पंजाब के खरड़ में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां दूसरे की जमीन को अपनी बताकर एक बिल्डर ने दंपती से 53 लाख की ठगी कर ली गई। इस मामले में थाना सदर पुलिस ने हरीश गर्ग, निवासी बादल कॉलोनी, लोहगढ़ जीरकपुर (मोहाली) और ओम नारायण बिल्डर एंड प्रोमोटर कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सेक्टर 42 चंडीगढ़ निवासी राजीव गर्ग ने एसएसपी मोहाली को दी शिकायत में बताया कि अगस्त 2021 में वह प्लॉट खरीदने की तलाश में था। इसी दौरान उसकी मुलाकात बिल्डर हरीश गर्ग से हुई, जो खरड़ के गांव हरलालपुर में कॉलोनी विकसित कर रहा था। बिल्डर ने खुद को कंपनी का प्रोपराइटर बताते हुए कहा कि उसने 48 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी है और नगर काउंसिल से प्रोजेक्ट पास कराने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं। इसके समर्थन में बिल्डर ने कॉलोनी पास कराने से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए थे। रजिस्ट्री कराने से मुकरा बिल्डर बिल्डर की बातों पर भरोसा करते हुए, राजीव गर्ग और उनकी पत्नी ने 4-4 प्लॉट यानी कुल 8 प्लॉट खरीदने का फैसला किया, जिसकी कीमत 16,000 प्रति गज तय की गई। इस सौदे के तहत, उन्होंने पहले 20 लाख और बाद में विभिन्न समय पर ऑनलाइन और नकद मिलाकर 33 लाख, कुल 53 लाख की राशि बिल्डर को अदा कर दी। रकम मिलने के बाद बिल्डर ने प्लॉट की रजिस्ट्री की तारीख भी तय की, लेकिन वह लगातार तारीख बढ़ाता रहा और रजिस्ट्री करवाने से टालता रहा। जब राजीव गर्ग ने बार-बार संपर्क करने की कोशिश की, तो बिल्डर ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने पर बंद किया ऑफिस जब राजीव गर्ग ने अपने स्तर पर मामले की जांच की, तो पता चला कि जिस जमीन का सौदा बिल्डर ने किया था, वह जमीन वास्तव में उसकी थी ही नहीं। इस धोखाधड़ी के उजागर होने के बाद, बिल्डर ने अपना ऑफिस भी बंद कर दिया। ठगी का शिकार होने के बाद, राजीव गर्ग ने जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जांच के दौरान, बिल्डर हरीश गर्ग ने 53 लाख लौटाने के लिए राजीव गर्ग और उनकी पत्नी के साथ समझौते के तहत अलग-अलग तारीखों के चेक दिए, लेकिन सभी चेक बैंक में बाउंस हो गए। इस तरह बिल्डर ने सोची-समझी साजिश के तहत दंपति के साथ धोखाधड़ी की। अंततः, राजीव गर्ग ने अपनी शिकायत को फिर से ओपन करवाया, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है। पंजाब के खरड़ में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां दूसरे की जमीन को अपनी बताकर एक बिल्डर ने दंपती से 53 लाख की ठगी कर ली गई। इस मामले में थाना सदर पुलिस ने हरीश गर्ग, निवासी बादल कॉलोनी, लोहगढ़ जीरकपुर (मोहाली) और ओम नारायण बिल्डर एंड प्रोमोटर कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सेक्टर 42 चंडीगढ़ निवासी राजीव गर्ग ने एसएसपी मोहाली को दी शिकायत में बताया कि अगस्त 2021 में वह प्लॉट खरीदने की तलाश में था। इसी दौरान उसकी मुलाकात बिल्डर हरीश गर्ग से हुई, जो खरड़ के गांव हरलालपुर में कॉलोनी विकसित कर रहा था। बिल्डर ने खुद को कंपनी का प्रोपराइटर बताते हुए कहा कि उसने 48 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी है और नगर काउंसिल से प्रोजेक्ट पास कराने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं। इसके समर्थन में बिल्डर ने कॉलोनी पास कराने से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए थे। रजिस्ट्री कराने से मुकरा बिल्डर बिल्डर की बातों पर भरोसा करते हुए, राजीव गर्ग और