Bihar Election 2025: नामांकन की आखिरी घड़ी में INDIA गठबंधन में घमासान, हेमंत सोरेन की JMM ने छोड़ा साथ!

Bihar Election 2025: नामांकन की आखिरी घड़ी में INDIA गठबंधन में घमासान, हेमंत सोरेन की JMM ने छोड़ा साथ! <p style=”text-align: justify;”>बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं, लेकिन विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की अंदरूनी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीट बंटवारे को लेकर जारी असमंजस में शनिवार (18 अक्टूबर) को एक और झटका तब लगा जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने गठबंधन से अलग होकर बिहार में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. पार्टी ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>कांग्रेस ने अब तक की 54 उम्मीदवारों की घोषणा</h3>
<p style=”text-align: justify;”>इधर, गठबंधन की प्रमुख पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कई सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जिनमें कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां उसके सहयोगी दल पहले से दावेदार हैं. फिर भी राजद की अंतिम सूची अभी तक जारी नहीं हो पाई है. कांग्रेस ने अब तक 54 उम्मीदवारों की घोषणा की है. शनिवार देर शाम जारी नई सूची में किशनगंज, कसबा, पूर्णिया और गया नगर जैसी सीटें शामिल हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>किसको कहां से मिला टिकट?</h3>
<p style=”text-align: justify;”>किशनगंज से कांग्रेस ने कमरुल होदा को टिकट दिया है, जो पहले एआईएमआईएम और बाद में राजद में थे. इसी तरह, कसबा सीट से इरफान आलम को मैदान में उतारा गया है. बताया जा रहा है कि पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव की नाराजगी को देखते हुए अफाक आलम की जगह इरफान को मौका मिला. पूर्णिया से जितेंद्र यादव और गया नगर से महेंद्र श्रीवास्तव को टिकट दिया गया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>2020 की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस</h3>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस इस बार 2020 की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि टिकट वितरण को लेकर पार्टी में भारी असंतोष देखा गया. पटना में कई नाराज नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एआईसीसी प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर ‘टिकट बेचने’ के आरोप लगाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गठबंधन में फिलहाल कम से कम आठ सीटों पर दो सहयोगी दल आमने-सामने हैं, जिनमें तीन सीटों पर कांग्रेस और राजद के बीच सीधा मुकाबला संभव है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की सीट कुटुंबा भी इसी विवाद में फंसी बताई जा रही है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>नामांकन की अंतिम तारीख तक साफ हो जाएगी तस्वीर</h3>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया है कि समझौता लगभग तय है, नामांकन वापसी की अंतिम तारीख तक तस्वीर साफ हो जाएगी. उधर, एनडीए में भी सबकुछ सुचारू नहीं है. जद(यू) ने अंतिम क्षणों में अमौर सीट से साबिर अली को टिकट दे दिया, जबकि पहले सबा जफर का नाम तय था. वहीं मरहौरा सीट पर एलजेपी (रामविलास) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद्द हो गया, जिससे राजद प्रत्याशी जितेंद्र राय को बढ़त मिलने की संभावना है. चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, गठबंधनों की राजनीति उतनी ही उलझती जा रही है और मतदाताओं के लिए तस्वीर अभी भी धुंधली बनी हुई है.</p>

पंजाब में अगले 5 दिन साफ रहेगा मौसम:बठिंडा सबसे अधिक गर्म जिला; पराली जलाने के मामले घटे, लेकिन प्रदूषण बढ़ रहा

