भगदड़ में लाश का हाथ पकड़ने वाले जोखूराम की कहानी:डर था महाकुंभ की भीड़ में लाश खो न जाए, चाचा का हाथ कैसे छोड़ देता

भगदड़ में लाश का हाथ पकड़ने वाले जोखूराम की कहानी:डर था महाकुंभ की भीड़ में लाश खो न जाए, चाचा का हाथ कैसे छोड़ देता ‘महाकुंभ में भीड़ संगम रेती पर लोगों को कुचलते-रौंदते निकल गई। भगदड़ में मैं भी कुचला गया। आंखों के सामने अंधेरा छा गया था। जब होश में आया तो चाचा जमीन पर पड़े थे। उन्हें उठाने कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। उन्हें खोने के दर्द से मेरा दम घुट रहा था। आंखों से आंसू बह रहे थे। तब तक एम्बुलेंस आ गईं। पुलिसवाले चाचा के शव को ले जाने लगे। मैंने चाचा का हाथ पकड़ लिया। डर था कि इतनी भीड़ में कहीं लाश न खो जाए…।’ यह दर्द है जोखूराम का…। भगदड़ के बाद लाश का हाथ पकड़े उनकी तस्वीर न सिर्फ देश में, बल्कि दुनियाभर में चर्चा में है। दैनिक भास्कर ने जोखूराम को ढूंढ निकाला। वे गोंडा जिले के रहने वाले हैं। आखिर उस रात क्या-क्या हुआ? पढ़िए पूरी कहानी, उनकी जुबानी… प्लान बनाया था- मौनी अमावस्या का स्नान करके घर जाएंगे मेरा नाम जोखूराम है। मैं गोंडा जिले के रुपईडीह गांव का रहने वाला हूं। हम 12 लोग एक साथ प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने गए थे। 27 जनवरी को घर से अपने निजी वाहन से सुबह 9 बजे निकले। शाम 4.30 बजे प्रयागराज पहुंच गए। उसके बाद पार्किंग में गाड़ी खड़ी दी। फिर पैदल चलते हुए हम सभी गेट नंबर 8 की ओर चले गए। यहां रात में ठहरे। 28 जनवरी की सुबह में गंगा स्नान किया। दिनभर सभी लाेग साथ में महाकुंभ मेला घूमे। शाम में सभी ने प्लान बनाया कि कल यानी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है। आ गए हैं तो अमावस्या का स्नान करके ही घर जाएंगे। संगम घाट पर भीड़ ज्यादा थी, रास्ता एक ही था
28 जनवरी की रात हम लोग करीब 11 बजे संगम घाट पर पहुंचे। देखा तो आगे बहुत भीड़ थी। पैर रखने तक की जगह नहीं थी। वहीं से पीछे लौट आए। जो लोग गंगा में नहाकर आ रहे थे और जो नहाने जा रहे थे, दोनों के लिए एक ही रास्ता था। इसी भीड़ में हम लोग भी फंस गए। भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा था। तभी अचानक भगदड़ मच गई। मैंने अपने चाचा ननकन राम का हाथ पकड़ रखा था। भीड़ के धक्के से चाचा गिर गए। भीड़ में हाथ छूट गया। हम भी गिर गए। भीड़ हम सभी को कुचलते हुए निकल गई। हमारे चाचा के ऊपर ज्यादा लोग गिरे। भीड़ में हम भी दब गए थे। हम घबराए हुए थे। आंखों के सामने अंधेरा छाया हुआ था। अपने आप को धीरे-धीरे संभाला। देखा तो लोग मरे पड़े थे। सामान बिखरे हुए थे। हमारे साथ के लोग भीड़ हटने के बाद पास आए। देखा तो हमारे चाचा मरे पड़े थे। भगदड़ में उनका दम निकल गया। यह सब देखकर हम रोने लगे। हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहा था- लाश तो दिखा दो
लाशों के बीच में हम बैठे रो रहे थे। हाथ जोड़कर विनती कर रहे थे कि चाचा की लाश मत ले जाओ। पुलिस शवों को उठा कर ले जा रही थी। यह सब काम बहुत तेजी से हो रहा था। हम बोल रहे थे कि इतनी दूर से आए हैं। हमारी मदद करो। लाश दे दो। आखिरी बार चाचा का चेहरा दिखा दो। वो मर गए हैं, लेकिन बॉडी तो मिल जाए। इसलिए गिड़गिड़ा रहे थे। दूसरे दिन मिली चाचा की लाश
जब हम रो रहे थे तो पुलिस आई, बोली-रोओ मत, तुम्हारे चाचा की लाश मिल जाएगी। आधे घंटे बाद एम्बुलेंस आई। तब तक हमारे साथ के लोग भी पहुंच गए। हम यही रो-रोकर पूछ रहे थे कि लाश दे दें। लेकिन वो लेकर चले गए। लाश हमको दूसरे दिन मिली। दोपहर में बाॅडी मिली, घर पहुंचने में 12 घंटे लगे
