भास्कर न्यूज | लुधियाना लुधियाना ही नहीं बल्कि पंजाब भर में प्राइवेट वाहन को टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है जोकि अवैध टैक्सी है। इसका चलन बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर प्रशासन व पुलिस सक्रिय नहीं है, जिसका फायदा आसानी से प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा उठाया जा रहा है और इसका नुकसान यात्रियों को हो रहा है। हालांकि प्राइवेट टैक्सी द्वारा कम रेट में बुकिंग करने पर लोग आसानी से इसका आसरा ले लेते है, परंतु दुर्घटना होने पर सवारी को इसका क्लेम नहीं मिलता। वहीं, आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि पीली नंबर प्लेट लगी टैक्सी में सफर के दौरान जैसे ही सवारी गाड़ी में बैठती है उसका इंश्योरेंस कवर हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि लुधियाना शहर में 30 हजार अवैध टैक्सी चल रही हैं। प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग को भी चुना लगाया जा रहा है, क्योंकि यह वाहन कर्मिशयल न होने के कारण टैक्स जमा नहीं करते। यहीं नहीं वाहन बुक करने वाली एप कंपनियां भी इस चीज को अनदेखा कर रही हैं कि उनके द्वारा रखे वाहन चालकों की गाड़ी पूरी तरह से कमर्शियल है भी या नहीं। आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से लुधियाना के प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ के अलावा पंजाब के एसटीसी व अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र लिख कर इस बारे में सूचित कर चुके है कि शहर में प्राइवेट टेक्सी चलन बंद किया जाए और सख्ती से नकेल कसी जाए। पंजाब को छोड़ सभी स्टेट में इस पर सख्ती है परंतु पंजाब में यह प्राइवेट टैक्सी की संख्या 2 लाख आस-पास है। पंजाब भर के डीसी, आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस इसे लगाम लगाने में नाकाम है। कई बार मांग पत्र भी सौंप चुके है। इसलिए वह कुछ ही दिनों में अब कोर्ट की ओर रुख करने जा रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि उड़ीसा सरकार ने 2020 में पॉलिसी बनाई है। इसमें प्राइवेट टैक्सी चालक सवारियों की ढुलाई करता पाया गया तो बनती कार्रवाई के साथ जुर्माना भी लगाया जा रहा है, परंतु पंजाब में सभी को खुली छुट्टी है। अवैध टैक्सी स्टैंड पूरे पंजाब के विभिन्न कस्बों में बने हुए है। प्राइवेट गाड़ियों द्वारा सरकार का टैक्स चोरी किया जा रहा है। जबकि समूह डीसी को पंजाब मोटर व्हीकल रुल्स 1989 के रुल 197 के तहत लीग टेक्सी स्टैंड स्थापित करने चाहिए। जिससे लोगो को रोजगार मिलेगा और टैक्स चोरी करने वाली गाड़ियों से सरकार को रेवन्यू भी आएंगा। यूनियन के नेताओं ने कहा कि पंजाब भर में नए एटीओ लगाए गए है, लेकिन उनके द्वारा आज तक किसी भी प्राइवेट टेक्सी पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। नोटिस की कॉपी उनके पास पहुंचते ही वह आरटीओ से बात कर इसके समाधान निकलने के लिए विचार विमर्श करेंगे। अभिषेक बांसल, एटीओ भास्कर न्यूज | लुधियाना लुधियाना ही नहीं बल्कि पंजाब भर में प्राइवेट वाहन को टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है जोकि अवैध टैक्सी है। इसका चलन बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर प्रशासन व पुलिस सक्रिय नहीं है, जिसका फायदा आसानी से प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा उठाया जा रहा है और इसका नुकसान यात्रियों को हो रहा है। हालांकि प्राइवेट टैक्सी द्वारा कम रेट में बुकिंग करने पर लोग आसानी से इसका आसरा ले लेते है, परंतु दुर्घटना होने पर सवारी को इसका क्लेम नहीं मिलता। वहीं, आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि पीली नंबर प्लेट लगी टैक्सी में सफर के दौरान जैसे ही सवारी गाड़ी में बैठती है उसका इंश्योरेंस कवर हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि लुधियाना शहर में 30 हजार अवैध