भास्कर न्यूज | हिसार दिवाली के महापर्व का आगाज धनतेरस से होता है। दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। हिंदू पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाएगा। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन सुबह पूजा का समय 8.02 मिनट से 10.22 मिनट तक कर सकते हैं। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि इस बार धनतेरस त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। इस योग में प्रॉपर्टी, गाड़ी, सोना, चांदी सहित अन्य चीजों में इन्वेस्ट करना शुभ रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दिन गाड़ी खरीदने और प्रॉपर्टी खरीदने पर बरकत मिलेगी। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना के बाद शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी फलदाई सिद्ध होती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि मंगलवार और कृष्ण द्वादशी हो तो यह योग त्रिपुष्कर योग कहलाता है। धनतेरस में इस योग में खरीदारी अति शुभ बताई गई है। त्रिपुष्कर योग के साथ-साथ इस दिन इंद्र और वैद्युति योग बन रहा है, जो इस तिथि को और भी विशेष बना रहा है। खरीदारी के लिए त्रिपुष्कर योग में 29 को सुबह 11.40 बजे से 12.30 बजे तक और 2 बजे से 3.44 बजे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है। भास्कर न्यूज | हिसार दिवाली के महापर्व का आगाज धनतेरस से होता है। दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। हिंदू पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जाएगा। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन सुबह पूजा का समय 8.02 मिनट से 10.22 मिनट तक कर सकते हैं। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि इस बार धनतेरस त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। इस योग में प्रॉपर्टी, गाड़ी, सोना, चांदी सहित अन्य चीजों में इन्वेस्ट करना शुभ रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दिन गाड़ी खरीदने और प्रॉपर्टी खरीदने पर बरकत मिलेगी। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना के बाद शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी फलदाई सिद्ध होती है। पंडित राहुल शर्मा ने बताया कि मंगलवार और कृष्ण द्वादशी हो तो यह योग त्रिपुष्कर योग कहलाता है। धनतेरस में इस योग में खरीदारी अति शुभ बताई गई है। त्रिपुष्कर योग के साथ-साथ इस दिन इंद्र और वैद्युति योग बन रहा है, जो इस तिथि को और भी विशेष बना रहा है। खरीदारी के लिए त्रिपुष्कर योग में 29 को सुबह 11.40 बजे से 12.30 बजे तक और 2 बजे से 3.44 बजे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में 10 लाख का मेयर ऑफिस खा गए दीमक:4 साल पहले ही बना था; नया मेयर आने से पहले दोबारा वुडन वर्क ही कराया जा रहा
हिसार में 10 लाख का मेयर ऑफिस खा गए दीमक:4 साल पहले ही बना था; नया मेयर आने से पहले दोबारा वुडन वर्क ही कराया जा रहा हिसार में 10 लाख से बने नगर निगम के मेयर ऑफिस को 4 साल में ही दीमक चट कर गई। तब ऑफिस में वुडन वर्क कराया गया था। जिसका टेंडर भी नहीं निकाला गया था। इसके बाद अब फिर से नए मेयर के आने से पहले ऑफिस को रेनोवेट कराया जा रहा है। हालांकि हैरानी की बात यह है कि फिर से यहां वुडन वर्क ही कराया जा रहा है। जबकि पहले भी इनकी दीवारों में सीलन की वजह से लकड़ी पर दीमक लगी थी। ऐसे में फिर से अधिकारियों की मेयर ऑफिस संवारने के नाम पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए पूरा मामला… कमिश्नर ऑफिस खाली करवाकर बनाया मेयर ऑफिस
दिसंबर 2019 में हिसार से गौतम सरदाना मेयर चुने गए थे, लेकिन उन्हें वो ऑफिस पंसद नहीं आया जिसमें पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला का ऑफिस था। हालांकि शकुंतला का ऑफिस काफी बड़ा था और उसमें अटैच बाथरूम भी था। ऑफिस अच्छा नहीं लगा तो सरदाना ने उस समय नगर निगम में रिनोवेशन का काम शुरू करवाया। इसके लिए उन्होंने कमिश्नर ऑफिस को खाली करवाकर वहां पर अपना कक्ष बनाया इसके साथ ही निगम के ईओ और डीएमसी के कक्ष को भी रेनोवेट कराया गया। बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल पर मेयर और सीनियर व डिप्टी मेयर के लिए कक्ष बनाए गए थे। तब गौतम ने कमिश्नर को ऊपर शिफ्ट करा दिया था, इसपर भी काफी बवाल हुआ था। 10 लाख खर्चे, टेंडर भी नहीं निकाला था
रेनोवेशन के इस पूरे काम पर 10 लाख खर्च किए गए। तब इतने महंगे रिनोवेशन पर सवाल भी खड़े हुए थे। मगर मामला दबा दिया गया। पूरा काम बिना टेंडर के करवाया गया था। पूर्व मेयर गौतम सरदाना ने निगम में सबसे बड़े कमरे को अपना ऑफिस बनाया था। मेयर कक्ष में ही उन्होंने आराम करने का स्थान और खुद का लग्जरी टॉयलेट भी बनाया था। 4 साल में दीमक लगी, फिर से लकड़ी का काम
रेनोवेशन के नाम पर खर्चा तो किया गया लेकिन ऑफिस की सुंदरता ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई। कुछ ही सालों में यहां लकड़ी में दीमक लगने लगी। वहीं, अब हिसार में 12 मार्च को नगर निगम चुनाव को लेकर काउंटिंग होगी। शहर को नया मेयर मिलेगा। उसके आने से पहले ही मेयर ऑफिस में लगी दीमकों को हटाया जा रहा है। दीमक बाथरूम से लेकर दरवाजों और यहां तक की छत तक फैल चुकी है। इसको हटाया जा रहा है। यहां तक की उसे ढकने के लिए नए सिरे से प्लाइवुड लगाई जा रही है ताकि मेयर के आने से पहले ऑफिस चमचमाता हुआ नजर आए। बड़ा सवाल…दीमकों वाली जगह पर वुडन वर्क क्यूं?