पंजाब में अगले 5 दिन साफ रहेगा मौसम:बठिंडा सबसे अधिक गर्म जिला; पराली जलाने के मामले घटे, लेकिन प्रदूषण बढ़ रहा पंजाब में मौसम शुष्क बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि अगले 5 दिन मौसम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा है। वहीं तापमान भी सामान्य बना हुआ है। बठिंडा में सबसे अधिक 35.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। राज्य के न्यूनतम तापमान की बात करें तो अभी भी ये सामान्य से 1.6 डिग्री तक अधिक गर्म है। न्यूनतम तापमान भी बठिंडा में ही 15.6 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम में आ रहे बदलावों के बीच पंजाब का तापमान सामान्य बना हुआ है, लेकिन प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दिवाली के दिन ये और बढ़ने की संभावना है। पराली जलाने के मामलों में आई कमी
पंजाब में पराली जलाने के मामलों में इस सीजन में भारी कमी देखने को मिली है। शनिवार को राज्य में पराली जलाने की 33 घटनाएं हुईं, जो मौजूदा खरीफ सीजन में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। अब तक कुल 241 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि पिछले साल इसी तारीख तक 1,348 और 2023 में 1,407 मामले सामने आए थे। इस तरह आंकड़ों में भारी गिरावट है। तरनतारन में एक दिन में 23 मामले आए सामने
तरनतारन सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां 24 घंटे में 23 मामले रिपोर्ट हुए। इस सीजन में अब तक तरनतारन में 88, अमृतसर में 80, फिरोजपुर में 16, पटियाला में 11, संगरूर में 7, कपूरथला में 6, बरनाला में 5, मलेरकोटला, गुरदासपुर और जालंधर में 4-4, एसएएस नगर में 3, बठिंडा, फरीदकोट, फाजिल्का, होशियारपुर, लुधियाना में 2-2, जबकि फतेहगढ़ साहिब, मंसा और एसबीएस नगर में 1-1 मामला सामने आया। राज्य के 23 में से 19 जिलों में कम से कम एक पराली जलाने की घटना रिपोर्ट की गई है। दिवाली के पास आते ही बढ़ने लगा प्रदूषण दिवाली के पास आते ही पंजाब के प्रदूषण में बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। पंजाब का औसत AQI 141 तक पहुंच गया है। यानी कि, पंजाब के शहर यलो अलर्ट पर हैं।

Delhi Weather Today: दिवाली से पहले ही दिल्ली में AQI 200 पहुंचने की उम्मीद, धुंध और कोहरा बढ़ाएगा ठंड

Delhi Weather Today: दिवाली से पहले ही दिल्ली में AQI 200 पहुंचने की उम्मीद, धुंध और कोहरा बढ़ाएगा ठंड <p>अक्टूबर मध्य में राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर का मौसम अब पूरी तरह बदल चुका है. कहीं भी बारिश या बूंदा-बांदी का अनुमान नहीं है, मौसम साफ़ रहेगा. लेकिन रविवार को धुंध छाई रहेगी. इसके साथ ही सुबह और हसम को हल्की ठंड का एहसास होगा. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. AQI 200 तक जाएगा.</p>
<p>वहीं नमी का स्तर 60 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान है, धुंध इसमें शामिल होगी तो सांस लेने में तकलीफ और त्वचा सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं. जबकि अगले 24 घंटे बारिश या बूंदा-बांदी का कहीं भी सम्भावना नहीं है.</p>
<h3><strong>रविवार के मौसम का हाल </strong></h3>
<p>मौसम विभाग के बुलेटिन के मुताबिक रविवार को तापमान 21 से 23 डिग्री तक रहेगा, जबकि दिन का तापमान बढ़ेगा. नमी 60 फीसदी के आसपास रहेगी. हवा का स्तर सामान्य रहेगा, जिसमें 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा के&nbsp; हिसाब से हवाएं चलेंगी. जबकि सुबह शाम धुंध छाई रहेगी</p>
<h3><strong>राजधानी में </strong><strong>AQI</strong><strong> का स्तर </strong></h3>
<p>दिल्ली में AQI धुंध और प्रदूषण स्तर 160- 200 तक रहेगा, जिस कारण धुंध में विजिबिलिटी रहेगी.सूर्योदय सुबह 6:24 व सूर्यास्त शाम 5:48 बजे होगा. धुंध के चलते ठंडक का एहसास बढ़ेगा.</p>
<h3><strong>राजधानी में बढ़ रहा प्रदूषण </strong></h3>
<p>दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण बढ़ रहा है. हवा का स्तर कम रहने से और बढ़ रहा है.&nbsp; जिस कारण सुबह धुंध कोहरे का एहसास करा रही है. मौसम विभाग की मानें तो 19 से 21 अक्टूबर तक हल्का कोहरा रहेगा. जिस वजह से AQI में कोई सुधार नहीं होगा.</p>
<h3><strong>बढ़ेगी ठंड 22 के बाद राहत </strong></h3>
<p>दिल्ली समेत पूरे एनसी आर में हल्का कोहरा सुबह के वक़्त ठंड बढ़ाएगा. वहीँ रात में तापमान गिरने से ठंड और महसूस होगी. 19 से 21 तक मौसम ऐसा ही रहेगा. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबी 22 अक्टूबर के बाद ही मौसम साफ़ होने की उम्मीद है. अगले एक सप्ताह तक बारिश का कोई अनुमान नहीं है. जिस कारण आने वाले दिनों में AQI का स्तर और बढ़ सकता है.</p>

