धर्म की नगरी काशी में आज विजय दशमी (दशहरे) की धूम है। पंडालों से माता की विदाई को लेकर पूजा-अनुष्ठान चल रहे हैं। काशी में बरेका (BLW) मैदान और मलदहिया पर रावण दहन की तैयारी है। दोनों ही जगह का रावण वाराणसी के शमशाद ने बनाया है। BLW का रावण जहां देर शाम मेघनाद और कुंभकर्ण के साथ खड़ा करने की कवायद जारी थी। वही मलदहिया का रावण दोपहर बाद मलदहिया चौराहे पर खड़ा किया जाएगा। काशी का बरेका ग्राउंड का रावण पूर्वांचल का सब ऊंचा रावण का पुतला माना जाता है। इसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ बरेका ग्राउंड में उमड़ती है। मलदहिया चौराहे पर पिछले 75 वर्षों से समाज संघ की तरफ से रावण दहन का आयोजन किया जा रहा है। दोनों ही लीलाओं में हजारों लोग उमड़ते हैं। धर्म की नगरी काशी में आज विजय दशमी (दशहरे) की धूम है। पंडालों से माता की विदाई को लेकर पूजा-अनुष्ठान चल रहे हैं। काशी में बरेका (BLW) मैदान और मलदहिया पर रावण दहन की तैयारी है। दोनों ही जगह का रावण वाराणसी के शमशाद ने बनाया है। BLW का रावण जहां देर शाम मेघनाद और कुंभकर्ण के साथ खड़ा करने की कवायद जारी थी। वही मलदहिया का रावण दोपहर बाद मलदहिया चौराहे पर खड़ा किया जाएगा। काशी का बरेका ग्राउंड का रावण पूर्वांचल का सब ऊंचा रावण का पुतला माना जाता है। इसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ बरेका ग्राउंड में उमड़ती है। मलदहिया चौराहे पर पिछले 75 वर्षों से समाज संघ की तरफ से रावण दहन का आयोजन किया जा रहा है। दोनों ही लीलाओं में हजारों लोग उमड़ते हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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NEET यूजी परीक्षा को लेकर नहीं थम रहा विवाद, अभ्यर्थियों ने सड़कों पर किया प्रदर्शन <p style=”text-align: justify;”><strong>NEET 2024 Exam: </strong>मेडिकल की पढ़ाई में दाखिले के लिए होने वाले नीट टेस्ट के नतीजों को लेकर अभ्यर्थियों की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है. 4 जून को जारी हुए रिजल्ट को लेकर देश के कई हिस्सों के बाद अब संगम नगरी प्रयागराज में भी अभ्यर्थियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अपने साथ अनदेखी किए जाने और भविष्य से खिलवाड़ किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है. अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा को रद्द कर इसे दोबारा कराए जाने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभ्यर्थियों का साफ आरोप है कि इस बार के नतीजे में काफी कुछ बदलाव किया गया है. तमाम अभ्यर्थियों को पूरे 100 फीसदी नंबर दिए गए हैं. कुछ खास संस्थान के अभ्यर्थी ही मेरिट में ज्यादा जगह पाए हैं. ग्रेस मार्क्स के जरिए भी तमाम लोगों को ज्यादा कामयाबी मिली है. इस बार अचानक मेरिट काफी ऊपर चली गई है, जिसके चलते सामान्य अभ्यर्थियों को अब कॉलेज में दाखिला पाना भी मुश्किल हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रयागराज के अभ्यर्थियों ने सिविल लाइंस इलाके में स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई है और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किए गए टेस्ट को रद्द किए जाने की मांग की है. अभ्यर्थियों का कहना है कि यह नतीजा हैरान कर देने वाला हैं और इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका से कतई इनकार नहीं किया जा सकता. इस मामले में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए और गड़बड़ी की बात सामने आने पर परीक्षा को रद्द कर इस नए सिरे से कराया जाना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह अपना आंदोलन और तेज करने को मजबूर होंगे, क्योंकि यह रिजल्ट उन्हें किसी भी कीमत पर कतई मंजूर नहीं है. रिजल्ट को लेकर पिछले तीन दिनों के देश के तमाम हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है.</p>
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जीतन राम मांझी के बयान ने NDA में लगाई ‘आग’, चिराग पासवान की पार्टी बोली- ‘पशुपति पारस में…’
जीतन राम मांझी के बयान ने NDA में लगाई ‘आग’, चिराग पासवान की पार्टी बोली- ‘पशुपति पारस में…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Chirag Paswan Party Attacks Jitan Ram Manjhi:</strong> केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के एक बयान से एनडीए में बवाल मच गया है. जीतन राम मांझी ने पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को लेकर दिल्ली में बीते मंगलवार (08 अक्टूबर) को ऐसी बात कह दी कि यह सीधे चिराग पासवान की पार्टी को जा चुभी. अब बुधवार (09 अक्टूबर) को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एलजेपी (रामविलास) के सांसद और चिराग पासवान के जीजा अरुण भारती (Arun Bharti) ने हमला बोला है. कहा कि पशुपति पारस में कोई गुण नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अरुण भारती ने मांझी के बयान का किया खंडन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सांसद अरुण भारती ने कहा कि रामविलास के उद्देश्य, राजनीतिक विरासत को चिराग ही आगे ले जा सकते हैं. देश में रामविलास के जाने से एक दलित नेता की जो कमी है उसको चिराग पासवान ही पूरा कर सकते हैं. जीतन राम मांझी का बयान अस्वीकार्य है. मांझी के बयान का हम लोग खंडन करते हैं. जीतन राम मांझी बताएं कि ऐसी बयानबाजी क्यों कर रहे हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जीतन राम मांझी ने दिल्ली में क्या बयान दिया है?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीते मंगलवार (08 अक्टूबर) को रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर आरएलजेपी के दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें जीतन राम मांझी रामविलास पासवान को श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने यह कहा, “पशुपति पारस बाबू तो थोड़ा अस्वस्थ हैं, लेकिन उनके परिवार वाले और सबके साथ मिलकर सुखद एहसास हुआ. ऐसा लगा कि रामविलास बाबू तो चले गए हैं लेकिन उनके स्वरूप पारस बाबू हैं. हम लोगों को आशा है पारस बाबू शायद उनकी जो रिक्तियां है उसको वह पूरा कर सकेंगे.” इसी बयान के बाद चिराग की पार्टी भड़की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के बीच बातचीत तक बंद है. परिवार बिखर चुका है. पारस की पार्टी आरएलजेपी है जबकि चिराग की पार्टी एलजेपी रामविलास है. रामविलास पासवान के निधन के बाद ही पार्टी टूट गई थी. 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में एनडीए में पारस को एक भी सीट नहीं दी गई थी. चिराग को पांच सीटें मिलीं और सब पर जीत हुई. इसके बाद चिराग को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है. वैसे अब सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या चिराग को एनडीए में कंट्रोल में रखने के लिए मांझी ने इस तरह का बयान दिया है? केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए चिराग ने जातीय गणना, वक्फ बोर्ड, आरक्षण, लैटरल एंट्री पर अलग स्टैंड दिखाया था. विरोधियों के सुर में सुर मिला रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/jitan-ram-manjhi-support-pashupati-kumar-paras-not-chirag-paswan-clash-in-nda-ann-2800015″>जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान को दिया झटका! ‘PKP’ का ‘सपोर्ट’ कर NDA में बढ़ाई हलचल</a></strong></p>