डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) से संबद्ध संस्थानों में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीट अलॉटमेंट के बाद आज से फिजिकल रिपोर्टिंग शुरू हुई। गुरुवार से शुरू हुई फिजिकल रिपोर्टिंग 4 सितंबर तक चलेगी। प्रदेश भर के 700 से ज्यादा इंजीनियरिंग संस्थानों में करीब 26 हजार 800 स्टूडेंट्स का सीट अलॉटमेंट किया गया है। AKTU में CUET-UG के आधार पर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला होता है। वहीं JEE के जरिए बीटेक के कोर्स में दाखिला होता है। इंजीनियरिंग के UG कोर्स में दाखिले के लिए 5 अगस्त से काउंसिलिंग शुरू हुई थी। पहले राउंड का रजिस्ट्रेशन 12 अगस्त तक चला था। इसमें बीटेक एग्रीकल्चर, बीटेक बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर इन डिजाइन, बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट, बीबीए, बीसीए, बी फैड, बीएचएमसीटी, एमबीए इंटीग्रेटेड, एमसीए इंटीग्रेटेड, सेकंड ईयर बीटेक और सेकंड ईयर बीफार्मा के कोर्स शामिल थे। पहले दिन 7 हजार स्टूडेंट्स पहुंचे AKTU प्रवक्ता डॉॅ.पवन त्रिपाठी ने बताया कि विभिन्न कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। इसके बाद आज से अभ्यर्थियों की फिजिकल रिपोर्टिंग शुरू हो गई। पहले दिन बीटेक के लिए करीब 7 हजार अभ्यर्थियों ने विभिन्न संस्थानों में पहुंचे। वहीं, एमबीए एवं एमसीए के लिए 1300 से ज्यादा अभ्यर्थी ने रिपोर्टिंग किया। पहले दिन संस्थान में पहुंचने पर अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद फीस जमा करायी जा रही हैं। साथ ही हॉस्टल अलॉटमेंट भी किया जा रहा है। डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) से संबद्ध संस्थानों में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीट अलॉटमेंट के बाद आज से फिजिकल रिपोर्टिंग शुरू हुई। गुरुवार से शुरू हुई फिजिकल रिपोर्टिंग 4 सितंबर तक चलेगी। प्रदेश भर के 700 से ज्यादा इंजीनियरिंग संस्थानों में करीब 26 हजार 800 स्टूडेंट्स का सीट अलॉटमेंट किया गया है। AKTU में CUET-UG के आधार पर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला होता है। वहीं JEE के जरिए बीटेक के कोर्स में दाखिला होता है। इंजीनियरिंग के UG कोर्स में दाखिले के लिए 5 अगस्त से काउंसिलिंग शुरू हुई थी। पहले राउंड का रजिस्ट्रेशन 12 अगस्त तक चला था। इसमें बीटेक एग्रीकल्चर, बीटेक बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर इन डिजाइन, बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट, बीबीए, बीसीए, बी फैड, बीएचएमसीटी, एमबीए इंटीग्रेटेड, एमसीए इंटीग्रेटेड, सेकंड ईयर बीटेक और सेकंड ईयर बीफार्मा के कोर्स शामिल थे। पहले दिन 7 हजार स्टूडेंट्स पहुंचे AKTU प्रवक्ता डॉॅ.पवन त्रिपाठी ने बताया कि विभिन्न कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। इसके बाद आज से अभ्यर्थियों की फिजिकल रिपोर्टिंग शुरू हो गई। पहले दिन बीटेक के लिए करीब 7 हजार अभ्यर्थियों ने विभिन्न संस्थानों में पहुंचे। वहीं, एमबीए एवं एमसीए के लिए 1300 से ज्यादा अभ्यर्थी ने रिपोर्टिंग किया। पहले दिन संस्थान में पहुंचने पर अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद फीस जमा करायी जा रही हैं। साथ ही हॉस्टल अलॉटमेंट भी किया जा रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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भोले बाबा के वकील बोले- भागते हुए नहीं पकड़े जाएंगे:ना भेष बदलेंगे, एजेंसी बुलाएगी तो हाजिर होंगे; चरणों की धूल वाली बात गलत
भोले बाबा के वकील बोले- भागते हुए नहीं पकड़े जाएंगे:ना भेष बदलेंगे, एजेंसी बुलाएगी तो हाजिर होंगे; चरणों की धूल वाली बात गलत हाथरस हादसे को चार दिन बीत चुके हैं। भगदड़ में मारे गए 123 लोगों का अंतिम संस्कार हो गया। सरकार की ओर से मुआवजे का ऐलान भी कर दिया गया। लेकिन, जिस भोले बाबा उर्फ सूरज पाल की वजह से बेगुनाहों की मौत हुई, वह अब तक सामने नहीं आया। आखिर बाबा कहां है, क्यों इतनी मौतों पर भी वह इतने दिनों से चुप है? इन सवालों के बीच बाबा की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह आगे आए। दैनिक भास्कर ने बाबा का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया। हमने एपी सिंह से घटना से जुड़े हर पहलु पर बात की। पढ़िए बातचीत के मुख्य अंश… सवाल- बाबा कहां है?