उनकी पत्नी ने 4-4 प्लॉट यानी कुल 8 प्लॉट खरीदने का फैसला किया, जिसकी कीमत 16,000 प्रति गज तय की गई। इस सौदे के तहत, उन्होंने पहले 20 लाख और बाद में विभिन्न समय पर ऑनलाइन और नकद मिलाकर 33 लाख, कुल 53 लाख की राशि बिल्डर को अदा कर दी। रकम मिलने के बाद बिल्डर ने प्लॉट की रजिस्ट्री की तारीख भी तय की, लेकिन वह लगातार तारीख बढ़ाता रहा और रजिस्ट्री करवाने से टालता रहा। जब राजीव गर्ग ने बार-बार संपर्क करने की कोशिश की, तो बिल्डर ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने पर बंद किया ऑफिस जब राजीव गर्ग ने अपने स्तर पर मामले की जांच की, तो पता चला कि जिस जमीन का सौदा बिल्डर ने किया था, वह जमीन वास्तव में उसकी थी ही नहीं। इस धोखाधड़ी के उजागर होने के बाद, बिल्डर ने अपना ऑफिस भी बंद कर दिया। ठगी का शिकार होने के बाद, राजीव गर्ग ने जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जांच के दौरान, बिल्डर हरीश गर्ग ने 53 लाख लौटाने के लिए राजीव गर्ग और उनकी पत्नी के साथ समझौते के तहत अलग-अलग तारीखों के चेक दिए, लेकिन सभी चेक बैंक में बाउंस हो गए। इस तरह बिल्डर ने सोची-समझी साजिश के तहत दंपति के साथ धोखाधड़ी की। अंततः, राजीव गर्ग ने अपनी शिकायत को फिर से ओपन करवाया, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा वारिस मलिक| जालंधर पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन को खोलने के लिए नई ड्राइंग तैयार की गई है। 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा नया रैप तैयार करके डेंजर जोन बने फ्लाईओवर और सर्विस रोड का हल निकाला जा रहा है। इसके लिए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद इसका स्थाई हल निकाला है। जिस पर अब एनएचएआई की तरफ से फाइनल प्रोजेक्ट को तैयार करने के बाद डीसी पीएपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इसे फाइनल करेंगे। पीएपी में यहां पर मौजूदा जगह से क्रैश बैरियर लगाकर मर्ज हुई जगह को ब्लाक किया गया है। वहां से नई लैग को करीब 7 मीटर चौड़ा करते हुए पीएपी फ्लाईओवर के साथ उठाया जाएगा। यहां से आगे 250 मीटर तक फाइनल में 5.50 मीटर तक करते हुए उसे मुख्य फ्लाईओवर के साथ मर्ज किया जाएगा। इससे पीएपी की तरफ जाने वाली सर्विस रोड़ का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे रामामंडी चौक पर बढ़ा हुआ ट्रैफिक का बोझ कम किया जाएगा। लोगों को अमृतसर, करतारपुर जाने के लिए करीब 4 किलोमीटर अतिरिक्त नहीं जाना पड़ेगा। इस नई व्यवस्था के बाद पीएपी फ्लाईओवर के नीचे लाइटों पर लगने वाला जाम भी कम होगा। गौर है कि फ्लाईओवर को चौड़ा करने और सर्विस रोड को खोलने के लिए 6 से अधिक बार ड्राइंग बन चुकी है। लेकिन रेलवे की तरफ से फाइनल नहीं की गई। लेकिन अब इसका हल निकाला गया है। इससे जमीन भी एक्वायर नहीं करनी पड़ेगी और न मिनिस्ट्री आफ रोड़ ट्रांसपोर्ट से इसकी मंजूरी की जरूरत है। सिर्फ एनएचएआई की मंजूरी के बाद इसे शुरू किया जाएगा। हालांकि, शुरूआत में यह भी कहा जा रहा था कि पीएपी फ्लाईओवर के साथ एक नया रेलवे ओवर ब्रिज तैयार किया जाना था। जिसके लिए पीएपी की जमीन एक्वायर करने के साथ रेलवे, पीएसपीसीएल सहित रोड़ ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री से मंजूरी की जरूरत थी। इसके लिए करीब 16 करोड़ रुपए का प्रस्ताव था। लेकिन पीएपी फ्लाईओवर पार करने पर बीबीएमबी का 220 केवी की तारें गुजर रही है, जिन्हें शिफ्ट करने पर ही 18 करोड़ रुपए का खर्चा है। इसके अलावा पीएपी की ट्री लाइन जिसे वह नेचुरल डिफेंस लाइन मानते हैं। उसे भी एक्वायर किया जाना था। जिस पर काफी खर्च होना था। लेकिन नई व्यवस्था के बाद करीब 3 से 4 करोड़ की लागत से 250 मीटर की नई लैग तैयार कर ट्रैफिक को मर्ज किया जाएगा। 