति की हत्या से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि महिला से अवैध संबंधों के चलते ये हत्या हुई। महिला के पति की उससे बहस हुई थी। इसके बाद चाकू से वार कर उसे नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी महावीर कॉलोनी हिसार निवासी वीरेंद्र व भाटिया कॉलोनी हांसी निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पंकज की हत्या के आरोप हैं। वीरेंद्र को शक था कि पंकज के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध हैं। उसने योजनाबद्ध तरीके से पंकज को हिसार के सिविल अस्पताल बुलाया और फिर रुपए लेने के बहाने हांसी ले आया। हांसी में राधिका फैक्ट्री के पास से दूसरे आरोपी मंजीत के साथ मिलकर ई-रिक्शा में देपल रोड नहर तक ले गए। वहां अवैध संबंधों को लेकर बहस के बाद मंजीत ने पंकज को पकड़ लिया और वीरेंद्र ने चाकू से उसकी गर्दन पर कई वार किए। इसके बाद आरोपियों ने पंकज को मृत समझकर नहर में फेंक दिया। वापसी के दौरान ई-रिक्शा पलटने से वीरेंद्र के भाई को गंभीर चोटें आईं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
हरियाणा CM योगी के समर्थन में उतरे:सैनी बोले- कांवड़िए शाकाहारी होते हैं, पता नहीं चलता, कहां पर मांस बन रहा है
हरियाणा CM योगी के समर्थन में उतरे:सैनी बोले- कांवड़िए शाकाहारी होते हैं, पता नहीं चलता, कहां पर मांस बन रहा है कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी की ओर से दुकानों के आगे मालिक का नाम लिखने के आदेश का हरियाणा सीएम ने समर्थन किया है। इसके साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विपक्ष के हमलों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे ऐसे मुद्दों को कहीं ना कहीं समाज के साथ जोड़ने का काम करते हैं। CM नायब सैनी ने कहा कि हमारे कांवड़िए शुद्ध शाकाहारी होते हैं। कोई नहीं जानता कि मांस कहां पकाया जा रहा है। कम से कम उन्हें पता होगा कि कहां खाना है और कहां रहना है। यह सरकार द्वारा लिया गया एक अच्छा निर्णय है। मैं इसकी सराहना करता हूं। दुकानों में दुकानदार को अपना नाम लिखना होगा
यूपी में कांवड़ यात्रा मार्गों पर पड़ने वाली दुकानों में दुकानदार को अपना नाम लिखना होगा। इसमें दुकान मालिक का नाम और डिटेल लिखी जाएगी। शुक्रवार को सीएम योगी ने यह आदेश दिया। सरकार का कहना है कि कांवड़ यात्रियों की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया है। इसके अलावा, हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी। यूपी के बाद उत्तराखंड के हरिद्वार में भी यह आदेश लागू कर दिया गया है। इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त तक चलेगी। हरियाणा से भी कांवड़िए जाते हैं। विपक्ष कर रहा है विरोध
सरकार के इस आदेश को विपक्ष ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला करार दिया है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती ने भी इसको लेकर सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि कहा- यह फैसला चुनावी लाभ के लिए है। यह प्रयास धर्म विशेष के लोगों का आर्थिक बायकॉट करने का है। हरियाणा में कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस अलर्ट
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ओपी चौटाला को आखिरी विदाई आज:सुबह 8 बजे से अंतिम दर्शन; 5 बार हरियाणा के CM रहे, 89 साल की उम्र में निधन हुआ
ओपी चौटाला को आखिरी विदाई आज:सुबह 8 बजे से अंतिम दर्शन; 5 बार हरियाणा के CM रहे, 89 साल की उम्र में निधन हुआ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला का अंतिम संस्कार आज शनिवार सिरसा के गांव तेजा खेड़ा में बने फार्म हाउस में होगा। सुबह 8 बजे से उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। फिर दोपहर राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी जाएगी। उनका पार्थिव शरीर रात करीब 10 बजे फार्म हाउस पहुंचा था। उनके पार्थिव शरीर के साथ सिर्फ अभय चौटाला थे। पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे ओपी चौटाला 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। 89 साल की उम्र में उनका कल (19 दिसंबर) गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हुआ। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। वे पहले से ही दिल और शुगर समेत कई बीमारियों से ग्रस्त थे। चौटाला के निधन पर हरियाणा सरकार ने 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। आज 21 दिसंबर की छुट्टी घोषित की गई है। PM नरेंद्र मोदी ने भी चौटाला के साथ पुरानी फोटो शेयर कर शोक व्यक्त किया। ओपी चौटाला 5 दिन से 5 साल तक कार्यकाल वाले CM बने 2 दिसंबर 1989 को चौटाला पहली बार मुख्यमंत्री बने। राज्यसभा सांसद होने की वजह से उन्हें 6 महीने में विधायक बनना जरूरी था। वे महम सीट से उपचुनाव लड़े। मगर वहां हिंसा–बूथ कैप्चरिंग की वजह से विवाद हुआ। इसे महम कांड के नाम से जाना जाता है। उन्हें साढ़े 5 महीने बाद ही इस्तीफा देना पड़ा। कुछ समय बाद वे दड़बा से चुनाव जीत विधायक बन गए। तब 51 दिन बाद ही बनारसी दास को हटा चौटाला दोबारा सीएम बन गए। मगर तब के प्रधानमंत्री वीपी सिंह इससे नाराज हो गए। मजबूरन चौटाला ने 5 दिन में सीएम कुर्सी छोड़ दी। मास्टर हुकुम सिंह फोगाट को नया सीएम बनाया गया। इसी साल 1990 में BJP के राम मंदिर आंदोलन के चलते समर्थन वापसी से प्रधानमंत्री वीपी सिंह की सरकार गिर गई। चंद्रशेखर नए पीएम बने। देवीलाल को फिर उपप्रधानमंत्री बनाया गया। उन्होंने चौटाला को तीसरी बार मुख्यमंत्री बना दिया। मगर, इससे विधायक नाराज हो गए और सरकार गिर गई। चौटाला को 15 दिन में सीएम कुर्सी छोड़नी पड़ी। 1996 में बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी ने BJP के समर्थन से सरकार बनाई। हालांकि मतभेदों के चलते 3 साल बाद 1999 में भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया। तब कांग्रेस ने बंसीलाल को समर्थन देकर सरकार बचा ली लेकिन बंसीलाल ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय की शर्त नहीं मानी। जिसके बाद ओपी चौटाला ने बंसीलाल के विधायक तोड़ दिए और 24 जुलाई 1999 को दोबारा सीएम बन गए। साल 2000 में ओपी चौटाला बिजली फ्री देने के वादे पर 90 में से 47 सीटें जीत गए। फिर वे 5वीं बार मुख्यमंत्री बने। हालांकि बाद में वादा पूरा न करने पर किसानों ने विरोध किया। जिसके बाद कंडेला में फायरिंग हुई और 9 किसानों की मौत हुई। इसे कंडेला कांड के नाम से जाना जाता है। हालांकि चौटाला ने सीएम का 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। चौटाला ने जेल में रहकर पढ़ाई की, उन पर फिल्म बनी
ओपी चौटाला ने स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ दी। उनका कहना था कि वे अपने पिता से ज्यादा नहीं पढ़ना चाहते थे। हालांकि जब वे टीचर घोटाले में जेल में रहे तो 2017 से 2021 के बीच उन्होंने 10वीं और 12वीं क्लास पास की। इसको लेकर उन पर ‘दसवीं’ फिल्म बनी। जिसमें उनका किरदार अभिषेक बच्चन ने निभाया। टीचर घोटाले में 10 साल की सजा हुई, 2 साल पहले माफी मिली
साल 1999–2000 में चौटाला टीचर भर्ती घोटाले में फंसे। 2004 में CBI जांच के बाद ओपी चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला समेत 62 लोगों पर FIR दर्ज हुई। जनवरी 2013 में दिल्ली की स्पेशल CBI कोर्ट ने भ्रष्टाचार का कसूरवार मानते हुए चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला को 10 साल कैद की सजा सुनाई। हालांकि केंद्र की 60 साल से ज्यादा उम्र और आधे से ज्यादा कैद काटने के बाद सजा माफी वाले नियम से वे करीब 2 साल पहले ही 2 जुलाई 2021 को जेल से रिहा हो गए। चौटाला के जेल जाते ही परिवार में राजनीतिक फूट पड़ी
ओपी चौटाला के टीचर घोटाले में जेल जाने के बाद उनके परिवार में फूट पड़ गई। एक तरफ छोटे बेटे ने इनेलो की कमान संभाल ली। वहीं पिता संग जेल गए अजय चौटाला ने विदेश में पढ़ रहे बेटों दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को वापस बुला लिया। जिसके बाद अभय और उनके भतीजों में इनेलो को लेकर खींचतान शुरू हो गई। ओपी चौटाला जब 2018 में पैरोल पर बाहर आए तो 7 अक्टूबर को गोहाना रैली में दुष्यंत को सीएम बनाने के नारे लगे। जिससे ओपी खफा हो गए। इसके बाद इनेलो से बड़े बेटे अजय और उनके दोनों बेटों को निकाल दिया गया। जिन्होंने जननायक जनता पार्टी बना ली। हालांकि इस फूट के बाद इनेलो कभी सत्ता में नहीं आ पाई। जजपा जरूर 2019–24 में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार में रही। हालांकि 2024 के विधानसभा चुनाव में जजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई। इनेलो ने 2 सीटें जीतीं लेकिन अभय चौटाला चुनाव हार गए। ———————— पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- हरियाणा का आखिरी धोती-कुर्ते वाला CM, PHOTOS:गुरुग्राम को साइबर सिटी बनाने के पीछे इन्हीं का दिमाग, सरकार लोगों के द्वार पहुंचाने का श्रेय हरियाणा के पूर्व CM ओम प्रकाश चौटाला का 20 दिसंबर को निधन हो गया। 1968 में उनकी सियासत में एंट्री हुई थी। इस दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे। वह प्रदेश की सत्ता संभालने के साथ जेल भी गए। चौटाला हरियाणा में धोती-कुर्ता पहनने वाले आखिरी CM थे। उनके बाद भूपेंद्र हुड्डा, मनोहर लाल खट्टर और नायब सैनी CM बने, लेकिन उन्होंने कभी सार्वजनिक कार्यक्रम में धोती नहीं पहनी। पढ़ें पूरी खबर