दिल्ली: सांसद आवास परिसर में लगी भीषण आग का जिम्मेदार कौन? निवासियों ने बताया कहां दिखी लापरवाही

दिल्ली: सांसद आवास परिसर में लगी भीषण आग का जिम्मेदार कौन? निवासियों ने बताया कहां दिखी लापरवाही <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के एक अपार्टमेंट परिसर में शनिवार (18 अक्टबूर) दोपहर लगी भीषण आग के बाद निवासियों ने कहा कि इस बाई सिक्योरिटी एरिया में सांसदों और उनके कर्मचारियों का आवास होने के बावजूद इसमें आग से सुरक्षा की बुनियादी तैयारी तक नहीं थी और रखरखाव की हालत भी खराब थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निवासियों का दावा है कि बाबा खड़ग सिंह मार्ग स्थित ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट में लगी आग में कुछ बच्चे घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. कई परिवारों को भारी नुकसान हुआ है. निवासियों ने बताया कि आग ग्राउंड फ्लोर के पार्किंग एरिया में लगी थी, लेकिन वहां फर्नीचर, पॉलिशिंग सामग्री और अन्य ज्वलनशील वस्तुओं का अंबार पड़ा था.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>पटाखे जलाते समय फर्नीचर में लगी आग</h3>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन निवासियों का कहना है कि यह आग तब लगी जब पटाखे फोड़ने के दौरान फर्नीचर के ढेर में आग लग गई, जो बाद में तेजी से फैली. उन्होंने कहा, &lsquo;&lsquo;यह लगभग सोफा के गोदाम जैसा लग रहा था. हम पानी के लिए दौड़े, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया. हम अग्निशमक यंत्रों और पाइपों के पास गए, लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं थी.&rsquo;&rsquo;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>फायर डिपार्टमेंट लगे देरी के आरोप</h3>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई-भाषा की रिपोर्रट के मुताबिक, कई सांसदों के लिए काम करने वाले और इस घटना को सबसे पहले देखने वालों में से एक गंगाराम वाल्मीकि जानकारी दी है, &lsquo;&lsquo;जब तक दमकल की गाड़ियां पहुंचीं, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. वे करीब एक घंटा देरी से आए.&rsquo;&rsquo; हालांकि, दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने देरी के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि सूचना मिलते ही कई टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों के अनुसार, डीएफएस को दोपहर 1.22 बजे आग लगने की सूचना मिली और 1.40 बजे तक कार्रवाई शुरू कर दी गई. उन्होंने कहा कि 14 दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और दोपहर 2.10 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड सांसद के सहायक ने दी आग की जानकारी</h3>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड के सांसद नरेश बंसल के निजी सहायक कमल गहतोड़ी ने बताया कि पहली मंजिल सबसे अधिक प्रभावित हुई है. वह उसी मंजिल पर रहते हैं. उन्होंने बताया कि जब आग लगी, तब वे एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे और उनका परिवार दिवाली की छुट्टियों में शहर से बाहर गया हुआ है. उन्होंने कहा कि उनका रसोइया काम पर गया हुआ था जबकि उसकी पत्नी, दो छोटे बच्चे और उसकी बुज़ुर्ग मां घर में ही थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गहतोड़ी ने कहा, &lsquo;&lsquo;रसोइये की पत्नी दूध लेने नीचे गई थी और जब वह वापस आई, तो उसने आग देखी. वह तुरंत अपने परिवार को बचाने के लिए घर के अंदर भागी. उसकी बुज़ुर्ग सास हिल भी नहीं पा रही थी, लेकिन किसी तरह वह उन्हें बचाने में कामयाब रही.&rsquo;&rsquo;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>पहली मंजिल पर थे 8 क्वार्टर, सबसे ज्यादा प्रभावित</h3>
<p style=”text-align: justify;”>घर के अंदर सब कुछ जलकर खाक हो गया था. कमल गहतोड़ी ने बताया, &lsquo;&lsquo;अलमारियों में रखा हमारा सारा सामान, दस्तावेज, गहने, कपड़े, यहां तक कि साड़ियां भी जलकर खाक हो गईं. अब सब कुछ खत्म हो गया है.&rsquo;&rsquo; हर मंजिल पर आठ कर्मचारियों के क्वार्टर हैं. पहली मंज़िल पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है और सबसे अधिक प्रभावित हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कई निवासियों ने सरकारी आवासीय भवनों के रखरखाव और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना के कारण कई कर्मचारियों के परिवार बेघर हो गए हैं. कमल वाल्मीकि ने बताया कि धनतेरस की पूर्व संध्या पर करीब 20 परिवारों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, &lsquo;&lsquo;आज धनतेरस है और लोग त्योहार की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब कई परिवार अपना सब कुछ खो चुके हैं.&rsquo;&rsquo;&nbsp;</p>

