झज्जर में ससुर की सिर में गोली मारकर हत्या:गालियां दे रहा था दामाद; बोला- ‘मेरे हाथ तुम्हारा खून लिखा है’ और फायरिंग कर दी

झज्जर में ससुर की सिर में गोली मारकर हत्या:गालियां दे रहा था दामाद; बोला- ‘मेरे हाथ तुम्हारा खून लिखा है’ और फायरिंग कर दी हरियाणा के झज्जर में मंगलवार रात दामाद ने ससुर की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। दामाद घर के बाहर गाली गलौज करते हुए हंगामा कर रहा था। ससुर उसे समझाने के लिए आया तो दामाद ने उसे कहा कि आज मेरे हाथ तुम्हारा खून लिखा है। इसके बाद उसने सीधा सिर में गोली मार दी। इसके बाद दामाद वहां से भाग गया। घटना मांडोठी गांव की है। मृतक की पहचान संजय के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। शराब के नशे में आया
पुलिस को दी शिकायत के संजय के भाई संदीप ने बताया कि मंगलवार रात करीब साढ़े 9 बजे परिवार के लोग घर पर थे। तभी संजय का दामाद मनेंद्र शराब के नशे में घर के बाहर आया। वह तेज आवाज में गालियां दे रहा था। गांव के लोग भी अपने घरों से बाहर आ गए। आवाज सुनकर उसका भाई संजय भी घर से बाहर आया। उसने अपने दामाद मनेंद्र को ऐसा न करने को कहा। इस पर मनेंद्र ने संजय को कहा कि आज तो मेरे हाथ से तुम्हारा खून होना लिखा है। इसके बाद मनेंद्र ने पिस्टल निकाली और सीधा संजय के सिर में गोली मार दी। PGI में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
संजय गोली लगते ही खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गया। परिवार के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और संजय को संभाला। तभी मनेंद्र वहां से फरार हो गया। संजय को रोहतक PGI लेकर गए। PGI में डॉक्टरों ने चेकअप के बाद संजय को मृत घोषित कर दिया। 5 साल पहले हुई थी शादी
संदीप ने बताया कि मनेंद्र सुहरा गांव का रहने वाला है और फाइनेंस का काम करता है। 5 साल पहले भतीजी रिंकी की उससे शादी हुई थी। वह भतीजी के साथ छोटी-छोटी बातों पर मारपीट कर घर से निकाल देता था। कई बार परिवार में ही पंचायती तौर पर समझौता हुआ। अक्सर समझौते के बाद रिंकी ससुराल चल जाती थी। जब मनेंद्र उसे ज्यादा परेशान करने लगा तो एक साल पहले रिंकी अपने घर मांडोठी आ गई। तब से वह मायके में ही रह रही है। जांच अधिकारी जयभगवान ने बताया कि देर रात पुलिस को शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति को गोली मारी गई है। जब वे मौके पर पहुंचे तो परिवार के लोग व्यक्ति को अस्पताल ले गए थे। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आज शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।

सिरसा में हुड्‌डा-सैलजा दोनों गुट साधे:कांग्रेस ने एमसी इलेक्शन के लिए लगाए इंचार्ज, परमवीर व गौरव संपत को मिली जिम्मेदारी