टैक्सी चल रही हैं। प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग को भी चुना लगाया जा रहा है, क्योंकि यह वाहन कर्मिशयल न होने के कारण टैक्स जमा नहीं करते। यहीं नहीं वाहन बुक करने वाली एप कंपनियां भी इस चीज को अनदेखा कर रही हैं कि उनके द्वारा रखे वाहन चालकों की गाड़ी पूरी तरह से कमर्शियल है भी या नहीं। आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से लुधियाना के प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ के अलावा पंजाब के एसटीसी व अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र लिख कर इस बारे में सूचित कर चुके है कि शहर में प्राइवेट टेक्सी चलन बंद किया जाए और सख्ती से नकेल कसी जाए। पंजाब को छोड़ सभी स्टेट में इस पर सख्ती है परंतु पंजाब में यह प्राइवेट टैक्सी की संख्या 2 लाख आस-पास है। पंजाब भर के डीसी, आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस इसे लगाम लगाने में नाकाम है। कई बार मांग पत्र भी सौंप चुके है। इसलिए वह कुछ ही दिनों में अब कोर्ट की ओर रुख करने जा रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि उड़ीसा सरकार ने 2020 में पॉलिसी बनाई है। इसमें प्राइवेट टैक्सी चालक सवारियों की ढुलाई करता पाया गया तो बनती कार्रवाई के साथ जुर्माना भी लगाया जा रहा है, परंतु पंजाब में सभी को खुली छुट्टी है। अवैध टैक्सी स्टैंड पूरे पंजाब के विभिन्न कस्बों में बने हुए है। प्राइवेट गाड़ियों द्वारा सरकार का टैक्स चोरी किया जा रहा है। जबकि समूह डीसी को पंजाब मोटर व्हीकल रुल्स 1989 के रुल 197 के तहत लीग टेक्सी स्टैंड स्थापित करने चाहिए। जिससे लोगो को रोजगार मिलेगा और टैक्स चोरी करने वाली गाड़ियों से सरकार को रेवन्यू भी आएंगा। यूनियन के नेताओं ने कहा कि पंजाब भर में नए एटीओ लगाए गए है, लेकिन उनके द्वारा आज तक किसी भी प्राइवेट टेक्सी पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। नोटिस की कॉपी उनके पास पहुंचते ही वह आरटीओ से बात कर इसके समाधान निकलने के लिए विचार विमर्श करेंगे। अभिषेक बांसल, एटीओ पंजाब | दैनिक भास्कर
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न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी:पंजाब में 0.3 व चंडीगढ़ के तापमान में 0.7 डिग्री गिरा पारा; बढ़ने लगा प्रदूषण, घुटने लगी सांसें
न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी:पंजाब में 0.3 व चंडीगढ़ के तापमान में 0.7 डिग्री गिरा पारा; बढ़ने लगा प्रदूषण, घुटने लगी सांसें पंजाब और चंडीगढ़ के तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। मानसून की विदायगी के बाद से ही मौसम खुश्क हो चुका है। आने वाले एक सप्ताह तक भी किसी वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने की संभावना नहीं है। वहीं, पंजाब का फरीदकोट सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 35.4 डिग्री रहा। चंडीगढ़ के तापमान में भी 33.1 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) के अनुसार पंजाब और चंडीगढ़ में अगले एक सप्ताह तक कहीं भी बारिश के आसार नहीं है। वहीं इन दिनों में रात के तापमान में धीरे-धीरे कमी आएगी और तापमान में 2 डिग्री तक गिरावट भी दर्ज की जाएगी। इसके अलावा दिन के अधिकतम तापमान में भी हल्की गिरावट होती रहेगी। बिगड़ने लगी आबो-हवा अक्टूबर के मध्य में राज्य की आबो-हवा भी बिगड़ने लगी है। अधिकतर शहरों का प्रदूषण स्तर शनिवार सुबह तक 100 AQI से अधिक पाया गया। प्रदूषण बोर्ड की तरफ से इसे येलो कैटेगरी में रखा जाता है और ये सांस की तकलीफ, अस्थमा और दिल के रागों से जूझ रहे लोगों के लिए घातक साबित हो सकती है। शनिवार सुबह जालंधर, लुधियाना और पटियाला को छोड़ अधिकतर शहरों में AQI 100 से अधिक रहा है। अमृतसर में AQI 117, बठिंडा में AQI 138, खन्ना में AQI 104, मंडी गोबिंदगढ़ में AQI 108, जालंधर में AQI 84, लुधियाना में AQI 86 और पटियाला में AQI 96 पाया गया। चंडीगढ़ व पंजाब के शहरों का तापमान चंडीगढ़- शुक्रवार अधिकतर तापमान 33.