हरियाणा कैबिनेट में 15% मंत्री बनाए जाने का मामला:हाईकोर्ट में समय की कमी से सुनवाई स्थगित, याची की दलील-14 मंत्री नहीं होने चाहिए

हरियाणा कैबिनेट में 15% मंत्री बनाए जाने का मामला:हाईकोर्ट में समय की कमी से सुनवाई स्थगित, याची की दलील-14 मंत्री नहीं होने चाहिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह की कैबिनेट में कुल विधायकों के 15% मंत्रियों को जगह दिए जाने के मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता समय की कमी के कारण अपनी दलीलें पूरी नहीं कर सका, इसलिए कोर्ट ने मामले को शेष दलीलों के लिए 4 फरवरी तक स्थगित कर दिया। इस मामले में हाईकोर्ट पहले ही राज्य सरकार व केंद्र को नोटिस भेजकर जवाब तलब कर चुका है। याचिका में आरोप लगाया गया कि मंत्रिमंडल में अधिकतम मंत्री 13.5 प्रतिशत हो सकते हैं, मगर हरियाणा में इस समय 14 मंत्री हैं, जो कि संविधान संशोधन का उल्लंघन है। संविधान संशोधन के उल्लंघन का आरोप इस मामले को लेकर एडवोकेट जगमोहन सिंह भट्टी ने याचिका दायर कर बताया कि संविधान के 91वें संशोधन के तहत राज्य में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या विधानसभा के कुल विधायकों की संख्या का 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती है। कैबिनेट में अधिकतम मंत्री 13.5 हो सकते हैं, लेकिन हरियाणा में इस समय 14 मंत्री हैं, जो कि संविधान के संशोधन का उल्लंघन है। याचिका में सीएम सहित सभी प्रतिवादी याचिका में याचिकाकर्ता ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, अनिल विज, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, डॉ. अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, कृष्ण कुमार बेदी, श्रुति चौधरी, आरती राव, राजेश नागर और गौरव गौतम के अलावा केंद्र सरकार व हरियाणा विधानसभा को प्रतिवादी बनाया है। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया गया कि हरियाणा सरकार द्वारा जो मंत्री पद और कैबिनेट रैंक बांटी गई है, उसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है। विधायकों को खुश करने के लिए मंत्रियों की संख्या बढ़ाई जा रही है और उनको भुगतान जनता की गाढ़ी कमाई से किया जाता है। मंत्रियों को हटाने की याचिका में मांग याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील करते हुए कहा कि तय संख्या से अधिक मंत्री होने के चलते अतिरिक्त मंत्रियों को हटाया जाए। इसके साथ ही याचिका लंबित रहते मंत्रियों को मिलने वाले लाभ पर रोक पर रोक लगाए जाने की भी हाईकोर्ट से मांग की गई हैं। जब मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और उसके बाद नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था और सैनी ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था उसको लेकर भी भट्टी ने याचिका दायर की थी जो अभी हाईकोर्ट में विचाराधीन है।

पानीपत टेक्सटाइल प्रदर्शनी में पहुंचे उद्योग मंत्री:राव नरबीर सिंह बोले- बैन होने के बाद भी बिक रही पॉलीथिन, यह प्रशासन की विफलता