पुलिस वालों ने हमसे कहा- अपने परिजन की लाश मेडिकल कॉलेज पहुंच गई है। सुबह जाना। पहचान बताकर ले लेना। यह सब कुछ मंगलवार रात दो घंटे में हो गया। प्रयागराज पहली बार गया था। इसलिए मेडिकल कॉलेज का पता पूछते हुए 5 किमी पैदल चलकर अस्पताल पहुंचा। वहां पर चेहरे की पहचान कराई गई। जब हम पहचान गए तो आधार कार्ड मांगा गया। हमारे और चाचा के आधार कार्ड का मिलान किया गया। फिर बोला गया कि एक घंटे में बॉडी मिल जाएगी। इस दौरान किसी ने एक रुपए नहीं मांगा। शव को पुलिस ने घर तक पहुंचाया। दोपहर में एक बजे लाश मिली। घर तक पहुंचने में एक बज गए। करीब 12 घंटे लगे। मौनी अमावस्या स्नान नहीं हो पाया
जिस मौनी अमावस्या के स्नान के लिए संगम पर रुका था, वह नहीं हो पाया। ईश्वर को शायद ही मंजूर था। एक घाट पर आने-जाने वालों कर दिया गया, इसलिए भगदड़ की घटना हुई। हम सब चिल्ला रहे थे। मर जाएंगे, लेकिन कोई सुन ही नहीं रहा था। हम खेती-किसानी करते हैं। हमारे दो लड़के और तीन लड़कियां है। हम इससे पहले 1984 में गंगा नहाने गए थे। जब कक्षा दो में पढ़ रहे थे। इस बार घर के लोग बोले- पिता जी मर गए हैं। गंगा जाकर स्नान कर आइए। चाचा हमारे मर गए, सरकार की तरफ से मदद मिलनी चाहिए। परिवार के लोग लिपटकर रो रहे
ननकनराम अपनी पत्नी रामादेवी (35) और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ संगम स्नान के लिए आए थे। वहां पर भगदड़ में उनकी मौत हो गई। परिवार को सूचना मिली तो रोने-बिलखने लगे। बेटे राहुल ने कहा- जाते समय पिताजी कह रहे थे कि रोटी बनवा दो। गंगा स्नान करने जाना हैं। बहुत खुश थे। परिवार के लोग एक दूसरे से लिपटकर रो रहे हैं। गांव में शोक का माहौल है। परिजन बता रहे हैं कि उनको कोई बीमारी नहीं थी। बहुत स्वस्थ थे। ——————————————————- यहां भगदड़ की मेन खबर भी पढ़ें… महाकुंभ भगदड़ में अब तक 30 की मौत:बैरिकेडिंग टूटने से हादसा, 60 घायल; मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख मुआवजा प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ में 35 से 40 लोगों की मौत के बाद सरकार एक्शन में है। रात को CM योगी ने टॉप अफसरों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की। फिर महाकुंभ में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। पढ़ें पूरी खबर…

निगम चुनावों में पार्टी-बाजी के चक्कर में दोस्त बने दुश्मन:जन्मदिन का बहाना बनाकर दोस्त को बाहर बुलाया; युवकों ने किया हमला

निगम चुनावों में पार्टी-बाजी के चक्कर में दोस्त बने दुश्मन:जन्मदिन का बहाना बनाकर दोस्त को बाहर बुलाया; युवकों ने किया हमला पंजाब के अमृतसर में नगर निगम चुनावों के चलते दो दोस्त पार्टी-बाजी के चक्कर में दुश्मन बन गए। विरोधी पार्टी का समर्थन करने से गुस्साए दोस्त ने दूसरे के घर पर हमला कर दिया। मारपीट की और घर में तोड़फोड़ भी की। पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। ये मामला अमृतसर की फतेह सिंह कॉलोनी में सामने आया है। जहां लक्की नाम के युवक पर बन्नी और उसके साथियों ने जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित लक्की ने बताया कि निगम चुनावों के दौरान उसने कांग्रेस का समर्थन किया था, जिसकी वजह से विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उस पर हमला किया। हमलावर पड़ोस में ही रहते हैं और दोस्त भी हैं। जन्मदिन का केक काटने के लिए किया फोन आरोपियों ने लक्की को फोन कर जन्मदिन का केक काटने के लिए बुलाया था। जब लक्की ने घर का दरवाजा खोला, तो पहले से घात लगाए युवकों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। लक्की के अनुसार, हमलावरों ने उसके घर में घुसकर एलईडी और स्कूटी (एक्टिवा) को