नारनौल में भारी मात्रा में बम-पटाखे पकड़े:निर्माणाधीन मकान में बिक्री के लिए रखे; पुलिस को देख युवक ताला लगा कर भागा

नारनौल में भारी मात्रा में बम-पटाखे पकड़े:निर्माणाधीन मकान में बिक्री के लिए रखे; पुलिस को देख युवक ताला लगा कर भागा महेंद्रगढ़ के नारनौल में दीपावली से पहले सीआईए टीम ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए मोहल्ला खड़खड़ी स्थित एक निर्माणाधीन मकान में छापा मारा। यहां छानबीन में अवैध रूप से रखे गए बम-पटाखे और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में प्रतिबंधित पटाखे बरामद किए हैं। जानकारी अनुसार, नारनौल शहर में नागरिक अस्पताल के पास पुलिस टीम गश्त पर थी। इसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि मोहल्ला खड़खड़ी निवासी रमन चौहान अपने निर्माणाधीन मकान में अवैध रूप से बम-पटाखों की बिक्री कर रहा है। सूचना सही मानकर पुलिस ने तुरंत रेडिंग पार्टी तैयार की और बताए स्थान पर पहुंची। पुलिस को देख कमरे का ताला लगा कर भागा पुलिस टीम को मकान के बाहर एक युवक दिखाई दिया जो पुलिस को देखकर कमरे को ताला लगाकर मौके से फरार हो गया। बाद में वार्ड नंबर 19 के पार्षद धूप सिंह की मौजूदगी में कमरे का ताला तोड़ा गया। तलाशी के दौरान कमरे से तीन कार्टन और दो सफेद प्लास्टिक के कट्टे बरामद हुए। जिनमें बड़ी मात्रा में बम-पटाखे और विस्फोटक सामग्री भरी थी। बरामद पटाखे में स्काई शॉट, फिरकी, सूतली बम, जेली बेली बम, बुलेट बम सहित कई नामी ब्रांडों के खतरनाक पटाखे शामिल थे। पुलिस ने आरोपी रमन के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।

तरनतारन उप-चुनाव, 23 नामांकन हुए:नीटू शटरांवाला अनपढ़, पारिवारिक आय 13.75 लाख; मनदीप का परिवार 1.27 करोड़ का मालिक; दोनों बिना कार के

तरनतारन उप-चुनाव, 23 नामांकन हुए:नीटू शटरांवाला अनपढ़, पारिवारिक आय 13.75 लाख; मनदीप का परिवार 1.27 करोड़ का मालिक; दोनों बिना कार के तरनतारन के उप-चुनावों के लिए नामांकन के 6 दिन पूरे हो चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक मात्र 26 आवेदन ही मिले हैं। लेकिन इनमें अधिकतर रिपीट व कवरिंग कैंडिडेट हैं, जिन्हें स्क्रूटनी व वापसी के समय हटा दिया जाएगा। अभी तक सभी प्रमुख पार्टियों ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया स्टार नीटू शटरांवाला ने भी अपना 12वां नामांकन भरा है। नामांकन में दी जानकारी के अनुसार, आजाद उम्मीदवार बने नीटू शटरांवाला की पारिवारिक आय तो 13.75 लाख है, लेकिन ना तो उनके पास कोई घर है, ना कार और ना ही गेहना। इतना ही नहीं, नीटू अनपढ़ भी है और पूरा एफिडेविट उन्होंने अंग्रेजी में भरा है। इसके अलावा खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे के उम्मीदवार मनदीप सिंह मैदान में हैं। तरनतारन विधानसभा सीट पूर्व विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हो गई थी। मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल के अलावा खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे के उम्मीदवारों के बीच है। जानें नीटू शटरांवाले ने अपने नामांकन हल्फनामे में क्या भरा 41 साल के नीटू ने बताया कि ये उनका 12वां नामांकन है। वे शाह सिकंदर महल्ला जालंधर के रहने वाले हैं और अनपढ़ हैं। पांच साल में नीटू की आमदनी ढाई गुणा तक बढ़ चुकी है। ये इनकम उनकी ही नहीं, उनकी पत्नी की भी बढ़ी है। दोनों की इनकम 2021-22 में जहां तकरीबन 5 लाख वार्षिक थी, वहीं अब 2025-26 में ये आमदनी बढ़कर 13.75 लाख वार्षिक हो चुकी है। नीटू ने बताया कि उन्हें आय शटरिंग व अपने आर्टिस्ट होने के कारण मिल जाती है। लेकिन उनकी पत्नी गृहिणी है और यहीं से उनकी आमदनी भी इकट्ठी हो जाती है। इसके अलावा ना तो उनके पास व ना ही उनकी पत्नी के पास कोई प्रॉपर्टी, वाहन और खेत-खलिहान हैं। करोड़ों के मालिक, लेकिन बिना कार के 39 साल के मनदीप सिंह अमृतसर के कोट बाबा दीप सिंह के रहने वाले हैं। परिवार की इनकम 13.61 लाख है, जो चार साल पहले 2021-22 में 9.24 लाख रुपए रही। मनदीप सिंह पर आज तक कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है। उनकी चल संपत्ति 52 लाख है, जबकि अचल प्रॉपर्टी 75 लाख रुपए के करीब है। 10वीं पास मनदीप सिंह की छवि बेदाग है। उनके पास कोई कार नहीं है, जबकि उनकी पत्नी के पास 8 तोले व उनके पास 3 तोल ही सोना है।