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक है।आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 19 से 34 डिग्री के बीच रहा सकता है। मोहाली- बीती शाम का अधिकतर तापमान 33.1 डिग्री दर्ज किया गया। आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 20 से 34 डिग्री के बीच रहा सकता है। अमृतसर- शुक्रवार शहर का तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम रहा। आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 18 से 32 डिग्री के बीच रहा सकता है। जालंधर- बीती शाम का अधिकतर तापमान 34 डिग्री के करीब दर्ज किया गया। आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 19 से 34 डिग्री के बीच रहा सकता है। लुधियाना- बीती शाम का अधिकतर तापमान 33.1 डिग्री दर्ज किया गया। आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 20 से 34 डिग्री के बीच रहा सकता है। पटियाला- शुक्रवार का अधिकतर तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। आज आसमान साफ रहेगा और तापमान 18 से 35 डिग्री के बीच रहा सकता है।

जत्थेदार की ताजपोशी पर ज्ञानी रघबीर सिंह के सवाल:कहा- ताजपोशी मर्यादा के अनुसार न हो, तो पंथ में रोष उठना स्वाभाविक
जत्थेदार की ताजपोशी पर ज्ञानी रघबीर सिंह के सवाल:कहा- ताजपोशी मर्यादा के अनुसार न हो, तो पंथ में रोष उठना स्वाभाविक पंजाब में श्री अकाल तख्त साहिब के नव-नियुक्त जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की ताजपोशी पर पूर्व जत्थेदार और श्री दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब किसी जत्थेदार की ताजपोशी अनुशासन और मर्यादा के अनुसार नहीं होती, तो पंथ में रोष उठना स्वाभाविक है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने बताया कि हाल ही में हुई ताजपोशी को लेकर देश-विदेश से लोग फोन करके सवाल पूछ रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर व्यक्तिगत रूप से कोई टिप्पणी करने से मना किया है, क्योंकि वह नहीं चाहते कि इस मामले पर कोई विवाद पैदा हो। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि जब किसी जत्थेदार की नियुक्ति होती है, तो इस प्रक्रिया को बहुत सम्मान और मर्यादा के साथ किया जाता है। पहले मीडिया में इसकी सूचना दी जाती है और बाद में यह सूचना विभिन्न जत्थेबंदियों, टकसालों, संप्रदायों और संत महापुरुषों को भेजी जाती है। जानें क्या है ताजपोशी की मर्यादा ज्ञानी रघबीर सिंह ने बताया कि गुरु की हाजरी में गुरमत समागम होता है, फिर पहुंची प्रमुख शख्सियतें स्पीकर पर बोलती हैं और गुरु चरणों में अरदास की जाती है, हुकमनामा पढ़ा जाता है, कड़ा प्रसाद की देग की जाती है, फिर श्री अकाल तखत साहिब पर जत्थेदार की ताजपोशी का समागम होता है। ताजपोशी के समय श्री दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी, श्री अकाल तखत साहिब की फसील से जत्थेदारी देने का माइक से ऐलान करते हैं और संगत की ओर से जैकारे लगाकर उसकी मंजूरी दी जाती है। फिर श्री दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी पहले दस्तार पहनाते हैं, और इसके बाद वहां पहुंची हुई संगत भी दस्तार पहनाती हैं, फिर श्री अकाल तखत साहिब के जत्थेदार की ताजपोशी होती है। श्री अकाल तखत साहिब से ही तखत श्री केसगढ़ साहिब और तखत श्री दमदमा साहिब के जत्थेदारों का ऐलान भी श्री अकाल तखत साहिब के जत्थेदार द्वारा किया जाता है। उसका जो मता होता है, वह जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ही पढ़कर सुनाते हैं। जो पिछले दो दिनों में हुआ है, उससे संगत के मन को भी ठेस पहुंची है। पारंपरिक रूप से होती है ताजपोशी उन्होंने यह भी कहा कि ताजपोशी से पहले यह पूरी प्रक्रिया पारंपरिक रूप से होती है, लेकिन हाल में जो घटनाएं हुई हैं, उन पर