तोड़ दिया। घटना के वक्त घर में उसकी मां भी मौजूद थी। जब उसकी मां ने शोर मचाया, तो आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन जाने से पहले लक्की को जान से मारने की धमकी भी दे गए। पीड़ित ने पुलिस से सुरक्षा की लगाई गुहार पीड़ित ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। लेकिन पीड़ित का कहना है कि पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लक्की ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के साथ होने की वजह से दबाव में आकर उस पर हमला किया गया। उसने चेतावनी दी कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला, तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा और जरूरत पड़ी तो धरना-प्रदर्शन भी करेगा। घसीटकर लक्की को ले गए बाहर लक्की की मां ने बताया कि वह छत पर खड़ी थी, जब आरोपियों ने दरवाजा खटखटाया और जन्मदिन का केक काटने की बात कही। जैसे ही लक्की ने दरवाजा खोला, आरोपी उसे घसीट कर बाहर ले गए और मारपीट शुरू कर दी। जब उसने बेटे को बचाने के लिए शोर मचाया, तो आरोपी भाग गए। अन्नगढ़ पुलिस चौकी इंचार्ज रमेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नारनौल में शिक्षकों की नई ट्रांसफर पॉलिसी का विरोध:बोले- कपल केस में पुरुष को पांच अंक देना गलत; मार्च से लागू होगी

नारनौल में शिक्षकों की नई ट्रांसफर पॉलिसी का विरोध:बोले- कपल केस में पुरुष को पांच अंक देना गलत; मार्च से लागू होगी हरियाणा के नारनौल में शिक्षकों ने नई ट्रांसफर पॉलिसी का विरोध शुरू कर दिया है। यह शिक्षा पॉलिसी सरकार ने वर्ष 2023 में बनाई थी, जो इस साल मार्च माह से लागू होगी। शिक्षकों का कहना है कि इस पॉलिसी में बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले और पुरस्कृत शिक्षकों को सरकार की तरफ से झटका लगा है। वहीं कपल केस वाले पुरुष शिक्षकों को फायदा होगा। शिक्षकों का कहना है कि इस नई पॉलिसी के लागू होने से शिक्षकों में काफी भेदभाव हो जाएगा। इसलिए सरकार को इस पॉलिसी को वापस लेना चाहिए। वहीं कुछ शिक्षक इसके खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए नई पॉलिसी में बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले तथा पुरस्कृत शिक्षकों को झटका दिया है। उन्हें पूर्व में दिए जाने वाले पांच अंक नई पॉलिसी में हटा लिए गए हैं। इसके विपरीत कपल केस वाले पुरुष शिक्षकों पर सरकार मेहरबान हुई है और जहां पूर्व में केवल महिलाओं को कपल केस के पांच अंक दिए जाते थे। वहीं अब कपल केस में पुरूषों को भी पांच अंक दिए गए हैं। यह नई पॉलिसी सरकार द्वारा वर्ष 2023 में बनाई गई थी, जिसके अनुसार पहली बार आगामी मार्च में सामान्य तबादले करने की तैयारियां विभाग शुरू कर चुका है। नई पॉलिसी में किन शिक्षकों को रहेगा नुकसान शिक्षक व प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के प्रधान संजय शर्मा ने बताया कि बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों को अब बेहतर परिणाम का कोई फायदा नहीं मिल सकेगा। इसके लिए शिक्षकों को ट्रांसफर पॉलिसी में दिए जाने वाले पांच अंक वापस ले लिए गए हैं। अब ये अंक केवल प्राचार्य, मुख्याध्यापक को ही मिलेंगे। इससे शिक्षकों में रोष है। उनका कहना है कि बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम लाने में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसलिए उनको इसके लिए अंक मिलने चाहिए। राज्य व राष्ट्रीय अवॉर्ड प्राप्त विजेताओं को झटका राज्य के बेस्ट शिक्षक अवॉर्ड विजेता डा. जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि राष्ट्रीय एवं राज्य सरकार से