नगर निगम के अफसरों को अच्छे से जानकारी है कि मेयर ऑफिस सहित निगम के एरिया में दीमक काफी ज्यादा है। सीलन वाला पूरा एरिया है इसके बावजूद पैसे की बर्बादी करने के लिए फिर से यहां वुडन वर्क करवाया जा रहा है। जब मेयर ऑफिस के रेनोवेट का काम कर रहे कर्मचारियों से पूछा गया कि इस लकड़ी में फिर से क्या दीमक नहीं लगेगी तो उन्होंने चुप्पी साध ली और जवाब दिया कि दीमक को मारने के लिए दवाई छिड़क दी गई है। ऐसे में नगर निगम के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तब सब सवालों के घेरे में है। क्या दीपक के नाम पर हर बार ऐसी पैसे की बर्बादी की जाएगी।

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर BJP सीरियस:कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे, खराब होने पर टिकट कटेगा; माइक्रो मैनेजमेंट के तहत रूठों को मनाएंगे
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर BJP सीरियस:कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे, खराब होने पर टिकट कटेगा; माइक्रो मैनेजमेंट के तहत रूठों को मनाएंगे लोकसभा चुनाव में हरियाणा में 5 सीट हारने के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का रुख सख्त हो गया है। विधानसभा चुनाव के लिए बनाए गए प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बैठक में ही मुख्यमंत्री सहित मंत्री, विधायकों को पार्टी नेतृत्व के मंसूबों को साफ कर दिया। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए लोकसभा चुनाव में जो गलतियां हुई हैं, उन्हें विधानसभा में दूर कर लिया जाए। जिन विधानसभाओं में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, वहां बड़े बदलाव किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव में भाजपा 44 विधानसभाओं में ही जीत दर्ज कर पाई थी। सबसे चिंताजनक बात यह है कि सूबे के कुछ शहरी क्षेत्र ऐसे भी रहे, जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इनमें अंबाला सिटी, जगाधरी, रोहतक, आदमपुर, सिरसा शहर जैसी सीटें शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में पुराने फॉर्मूले पर लौटेगी BJP… माइक्रो मैनेजमेंट पर करेगी फोकस विधानसभा चुनाव में हरियाणा भाजपा ‘माइक्रो मैनेजमेंट’ के फॉर्मूले पर चलेगी और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता के घर तक पहुंचेगी। यानी इस बार भाजपा हरियाणा जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। विपक्ष के लिए ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया जाएगा, जिसे भेदना आसान नहीं होगा। भाजपा ने अपने पहले कार्यक्रम में ही संकेत दिए हैं कि इस बार किसी भी दूसरे दल के लिए भाजपा को टक्कर देना इतना आसान नहीं होगा। जिस तरह केंद्रीय नेताओं ने हर कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री कहा है, उससे साफ है कि इस बार विधानसभा चुनाव में हर कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। कार्यकर्ताओं को मिलेगी तवज्जो रविवार को हरियाणा दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि नेता में जो भी कमी हो, वह कमी कार्यकर्ता बताएंगे। कार्यकर्ता के कहने पर फीडबैक लेने के बाद उस कमी को ठीक किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर बड़ा बदलाव करने से भी भाजपा पीछे नही हटेगी। इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा लंगर-लंगोट कसकर मैदान में उतर चुकी है। सियासी जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मिले फीडबैक के बाद हरियाणा भाजपा में बड़े बदलाव होने तय माने जा रहे हैं। रूठों को मनाएंगे धर्मेंद्र प्रधान हरियाणा लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद रिव्यू मीटिगों में यह भी बात सामने आई है कि सूबे में पार्टी की हार में रूठे नेताओं की भी अहम भूमिका रही। जिसके बाद अब केंद्रीय नेतृत्व ने रोहतक में हुई मीटिंग में यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि पार्टी के हर नाराज नेता को मनाया जाएगा। धर्मेंद्र प्रधान ने मंच से ही नाराज अनिल विज की आवाज लगा दी, जिसके बाद उन्होंने विज को मंच पर बुलाकर उन्हें अपने साथ बिठाया। इस संकेत के बाद कार्यकर्ताओं में यह मैसेज जरूर गया है कि पार्टी में किसी भी नेता की अनदेखी नहीं की जाएगी। अब यहां पढ़िए लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन 11.06% वोट शेयर घटा हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है।वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है। रिजर्व सीटों पर BJP का बुरा हाल हरियाणा में कुल 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। इनमें से मात्र 4 सीटों पर ही BJP को जीत मिली है। वहीं, कांग्रेस को 11, आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए भी बेहतर नतीजे आए हैं। AAP ने 2 सीटों पर लीड ली है। ये दोनों आरक्षित सीटें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में आती हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 17 सीटों में से कांग्रेस ने मुलाना, सढौरा, खरखौदा, कलानौर, झज्जर, बवानीखेड़ा, उकलाना, कालांवाली, रतिया, नरवाना और होडल सीटें जीती हैं। AAP ने शाहाबाद और गुहला चीका, जबकि BJP ने नीलोखेड़ी, इसराना, पटौदी और बावल सीटें जीती हैं। इन मंत्रियों के गढ़ में पिछड़ी पार्टी भाजपा विधायकों के अंबाला शहर से असीम गोयल (परिवहन मंत्री), जगाधरी से कंवरपाल गुर्जर (कृषि मंत्री), पिहोवा से संदीप सिंह (पूर्व खेल मंत्री), कलायत से कमलेश ढांडा (पूर्व मंत्री), आदमपुर से भव्य बिश्नोई, नलवा से रणबीर सिंह गंगवा, बवानीखेड़ा से बिशंबर वाल्मीकि (राज्य मंत्री), फतेहाबाद से दूडाराम, रतिया से लक्ष्मण नापा, लोहारू से जेपी दलाल (कृषि मंत्री), कोसली से लक्ष्मण यादव, हथीन से प्रवीण डागर, होडल से जगदीश नागर के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार की हार हुई।

हरियाणा में प्रेमी जोड़े ने निगला जहर:पानीपत के मंदिर में की शादी, मांग में सिंदूर भरने के बाद खाया पॉइजन
हरियाणा में प्रेमी जोड़े ने निगला जहर:पानीपत के मंदिर में की शादी, मांग में सिंदूर भरने के बाद खाया पॉइजन हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को प्रेमी जोड़े ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। दोनों को बेसुध हालत में देखकर मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने डायल 112 पर सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पानीपत के सिविल अस्पताल में लाया गया। जहां दोनों की उपचार के दौरान हालत स्थिर है। दोनों झज्जर जिले के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं। फिलहाल दोनों का अस्पताल में इलाज जारी है। 1 साल पहले दोनों में दोस्ती हुई
युवक विष्णु ने बताया कि वह झज्जर जिले के एक गांव का रहने वाला है और राजस्थान के RTO विभाग में DC रेट पर कंप्यूटर के पद कार्यरत है। वह पास के ही गांव की रहने वाली 11वीं कक्षा की छात्रा से लगभग 1 साल पहले मिला था। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। लड़की के घर वाले शादी के लिए नहीं माने
दोनों के परिजनों को प्रेम प्रसंग के बारे में पता लग गया था। उसके परिजन शादी के लिए राजी हो गए थे, लेकिन प्रियंका के घर वालों ने शादी के लिए मना कर दिया और उसका रिश्ता दूसरी जगह तय कर दिया। 10 जुलाई को घर से भागे
परिजनों की नाराजगी से दोनों ने 10 जुलाई को घर से भाग कर शादी करने की योजना बनाई। दोनों 10 जुलाई को घर से भाग कर सीधा राजस्थान के खाटू श्याम पहुंचे। वहां दो दिन रुकने के बाद सालासर धाम पर पहुंचे और फिर 2 दिन पहले पानीपत के गांव सिंक में पथरी माता मंदिर पहुंचे। यहां धर्मशाला में कमरा लेकर ठहरे हुए थे। शुक्रवार सुबह 7 बजे दोनों ने मंदिर में शादी की। यहां प्रियंका की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने साथ ही मरने की कसम खाई। इसके बाद मंदिर के प्रांगण में ही जहर निगल लिया।