बांके बिहारी का खोला खजाना, निकला कुछ नहीं:ज्वेलरी बॉक्स खाली मिले; ‌‌VIDEO में देखिए 54 साल से बंद खजाने का रहस्य

बांके बिहारी का खोला खजाना, निकला कुछ नहीं:ज्वेलरी बॉक्स खाली मिले; ‌‌VIDEO में देखिए 54 साल से बंद खजाने का रहस्य मथुरा के बांके बिहारी मंदिर का खजाना 54 साल बाद खोला गया। 160 साल पुराने इस खजाने को लेकर बहुत उम्मीद थी। पहले दरवाजे को जब काटा गया, तो एक लोहे, एक लकड़ी का बॉक्स और 3 कलश मिले। जब बॉक्स खोले गए, तो उसके अंदर ज्वेलरी बॉक्स मिले। लोगों में खुशी हुई। लेकिन, जब ज्वेलरी बॉक्स खोले गए, तो वो खाली थे। VIDEO में देखिए बांके बिहारी के खजाने की पूरी रिपोर्ट…

रामपुर लवी मेले में दिखेगी स्पीति घोड़ों की दौड़:एक से तीन नवंबर लगेगी अश्व प्रदर्शनी. 11 से 14 तक आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय मेला

रामपुर लवी मेले में दिखेगी स्पीति घोड़ों की दौड़:एक से तीन नवंबर लगेगी अश्व प्रदर्शनी. 11 से 14 तक आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय मेला अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के उपलक्ष्य में इस वर्ष एक से तीन नवंबर तक अश्व प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें उन्नत नस्ल के घोड़ों की दौड़ भी देखने को मिलेगी। प्रशासन ने लवी मेले में लगने वाली अस्थाई दुकानों को देखते हुए प्रदर्शनी लगाने का निर्णय लिया है। रामपुर व्यापारिक व ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है। यहां का अंतर्राष्ट्रीय लवी मेला इस साल 11 से 14 नवंबर तक आयोजित हो रहा है। यह मेला न केवल रोजमर्रा के सामान के व्यापार का केंद्र है, बल्कि पशु व्यापार, विशेषकर स्पीति नस्ल के घोड़ों के लिए भी प्रसिद्ध है। अश्व प्रदर्शनी में क्या होगा अश्व प्रदर्शनी के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 1 नवंबर को पशुपालन विभाग द्वारा घोड़ों का पंजीकरण किया जाएगा। 2 नवंबर को अश्वपालकों के लिए उन्नत प्रजनन तकनीक और पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए गोष्ठी का आयोजन होगा। 3 नवंबर को उत्तम घोड़ों का चयन, 400 मीटर और 800 मीटर की रोमांचक घुड़दौड़, तथा गुब्बारा फोड़ प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। स्पीति घोड़ों को क्यों कहते हैं शीत मरुस्थल का जहाज स्पीति घोड़े मजबूत कद-काठी, भारी बर्फ में चलने और ऊंचाई पर कार्य करने की योग्यता के लिए जाने जाते हैं। इन्हें “शीत मरुस्थल का जहाज़” भी कहा जाता है। मूल रूप से तिब्बत के पठार में उत्पन्न होने वाले ये घोड़े बाद में व्यापारियों द्वारा लाहौल-स्पीति और किन्नौर के दुर्गम क्षेत्रों में लाए गए थे। वर्तमान में ये मुख्यतः स्पीति घाटी की पिन वैली और किन्नौर जिले की भाबा वैली में पाए जाते हैं। उत्तराखंड से भी आते हैं व्यापारी प्रदर्शनी के समापन पर मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण समारोह होगा। पशुपालन विभाग द्वारा अश्व प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी घोड़ों को निःशुल्क चारा और दाना प्रदान किया जाएगा। यह मेला कुल्लू, मंडी, उत्तराखंड और अन्य क्षेत्रों से खरीदारों और पशु प्रेमियों को आकर्षित करता है।