पुरस्कृत शिक्षकों को भी सरकार ने झटका दिया है। उन्हें पूर्व में पॉलिसी में दिए गए पांच अंक वापस ले लिए गए हैं। इससे उन्हें भी दूर के विद्यालयों में ही तबादला मिलेगा। इस बारे में शिक्षक पवन कुमार का कहना है कि यदि हमारी पत्नी प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है, तो हमारा क्या दोष है, जो हमारे जूनियर शिक्षकों को इसी कारण ट्रांसफर में सीनियर कर दिया जाएगा कि उनकी पत्नी सरकारी शिक्षिका है। बिना कपल केस के पुरुष शिक्षक नई पॉलिसी में नुकसान में रहेंगे, उन्हें अपने गृह जिलों से दूर जाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि पुरुषों को कपल केस के पांच नंबर दिया जाना गलत है। पूर्व मंत्री को भी दिया ज्ञापन उन्होंने बताया कि शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी में सुधार की मांग कर रहे हैं। इस बारे में जिले के शिक्षकों ने विधायक एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को ज्ञापन भी दिया है।

Bihar Land News: भूमि अधिग्रहण में लापरवाह अधिकारियों पर बिहार में गिरेगी गाज? विभाग ने जारी किया फरमान

Bihar Land News: भूमि अधिग्रहण में लापरवाह अधिकारियों पर बिहार में गिरेगी गाज? विभाग ने जारी किया फरमान <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Land News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>बिहार में कई जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन अक्सर जमीन अधिग्रहण को लेकर विवाद भी देखने को मिलता है. जमीन मालिक इस तरह के मामलों को लेकर कोर्ट भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन अधिग्रहण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में है. इसको लेकर सभी प्रमंडल आयुक्त को पत्र लिखा गया है. गुरुवार (30 जनवरी) को विभाग की ओर से इसकी जानकारी दी गई है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने पत्र में लिखा है कि भूमि अधिग्रहण को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित परियोजनाओं के निष्पादन में अधिकारियों द्वारा निर्णय लेने की जगह टालमटोल का रास्ता अपनाया जा रहा है. इससे परियोजनाओं के पूरा होने में बगैर कोई कारण विलंब हो रहा है. जमीन मालिक न्यायालय जाने को मजबूर हो रहे हैं. रैयतों एवं राज्य के व्यापक हित में इस प्रक्रिया पर रोक लगाने की आवश्यकता है.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विवादित मामलों में मध्यस्थ के रूप में निर्णय लेने की अपेक्षा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इस संबंध में सभी प्रमंडलीय आयुक्त को अवगत कराया गया है कि कई जगहों से शिकायत मिली है कि अर्जनाधीन भूमि की वर्तमान स्थिति एवं दर को लेकर सक्षम प्राधिकार, भू-अर्जन द्वारा निर्णय लेने की जगह टाला जा रहा है. पत्र के जरिए सभी प्रमंडलीय आयुक्त से अनुरोध किया गया है कि विवादित मामलों में उनसे मध्यस्थ के रूप में निर्णय लेने की अपेक्षा की जाती है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>कहा गया कि अर्जनाधीन भूमि की प्रकृति एवं दर को लेकर जमीन मालिकों में अक्सर असंतोष रहता है. खासकर भूमि की प्रकृति को लेकर क्योंकि प्रकृति से भूमि की दर का निर्धारण होता है और यह मुआवजा को निर्धारित करता है. इस संबंध में जिला भू-अर्जन पदाधिकारियों की ओर से लिए गए निर्णयों के खिलाफ आयुक्त सह अध्यक्ष यानी आर्बिट्रेटर (</span><span style=”font-weight: 400;”>कोई ऐसा व्यक्ति जिसे किसी विवाद को सुलझाने के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया हो</span><span style=”font-weight: 400;”>) के समक्ष अपील किए जाने का प्रावधान है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-land-survey-5-dclr-are-lagging-behind-in-ranking-of-jamin-survey-nitish-government-will-take-action-ann-2873630″>Bihar Land Survey: भूमि सर्वे की रैंकिंग में 5 DCLR सबसे पीछे, नीतीश सरकार ने दी कार्रवाई की चेतावनी</a></strong></p>