पंथ के मन में आक्रोश है। ताजपोशी के समय गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश से पहले पालकी साहिब को मथा टेकने का कार्य किया गया और शस्त्र भी उचित तरीके से प्रस्तुत नहीं किए गए, जो कि मर्यादा का उल्लंघन है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने सिख समुदाय से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर गहरे सोच-विचार करें और इस पर विचार करें कि सिख पंथ की मर्यादाओं का उल्लंघन होना पंथ के लिए ठीक नहीं है। क्या थी घटना पंजाब में बीते दिन सोमवार निहंगों के विरोध के बीच तख्त श्री केशगढ़ साहिब के नए जत्थेदार के तौर पर ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की दस्तारबंदी कर दी गई। इसके साथ ही उन्हें सिख धर्म के सर्वोच्च श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का भी अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया। दस्तारबंदी के लिए पहले सोमवार सुबह 11 बजे का समय रखा गया था, लेकिन ये ताजपोशी अलसुबह 2.50 बजे की गई। वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य रघुबीर सिंह विर्क ने तर्क दिया कि होला महल्ला के मेले के चलते रात में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया और भीड़ को देखते हुए रात के समय ही ताजपोशी भी कर दी गई। जाने ज्ञानी गड़गज की नियुक्ति पर किसने क्या कहा… निहंग बोले- यह मर्यादा के उलट, विरोध जताएंगे 96 करोड़ी बाबा बलबीर सिंह व अन्य निहंग संगठनों के मुखियों ने कहा कि हरिमंदिर साहिब के हेड ग्रंथी और अन्य सभी संगठनों की गैरहाजिरी में हुई इस दस्तारबंदी को नहीं माना जाएगा। जिस समय ये ताजपोशी हुई, श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश भी नहीं था। यह ताजपोशी मर्यादा के उलट की गई है। इससे तख्त की मर्यादा को ठेस पहुंची है। आज से होला महल्ला शुरू हो रहा है। इसे देखते हुए सभी निहंग संगठन विरोध भी जताएंगे। ज्ञानी हरप्रीत सिंह बोले- मर्यादा का पालन नहीं हुआ श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा- ज्ञानी रघबीर सिंह के बारे में आरोप लगाए गए कि इन्होंने मर्यादा के अनुसार कार्य नहीं किए। अब आज कौन सी मर्यादा का पालन हुआ है। ना सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी साहिब या ग्रंथी सिंह हाजिर, ना ही तख्त साहिब के हेड ग्रंथी साहिब हाजिर, ना गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान या सीनियर मीत प्रधान हाजिर, ना सदस्य हाजिर, ना दूसरे तख्त साहिबों के जत्थेदार या हेड ग्रंथी साहिब हाजिर। इनके बिना ही दस्तारबंदी हो गई। 7 मार्च को रघबीर सिंह और सुल्तान सिंह को हटाया अमृतसर में 7 मार्च को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की अंतरिम कमेटी की मीटिंग हुई थी। जिसमें अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह और श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह को हटाने पर फैसला हुआ। श्री केसगढ़ साहिब की जिम्मेदारी ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज को दी गई। साथ ही वह श्री अकाल तख्त साहिब का एडिशनल चार्ज भी संभालेंगे। ज्ञानी बाबा टेक सिंह को श्री दमदमा साहिब की जिम्मेदारी दी गई। SGPC के सदस्य जसवंत सिंह पुड़ैण ने बताया कि 2 दिसंबर के फैसले के कारण ही दोनों तख्तों के जत्थेदारों को हटाया गया है। इसके पीछे 2 बड़े कारण रहे। पहला ज्ञानी रघबीर सिंह बिना बताए फैसले ले रहे थे। दूसरा, वे बिना बताए विदेश जा रहे थे।

पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था
पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आफत में आ गए हैं। उनके खिलाफ मोहाली स्थित स्टेट साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। बाजवा के खिलाफ बीएनएस की धारा 197(1)(डी) और 353(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। वहीं, आज उनसे मोहाली में पुलिस पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के विधायक व सांसद बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। उन्होंने सरकार की इस एक्शन को गलत बताया है। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम व गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकार को घेरते हुए पूछा है कि जेल के अंदर से लॉरेंस का लाइव इंटरव्यू हुआ था। क्या उसके बारे में उस चैनल के एंकर से सोर्स पूछा था। सुबह हुआ विवाद, शाम को FIR यह विवाद भी बड़ा दिलचस्प है। बाजवा एक निजी चैनल के प्रोग्राम में शामिल हुए थे। उन्होंने राज्य की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर जब एंकर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा था, “पंजाब में 50 ग्रेनेड आए थे, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि 32 बाकी हैं।” जैसे ही रविवार को शो से पहले उसका टीज़र चलने लगा तो इस मामले का सरकार ने खुद संज्ञान ले लिया। वहीं, दोपहर 12 बजे के करीब एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस रवजोत ग्रेवाल उनके चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित घर पर पहुंची। साथ ही बाजवा द्वारा ग्रेनेड से जुड़े मामले में उनका सोर्स पूछा गया। वह करीब 15 मिनट तक वहां रुकी। इसके बाद वह वहां से निकल गई। मीडिया से बातचीत में कहा कि बाजवा सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह बम का सहयोग नहीं कर रहे हैं। शाम को जैसे ही आठ बजे शो हुआ, उसके बाद केस दर्ज हुआ सीएम बोले साेर्स बताए, नहीं तो एक्शन इसी दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने करीब ढाई मिनट का एक वीडियो जारी कर दिया। सीएम ने कहा कि बाजवा के पास यह इन्फॉर्मेशन आई थी? पाकिस्तान से उनके कौन से कनेक्शन हैं कि वहां के आतंकवादी सीधे उन्हें फोन कर बता रहे हैं कि उन्होंने कितने बम भेजे हैं? ये इन्फॉर्मेशन न इंटेलिजेंस के पास है, न केंद्र सरकार से आया है, लेकिन इतने बड़े विपक्ष के नेता के पास आई है। क्या वो इस चीज़ का इंतजार कर रहे थे कि बम फटे और लोग मरें, ताकि उनकी राजनीति चलती रहे? और अगर ये झूठ है तो क्या वो पंजाब में ऐसी बातें कर दहशत फैलाना चाहते हैं? उनके पास यह इन्फॉर्मेशन कहां से आई? उनके ऐसे कौन से सोर्स हैं जो उन्हें सीधे ऐसी इन्फॉर्मेशन दे रहे हैं? और ऐसा नहीं है तो वह दहशत फैला रहे हैं और इस पर बहुत बड़ा एक्शन लिया जाएगा। वहीं, आपके सारे मंत्री व विधायक भी इस मामले में कूद पड़े। सारे बयान जारी करने लग पड़े। देर शाम केस दर्ज हुआ। बाजवा बोले सोर्स नहीं बताऊंगा पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा—मैं पूरे पंजाब को बताना चाहता हूं कि मैं सीएलपी नेता हूं। जिम्मेदार पद है। 10–15 सालों से माहौल खराब रहा है। मैंने एक टीवी इंटरव्यू दिया था जो कि आज चला है। मुझे मेरे सोर्स ने जानकारी दी कि 50 बम पंजाब में आए। इनमें से 18 चल चुके हैं। इनमें से एक अटैक मनोरंजन कालिया के घर हुआ है। ऐसे में मुझे अलर्ट रहना चाहिए। मैं आतंकवाद परिवार से संबंध रखता हूं। मैं अपना सोर्स नहीं बताऊंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं।
कांग्रेस आई बाजवा के पक्ष में
पंजाब कांग्रेस के सारे विधायक, सांसद व नेता बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने दोहराया कि पंजाब में शांति और सद्भाव के लिए खतरा वास्तविक और गंभीर है, जिसकी ओर बाजवा ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जबकि सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सरकार को जवाबदेह ठहराती रहेगी, चाहे वह कितनी भी धमकी देने की कोशिश करे। वहीं, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लिखा है कि भगवंत मान साहब स्टेट को स्टेज न बनाएँ। वहीं, उन्होंने लिखा है कि लॉरेंस बिश्नोई की जेल से लाइव इंटरव्यू हुई थी। उस नामी चैनल के एंकर से उसका सोर्स क्यों नहीं पूछा