जवाब- बाबा भारत में ही हैं। कहीं भागे नहीं हैं। वह कहीं एयरपोर्ट पर नहीं मिलेंगे, कहीं दाढ़ी बढ़ाए हुए नहीं मिलेंगे, वह किसी घर या फिर किसी होटल में नहीं मिलेंगे। लेकिन, जब भी इन्वेस्टिगेशन एजेंसी उन्हें बुलाएगी, वह अपना पक्ष रखने के लिए वहां पहुंच जाएंगे। सवाल- 123 मौतों के जिम्मेदार सिर्फ आयोजक, बाबा क्यों नहीं?
जवाब- मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन समय-समय पर अलग-अलग प्रदेशों में होता रहा है। इस बार चुनाव के चलते फरवरी से जून तक कोई आयोजन नहीं हो पाया। क्योंकि आचार संहिता लगी थी। चुनाव में नारायण साकार हरि न किसी के लिए वोट मांगते हैं न किसी के पक्ष में बात करते हैं। जुलाई में जैसे ही आयोजन हुआ, अचानक भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ में कुछ अराजक तत्व शामिल हो गए, जिन्होंने धक्का देकर लोगों को गिराया। यह सब एक साजिश के तहत करवाया गया। सवाल- भगदड़ के बीच बाबा गाड़ी में बैठकर निकल गए, रुके क्यों नहीं?
जवाब- नारायण साकार हरि घटना होने के आधे घंटे पहले वहां से निकल चुके थे। उनके पास कोई मोबाइल फोन नहीं है। कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है। घटना दुखद है, इसलिए भोले बाबा ने मरने वालों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। यूपी सरकार का धन्यवाद, जो उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। सवाल- प्रशासन तो कह रहा लोग चरणों की धूल लेने आगे बढ़े थे?
जवाब- ऐसा उन साजिशकर्ताओं ने बोला है, जबकि हकीकत यह है कि नारायण हरि गाड़ी से मंच के पास पहुंचते हैं और सत्संग खत्म होने के बाद मंच के ही पास लगी गाड़ी में बैठकर वापस चले जाते हैं। चरणों की धूल लेने का सवाल ही नहीं। सवाल- कार्यक्रम बाबा का था तो क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती?
जवाब- कार्यक्रम आयोजकों का था और आयोजक गलत फंसे। क्या सनातन धर्म का कार्यक्रम करना गलत है? मक्का मदीना में पिछले दिनों 1 हजार से ज्यादा लोग मर गए। क्या इसके लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया गया, जबकि वहां तो लोग रजिस्टर्ड होकर जाते हैं। क्या दुनिया में किसी ने बोला, क्या मीडिया में डिबेट चली? सवाल- 80 हजार लोगों की परमिशन, ढाई लाख पहुंचे, प्रशासन की गलती नहीं?
जवाब- प्रशासन वहां मौजूद था। कार्यक्रम के दौरान वहां कोई अफरा-तफरी नहीं थी। भोले बाबा के जाने के बाद स्थिति बिगड़ी, क्योंकि भीड़ के बीच अराजक तत्व शामिल हो गए। सवाल- क्या बाबा की आर्मी ने पुलिस को अंदर जाने से रोका?
जवाब- कौन आर्मी? एटा, अलीगढ़ और हाथरस पुलिस के रहते क्या यहां कोई आर्मी चल सकती है। सब सेवादार हैं, उनका सिर्फ नाम आर्मी दे दिया गया है। असली आर्मी तो हमारे देश की सीमा पर है। सेवादारों में महिलाएं और पुरुष हैं। सवाल- आप इस घटना में किसकी गलती मानते हैं?