हरियाणा में गुटबाजी रोकने को कांग्रेस का मास्टर प्लान:हुड्‌डा गुट के 14, सैलजा ग्रुप के 8 नेताओं को पद; मठाधीश लगाए किनारे

हरियाणा में गुटबाजी रोकने को कांग्रेस का मास्टर प्लान:हुड्‌डा गुट के 14, सैलजा ग्रुप के 8 नेताओं को पद; मठाधीश लगाए किनारे तारीख: 30 सितंबर 2024
जगह: नारायणगढ़, अंबाला
कार्यक्रम: राहुल गांधी की विजय संकल्प यात्रा हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार चरम पर था। 4 दिन बाद 90 सीटों पर वोटिंग होनी थी। राहुल गांधी ने मंच पर भूपेंद्र हुड्‌डा और सांसद कुमारी सैलजा के हाथ मिलवा दिए। यूं तो यह संकेत था कि कांग्रेस एकजुट है, लेकिन अंदरखाते राहुल जानते थे कि पार्टी में यहां गुटबाजी है। ये नहीं थमी तो चुनाव हाथ से निकल जाएगा। 8 अक्टूबर को मतगणना हुई तो हुआ भी ऐसा ही। 4 महीने बाद अब जाकर कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हुआ। राहुल गांधी की हरियाणा कांग्रेस को जोड़ने की मंशा के लिए प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने मास्टर प्लान बनाया है, जिसका संकेत निकाय चुनाव के बहाने जारी की संगठन से जुड़ी 3 लिस्ट से मिल रहा है। इसमें हुड्डा और सैलजा गुट की पसंद का ख्याल कर दोनों के नेताओं को जगह दी गई है। मंगलवार को जारी इस लिस्ट में 261 नेताओं के नाम हैं। ग्राउंड लेवल पर वर्किंग से नजर आता है कि अभी तक हुड्‌डा या सैलजा गुट से इसे लेकर कोई बड़ा रिएक्शन नहीं है। वहीं, कांग्रेस हाईकमान अब पार्टी के मठाधीशों काे भी किनारे लगा रहा है, जिनमें पूर्व विधायक-मंत्री तक शामिल हैं। हालांकि, अंबाला से सांसद वरूण चौधरी ने जरूर कहा कि इतनी लिस्ट के बजाय पार्टी को संगठन बनाना चाहिए। सैलजा गुट के ये 8 प्रभारी बनाए
कांग्रेस हाईकमान की लिस्ट में जिला प्रभारी बनाए 8 नेता ऐसे हैं, जिन्हें सैलजा का करीबी माना जाता है। इनमें कैथल से अतर सिंह सैनी, पलवल से सतविंद्र सिंह टिम्मी, पंचकूला से अकरम खान, अंबाला से राजरानी पूनम, दादरी से बलवान सिंह दौलतपुरिया, सिरसा से परमवीर सिंह, हिसार से शीशपाल केहरवाला और यमुनानगर से प्रदीप चौधरी शामिल हैं। हुड्‌डा गुट के 14 प्रभारी बनाए
प्रदेश की राजनीति में हुड्‌डा के असर को हाईकमान ने दरकिनार नहीं किया है। इसी वजह से उनसे जुड़े 14 नेताओं को जिला प्रभारी लगाया गया है। इनमें भिवानी से राव दान सिंह, फरीदाबाद से आफताब अहमद, फतेहाबाद से अमित सिहाग, गुरुग्राम से करण सिंह दलाल, झज्जर से लखन सिंगला, जींद से आनंद सिंह दांगी, करनाल से अशोक अरोड़ा, कुरूक्षेत्र से निर्मल सिंह, महेंद्रगढ़ से नरेश सेलवान, नूंह से मुहम्मद इजराइल, पानीपत से भीम सेन मेहता, रोहतक से जयवीर सिंह वाल्मीकि, रेवाड़ी से नीरज शर्मा और सोनीपत से रघुवीर सिंह तेवतिया शामिल हैं। खास बात है कि अधिकतर प्रभारी दोनों गुटों से ही संबंध रखने वाले हैं। निकाय चुनाव में हुड्‌डा-सैलजा गुट साथ दिखाने की कोशिश
कांग्रेस हाईकमान की कोशिश है कि भले ही प्रदेश की सत्ता हाथ से निकल गई हो, लेकिन निकाय चुनाव में वापसी करे। खासकर, गुटबाजी और खींचतान न होने दे। यही वजह है कि नेताओं को खुश करने के लिए 3 लिस्ट जारी करनी पड़ीं, जिसमें जिला प्रभारियों के अलावा कनवीनर और जोन प्रभारी शामिल हैं। इसमें उन्हीं नेताओं को लिया गया है, जो विवादों से दूर हैं और सैलजा व हुड्‌डा, दोनों के साथ नजर आते हैं। राज्य में महज 0.85% वोट कम मिले, लेकिन सीटें BJP से 11 कम