पानीपत टेक्सटाइल प्रदर्शनी में पहुंचे उद्योग मंत्री:राव नरबीर सिंह बोले- बैन होने के बाद भी बिक रही पॉलीथिन, यह प्रशासन की विफलता हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह मंगलवार को पानीपत पहुंचे। यहां वे नई अनाज मंडी में आयोजित तीन दिवसीय कपड़ा प्रदर्शनी में पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही व्यापारियों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कृषि के साथ-साथ उद्योग भी विकसित होंगे तो देश तरक्की कर सकेगा। हरियाणा जो कि एक छोटा सा राज्य है, उद्योगों के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा है। अब उद्योगों के मामले में देश में प्रथम स्थान पर आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। प्रतिबंधित होने के बाद भी बिक रही है पॉलीथिन, प्रशासन रोकने में असफल मंत्री ने कहा कि प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यापार और उद्योग में तमाम तरह के सकारात्मक बदलाव किए जा रहे हैं। प्रदेश में पॉलीथिन प्रतिबंधित है, लेकिन फिर भी इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। लोग इसका भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। यह प्रशासन की विफलता है, जो इसे रोक नहीं पा रहा है। साथ ही उन्होंने व्यक्तिगत उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने दो बच्चों की शादी कर दी है। लेकिन मैंने कार्ड नहीं छपवाए और न ही बांटे। इससे भी प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। आधुनिकता के इस दौर में सभी को फोन करके आमंत्रित किया जाता था। प्रदेश का होता है विकास राव नरबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य लक्ष्य हरियाणा को उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। उन्होंने उद्योगपतियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इन समस्याओं के समाधान के लिए दिशा-निर्देश भी दिए। मंत्री ने यह भी कहा कि उद्योगों के विकास से न केवल प्रदेश बल्कि देश का भी समग्र विकास होता है।

बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी

बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी हरियाणा में एक पारिवारिक रिश्तों में खटास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सेक्टर-6 के एक फ्लैट में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला नीलम की मृत्यु हो गई। उनकी मौत के बाद कोई अपना उनका अंतिम संस्कार करने तक नहीं पहुंचा। सगे भाई ने बहन की मौत की सूचना मिलने के बावजूद आने से इनकार कर दिया। उसने पड़ोसियों को फोन पर कहा कि दाह संस्कार कर देना, मैं नहीं आ सकता। उसने अपना फोन भी बंद कर दिया। महिला की मौत की सूचना मिलने के बाद ‘अपना आशियाना’ संस्था की टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया और अब वे ही महिला नीलम का अंतिम संस्कार करवाएंगे। टीम के सदस्य राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि पड़ोसियों से बात करने पर पता चला है कि महिला बेहद लाचार स्थिति में थी। उनका कूल्हा टूट चुका था और इसकी वजह से वे चलने-फिरने में सक्षम नहीं थी। सुबह बेड से नीचे गिरी मिली महिला
पड़ोसियों की मानें तो सेक्टर-6 में रहने वाली नीलम ने जिंदगी के आखिरी दिन बड़ी मुश्किलों में गुजारे। वे अकेली रहती थी और खुद का ख्याल रखने के लिए उन्होंने एक सहायिका को लगाया हुआ था। सहायिका मीरा ने बताती है की वो रोज नीलम की देखभाल के लिए उसके फ्लैट पर आती थी। आज भी जब वह फ्लैट के सामने पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। वह अंदर घुसी तो नीलम बेड से नीचे गिरी हुई थी। कभी कोई मिलने नहीं आता था- मीरा
सहायिका ने कहा- मैं पिछले 5 सालों से नीलम की देखभाल कर रही थी। लेकिन मैंने कभी नहीं देखा की नीलम का कोई रिश्तेदार उनसे मिलने आया हो। नीलम को नीचे गिरा देखो तो उसने आसपास के पड़ोसियों को बुलाया, कुछ लोगों ने नीलम की सांसे चेक की तो पता चला की उनकी मौत हो चुकी है। भाई ने किया आने से मना
पड़ोसियों ने तुरंत नीलम के भाई को मौत की जानकारी दी, लेकिन उसने आने से मना कर दिया। भाई ने पड़ोसियों को कहा कि दाह संस्कार कर देना। उसके बाद बताया जा रहा है कि फोन बंद कर लिया। अपना आशियाना संस्था के सदस्य राजकुमार अरोडा ने बताया कि मृतका के कमरे से मिले दस्तावेजों से पता चला कि वे किसी आयुर्वेदिक औषधालय से इलाज करवा रही थीं। खाने की व्यवस्था के लिए उन्होंने टिफिन सर्विस लगवाई हुई थी। अरोड़ा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के दौर में रिश्तेदार इस हद तक गैर-जिम्मेदार और बेरुख हो गए हैं। लेकिन हम इंसानियत के नाते सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनका अंतिम संस्कार करेंगे।

बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी

बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी हरियाणा में एक पारिवारिक रिश्तों में खटास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सेक्टर-6 के एक फ्लैट में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला नीलम की मृत्यु हो गई। उनकी मौत के बाद कोई अपना उनका अंतिम संस्कार करने तक नहीं पहुंचा। सगे भाई ने बहन की मौत की सूचना मिलने के बावजूद आने से इनकार कर दिया। उसने पड़ोसियों को फोन पर कहा कि दाह संस्कार कर देना, मैं नहीं आ सकता। उसने अपना फोन भी बंद कर दिया। महिला की मौत की सूचना मिलने के बाद ‘अपना आशियाना’ संस्था की टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया और अब वे ही महिला नीलम का अंतिम संस्कार करवाएंगे। टीम के सदस्य राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि पड़ोसियों से बात करने पर पता चला है कि महिला बेहद लाचार स्थिति में थी। उनका कूल्हा टूट चुका था और इसकी वजह से वे चलने-फिरने में सक्षम नहीं थी। सुबह बेड से नीचे गिरी मिली महिला
पड़ोसियों की मानें तो सेक्टर-6 में रहने वाली नीलम ने जिंदगी के आखिरी दिन बड़ी मुश्किलों में गुजारे। वे अकेली रहती थी और खुद का ख्याल रखने के लिए उन्होंने एक सहायिका को लगाया हुआ था। सहायिका मीरा ने बताती है की वो रोज नीलम की देखभाल के लिए उसके फ्लैट पर आती थी। आज भी जब वह फ्लैट के सामने पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। वह अंदर घुसी तो नीलम बेड से नीचे गिरी हुई थी। कभी कोई मिलने नहीं आता था- मीरा
सहायिका ने कहा- मैं पिछले 5 सालों से नीलम की देखभाल कर रही थी। लेकिन मैंने कभी नहीं देखा की नीलम का कोई रिश्तेदार उनसे मिलने आया हो। नीलम को नीचे गिरा देखो तो उसने आसपास के पड़ोसियों को बुलाया, कुछ लोगों ने नीलम की सांसे चेक की तो पता चला की उनकी मौत हो चुकी है। भाई ने किया आने से मना
पड़ोसियों ने तुरंत नीलम के भाई को मौत की जानकारी दी, लेकिन उसने आने से मना कर दिया। भाई ने पड़ोसियों को कहा कि दाह संस्कार कर देना। उसके बाद बताया जा रहा है कि फोन बंद कर लिया। अपना आशियाना संस्था के सदस्य राजकुमार अरोडा ने बताया कि मृतका के कमरे से मिले दस्तावेजों से पता चला कि वे किसी आयुर्वेदिक औषधालय से इलाज करवा रही थीं। खाने की व्यवस्था के लिए उन्होंने टिफिन सर्विस लगवाई हुई थी। अरोड़ा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के दौर में रिश्तेदार इस हद तक गैर-जिम्मेदार और बेरुख हो गए हैं। लेकिन हम इंसानियत के नाते सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनका अंतिम संस्कार करेंगे।

जींद में तनावपूर्ण माहौल में अवैध कॉलोनी ढहाई:लोगों और पुलिस के बीच झड़प; डीटीपी बोले- नोटिस के बाद भी नहीं हटाया