थार चालक को पकड़ नहीं पाई पुलिस

थार चालक को पकड़ नहीं पाई पुलिस जालंधर| रामा मंडी से जंडू सिंघा रोड पर जौहलां गेट के पास तीन दिन पहले थार की टक्कर से पूर्व सरपंच हरदेव सिंह की मौत के मामले में पुलिस अभी तक थार चालक को गिरफ्तार ही नहीं कर पाई। जबकि थार चालक का सारा एड्रेस और जानकारी पुलिस के पास है। पुलिस की इस कार्यप्रणाली से पारिवारिक मेंबर भी नाखुश हैं। आरोपी थार चालक सवरनजीत सिंह के खिलाफ पुलिस ने मृतक हरदेव सिंह के दामाद के बयानों के आधार पर मामला दर्ज किया है। वहीं अभी संस्कार नहीं किया गया। क्योंकि हरदेव सिंह के बेटे का इंतजार किया जा रहा है जो अमेरिका में रहता है। रविवार को बेटा जालंधर पहुंच जाएगा और उसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार हरदेव सिंह को सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई थी। जिस कारण उनकी मौत हो गई। जब थार ने एक्टिवा को टक्कर मारी तो उसके बाद कुछ ही दूरी पर जाकर डिवाइडर पर जा टकराई। जिसके बाद थार को आग लग गई। इस मामले में पुलिस अभी आरोपी की तलाश ही कर रही है।

महिला बोली- कामदगिरि की परिक्रमा से दूर हुई गरीबी:जो मांगते हैं, मिलता है; दिवाली तक चित्रकूट 40 लाख श्रद्धालु आएंगे