गुटबाजी ने कांग्रेस की लुटिया कैसे डुबोई, इसका पता इस बात से चलता है कि विधानसभा में कांग्रेस और BJP के वोटों का अंतर महज 0.85% था। भाजपा को 39.94% तो कांग्रेस को 39.09% वोट मिले। हालांकि, सीटों के लिहाज से भाजपा के 48 के मुकाबले कांग्रेस 37 सीटों पर रह गई। इस पर मंथन हुआ तो यही पता चला कि आपसी खींचतान से सारा खेल बिगड़ा। 2019 के मुकाबले भाजपा के पक्ष में 3.45% वोट स्विंग हुआ तो कांग्रेस की तरफ यह 11.01% था। पुराने मठाधीश दरकिनार करेगी कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेश में पार्टी के पुराने मठाधीशों को भी दरकिनार करेगी। असल में ये ऐसे नेता हैं, जो पहले पार्टी में सक्रिय रहे। पार्टी ने उन्हें पद भी दिए। हालांकि अब वह पार्टी के फैसलों के उलट चल रहे हैं। वह न तो पार्टी छोड़ रहे और न ही काम कर रहे। ऐसे कई नेताओं को कांग्रेस टिकट भी नहीं दे रही लेकिन पार्टी में रहकर वह उम्मीदवारों का विरोध करते हैं। ऐसे नेताओं को अब महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।

राम रहीम बोला– विराट कोहली ने मुझसे गुरुमंत्र लिया:कई मुस्लिम पाकिस्तानी प्लेयर भी कलमा से जुड़े; 30 दिन की पैरोल पर सिरसा में डेरा चीफ

राम रहीम बोला– विराट कोहली ने मुझसे गुरुमंत्र लिया:कई मुस्लिम पाकिस्तानी प्लेयर भी कलमा से जुड़े; 30 दिन की पैरोल पर सिरसा में डेरा चीफ डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम ने दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट विराट कोहली ने उससे गुरुमंत्र लिया है। राम रहीम ने डेरा सिरसा से ऑनलाइन सत्संग में कहा– ‘’विराट कोहली 2010 में यहां आए थे। उससे पहले 2007-08 में आए थे। फिर उन्होंने गुरुमंत्र भी लिया। ऐसे और भी क्रिकेट प्लेयर हैं।’’ राम रहीम ने आगे कहा– ‘’यहां हिंदुस्तान–पाकिस्तान का मैच हुआ था। उसके पाकिस्तानी प्लेयर भी गुरुमंत्र यानी कलमा से जुड़े थे। हालांकि, वे मुस्लिम प्लेयर थे। ऐसे बहुत सारे प्लेयर हैं। जो आज भी खेलते हैं। उनको देखकर अच्छा लगता है।’’ करीब 8 साल पहले भी राम रहीम ने दावा किया था उसके पास विराट कोहली समेत जहीर खान, शिखर धवन और यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी सीखने आते थे। राम रहीम ने कहा था कि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के वीडियो उसके पास हैं। उसने कहा कि खिलाड़ी चाहे उसका नाम लें या नहीं, ये उनकी मर्जी, लेकिन उसने उन्हें सिखाया है। बता दें कि साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में उम्रकैद काट रहा है। 28 जनवरी को वह 30 दिन की पैरोल पर बाहर आया। हालांकि, इस बार उसे सरकार ने सिरसा डेरे में जाने की भी परमिशन दी। जहां से वह श्रद्धालुओं को ऑनलाइन प्रवचन दे रहा है। श्रद्धालुओं के सवालों पर राम रहीम के जवाब… यूट्यूब पर मन भटके तो पानी पीकर पढ़ना
एक स्टूडेंट ने पूछा कि हम स्टडी के लिए यूट्यूब खोलते हैं और कुछ और दिख जाता है तो हम उसे चलाने लग जाते हैं? इसके जवाब में राम रहीम ने कहा- ‘’5 मिनट भक्ति कर लो। फिर पानी पीकर पढ़ना, यकीन मानो 90% ध्यान पढ़ाई में लगेगा। फिर 10% ध्यान उधर रहेगा, लेकिन यही प्रक्रिया करोगे तो 100% मन लगने लगेगा।’’ DNA का साइंटिस्ट हो तो चुटकियों में बीमारी ठीक होगी
एक श्रद्धालु ने पूछा कि दुनिया को कैसा साइंटिस्ट चाहिए। इस पर राम रहीम ने कहा- आज DNA के साइंटिस्ट की जरूरत है। अगर आदमी का DNA ठीक हो जाए तो कैसे भी बीमारी हो, चुटकियों में ठीक हो जाएगी। मैथ कौन सा भूत है?