जींद में तनावपूर्ण माहौल में अवैध कॉलोनी ढहाई:लोगों और पुलिस के बीच झड़प; डीटीपी बोले- नोटिस के बाद भी नहीं हटाया हरियाणा के जींद में नए बस अड्डे के साइड में मंगलवार दोपहर को जिला नगर योजनाकार विभाग ने अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को ढहाना शुरू कर दिया। यहां पर लोगों ने विभागीय कार्रवाई का विरोध किया और जेसीबी को रुकवाने का प्रयास किया। पुलिस ने लोगों को साइड में करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हल्की झड़प भी हो गई। इसके बाद पुलिस बल को बुलाया गया और लोगों को साइड में किया गया। 3 बजे तक जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्रवाई जारी रही। डीटीपी अमले द्वारा एक दुकान, तीन-चार कच्चे स्ट्रक्चर, सात-आठ नींव को उखाड़ दिया गया है। सड़क नेटवर्क को भी तोड़ा जा रहा है। लोगों का कहना है कि एक साल से यहां निर्माण कार्य किया जा रहा है, अब तक यहां कार्रवाई क्यों नहीं की। जबकि डीटीपी सुनील का कहना है कि अवैध निर्माण करने से पहले लोगों को नोटिस दिए गए थे। तीन से चार जेसीबी लेकर पहुंची टीम सुबह 11 बजे के बाद जिला नगर योजनाकार विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस बल नए बस अड्डे के साइड में सात से आठ एकड़ में विकसित की गई काॅलोनी में पहुंचे। इस दौरान तीन से चार जेसीबी भी थी। विभाग ने कार्रवाई शुरू की और सड़क नेटवर्क को उखाड़ना शुरू किया, तो लोग विरोध में उतर आए। कभी जेसीबी के आगे खड़े होने लगे, तो साथ ही कुछ लोग जेसीबी के ऊपर चढ़कर कार्रवाई को रुकवा दिया। तभी पुलिस ने लोगों को हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाएं आगे आई, तो महिला पुलिस की सहायता से उन्हें भी हटा दिया। एक साथ लोगों की भीड़ आई, तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। इस दौरान लोगों के साथ पुलिस की झड़प भी हुई। लोगों की पुलिस के साथ झड़प लोगों की सिविल लाइन थाना पुलिस के साथ हल्की झड़प भी हुई। इस कारण हालात तनावपूर्ण हो गए। काफी देर तक लोग और पुलिस आमने-सामने रहे। इसके बाद सिविल लाइन के अलावा शहर थाना से पुलिस बल बुलाया गया और लोगों को साइड में किया गया। प्रशासन का तर्क कार्रवाई से पहले दिया था नोटिस
जिला नगर योजनाकार सुनील ने बताया कि कार्रवाई से पहले अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस दिया गया था। इसके बावजूद भी अवैध निर्माण को रोका नहीं गया। इसलिए मंगलवार को कार्रवाई की गई। लोगों ने विरोध भी किया। दोपहर बाद तीन बजे तक एक दुकान, तीन-चार स्ट्रक्चर, नींव, सड़क नेटवर्क को तोड़ा गया।

गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने ली बसपा नेता हत्याकांड की जिम्मेदारी:कहा- ये तो शुरुआत है; 2 लाख का इनामी बदमाश, 5 गोलियां मारीं, 5 गिरफ्तार

गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने ली बसपा नेता हत्याकांड की जिम्मेदारी:कहा- ये तो शुरुआत है; 2 लाख का इनामी बदमाश, 5 गोलियां मारीं, 5 गिरफ्तार हरियाणा के अंबाला जिले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता हरबिलास की हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है। हत्या के तीन दिन बाद, 2 लाख के इनामी बदमाश और कुख्यात गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। वेंकट गर्ग ने धमकी भरे शब्दों में लिखा, सब्र रखो, सबका हिसाब होगा। ये तो सिर्फ शुरुआत है। अब उसकी यह पोस्ट अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। साइबर सेल की मदद से पुलिस की अब आरोपियों तक पहुंचने की कोशिशें तेज हो गई हैं। ये लिखा है पोस्ट में वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर जो पोस्ट डाली है उसमें लिखा नारायणगढ़ कॉम्प्लेक्स में जो हत्याकांड हुआ, वह मैंने किया है। हमारे खिलाफ साजिश रचने वालों का यही हाल होगा। जो भी हमारे खिलाफ वालों का साथ देगा या उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई संबंध रखेगा उसका भी यही हाल होगा। जो भी किया है हमने खुद किया है। प्रशासन किसी को नाजायज तंग ना करे। मेरा किसी गैंग से कोई लिंक नहीं है और ना ही कोई दुश्मनी। हां हम अपनी लड़ाई लड रहे है। कोई भी कहीं इंटरफेयर ना करे। नुकसान करते समय ये नहीं देखा जाएगा वो कौन है और किस लेवल का है। सब्र करो सबका हिसाब होगा। ये तो शुरुआत है वेट एंड वॉच वेंकट गर्ग। हरबिलास की हत्या की जांच में तेजी 24 जनवरी की देर शाम को बसपा नेता हरबिलास को पांच गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। पुलिस ने वेंकट गर्ग, अजय, अरुण, साहिल, मनीष मित्तल, तुषार, नेहाल और अंजू गर्ग सहित कुल आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी अरुण गर्ग, अजय गर्ग, अंजू गर्ग, साहिल शर्मा व मनीष मित्तल को कल कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से अदालत ने अंजू गर्ग को न्यायिक हिरासत में जिला जेल तो अन्य को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। वकीलों ने भी किया वर्क सस्पेंड बता दें कि हरबिलास नारायणगढ़ बार एसोसिएशन का सदस्य था, और इस हत्या के विरोध में व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज अंबाला कोर्ट में वकीलों ने वर्क सस्पेंड कर दिया है। वकीलों ने आरोपियों की पैरवी न करने का ऐलान किया और सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वेंकट गर्ग का आपराधिक इतिहास वेंकट गर्ग पहले मोनू राणा गैंग से जुड़ा हुआ था, लेकिन बाद में उसने अपना गैंग बना लिया। उसकी अपराधों की लिस्ट लंबी है, जिसमें अंबाला, यमुनानगर और आसपास के इलाकों में कई गंभीर मामले शामिल हैं। वेंकट गर्ग पर हमले भी हुए हैं और वह कई बार जेल की सजा भी काट चुका है।