जवाब- हम आप सबसे अनुरोध करते हैं, नारायण हरि के करोड़ों समर्थकों से, सरकार से अनुरोध करते हैं। हमें थोड़ा मौका दें, हम कहीं भी दोषी को बचाने के लिए बेल नहीं लगाने जा रहे। हमने तो सत्य का साथ दिया है। हमने मानव मंगल समागम करके कोई अपराध नहीं किया है। सवाल- अगर बाबा जी सही हैं तो फिर सामने क्यों नहीं आते?
जवाब- हमारी सबसे पहले प्राथमिकता थी कि सारी लाशें अपने घर पहुंच जाएं। दूसरी प्राथमिकता में वे हैं, जो घायल हैं। किसी को खून की कमी, किसी को वाहन की कमी, किसी को पैसे की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। नारायण साकार हरि ने सारी जिला कमेटी को अलर्ट किया है कि जितने भी मृतक हैं, उनके परिवार की देखरेख और जो घायल हैं उनकी देखरेख तन-मन-धन से की जाए। सवाल- बाबा ने अपने आगे के सारे प्रोग्राम कैंसिल कर दिए?
जवाब- बिल्कुल हमने सारे प्रोग्राम कैंसिल कर दिए। नारायण साकार हरि इस वक्त उस मनोदशा में नहीं हैं कि प्रोग्राम करें। उन्हें उन लोगों के दर्द को देखना है, जो मर चुके हैं। वो हमारे शरीर के अंग थे, समझिए अंग कट गया। वो कुछ बोल नहीं पाए, कुछ कह नहीं पाए, उनकी लाशें बिछ गईं। सवाल- क्या आयोजकों पर लगे मुकदमों को भी आप देखेंगे?
जवाब- हां, हम उनका भी मुकदमा देख रहे हैं। मैं दैनिक भास्कर के जरिए सरकार से अपील करना चाहता हूं कि मौत के बाद हार्ड कोर अपराधियों को भी तेरहवीं करने का अवसर मिलता है। आयोजनकर्ता मधुकर कोई हार्डकोर अपराधी नहीं है। वह तो इंजीनियर है, पढ़ा लिखा है। सवाल- बाबा के पास क्या 100 करोड़ की संपत्ति है?
जवाब- अगर नारायण साकार हरि के पास 100 करोड़ की संपत्ति होगी तो मैं उनका वकील होने के नाते पूरी संपत्ति दान करने का ऐलान करता हूं। उनके पास जिले स्तर की कमेटियां हैं, उन्हीं का आश्रम है, उन्हीं की फाइनेंशियल व्यवस्था है। वही आयोजन करते हैं। नारायण साकार हरि न कोई पैसा लेते हैं और न ही किसी को एक पैसा देते हैं। अपने वीआरएस की पेंशन से जीविका चलाते हैं। आज खबर चलाई जा रही कि बाबा के आश्रम में जल से अमृत निकलता है। मैं पूछना चाहूंगा कि क्या जल अमृत नहीं है। सवाल- आपने इस केस में कैसे एंट्री ली? क्या बाबा से बात हुई?