एक स्टूडेंट ने पूछा कि मुझे मैथ्स से डर लगता है। इस पर राम रहीम ने कहा- मैथ्स कौन सा भूत है? अगर रेगुलर करते रहो तो मैथ आ जाएगी। अगर गैप डाल दोगे तो मैथ के सब्जेक्ट में डिफिकल्टी आ जाएगी। मैथ से डरना नहीं, उसे कहा करो- आजा तुझे मैं सैट करता हूं। किसी का चमचा, कड़छा न बनो
एक श्रद्धालु ने पूछा कि चमचों को कैसे समझाएं कि गलत लोगों की चमचागिरी न करें। इस पर राम रहीम ने कहा-’’ कई बार कोई हमारी भी चमचागिरी करने लग जाता है। हम कहते हैं कि हम तो तेरे नौकर के भी नौकर हैं। आप चमचा न बनो। चाहे कोई उसके लिए चमचा बने या कड़छा। आत्मरक्षा में मक्खी–मच्छर मारना पाप नहीं
एक श्रद्धालु ने पूछा कि अगर गलती से मक्खी-मच्छर मर गया तो वह पाप है या पुण्य? इस पर राम रहीम ने कहा- किसी को मारना पुण्य नहीं होता। हां, भगवान ने आत्मरक्षा का हक सबको दिया है। मच्छर चिकनगुनिया, डेंगू या मलेरिया का हुआ तो उसको हाथ जोड़ने से वह अपना काम कर जाएगा। उसे उड़ाते समय वह मर गया तो यह पाप नहीं है। हो सकता है कभी आप मच्छर बने हों और उसने हाथ मारा हो। 2 केस में उम्रकैद, 1 में बरी राम रहीम, पैरोल की टाइमिंग फिर चुनाव से जुड़ी
राम रहीम को 3 केस में उम्रकैद की सजा हुई थी। इनमें साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के केस में वह उम्रकैद काट रहा है। इसके अलावा डेरा मैनेजर रणजीत हत्याकांड में उसे हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था। हालांकि, इसके खिलाफ CBI ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें राम रहीम को भी नोटिस जारी हो चुका है। खास बात यह है कि राम रहीम की इस बार मिली पैरोल की टाइमिंग भी चुनाव से जुड़ी है। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इसके अलावा हरियाणा में भी दिल्ली चुनाव के बाद निकाय चुनाव की घोषणा हो सकती है। —————— राम रहीम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हनीप्रीत को डेरे की फुल पावर देगा राम रहीम:पावर ऑफ अटॉर्नी देने की तैयारी, डेरा मुखी के सिरसा आने ही यही बड़ी वजह राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा के साढ़े 7 साल बाद सिरसा स्थित हेडक्वार्टर आने की बड़ी वजह सामने आई है। डेरे के टॉप सोर्सेज के मुताबिक राम रहीम डेरे की गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के निपटारे के लिए यहां पहुंचा है (पढ़ें पूरी खबर) राम रहीम पैरोल पर सिरसा डेरे क्यों आया:डेरा सच्चा सौदा की अरबों की प्रॉपर्टी, डेरा मैनेजमेंट–परिवार और हनीप्रीत में विवाद समेत 4 वजहें मर्डर–यौन शोषण केस में कैद काट रहे राम रहीम ने मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर सिरसा आकर सबको चौंका दिया। पहली बार वह पैरोल के दौरान इस डेरे में आया। (पढ़ें पूरी खबर) राम रहीम की सुरक्षा में 200 पुलिसकर्मी तैनात:हनीप्रीत रोहतक से सिरसा डेरे लाई, फोटो-वीडियो पर रोक; दिल्ली चुनाव से पहले पैरोल मिली डेरा सच्चा सौदा का मुखी राम रहीम साढ़े 7 साल बाद सिरसा डेरे में पहुंच गया है। 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग से करीब एक हफ्ते पहले उसे 30 दिन की पैरोल मिली (पढ़ें पूरी खबर)