रोहतक में 8 किलो के ट्यूमर की सफल सर्जरी:अल्ट्रासाउंड से हुई पहचान, 3 घंटे चला ऑपरेशन, महिला को पेट में थी भारीपन की शिकायत

रोहतक में 8 किलो के ट्यूमर की सफल सर्जरी:अल्ट्रासाउंड से हुई पहचान, 3 घंटे चला ऑपरेशन, महिला को पेट में थी भारीपन की शिकायत रोहतक जिले के पीजीआईएमएस में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सविता सिंघल और उनकी टीम ने एक महिला को नई जिंदगी दी है। टीम ने सफल सर्जरी कर महिला के पेट से 8 किलो का ओवरियन ट्यूमर निकाला है। डॉ. सविता सिंघल ने बताया कि जींद की 50 वर्षीय महिला पेट में भारीपन की समस्या लेकर उनके पास आई थी। महिला ने बताया कि वह पिछले एक साल से पेट में भारीपन की समस्या से परेशान है और उसने एक निजी अस्पताल में भी इलाज कराया, जहां उसे आराम नहीं मिला और इसलिए उसे जींद के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां से उसे पीजीआईएमएस रेफर कर दिया गया। अल्ट्रासाउंड में ट्यूमर का पता चला डॉ. सविता सिंघल ने बताया कि जब महिला का अल्ट्रासाउंड कराया गया तो चौंकाने वाली बात सामने आई। महिला के अंडाशय में बहुत बड़ा ट्यूमर है, जिस पर महिला की आगे की जांच करवाकर जल्द से जल्द सर्जरी करने की योजना बनाई गई, ताकि महिला की जान को खतरा न हो। 8 किलो का ट्यूमर निकाला गया डॉ. सविता ने बताया कि करीब तीन घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद 8 किलो का ट्यूमर निकाला गया। ट्यूमर का आकार करीब 42 x 40 सेमी था। उन्होंने इतना बड़ा ट्यूमर पहली बार देखा है। ऑपरेशन में उनके विभाग की डॉ. मोनिका दलाल, डॉ. शिखा मदान और डॉ. प्रेरणा मौजूद रहीं।

हैफेड गोदाम में गेहूं पर छिड़काव का VIDEO वायरल:दावा-पानी डाला गया; अधिकारी बोले- स्प्रे किया था, बदनाम किया जा रहा