सिरसा में हुड्‌डा-सैलजा दोनों गुट साधे:कांग्रेस ने एमसी इलेक्शन के लिए लगाए इंचार्ज, परमवीर व गौरव संपत को मिली जिम्मेदारी कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की ओर से जारी की गई निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस की सूची में सिरसा से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी शैलजा दोनों के करीबी लोगों को स्थान मिला है। डबवाली के पूर्व विधायक अमित सिहाग और उनके पिता डॉ.केवी सिंह को भी इंचार्ज के रूप में काम करने का मौका मिलेगा।
गौरतलब है कि दीपक बाबरिया की ओर से मंगलवार रात को एक सूची जारी की गई है, जिसमें निकाय चुनाव को लेकर जिला इंचार्ज, ग्रामीण और शहरी कन्वीनर और को-कन्वीनर के साथ-साथ साउथ व नॉर्थ जोन कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य भी बनाए गए हैं। टोहाना के विधायक होंगे सिरसा के इंचार्ज सूची के अनुसार एमसी इलेक्शन को लेकर सिरसा में टोहाना के विधायक परमवीर सिंह को इंचार्ज और पूर्व मंत्री प्रो.संपत सिंह के बेटे गौरव संपत को को-इंचार्ज लगाया है। परमवीर सिंह और गौरव संपत पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा और सांसद कुमारी सैलजा दोनों के विश्वास पात्र माने जाते हैं। वहीं, डबवाली के पूर्व विधायक अमित सिहाग को फतेहाबाद का इंचार्ज व सतीश बंधु को को- इंचार्ज लगाया गया है। सिटी और रूरल कन्वीनर और को- कन्वीनर की सूची के अनुसार सिटी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजकुमार शर्मा को कन्वीनर व नवीन केडिया को को-कन्वीनर लगाया गया है। वहीं, रूरल में पूर्व सीएम हुड्डा के ओएसडी रह चुके डॉ.केवी सिंह को कन्वीनर और जगदीश कंबोज व सुरजीत सिंह भावदीन को को-कन्वीनर लगाया गया है। नार्थ जोन कोऑर्डिनेशन कमेटी में इनको मिली जगह नॉर्थ जोन कोऑर्डिनेशन कमेटी में सिरसा से लादूराम पूनिया, रणधीर सिंह सिद्धू, विनीत कंबोज और पुनीता रानी को शामिल किया गया है। इसी तरह फतेहाबाद से पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा के बेटे आनंदवीर सिंह गिलाखेड़ा, रतिया नगरपालिका के चेयरपर्सन प्रतिनिधि महेश खन्ना, पूर्व विधायक स्व.कर्म सिंह डांगरा के पोते रमेश डांगरा और शम्मी रत्ती को शामिल किया गया है।

सीकर से चलने वाली 2 ट्रेन रद्द:फरवरी में दो-दो दिन रद्द रहेगी,नॉन इंटरलॉकिंग ब्लॉक के चलते रद्द हुई ट्रेन

सीकर से चलने वाली 2 ट्रेन रद्द:फरवरी में दो-दो दिन रद्द रहेगी,नॉन इंटरलॉकिंग ब्लॉक के चलते रद्द हुई ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे के द्वारा जोधपुर मंडल की भगत की कोठी यार्ड में टेक्निकल वर्क के लिए नॉन इंटरलॉकिंग ब्लॉक लिया जा रहा है। ऐसे में रेल ट्रैफिक प्रभावित होगा। रेलवे ने फरवरी महीने में कई ट्रेनों को रद्द किया है। इसमें सीकर से चलने वाली दो ट्रेन भी शामिल है। इस संबंध में रेलवे ने सूचना जारी की है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण के अनुसार गाड़ी संख्या 54804, रेवाड़ी-सीकर ट्रेन 24 और 25 फरवरी को रद्द रहेगी। वहीं गाड़ी संख्या 54803,सीकर-रेवाड़ी ट्रेन 25 और 26 फरवरी को रद्द रहेगी। बता दें कि गाड़ी संख्या 54804, रेवाड़ी-सीकर ट्रेन रेवाड़ी से दोपहर 3:10 पर रवाना होती है। जो रात 8:50 पर सीकर स्टेशन पर पहुंचती है। वहीं गाड़ी संख्या 54803,सीकर-रेवाड़ी ट्रेन सीकर से 7:25 पर रवाना होती है। जो दोपहर 12:30 बजे रेवाड़ी पहुंचती है।

सीएम से मिलेंगे कैथल संस विवि से हटाए गए शिक्षक:अपनी बहाली की सरकार से करेंगे मांग, हड़ताल के बारे में करवाएंगे अवगत

सीएम से मिलेंगे कैथल संस विवि से हटाए गए शिक्षक:अपनी बहाली की सरकार से करेंगे मांग, हड़ताल के बारे में करवाएंगे अवगत कैथल के गांव टीम स्थित प्रदेश की एकमात्र संस्कृत यूनिवर्सिटी से हटाए गए शिक्षकों ने अब जल्द मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मिलने का मन बनाया है। वे मंत्रियों से मिलकर यूनिवर्सिटी में की जा रही हड़ताल के बार में अवगत करवाएंगे। साथ ही अपनी बहाली की सरकार से मांग करेंगे। हटाए गए शिक्षक डॉ. मनोज, ओमवीर, सुमन, पूनम व जसबीर सिंह का कहना है कि विवि प्रबंधन न हिंदी, लोक प्रशासन, विज्ञान और अन्य कई विषयों को मॉडर्न बताकर उनका पाठ्यक्रम बंद कर दिया है। देशभर में जितने भी संस्कृत विवि हैं। उन सब में ये विषय पढ़ाए जा रहे हैं। ऐसे में अकेले हरियाणा में ही ये विषय बंद करना न्यायोचित नहीं हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस संबंध में वे विवि प्रबंधन से बातचीत कर चुके हैं, ले कन कोई हल नहीं निकल रहा है। वे पिछले कई-कई वर्षों से विवि में शिक्षण का कर रहे हैं। अगर उन्हें इस प्रकार के आदेश जारी कर हटाया जाता है तो वे बेराेजगार हो जाएंगे। उनका यह भी कहना है कि संस्कृत विषय संस्कृति को जानने के लिए जरूरी है, लेकिन यह रोजगार परक नहीं है। रोजगार पाने के लिए व्यवसायिक विषयों को पढ़ाना जरूरी है। वे काफी समय से इसको लेकर संघर्ष कर रहे हैं। अब जल्द ही मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

