पहलगाम आतंकी हमले के अगले दिन पंजाब के फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा से पकड़े गए BSF जवान पीके साहू अब भी पाकिस्तानी रेंजर्स की गिरफ्त में हैं। घटना को 4 दिन बीत चुके और 3 बार फ्लैग मीटिंग भी हो चुकी हैं, लेकिन जवान की रिहाई नहीं हो सकी। इस पर पाकिस्तानी रेंजर्स का कहना है कि जब तक उन्हें हाई कमांड से निर्देश नहीं मिलते, वे जवान को रिहा नहीं कर सकते। मामला सामने आने के बाद शुक्रवार शाम को BSF के डायरेक्टर जनरल (DG) दलजीत सिंह चौधरी ने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से भी इस बारे में बातचीत कर इस मुद्दे को उच्च स्तर पर उठाया। इधर, जवान के परिजन भी परेशान हैं। उन्होंने भारत सरकार से जवान को वापस लाने की गुहार लगाई है। उनकी मां देबंती देवी साहू और पिता भोलेनाथ साहू ने कहा है कि बेटा सुरक्षित घर आ जाना चाहिए। उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। ध्यान रखना कि उसे टॉर्चर न किया जाए। जवान की गिरफ्तारी कैसे हुई… कोलकाता के रहने वाले, परिवार परेशान
पीके साहू के घर में मातम पसरा हुआ है। कोलकाता के हुगली जिले के रहने वाले साहू 17 वर्षों से BSF में सेवाएं दे रहे हैं। उनके माता-पिता, पत्नी रजनी साहू और 7 साल के बेटे के साथ रहते हैं। पत्नी ने कहा, “मैंने अंतिम बार मंगलवार रात को उनसे (पीके साहू से) बात की थी। अब बस यही चाहती हूं कि वह जल्द से जल्द सुरक्षित घर लौट आएं।” वहीं, उनके भाई श्याम सुंदर साहू ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि भाई को जल्द छुड़वाने में मदद करे। वहीं, उनके माता-पिता ने भी कहा कि बेटा सही-सलामत घर लौट आए। कृपया उसे किसी तरह की यातना न दी जाए। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… पंजाब बॉर्डर से पकड़ा BSF जवान पाकिस्तान की कैद में:72 घंटे बाद भी नहीं छोड़ा; पाक रेंजर्स बोले- हाईकमांड के ऑर्डर तक रिहाई नहीं पंजाब के फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से पकड़ा गया BSF का जवान 72 घंटे बाद भी पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में है। 3 फ्लैग मीटिंग के बाद भी उनकी रिहाई नहीं हुई। पाकिस्तानी अधिकारियों ने जवान को छोड़ने से इनकार कर दिया है। पूरी खबर पढ़ें… पहलगाम आतंकी हमले के अगले दिन पंजाब के फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा से पकड़े गए BSF जवान पीके साहू अब भी पाकिस्तानी रेंजर्स की गिरफ्त में हैं। घटना को 4 दिन बीत चुके और 3 बार फ्लैग मीटिंग भी हो चुकी हैं, लेकिन जवान की रिहाई नहीं हो सकी। इस पर पाकिस्तानी रेंजर्स का कहना है कि जब तक उन्हें हाई कमांड से निर्देश नहीं मिलते, वे जवान को रिहा नहीं कर सकते। मामला सामने आने के बाद शुक्रवार शाम को BSF के डायरेक्टर जनरल (DG) दलजीत सिंह चौधरी ने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से भी इस बारे में बातचीत कर इस मुद्दे को उच्च स्तर पर उठाया। इधर, जवान के परिजन भी परेशान हैं। उन्होंने भारत सरकार से जवान को वापस लाने की गुहार लगाई है। उनकी मां देबंती देवी साहू और पिता भोलेनाथ साहू ने कहा है कि बेटा सुरक्षित घर आ जाना चाहिए। उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। ध्यान रखना कि उसे टॉर्चर न किया जाए। जवान की गिरफ्तारी कैसे हुई… कोलकाता के रहने वाले, परिवार परेशान
पीके साहू के घर में मातम पसरा हुआ है। कोलकाता के हुगली जिले के रहने वाले साहू 17 वर्षों से BSF में सेवाएं दे रहे हैं। उनके माता-पिता, पत्नी रजनी साहू और 7 साल के बेटे के साथ रहते हैं। पत्नी ने कहा, “मैंने अंतिम बार मंगलवार रात को उनसे (पीके साहू से) बात की थी। अब बस यही चाहती हूं कि वह जल्द से जल्द सुरक्षित घर लौट आएं।” वहीं, उनके भाई श्याम सुंदर साहू ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि भाई को जल्द छुड़वाने में मदद करे। वहीं, उनके माता-पिता ने भी कहा कि बेटा सही-सलामत घर लौट आए। कृपया उसे किसी तरह की यातना न दी जाए। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… पंजाब बॉर्डर से पकड़ा BSF जवान पाकिस्तान की कैद में:72 घंटे बाद भी नहीं छोड़ा; पाक रेंजर्स बोले- हाईकमांड के ऑर्डर तक रिहाई नहीं पंजाब के फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से पकड़ा गया BSF का जवान 72 घंटे बाद भी पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में है। 3 फ्लैग मीटिंग के बाद भी उनकी रिहाई नहीं हुई। पाकिस्तानी अधिकारियों ने जवान को छोड़ने से इनकार कर दिया है। पूरी खबर पढ़ें… पंजाब | दैनिक भास्कर