हैफेड गोदाम में गेहूं पर छिड़काव का VIDEO वायरल:दावा-पानी डाला गया; अधिकारी बोले- स्प्रे किया था, बदनाम किया जा रहा हरियाणा के कैथल में हैफेड गोदाम का वीडियो बनाकर वायरल करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। इस वीडियो में दिखाया गया था कि कर्मचारियों ने गोदाम में रखे गेहूं पर पानी का छिड़काव किया है। इससे गेहूं गीला और भारी होगा, और लोगों तक कम गेहूं पहुंचेगा। हालांकि, वायरल वीडियो के दावे को गोदाम इंचार्ज ने झूठा बताया। उन्होंने कहा कि गेहूं पर पानी का नहीं, बल्कि सुरक्षित रखने के लिए स्प्रे किया गया था। झूठा दावा कर विभाग को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अब वीडियो बनाने वाले गोदाम के सिक्योरिटी गार्ड पर कार्रवाई होगी। वायरल वीडियो का यह था पूरा मामला… वायरल वीडियो में गेहूं की गीली बोरियां दिखाईं
बता दें कि सोशल मीडिया पर मंगलवार को एक वीडियो शेयर किया गया, जो कैथल के हैफेड गोदाम का था। यह वीडियो रात का था। इसमें गोदाम में रखी गेहूं की बोरियों को दिखाया गया, जोकि गीली थीं। इसके अलावा बोरियों के पास जमीन भी गीली थी। वीडियो में बताया गया कि गेहूं को भारी करने के लिए विभाग के कर्मचारियों ने बोरियों पर पानी का छिड़काव किया है। वीडियो में गोदाम के कोनों को भी दिखाया गया। इनमें साफ देखा जा सकता है कि बोरियों पर सीलन आई हुई थी। हालांकि, वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई। 6 सदस्यीय टीम ने की मामले की जांच
वीडियो वायरल होने के बाद यह बात हैफेड अधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद कैथल हैफेड के DM सुरेश वैद ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और हैफेड मुख्यालय में की। मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यालय ने जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया। इस टीम में डॉक्टर जसबीर सिंह, रमेश कुमार, मैनेजर सुखबीर सिंह, रवि कुमार, मानसिंह और प्रेम सिंह शामिल थे। इस टीम ने मामले की जांच की और पता लगाया कि वीडियो बनाकर वायरल करने वाला शख्स गोदाम का सिक्योरिटी गार्ड है। उसका नाम सतीश है। वह रामगढ़ का रहने वाला है। वह सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से गोदाम में लगा था। रूटीन प्रोसेस के तहत किया था स्प्रे
टीम ने वीडियो के दावों की भी जांच की। कैथल हैफेड गोदाम की जिम्मेदारी इंचार्ज संजीव ढुल के पास है। टीम ने जब उनसे संपर्क कर जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि बीती रात ही स्टॉक को सुरक्षित बनाए रखने के लिए उस पर स्प्रे किया गया था। यह रूटीन प्रोसेस है। इसके बाद टीम ने गोदाम जाकर गेहूं की बोरियों की भी जांच की। उसमें पाया कि बोरियों में गेहूं सूखा था और नमी की मात्रा भी सामान्य 13.5 प्रतिशत ही थी। इस दौरान स्टॉक की ऊपर परत की जांच की गई थी। टीम को इसमें कोई कमी नहीं दिखी, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने मुख्यालय में जमा कर दी। सिक्योरिटी गार्ड बुलाया, लेकिन पहुंचा नहीं
टीम ने मौके पर वीडियो वायरल करने वाले सिक्योरिटी गार्ड को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह आया नहीं। इसकी शिकायत विभाग मुख्यालय के साथ कैथल DC को भी दी गई है। इस पर DM सुरेश वैद ने कहा है कि सिक्योरिटी गार्ड ने झूठा वीडियो जारी कर विभाग को बदनाम करने का प्रयास किया है।

करनाल में केजरीवाल-आतिशी का पुतला फूंका:सड़कों पर उतरे भाजपा विधायक, बोले- सार्वनजिक रुप से माफी मांगे दिल्ली के पूर्व सीएम