2025 की पहली मौनी अमावस्या आज:पांडु पिंडारा में उमड़ेंगे श्रद्धालु, जींद में पांडवों ने की थी 12 सालों तक तपस्या

2025 की पहली मौनी अमावस्या आज:पांडु पिंडारा में उमड़ेंगे श्रद्धालु, जींद में पांडवों ने की थी 12 सालों तक तपस्या 2025 की पहली अमावस्या (मौनी अमावस्या) बुधवार को यानी आज है। धार्मिक मान्यताओं में मौनी अमावस्या को विशेष महत्व दिया गया है। मौनी अमावस्या जहां पितरों को खुश करने के लिए विशेष महत्व रखती है वहीं पितृ दोष भी इसी दिन दूर किया जा सकता है। पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या की तिथि का प्रारंभ 28 जनवरी को रात सात बजकर 35 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 29 जनवरी को शाम को 6 बजकर 5 मिनट पर होगा। जींद के पिंडारा तीर्थ पर आज श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी और पितृ तर्पण कर पिंडदान करेगी। मौनी अमावस्या के दिन सरोवर स्नान करें और इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। पिंडदान सूर्योदय के दौरान करना शुभ माना जाता है। इसके बाद चौकी पर अपने पूर्वज की तस्वीर रखें। गाय के गोबर, आटा, तिल और जौ आदि से पिंड बनाएं। इसे पितरों को अर्पित करें। अब इसे पवित्र नदी में बहा दें। पिंडदान के दौरान पितरों का ध्यान करें। इसके अलावा पितरों की शांति के लिए मंत्रों का जप करें। वहीं दान और स्नान करने से पितृ दोष के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। वहीं इस दिन गाय, कुत्ते और कौवे को भोजन अवश्य करवाना चाहिए। पिंडारा तीर्थ में आज लगेगी श्रद्धा की डुबकी
पांडू पिंडारा स्थित पिंड तारक तीर्थ पर बुधवार को मौनी अमावस्या पर श्रद्धालु सरोवर में स्नान, पिंडदान करके करके तर्पण करेंगे। पिंड तारक तीर्थ के संबंध में किंवदंती है कि महाभारत युद्ध के बाद पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पांडवों ने यहां 12 सालों तक सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में तपस्या की। बाद में सोमवती अमावस के आने पर युद्ध में मारे गए परिजनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया। तभी से यह माना जाता है कि पांडु पिंडारा स्थित पिंड तारक तीर्थ पर पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है। महाभारत काल से ही पितृ विसर्जन की अमावस्या, विशेषकर सोमवती अमावस्या पर यहां पिंडदान करने का विशेष महत्व है। पुजारी बोले- पितरों को खुश करने के लिए विशेष फलदायी है मौनी अमावस्या
पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है। अमावस्या के दिन पितरों को जल अवश्य अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद हमारे जीवन पर बना रहता है। इस दिन पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं मौनी अमावस्या के दिन चावल का दान करने का विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि ऐसा करने से सुख व समृद्धि आती है। मौनी अमावस्या के दिन तिल या तिल के लड्डू का भी दान किया जा सकता है। मौनी अमावस्या के दिन वस्त्र और कंबल के दान कर सकते हैं।

करनाल में माइनिंग को लेकर बड़ा हंगामा:सरपंच प्रतिनिधि सहित 15-20 लोगों पर धमकी और कार्य में बाधा डालने का आरोप