जवाब- कोई मुझे जहां बुलाता है, मैं वहां चला जाता हूं। कर्तव्य पथ पर जो मिला वो भी सही, ये भी सही। हमारी बाबा से बात हुई है, 123 लाशें निकली हैं। क्या किसी में देखने-सुनने की क्षमता है। जो जीवन देने गया था, वह जीवन चला गया। लोग एक लाश नहीं देख पाते, नारायण साकार हरि ने अपने सगे लोगों की 123 लाशें देखीं। ये भी पढ़ें: हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर अरेस्ट हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर अरेस्ट कर लिया गया है। उसने दिल्ली के नजफगढ़-उत्तम नगर के बीच एक अस्पताल में पुलिस के सामने सरेंडर किया। इस बात की पुष्टि खुद भोले बाबा के वकील ने की है। यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख इनाम घोषित किया था…(पढ़ें पूरी खबर) भोले बाबा की आर्मी पुलिस से भी नहीं डरती:100 ब्लैक कमांडो इशारा मिलते ही मरने-मारने को तैयार सत्संग के बाद भोले बाबा के चरण की धूल माथे पर लगाने के लिए लोग आगे बढ़े। उस दौरान बाबा के सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमांडो) और सेवादारों ने भीड़ के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। लोग गिर गए। फिर भगदड़ मच गई। यह जांच रिपोर्ट SDM ने हाथरस DM को सौंपी है। CM योगी आदित्यनाथ ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा की आर्मी का जिक्र किया…(पढ़ें पूरी खबर)
UP Politics: राहुल गांधी के बयान पर हरिद्वार के साधु-संतो में नाराजगी, साधु संतो ने की ये बड़ी मांग
UP Politics: राहुल गांधी के बयान पर हरिद्वार के साधु-संतो में नाराजगी, साधु संतो ने की ये बड़ी मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Haridwar News:</strong> लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा हिन्दू धर्म पर दिए गए बयान पर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है. राहुल गांधी के इस बयान की अन्य अन्य धर्माचार्य ने आलोचना की है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज ने राहुल गांधी के बयान को बताते हुए कहा कि राहुल गांधी विपक्ष के बड़े नेता हैं और उन्हें इस तरह बयानों से बचना चाहिये जिससे देश के हिंदुओं सनातन प्रेमियों की भावना को ठेस न पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिल भारतीय संघ समिति के महामंत्री अरुणदास महाराज ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा उनका यह बयान हिंदुओं की भावनाओं को तोड़ने वाला बयान है. वह एक मजबूत विपक्ष के नेता चुने गए हैं उनको इस तरह के बयान देना शोभा नहीं देता है उनका देश के करोड़ हिंदुओं की भावनाओं से खेलने का कोई अधिकार नहीं है उन्होंने इस तरह का बयान देकर उन लोगों का विश्वास तोड़ा है जिन्होंने उन पर विश्वास कर संसद तक पहुंचा है उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिये.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राहुल गांधी के बयान पर जताया अफसोस</strong><br />राहुल गांधी के बयान पर परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा मुझे बड़ा अफसोस है. उन्होंने कहा कि एक अच्छा मौका था वह सारा खो दिया ऐसे बयानों देने से ना तो तकदीर बदलती है ना तस्वीर बदलती है. मुकाबला ही करना था तो नफरत से क्यों कर रहे हो शुरुआत ही करनी थी तो गलत क्यों कर रहे हो? मैं ऐसे बयानों की और पूरा संत समाज इसकी निंदा करता है. हिंदू हिंसक नहीं है सनातनी होने पर हिंदू होने पर मुझे गर्व है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सनातन तो कहता है ना डरो ना डराओ, सनातन है तो समता है, समरसता है, सद्भाव है. सनातन विचारधारा सब की विचारधारा सबके लिए जो मंगल कामना करती है सबके लिए वसुधैव कुटुंबकम प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के नेतृत्व में जी-20 हुआ. 20 आए लेकिन जब वापस गए तो 21 होकर गए यह सनातनी विचारधारा हिंदू विचारधारा हैं. यह संसद का अपमान यह लोकतंत्र का अपमान है. सच में अगर हिंदू हिंसक होता 1948 से 1951 तक इन वर्षों में संख्या भी थी लोग भी थे माहौल भी था मुल्क भी अपना था बहुत कुछ कर सकते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-workers-created-ruckus-congress-leader-ajay-rai-outside-house-on-rahul-gandhi-statement-2728557″><strong>राहुल गांधी के बयान पर अजय राय के घर के बाहर हंगामा, बोले- ‘बीजेपी के भेजे गए गुंडे…’</strong></a></p>
बरेली में बीच सड़क युवक का गला रेता:दुकान के सामने गिराकर पीठ पर बैठा, चाकू से वार किए; आसपास खड़े लोग देखते रहे