करनाल में केजरीवाल-आतिशी का पुतला फूंका:सड़कों पर उतरे भाजपा विधायक, बोले- सार्वनजिक रुप से माफी मांगे दिल्ली के पूर्व सीएम दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान से हरियाणा में सियासी भूचाल आ गया है। करनाल में भाजपा विधायक जगमोहन आनंद समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का पुतला जलाकर रोष व्यक्त किया गया। भाजपा विधायक आनंद ने केजरीवाल के बयान की निंदा की और कहा कि केजरीवाल अपने बयान पर पूरे देश के सामने माफी मांगे। बता दें कि, हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यमुना में जहर हरियाणा सरकार ने मिलाया है और भाजपा चाहती है कि लोग मरे। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। विधायक जगमोहन आनंद का बयान करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने आप पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह बयान हमारे ओबीसी समाज से जुड़े एक ईमानदार मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ साजिश है। हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाना सरासर झूठ और घटिया राजनीति का नमूना है। यह बयान केवल दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए दिया गया है। भाजपा का सख्त रुख विधायक आनंद ने साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल हरियाणा सरकार पर ही नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। केजरीवाल को समझना चाहिए कि हरियाणा का मुख्यमंत्री नायब सैनी 2.80 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इतने बड़े जनादेश के साथ चुने गए व्यक्ति पर इस तरह के आरोप बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। यमुना मैया केजरीवाल को डुबो देगी भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल यमुना नदी के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी यह चाल नहीं चलेगी। विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि यमुना मैया का सहारा लेकर सत्ता में आने वाले केजरीवाल को अब यमुना मैया ही डुबो देगी। हरियाणा के सीएम नायब सैनी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। दिल्ली की जनता भी उन्हें सुनना और समझना चाहती है। केजरीवाल को दी चेतावनी ​​​​​​​भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अपना बयान वापस नहीं लिया और माफी नहीं मांगी, तो पार्टी उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाएगी। विधायक आनंद ने कहा कि हमारे संगठन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। जल्द ही केजरीवाल और आतिशी को उनके बयानों की सजा भुगतनी पड़ेगी।

करनाल में केजरीवाल-आतिशी का पुतला फूंका:सड़कों पर उतरे भाजपा विधायक, बोले- सार्वनजिक रुप से माफी मांगे दिल्ली के पूर्व सीएम

करनाल में केजरीवाल-आतिशी का पुतला फूंका:सड़कों पर उतरे भाजपा विधायक, बोले- सार्वनजिक रुप से माफी मांगे दिल्ली के पूर्व सीएम दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान से हरियाणा में सियासी भूचाल आ गया है। करनाल में भाजपा विधायक जगमोहन आनंद समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का पुतला जलाकर रोष व्यक्त किया गया। भाजपा विधायक आनंद ने केजरीवाल के बयान की निंदा की और कहा कि केजरीवाल अपने बयान पर पूरे देश के सामने माफी मांगे। बता दें कि, हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यमुना में जहर हरियाणा सरकार ने मिलाया है और भाजपा चाहती है कि लोग मरे। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। विधायक जगमोहन आनंद का बयान करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने आप पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह बयान हमारे ओबीसी समाज से जुड़े एक ईमानदार मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ साजिश है। हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाना सरासर झूठ और घटिया राजनीति का नमूना है। यह बयान केवल दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए दिया गया है। भाजपा का सख्त रुख विधायक आनंद ने साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल हरियाणा सरकार पर ही नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। केजरीवाल को समझना चाहिए कि हरियाणा का मुख्यमंत्री नायब सैनी 2.80 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इतने बड़े जनादेश के साथ चुने गए व्यक्ति पर इस तरह के आरोप बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। यमुना मैया केजरीवाल को डुबो देगी भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल यमुना नदी के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी यह चाल नहीं चलेगी। विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि यमुना मैया का सहारा लेकर सत्ता में आने वाले केजरीवाल को अब यमुना मैया ही डुबो देगी। हरियाणा के सीएम नायब सैनी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। दिल्ली की जनता भी उन्हें सुनना और समझना चाहती है। केजरीवाल को दी चेतावनी ​​​​​​​भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अपना बयान वापस नहीं लिया और माफी नहीं मांगी, तो पार्टी उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाएगी। विधायक आनंद ने कहा कि हमारे संगठन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। जल्द ही केजरीवाल और आतिशी को उनके बयानों की सजा भुगतनी पड़ेगी।