2018 में जब पीएपी फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ था और एक दिन बाद ही उसे बंद करना पड़ा था क्योंकि यहां से जालंधर का ट्रैफिक मर्ज किया हुआ था वहां पर लगातार एक्सीडेंट होने लगे थे। उसके बाद प्रशासन ने सर्विस रोड खोलने के लिए एनएचएआई से सुझाव मांगे थे। तब एनएचएआई ने जिस कंपनी को ठेका दिया था। तब उसने 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा रैंप तैयार करने की बात कही गई थी, जिस पर तब सहमति नहीं बनी थी और नया आरओबी बनाने के लिए कहा जा रहा था लेकिन अब दोबारा से शुरु पांच साल पहले वाली प्रपोजल को ही अपनाया जा रहा है। पीएपी के अधिकारियों का कहना है कि जिस ड्राइंग के हिसाब से इस सर्विस रोड को खोलने के की तैयारी की जा रही है। वह स्थाई हल नहीं है। इसके लिए अलग से लैग तैयार करनी है या फिर फोर लेन फ्लाईओवर को चौड़ा दोनों तरफ से करना होगा। इसके लिए पीएपी की जगह एक्वायर करते हुए नया प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा फ्लाईओवर के उपर ग्रीन बेल्ट जो करीब 6 फुट चौड़ी है उसको छोटा करके भी मौजूदा फ्लाईओवर को चौड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लाभ मिलेगा।
अबोहर में सड़कों पर उतरे डीएसपी:गांवों में फ्लैग मार्च निकाला, 35 गांव संवेदनशील चिन्हित, शरारती तत्वों को हिदायत
अबोहर में सड़कों पर उतरे डीएसपी:गांवों में फ्लैग मार्च निकाला, 35 गांव संवेदनशील चिन्हित, शरारती तत्वों को हिदायत अबोहर में 15 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनाव के मतदान को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। रविवार को डीएसपी अबोहर और बल्लूआना की ओर से गांवों में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को निडर होकर चुनावों में भाग लेने को प्रेरित किया गया। इस मौके पर दोनों डीएसपी के अलावा सभी थानों के प्रभारी भी विशेष तौर पर मौजूद थे। फ्लैग मार्च का नेतृत्व करते हुए डीएसपी तेजिंद्र पाल सिंह ने कहा कि पूरी चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। उन्होंने असमाजिक तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया के तहत अगर किसी ने भी गड़बड़ी फैलाने का प्रयास किया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि थाना सदर और बहाववाला के अंर्तगत आते संवेदनशील और अति संवेदनशील गांवों की पहचान कर ली गई है जिसके तहत आज करीब 35 अति संवेदनशील गांवों में यह फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है। संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं, पदाधिकारियों व उनके समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि वे कानून के दायरे में रहकर चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लें। वहीं अगर किसी भी नेता या उसके समर्थक ने मतदाताओं को धमकाने या उन्हें लालच देकर वोट देने को मजबूर किया तो पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि मतदान वाले दिन संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा, ताकि असमाजिक तत्व सिर न उठा सकें। उन्होंने उम्मीदवारों से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने और पुलिस प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। फ्लैग मार्च सीडफार्म होते हुए थाना सदर, बहाववाला और खुईयां सरवर के गांवों में पहुंचकर संपन्न हुआ।