बरेली में बीच सड़क युवक का गला रेता:दुकान के सामने गिराकर पीठ पर बैठा, चाकू से वार किए; आसपास खड़े लोग देखते रहे बरेली में बीच सड़क पर गिराकर एक युवक का गला रेतने का वीडियो सामने आया है। वारदात बारादरी थाना क्षेत्र के बनखंडी नाथ मंदिर रोड की है। आरोप है कि मोमोज का ठेला लगाने वाले रिंकू का पास में रहने वाले मोहम्मद शफीक से विवाद हुआ। इसके बाद रिंकू ने सड़क पर गिराकर शफीक पर चाकू से हमला कर दिया। रिंकू दुकान के सामने शफीक को सड़क पर गिरा देता है। फिर उसकी पीठ पर बैठकर चाकू से गर्दन रेतने लगता है। वहां खड़े लोग यह सब देखते रहे। शफीक के परिवार वालों ने बताया कि उसकी हालत गंभीर है। हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बीच सड़क पर गिराकर किया वार
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में बुधवार रात बीच सड़क पर गिराकर युवक की गर्दन पर चाकू से वार किया गया है। गर्दन पर चाकू से हमला करते का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में मौके पर कई लोग रात के समय पास में खड़े हुए हैं। यह लोग बचाने का प्रयास नहीं कर रहे, और हमलावर युवक पर लगातार वार करता दिख रहा है। आरोपी ने बीच सड़क पर युवक की गर्दन काट दी। पुलिस ने बताया कि मोमोज का काम कर रहे रिंकू की शफीक से कहासुनी हुई। दोनों में हुआ था विवाद, हाथापाई के बाद हमला कहासुनी के बाद दोनो में लड़ाई हुई। आरोपी रिंकू ने शफीक की गर्दन पर चाकू से हमला कर घायल कर दिया। घायल युवक को गंभीर हालत में निजी मेडिकल कालेज में कराया भर्ती कराया गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपी रिंकू की तलाश कर रही है।बारादरी थाना पुलिस क्षेत्र के वनखंडी नाथ मंदिर रोड पर हुई हुई घटना के चश्मदीद से भी जानकारी कर रही है। इंस्पेक्टर बारादरी ने बताया कि घायल युवक से भी जानकारी ली जा रही है। इस मामले में अभी तक तहरीर नहीं आई है, पुलिस पीड़ित पक्ष से तहरीर लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है। वीडियो बनखंडी नाथ मंदिर रोड का है। कावड़ यात्रा से पहले माहौल बिगड़ने का प्रयास
बरेली में 8 जुलाई से सावन माह की कावड़ यात्रा शुरू हो रही है। कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस और प्रशासन लगातार तैयारी में जुटा है। अराजक तत्व माहौल बिगड़ने के प्रयास में हैं। 2023 में कावड़ यात्रा में ही बारादरी में जमकर बवाल हुआ। जहां दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए। और डीजे बजने को लेकर हुए विवाद में फायरिंग की गई। फायरिंग हुई तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें SSP प्रभाकर चौधरी को शासन ने हटा दिया था। उनकी जगह घुले सुशील चंद्रभान को बरेली की जिम्मेदारी थी। अब 22 जून को पीलीभीत बाईपास रोड पर प्लॉट के कब्जे को लेकर हुए बवाल में वह भी हटा दिए गए। नए SSP अनुराग आर्य को बरेली की जिम्मेदारी दी गई है, और कावड़ यात्रा को देखते हुए बरेली सबसे संवेदनशील माना जा रहा है। ये खबरें भी पढ़िए- मेरठ में मां-पापा के नाम बच्चे का सुसाइड नोट: अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा, ठीक है न… अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है न…। कोई परेशान नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। आज तक एक मोटर बाइक तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी बुलेट ठीक तक नहीं कराई। और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढ़ाई करते हैं। तो वो कैसे भी पढ़ते हों, हमारे पास तो फोन है न। वो फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। भूंड (बदसूरत) शक्ल का हूं। बेशर्म हूं। भगवान मेरे जैसी मां किसी को मत देना। बाय…। झकझोर देने वाला ये सुसाइड नोट मेरठ के 14 साल के अंगद का है। उसने खुद को गोली मारने से पहले अपने मम्मी-पापा के लिए लिखा। पढ़ें पूरी खबर… बाराबंकी में थाने के अंदर दरोगा ने कनपटी में गोली मारी, फायरिंग की आवाज किसी ने नहीं सुनी बाराबंकी में कोठी थाने के अदंर सर्विस रिवॉल्वर से दरोगा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है, जो चीरते हुए आर-पार हो गई। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह कि फायरिंग की आवाज किसी ने सुनी ही नहीं। साथी पुलिसकर्मी दरोगा को बुलाने के लिए जब उनके कमरे में पहुंचे तो दरोगा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होंने माइग्रेन से परेशान होने की बात लिखी है। पढ़ें पूरी खबर…