जौनपुर के जिला अस्पताल में किन्नरों का हंगामा:अर्द्धनग्न होकर डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, मेडिकल दस्तावेज को लेकर विवाद
जौनपुर के जिला अस्पताल में किन्नरों का हंगामा:अर्द्धनग्न होकर डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, मेडिकल दस्तावेज को लेकर विवाद जौनपुर के अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल में शुक्रवार रात को उस वक्त हड़कंप मच गया जब कुछ किन्नरों ने वहां जमकर हंगामा किया। मामला एक किन्नर के मेडिकल दस्तावेज तैयार कराने को लेकर शुरू हुआ, लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि किन्नरों ने डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ मारपीट तक कर डाली। इस दौरान कुछ किन्नर अर्धनग्न अवस्था में अस्पताल परिसर में घूमते रहे, जिससे मरीजों और तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई। घटना के बाद अस्पताल स्टाफ भय और आक्रोश में है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। मेडिकल रिपोर्ट को लेकर शुरू हुआ विवाद
सूत्रों के अनुसार, एक किन्नर अपने साथी का मेडिकल पेपर बनवाने अस्पताल पहुंचा था, लेकिन जब प्रक्रिया में कुछ देर हुई तो वह नाराज हो गया। इस पर कुछ और किन्नर मौके पर पहुंचे और अस्पताल के अंदर हंगामा शुरू कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि किन्नरों ने एक डॉक्टर के साथ धक्का-मुक्की की, वहीं एक नर्स के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। अर्धनग्न प्रदर्शन से परिसर में मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ किन्नरों ने अपने कपड़े उतार दिए और अर्धनग्न होकर परिसर में इधर-उधर घूमते रहे, जिससे मरीजों के बीच दहशत फैल गई। महिलाओं और बच्चों के सामने इस तरह का प्रदर्शन देख तीमारदार गुस्से में दिखे। पहले भी कर चुके हैं ऐसा हंगामा
यह कोई पहली घटना नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले भी किन्नरों ने बरसठी थाने में इसी तरह का बवाल किया था। लगातार दोहराई जा रही इस तरह की घटनाओं को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर प्रशासन इन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा। अस्पताल प्रशासन ने दी पुलिस को सूचना
घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन ने तत्काल पुलिस को जानकारी दी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही अधिकतर किन्नर वहां से निकल चुके थे। सीएमएस डॉ. केके राय ने बताया- “घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉक्टरों और स्टाफ पर इस तरह का हमला स्वीकार नहीं किया जा सकता। हमने मामले की सूचना पुलिस को दी है और रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।” डॉक्टरों ने जताया आक्रोश, सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी काफी आक्रोशित हैं। कर्मचारियों ने कहा कि यदि जल्द सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई, तो वे कार्य का बहिष्कार कर सकते हैं। एक कर्मचारी ने कहा- “हम मरीजों की सेवा करते हैं, न कि किसी के डर में काम करें। अस्पताल में आए दिन कोई न कोई हंगामा होता रहता है। पुलिस सुरक्षा बेहद जरूरी है।” क्या बोले जिम्मेदार
एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया- अस्पताल में हुई घटना की जानकारी मिली है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।