महिला बोली- कामदगिरि की परिक्रमा से दूर हुई गरीबी:जो मांगते हैं, मिलता है; दिवाली तक चित्रकूट 40 लाख श्रद्धालु आएंगे ‘हम पिछले 16 साल से रोज कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा कर रहे हैं। यह हमारी आस्था का प्रतीक है। यहां आने के बाद हम एक विशेष ऊर्जा से भर जाते हैं। हम सामाजिक और जनहित में जो भी काम करते हैं। ऐसा लगता है कि उसमें हमें यहां की ईश्वरीय शक्ति सहयोग करती है। आगे हमेशा ऐसे ही करते रहेंगे।’ ये कहना है श्रद्धालु अक्षांश पंडित का। अक्षांश की ही तरह ही हजारों लोग चित्रकूट के कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा कर रहे हैं। दीपावली तक इस परिक्रमा में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 40 लाख तक पहुंच जाती है। आखिर इसका महत्व क्या है, इतिहास क्या है? शुरुआत कहां से होती है? किन मनोकामनाओं के साथ यहां लोग पहुंच रहे हैं? इन सारे सवालों के जवाब तलाशते हुए दैनिक भास्कर की टीम चित्रकूट पहुंची। आइए इस ऐतिहासिक और पवित्र परिक्रमा के बारे में जानते हैं… दीपावली तक 40 लाख श्रद्धालु आएंगे
चित्रकूट…वही नगरी, जहां त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने अपने 14 साल के वनवास में साढ़े 11 साल निवास किया था। दीपावली पर इस जगह का महत्व बढ़ जाता है। इसीलिए यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। इसमें जितने श्रद्धालु यूपी के होते हैं, उतने ही मध्यप्रदेश के भी होते हैं। चित्रकूट दोनों प्रदेशों को जोड़ता है। प्रशासन का दावा है कि यहां 18 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक 40 लाख श्रद्धालु आएंगे। उनके दर्शन-पूजन और परिक्रमा के लिए प्रशासन मुस्तैदी से लगा है। हम सबसे पहले रामघाट पहुंचे। यहां से मंदाकिनी नदी गुजरी है। दोनों तरफ पक्के घाट बने हैं। एक तरफ का हिस्सा यूपी, दूसरी तरफ का हिस्सा मध्यप्रदेश है। जो भी श्रद्धालु कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा करने आते हैं, वो सबसे पहले यहां आते हैं और मंदाकिनी नदी में स्नान करते हैं। एक प्रसिद्ध दोहा है- ‘चित्रकूट के घाट पर, भई संतन की भीर, तुलसीदास चंदन घिसे, तिलक करे रघुवीर’। मान्यता है कि यहीं तुलसीदास जी को प्रभु श्रीराम के दर्शन मिले थे। वह चंदन घिस रहे थे और श्रीराम उसे लगा रहे थे। कामदगिरि को देखने मात्र से दुख खत्म होते हैं
दीपावली को देखते हुए घाट को साफ-सुथरा कर दिया गया है। रामघाट पर ही हमें विष्णुदत्त मिश्रा मिले। वह कहते हैं- जो भी लोग यहां आते हैं, वो पहले यहीं स्नान करते हैं। यहां भगवान शिव के दर्शन करते हैं। फिर 2 किलोमीटर दूर कामद गिरि पर्वत की परिक्रमा के लिए चले जाते हैं। उनके बगल में बैठे शिवाकांत कहते हैं- त्रेता युग में जब भगवान राम यहां आए थे, तो मंदाकिनी में स्नान के बाद ही कामदगिरि पर्वत की तरफ गए थे। परिक्रमा के चलते गरीबी हट गई
रामघाट के बाद हम 2 किलोमीटर दूर कामदगिरि पर्वत की तरफ बढ़े। यहीं प्रसिद्ध भगवान कामतानाथ का मंदिर है। लोग उनका दर्शन करने के बाद अपनी परिक्रमा की शुरुआत करते हैं। रीवा से आई शकुंतला, सुशीला और रानी मिलीं। सुशीला कहती हैं- हम भगवान से चाहते हैं कि हमारे बच्चे आगे बढ़ें, मंजिल तक पहुंचे। शकुंतला और रानी कहती हैं- हम सब भी यही सोचकर आते हैं कि हमारा परिवार आगे बढ़े। हमारी मुलाकात यहीं अक्षांश पंडित से हुई। अक्षांश भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वह कहते हैं- मैं पिछले साढ़े 16 साल से रोज परिक्रमा कर रहा हूं। परिक्रमा करने से हमारे मन में एक विशेष ऊर्जा का प्रवाह होता है। एक प्रसिद्ध दोहा है- चित्रकूट चिंता हरण, आए सुख के चैन, पाप कटै युग चार के, देख कामता नैन। मतलब यहां 4-4 युग के पाप कट रहे हैं। कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा 4 स्थानों से शुरू होती है। उत्तर द्वार पर कुबेर, दक्षिणी द्वार पर धर्मराज, पूर्वी द्वार पर इंद्र और पश्चिमी द्वार पर वरुण देव द्वारपाल हैं। इन्हीं चार स्थानों से परिक्रमा की शुरुआत होती है। नियम यह है कि जहां से परिक्रमा शुरू होगी, वहीं आकर खत्म भी होती है। पूरी परिक्रमा 5 किलोमीटर लंबी होती है। इसमें ढाई-ढाई किलोमीटर यूपी और एमपी का हिस्सा पड़ता है। प्रशासन ने पूरे रास्ते को पक्का बनाया है। जगह-जगह पर टीन शेड लगाए गए हैं। करीब 200 मंदिर रास्ते में पड़ते हैं, जहां लोग दर्शन करते हुए आगे बढ़ते हैं। बहुत चलना पड़ा, अब नहीं आएंगे