स्कैफ फोल्डिंग को विशेष तवज्जो वाले सेक्टर में शामिल करे सरकार, फोकल पॉइंट के विकास को लागू हो पीपीपी योजना

स्कैफ फोल्डिंग को विशेष तवज्जो वाले सेक्टर में शामिल करे सरकार, फोकल पॉइंट के विकास को लागू हो पीपीपी योजना भास्कर न्यूज | जालंधर आगामी एक फरवरी को केंद्र सरकार अपना बजट पेश करेगी। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का ये पहला आम बजट है। पूरे देश के लोगों के साथ ही जालंधर के व्यापारियों को भी इस बजट से उम्मीदें हैं कि सरकार इस बार उनके लिए कई योजनाएं शुरू कर सकती है। साथ ही उनकी समस्याएं भी दूर होंगी। जालंधर के इंडस्ट्री संचालकों ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को लघु व छोटे इंडस्ट्री संचालकों की दिक्कतें दूर करने के लिए पत्र लिखा है। शहर की इंजीनियरिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन की वीरवार को बैठक की। एसोसिएशन ने सरकार से स्कैफ फोल्डिंग को विशेष तवज्जो वाले सेक्टर में शामिल करने की मांग की। जानकारों के अनुसार, ऐसा होने पर केंद्र सरकार से मिलने वाली आर्थिक राशि बढ़ेगी तो इंडस्ट्री को फायेदा होगा। साथ ही सरकार का नई योजनाओं में विशेष तवज्जो वाले सेक्टर में शामिल करने से रिसर्च एंड डेवेलपमेंट पर भी फोकस होगा। दूसरी तरफ सरकार से फोकल पॉइंटों के विकास में प्राइवेट-पब्लिक-पार् टनरशिप मोड पर योजनाएं लाने की मांग की गई है।

6 चेंबरों वाला कोल्ड स्टोर स्थापित करने पर मिलेगी 30 फीसदी तक सब्सिडी, दस तक करें आवेदन

6 चेंबरों वाला कोल्ड स्टोर स्थापित करने पर मिलेगी 30 फीसदी तक सब्सिडी, दस तक करें आवेदन भास्कर न्यूज | जालंधर नेशनल हार्टिकल्चर मिशन के तहत 6 चेंबर वाला कोल्ड स्टोरेज बनाने पर 30 फीसदी क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी की सुविधा मिलेगी। पंजाब के बागवानी विभाग ने बुधवार को इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है। इसका मकसद नई तकनीक को विस्तार देना है। इससे जालंधर के आलू व्यापारियों को लाभ िमलेगा। जालंधर पूरे दोआबा क्षेत्र में आलू उत्पादन के साथ साथ बीज सप्लाई का बड़ा केंद्र है। यहां के स्टोरेज में तमाम किसान व व्यापारी अपनी आलू की फसल को स्टोरेज करते हैं ताकि वक्त पर बिक्री कर सकें। अब बागवानी विभाग की डायरेक्टर शेलिंदर कौर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है िक आर्थिक मदद का लाभ लेने के लिए दस फरवरी तक आवेदन किया जा सकता है। जिला बागवानी व ब्लॉक के बागवानी अफसरों से इस संबंध में जानकारी ली जा सकती है। जो लोग कम्यूनिटी वाटर टैंक स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें भी अंदाजन 20 लाख लागत वाले टैंक पर आर्थिक सब्सिडी मिलेगी। आर्थिक मदद के लिए जालंधर कैंट स्थित बागवानी दफ्तर में संपर्क कर सकते हैं।