करनाल में माइनिंग को लेकर बड़ा हंगामा:सरपंच प्रतिनिधि सहित 15-20 लोगों पर धमकी और कार्य में बाधा डालने का आरोप हरियाणा में करनाल के चन्द्राव गांव में माइनिंग कार्य के दौरान बड़ा हंगामा हुआ। ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्यरत एक व्यक्ति ने गांव चन्द्राव के सरपंच प्रतिनिधि बलविंद्र सिंह और 15-20 अन्य लोगों ने माइनिंग कार्य में बाधा डाली और धमकी दी। आरोप है कि सरपंच प्रतिनिधि ने अपने लोगों के साथ मिलकर जेसीबी के रास्ते में गड्ढे खुदवा दिए। कंपनी की तरफ से इंद्री थाना में शिकायत की गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी सरपंच प्रतिनिधि व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। माइनिंग कार्य के दौरान हुई झड़प शिकायतकर्ता अरविंद कुमार ने शिकायत में बताया कि कल शाम को जब उनकी टीम माइनिंग का कार्य कर रही थी, तब सरपंच प्रतिनिधि बलविंद्र सिंह ने उनके पास आकर रेत के बदले पैसे मांगे। जब उन्होंने यह शर्त मानने से इनकार किया, तो बलविंद्र सिंह ने गांव के 15-20 लोगों के साथ मिलकर जेसीबी मशीन से उनका रास्ता खोद दिया। जमीन विवाद में फंसा मामला ​​​​​​​शिकायतकर्ता ने बताया कि जेसीबी मशीन गढ़पुरटापू गांव के सरपंच की थी। मौके पर बलविंद्र सिंह के साथ राजू, मोहन, राजकुमार नंबरदार, जिलाराम, काबल नंबरदार, स्वर्ण सिंह और अन्य 10-15 लोग मौजूद थे। इन लोगों ने माइनिंग कार्य में बाधा डालते हुए धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए, तो आगे भी ऐसे ही रुकावटें पैदा की जाएंगी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ​​​​​​​घटना के दौरान मौके पर डायल 112 को बुलाया गया। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, अरविंद कुमार और उनकी टीम को जान-माल का खतरा है। इन्द्री थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अरविंद कुमार की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने बलविंद्र सिंह और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 126, 351, 308(3), और 191(2) के तहत मामला दर्ज किया है।

फरीदाबाद की फैक्ट्री में आधी रात आग लगी:कर्मचारियों ने बाहर भागकर जान बचाई; गैस सिलेंडर भी निकाले वर्ना कई ब्लास्ट होते

फरीदाबाद की फैक्ट्री में आधी रात आग लगी:कर्मचारियों ने बाहर भागकर जान बचाई; गैस सिलेंडर भी निकाले वर्ना कई ब्लास्ट होते हरियाणा के फरीदाबाद में मंगलवार देर रात एक फैक्ट्री में आग लग गई। उस वक्त अंदर 3 कर्मचारी थे। आग लगने के बाद धुआं देखते ही उन्होंने फैक्ट्री से दौड़कर जान बचाई। इस दौरान फैक्ट्री में रखे गैस सिलेंडर भी तुरंत बाहर निकाले गए, अन्यथा फैक्ट्री में धमाके भी हो सकते थे। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड बुलाई गई। फिर फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने 4 घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया। आग लगने से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लाखों रुपए की गजक और नमकीन जल गई। अभी आग लगने के कारणों का भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ज्वलनशील पदार्थ से भड़की आग
दरअसल, गांव तिलपत में मुरैना नमकीन-गजक के नाम से फैक्ट्री खुली हुई है। जिसमें भारी मात्रा में कई प्रकार की गजक और नमकीन बनाए जाते है। कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार की देर रात करीब 10 बजे अचानक से फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग तेजी के साथ फैक्ट्री में फैल गई। घटना के समय फैक्ट्री में 2 से 3 कर्मचारी ही थे। जैसे ही कर्मचारियों को आग लगने का पता चला तो वे तुरंत बाहर की तरफ भागे। फैक्ट्री के अंदर ज्वलनशील पदार्थ रखा हुआ था। जब वह आग की चपेट में आया तो लपटें बढ़ गईं। आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। कर्मचारियों ने तुरंत घटना की सूचना फैक्ट्री मालिक और फायर ब्रिगेड को दी। लगातार 10 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची
आग की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। आग इतनी ज्यादा थी कि फायर बिग्रेड की एक के बाद एक गाड़ी खाली होती चली गई। मौके पर 10 गाड़ियां आईं। कर्मचारियों ने फैक्ट्री के अंदर रखे 2 गैस सिलेंडर तुरंत बाहर निकाले, जिससे ब्लास्ट होने से बच गया। अगर सिलेंडर आग की चपेट में आ जाते तो आसपास की बिल्डिंगों को भी नुकसान हो सकता था। कर्मचारियों ने आग बुझने के बाद चेक किया कि कोई फैक्ट्री का कर्मचारी अंदर तो नहीं फंसा था, लेकिन अंदर कोई नहीं मिला। लाखों का सामान जला
फैक्ट्री में आग लगने के लाखों रुपए का सामान जल गया। इसमें दुकानों पर सप्लाई के लिए रखा गया तैयार माल भी शामिल है। अभी पूरे नुकसान का आंकड़ा नहीं पता चल पाया है। पल्ला थाना क्षेत्र प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। आग लगने के कारणों को अभी पता नही चला है। ************************ ये खबर भी पढ़ें :- जालंधर में लेदर फैक्ट्री में लगी आग:स्पोर्ट्स आइटम जलकर राख पंजाब के जालंधर में मंगलवार देर रात बस्ती गुजां स्थित दिलबाग नगर में लेदर फैक्ट्री के गोदाम में आग लग गई। जिसमें स्पोर्ट्स का सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पढ़ें पूरी खबर

भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया

भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया भिवानी में प्लॉट बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से 4 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। उसने करीब 14 साल पहले 200 गज का प्लॉट खरीदने के लिए 4.60 लाख रुपए दिए थे। लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जिसके बाद जब उसने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के शांति नगर कैंट रोड निवासी करीब 68 वर्षीय करतार सिंह ने एसपी को शिकायत दी। शिकायत में उसने बताया कि आरोपी रोशनलाल से उसकी पुरानी जान-पहचान है। वर्ष 2011 में रोशनलाल ने उसे (करतार सिंह) भिवानी के देव नगर में करीब 200 वर्ग गज का प्लॉट 2800 रुपए प्रति गज के हिसाब से खरीदने को कहा। उसने उसे यह भी झांसा दिया कि भविष्य में प्लॉट की कीमत भी बढ़ जाएगी। उसने उसे बातों में फंसाकर प्लॉट खरीदने के लिए राजी कर लिया और प्लॉट देखने के लिए घर बुला लिया। 4.60 लाख रुपए में बिका प्लॉट जब पीड़ित रोशन लाल के घर गया तो वहां उसे रणबीर मिला। दोनों मिलकर काम करते थे। उसने कहा कि 29 जून 2011 को कुल 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर आओ और कागज तैयार करवा देंगे। इसके बाद 29 जून 2011 को विक्रम, रोशनलाल और रणबीर ने 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर 10 रुपए के स्टांप पेपर पर इकरारनामा बनवा लिया। प्लॉट बेचने वाले विक्रम ने इस पर हस्ताक्षर किए। रोशनलाल और रणबीर ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री खुलने पर करवा देंगे। कई दिनों तक टालमटोल करते रहे। रजिस्ट्री करवाने का आश्वासन देते रहे। लेकिन आज तक रजिस्ट्री नहीं करवाई। जब पीड़ित ने आरोपियों से ब्याज सहित अपने 4 लाख 60 हजार रुपए वापस मांगे तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। विक्रम प्लॉट का मालिक नहीं जब रिकॉर्ड चेक किया तो पता चला कि विक्रम उस प्लॉट का मालिक नहीं है और तीनों आरोपियों ने साजिश रचकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विक्रम, रोशनलाल और रणबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया

भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया भिवानी में प्लॉट बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से 4 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। उसने करीब 14 साल पहले 200 गज का प्लॉट खरीदने के लिए 4.60 लाख रुपए दिए थे। लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जिसके बाद जब उसने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के शांति नगर कैंट रोड निवासी करीब 68 वर्षीय करतार सिंह ने एसपी को शिकायत दी। शिकायत में उसने बताया कि आरोपी रोशनलाल से उसकी पुरानी जान-पहचान है। वर्ष 2011 में रोशनलाल ने उसे (करतार सिंह) भिवानी के देव नगर में करीब 200 वर्ग गज का प्लॉट 2800 रुपए प्रति गज के हिसाब से खरीदने को कहा। उसने उसे यह भी झांसा दिया कि भविष्य में प्लॉट की कीमत भी बढ़ जाएगी। उसने उसे बातों में फंसाकर प्लॉट खरीदने के लिए राजी कर लिया और प्लॉट देखने के लिए घर बुला लिया। 4.60 लाख रुपए में बिका प्लॉट जब पीड़ित रोशन लाल के घर गया तो वहां उसे रणबीर मिला। दोनों मिलकर काम करते थे। उसने कहा कि 29 जून 2011 को कुल 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर आओ और कागज तैयार करवा देंगे। इसके बाद 29 जून 2011 को विक्रम, रोशनलाल और रणबीर ने 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर 10 रुपए के स्टांप पेपर पर इकरारनामा बनवा लिया। प्लॉट बेचने वाले विक्रम ने इस पर हस्ताक्षर किए। रोशनलाल और रणबीर ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री खुलने पर करवा देंगे। कई दिनों तक टालमटोल करते रहे। रजिस्ट्री करवाने का आश्वासन देते रहे। लेकिन आज तक रजिस्ट्री नहीं करवाई। जब पीड़ित ने आरोपियों से ब्याज सहित अपने 4 लाख 60 हजार रुपए वापस मांगे तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। विक्रम प्लॉट का मालिक नहीं जब रिकॉर्ड चेक किया तो पता चला कि विक्रम उस प्लॉट का मालिक नहीं है और तीनों आरोपियों ने साजिश रचकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विक्रम, रोशनलाल और रणबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बहन की मौत पर भाई बोला– अंतिम संस्कार कर देना:मैं नहीं आ सकता, फिर मोबाइल बंद किया; करनाल के फ्लैट में अकेली रहती थी

बहन की मौत पर भाई बोला– अंतिम संस्कार कर देना:मैं नहीं आ सकता, फिर मोबाइल बंद किया; करनाल के फ्लैट में अकेली रहती थी करनाल में पारिवारिक रिश्तों में कड़वाहट का दर्दनाक उदाहरण दिखा है। यहां एक 60 साल की महिला की मौत हो गई। पड़ोसियों ने तुरंत उसके सगे भाई को सूचना देने के लिए फोन किया। बहन की मौत की बात सुनकर भाई बोला- अंतिम संस्कार कर देना, मैं नहीं आ सकता। इसके बाद कोई दोबारा कॉल न कर पाए, इसके लिए उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। महिला के बेटे का भी कोई पता नहीं लगा। इसके बाद ‘अपना आशियाना’ संस्था की टीम वहां पहुंची। उन्होंने परिवार के इनकार करने पर खुद अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली। हालांकि महिला की केयरटेकर से उसके भांजे का पता चला। जिसके बाद भांजे ने पंचकूला से आकर अंतिम संस्कार किया। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… पति 30 साल पहले छोड़कर चला गया
संस्था के सदस्य राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि करनाल के सेक्टर 6 में रहने वाली नीलम हाउसवाइफ थी। करीब 30 साल पहले उसका पति उसे छोड़कर चला गया। उसका एक बेटा था। इसके अलावा महिला के 2 भाई थे। दोनों भाई दिल्ली में रहते हैं, जबकि बेटा लुधियाना में रहता है। एक महीने पहले गिरी, कूल्हा टूट गया
एक महीने पहले महिला अचानक गिर गई। इससे उसका कूल्हा टूट गया। इस वजह से वह अच्छी तरह से चल-फिर नहीं पाती थी। वह बीमार भी रहती थी। संस्था सदस्य अरोड़ा के मुताबिक वह किसी आयुर्वेदिक अस्पताल से इलाज करा रही थी। वह खाना नहीं बना पाती थी, इसलिए टिफिन लगवा रखा था। केयरटेकर बोली- सुबह बेड से नीचे गिरी मिली
नीलम ने अपनी देखभाल के लिए मीरा को केयरटेकर के तौर पर रखा था। मीरा ने बताया कि वह मंगलवार सुबह नीलम के फ्लैट पर पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। वह अंदर गई तो देखा कि नीलम बेड से नीचे गिरी हुई थी। उसने तुरंत पड़ोसियों को इसके बारे में बताया। उन्होंने चैक किया तो महिला की मौत हो चुकी थी। इसके बाद ही उन्होंने भाई को फोन किया था। उसने आने से इनकार कर दिया। केयरटेकर बोली– कभी कोई मिलने नहीं आया
मीरा ने बताया कि वह 5 साल से फ्लैट में नीलम की देखभाल कर रही थी। उससे कभी कोई रिश्तेदार मिलने नहीं आया। पंचकूला से उसका एक भांजा अश्विनी जरूर उसको खर्चा देता था। मीरा के बताने के बाद ही संस्था ने अंतिम संस्कार के लिए उससे संपर्क किया था। महिला के बेटे के बारे में भी यहां किसी को जानकारी नहीं थी।