परिक्रमा मार्ग पर हमें रायबरेली से आया एक ग्रुप मिला। इस ग्रुप में कई महिलाएं शामिल हैं। इसी में से एक 65 साल की राजपत्ता देवी पहली बार चित्रकूट आई हैं। कहती हैं- चलते-चलते एकदम थक गए। पांव से हम चल नहीं पाते, बहुत दिक्कत होती है। हम यह सोच के आए थे कि प्रभु ठीक कर देंगे, लेकिन इतना ज्यादा थक गए कि अब नहीं आएंगे। अगर भगवान ठीक कर देंगे, तो आ जाएंगे। राजपत्ता के ही साथ राजरानी और सुबोधा आई थीं। राजरानी कहती हैं- हमारा घर-परिवार अच्छा रहे, हमारी तबीयत ठीक रहे, बस यही भगवान से कहने आते हैं। सुबोधा कहती हैं- यहां सब अच्छा लग रहा, लेकिन चलते-चलते थक गए। अब भगवान अगर सुन लें तो सब ठीक हो जाएगा। लड़के-बच्चे अच्छे रहें, उनको रोटी मिलती रहे, इससे ज्यादा क्या ही चाहिए। धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आ रहे
परिक्रमा के दौरान कई ऐसे लोग मिले, जो अलग-अलग जिलों और राज्यों से आए थे। प्रतापगढ़ के कुंडा से आए अभिषेक तिवारी कहते हैं- हमारी कोशिश है कि लोग भी जागरूक हों। भगवान राम ने जो कुछ किया, वो लोग देखें और उसका अनुसरण करें। साथ आए मिथिलेश शुक्ला कहते हैं- हर बार की तरह इस बार भी भगवान का दर्शन करने आए हैं। भगवान ने यहीं कामदगिरि में पूजा-अर्चना की थी। उसी का महत्व है, इसीलिए यहां की दीपावली खास है। रास्ते में हमें औघड़ बाबा मिले। वह दावा करते हैं कि यह विश्व प्रसिद्ध पर्वत है। इसकी परिक्रमा कर लेने से आम लोगों का उद्धार हो जाता है। जो कहते हैं कि यह पत्थर का पर्वत है, वह गलत कहते हैं, क्योंकि यह तो सोने का पर्वत है। इस पर जो वृक्ष हैं, वह सामान्य नहीं, बल्कि ऋषि-मुनि हैं, जो तपस्या में लीन हैं। भगवान राम के वरदान के चलते आते हैं लोग
चित्रकूट को लेकर एक कहानी प्रचलित है। त्रेतायुग में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण यहां साढ़े 11 साल तक रहे। एक वक्त के बाद भगवान राम ने इस नगरी को छोड़ने का फैसला किया। उस वक्त चित्रकूट पर्वत दुखी हो गया। भगवान राम से कहा कि जब तक आप यहां थे, तब तक यह भूमि पवित्र मानी जाती थी। लेकिन, आपके चले जाने के बाद इसे कौन पूछेगा? भगवान राम ने पर्वत को वरदान दिया कि अब आप कामद हो जाएंगे, जो भी आपकी परिक्रमा कर लेगा उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाएगीं। हमारी कृपा भी उसके ऊपर बनी रहेगी। इसके बाद से ही पर्वत को कामदगिरि कहा जाने लगा। पर्वत के नीचे विराजमान कामतानाथ भगवान राम का ही एक स्वरूप हैं। इस पर्वत की एक खासियत यह भी है कि इसे किधर से भी देखा जाए, यह धनुष की तरह ही नजर आता है। ————————— ये खबर भी पढ़ें… राजा भैया ने खरीदी ढाई करोड़ की कार, यूपी की पहली रेंज रोवर डिफेंडर भी काफिले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 4 सीटर Lexus LM350h लग्जरी गाड़ी खरीदी है। इस गाड़ी की कीमत है, ₹2.15 करोड़ से शुरू होती है, जो 7-सीटर VIP वेरिएंट के लिए है। वहीं, 4-सीटर अल्ट्रा लग्जरी वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत ₹2.69 करोड़ है। 16 अक्टूबर को खरीदी गई यह गाड़ी 4-सीटर अल्ट्रा लग्जरी वेरिएंट है। दरअसल, राजा भैया लग्जरी गाड़ियों के शौकीन हैं। उनकी कुंडा की हवेली से लेकर लखनऊ के बंगले तक में करोड़ों की कीमत की गाड़ियां खड़ी हैं। इसके साथ ही उन्हें गाड़ी के नंबर में भी खासी दिलचस्पी है। उनके काफिले की गाड़ियों का नंबर 0001 ही रहता है। इससे पहले पूर्वांचल के बाहुबली नेता धनंजय सिंह ने भी लैंड क्रूजर और वेलफायर गाड़ियां खरीदी थीं। पढ़िए पूरी खबर…