पानीपत में रोजाना औसतन 3 महिलाएं-लड़की हो रही लापता:अक्टूबर तक 770 बालिग-310 नाबालिग हुई गुम; पिछले साल 1255 मामले हुए थे दर्ज

पानीपत में रोजाना औसतन 3 महिलाएं-लड़की हो रही लापता:अक्टूबर तक 770 बालिग-310 नाबालिग हुई गुम; पिछले साल 1255 मामले हुए थे दर्ज

हरियाणा के पानीपत जिले में लगातार बच्चियां गुम हो रही है। 18 साल कम उम्र की लड़कियों के गायब होने का सिलसिला लगातार जारी है। नाबालिग के अलावा 18 साल से ऊपर की महिलाएं भी लगातार लापता हो रही है। पानीपत में लगातार गायब हो रही नाबालिग बच्चियों और बच्चों का मामला चिंताजनक तो पहले ही था, लेकिन आरटीआई से सामने आए नाबालिग और बालिग बच्चियों और महिलाओं के आंकड़े ने चिंता का सबब और बढ़ा दिया है। नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष समाज सेविका सविता आर्य ने ये आरटीआई लगाकर ब्योरा मांगा था। जिसमें चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े सामने आए है। इस साल अक्टूबर माह तक जिले से कुल 1080 महिलाएं एवं किशोरियां लापता हो चुकी है। जिसमें 770 बालिग और 310 नाबालिग शामिल है। जबकि पिछले साल 2023 का आंकड़ा 1255 का है। हाल का ये मामला, बहुत डराने वाला सनौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत करीब 10 ही दिन पहले किशोरी से एक ऐसा रेप का मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद मां-बाप में डर का माहौल बन गया है। इसमें एक ट्रक ड्राइवर राह चलती 12 साल की अकेली बच्ची को लिफ्ट देने के बहाने अपने ट्रक में बैठा ले गया। इसके बाद वह चार दिन तक उसे इधर-उधर घूमाता रहा। मौका लगते ही ट्रक में ही लगातार चार दिन उसके साथ दरिंदगी करता रहा, उसकी असम्मत से खेलता रहा, उसका रेप करता रहा। पांचवें दिन उसे एक ऑटो में बैठा दिया और अपने पास से भेज दिया। इससे पहले भी बच्चियों के साथ रेप-हत्याएं जैसी कई बड़ी वारदात हो चुकी है। सविता आर्य बोलीं- पुलिस जांच, कही मामला मानव तस्करी का तो नहीं नारी तू नारायणी उत्थान समिति के अध्यक्ष सविता आर्य ने बताया कि मैं पहले भी आईटीआई के माध्यम से जानकारी ली थी कि कितनी बच्चियां गायब हो रही है। कितनी बच्ची वापस आती है। बहुत सी ऐसी बच्चियों भी हैं जो आज तक नहीं मिली। वहीं उनका यह भी कहना था कि मैं पुलिस प्रशासन से ही अपील भी करूंगी किसी बात की भी जांच की जाए कि कहीं यह मानव तस्करी का मामला तो नहीं है। जिस तरीके से लड़कियां गायब हो रही है वह अपने आप में चौंकाने वाला है। DSP बोले- परिजन सही जानकारी दें डीएसपी सतीश वत्स का कहना है कि लड़कियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से सजग है। स्कूल और कॉलेजों में जाकर लड़कियों को सुरक्षा के टिप्स दिए जाते हैं। परिजनों को बताया जाता है कि लड़कियों की सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरतें और किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस मोबाइल के आधार पर सुराग लगाती है और लापता लड़कियों का सुराग लगाकर परिजनों को सौंपती है। परिजनों को चाहिए कि वह कुछ भी छिपाए नहीं। इन मामलों में हमारा जागरूक होना बहुत जरूरी है। वही मां-बाप की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने बच्चों का ध्यान रखें। हरियाणा के पानीपत जिले में लगातार बच्चियां गुम हो रही है। 18 साल कम उम्र की लड़कियों के गायब होने का सिलसिला लगातार जारी है। नाबालिग के अलावा 18 साल से ऊपर की महिलाएं भी लगातार लापता हो रही है। पानीपत में लगातार गायब हो रही नाबालिग बच्चियों और बच्चों का मामला चिंताजनक तो पहले ही था, लेकिन आरटीआई से सामने आए नाबालिग और बालिग बच्चियों और महिलाओं के आंकड़े ने चिंता का सबब और बढ़ा दिया है। नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष समाज सेविका सविता आर्य ने ये आरटीआई लगाकर ब्योरा मांगा था। जिसमें चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े सामने आए है। इस साल अक्टूबर माह तक जिले से कुल 1080 महिलाएं एवं किशोरियां लापता हो चुकी है। जिसमें 770 बालिग और 310 नाबालिग शामिल है। जबकि पिछले साल 2023 का आंकड़ा 1255 का है। हाल का ये मामला, बहुत डराने वाला सनौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत करीब 10 ही दिन पहले किशोरी से एक ऐसा रेप का मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद मां-बाप में डर का माहौल बन गया है। इसमें एक ट्रक ड्राइवर राह चलती 12 साल की अकेली बच्ची को लिफ्ट देने के बहाने अपने ट्रक में बैठा ले गया। इसके बाद वह चार दिन तक उसे इधर-उधर घूमाता रहा। मौका लगते ही ट्रक में ही लगातार चार दिन उसके साथ दरिंदगी करता रहा, उसकी असम्मत से खेलता रहा, उसका रेप करता रहा। पांचवें दिन उसे एक ऑटो में बैठा दिया और अपने पास से भेज दिया। इससे पहले भी बच्चियों के साथ रेप-हत्याएं जैसी कई बड़ी वारदात हो चुकी है। सविता आर्य बोलीं- पुलिस जांच, कही मामला मानव तस्करी का तो नहीं नारी तू नारायणी उत्थान समिति के अध्यक्ष सविता आर्य ने बताया कि मैं पहले भी आईटीआई के माध्यम से जानकारी ली थी कि कितनी बच्चियां गायब हो रही है। कितनी बच्ची वापस आती है। बहुत सी ऐसी बच्चियों भी हैं जो आज तक नहीं मिली। वहीं उनका यह भी कहना था कि मैं पुलिस प्रशासन से ही अपील भी करूंगी किसी बात की भी जांच की जाए कि कहीं यह मानव तस्करी का मामला तो नहीं है। जिस तरीके से लड़कियां गायब हो रही है वह अपने आप में चौंकाने वाला है। DSP बोले- परिजन सही जानकारी दें डीएसपी सतीश वत्स का कहना है कि लड़कियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से सजग है। स्कूल और कॉलेजों में जाकर लड़कियों को सुरक्षा के टिप्स दिए जाते हैं। परिजनों को बताया जाता है कि लड़कियों की सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरतें और किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस मोबाइल के आधार पर सुराग लगाती है और लापता लड़कियों का सुराग लगाकर परिजनों को सौंपती है। परिजनों को चाहिए कि वह कुछ भी छिपाए नहीं। इन मामलों में हमारा जागरूक होना बहुत जरूरी है। वही मां-बाप की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने बच्चों का ध्यान रखें।   हरियाणा | दैनिक भास्कर