हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महावीर सिंह को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 2024 के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 2 प्रतिशत वैज्ञानिक की सूची में शामिल किया है। प्रोसेसर महावीर सिंह को विशेष रूप से एप्लाइड फिजिक्स ( मैटेरियल साइंस ) के क्षेत्र में मैग्नेटिक नैनो टेक्नोलॉजी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। वह शिमला के कुमारसैन के रहने वाले हैं। प्रोसेसर महावीर सिंह बीते 12 सालों से शोध कार्यों के लिए समर्पित है। उन्होंने हाल ही में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए और संचार में गीगाहर्टज आवृति रेंज , एंटीना लघुकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए मैग्नेटिक नैनो टेक्नोलॉजी के अभिनव अनुप्रयोगों के महत्व पूर्ण खोज की है। रिसर्च के क्षेत्र में उनका काम जैविक कोशिकाओं और एंजाइमों की गतिविधि को भी बढ़ाता है। मैग्नेटिक नेनो टेक्नोलॉजी पर्यावरण के अनुकूल ,बायोकॉम्पेटिबल और बायो डिग्रेडेबल गुण इसे ऊर्जा ,संचार और स्वास्थ्य सेवा समाधानों के लिए एक स्थायी विकल्प के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करते है। दुनिया में बढ़ रही इलेक्ट्रिक मोटर्स में कुशल सामग्रियों मांग के जवाब में प्रोफेसर महावीर सिंह ने महंगी व दुर्लभ चुम्बकीय वस्तुओं का विकल्प आसानी से मिलने वाली फेराइट में बदलने का बीड़ा उठाया है। जो भारत मे प्रचुर मात्रा में है और यह टिकाऊ तकनीकी प्रथाओं को बढ़ावा देगी, जो भौतिक विज्ञान में दुर्लभ चुम्बकीय कमी को आसानी से पूरी करेगा। 25 छात्रों को पीएचडी में निर्देशित कर चुके है महावीर HPU से मिली जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर महावीर सिंह दुनिया की कई यूनिवर्सिटीज जिसमें ब्रेस्ट यूनिवर्सिटी (फ्रांस), किंग अब्दुल्ला यूनिवर्सिटी (सऊदी अरब) और डंडी यूनिवर्सिटी (यूके) जैसे प्रसिद्ध संस्थानों के साथ सहयोगात्मक प्रयास उनके शोध प्रभाव को और बढ़ा रहे है। प्रो. महावीर अब तक 25 पीएचडी छात्रों को सफलतापूर्वक निर्देशित कर चुके है। जिनमें से कई छात्र अब वैश्विक स्तर पर शीर्ष संस्थानों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इन संस्थानों ने रिसर्च में निभाई बड़ी भूमिका हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में IUAC नई दिल्ली, BARC मुंबई और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च जैसे प्रमुख भारतीय संस्थानों के साथ साझेदारी में किए गए उच्च गुणवत्ता वाले शोध ने इस सम्मान को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।प्रोफेसर सिंह का उच्च प्रभाव वाली कई अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में व्यापक प्रकाशन रिकॉर्ड, एक पर्याप्त उद्धरण सूचकांक के साथ शामिल है जो स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त विशिष्ट वैज्ञानिकों के बीच उनकी स्थिति को मजबूती से स्थापित करता है। शिमला के कुमारसैन के रहने वाले है प्रोफेसर महावीर बता दें कि दुनिया मे भारत व हिमाचल का नाम रोशन करने वाले प्रोफेसर महावीर सिंह शिमला जिला के उपमंडल ठियोग के कुमारसेन के रहने वाले हैं बीते कई सालों से HPU में भौतिक विज्ञान विभाग में सेवाएं दे रहे है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महावीर सिंह को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 2024 के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 2 प्रतिशत वैज्ञानिक की सूची में शामिल किया है। प्रोसेसर महावीर सिंह को विशेष रूप से एप्लाइड फिजिक्स ( मैटेरियल साइंस ) के क्षेत्र में मैग्नेटिक नैनो टेक्नोलॉजी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। वह शिमला के कुमारसैन के रहने वाले हैं। प्रोसेसर महावीर सिंह बीते 12 सालों से शोध कार्यों के लिए समर्पित है। उन्होंने हाल ही में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए और संचार में गीगाहर्टज आवृति रेंज , एंटीना लघुकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए मैग्नेटिक नैनो टेक्नोलॉजी के अभिनव अनुप्रयोगों के महत्व पूर्ण खोज की है। रिसर्च के क्षेत्र में उनका काम जैविक कोशिकाओं और एंजाइमों की गतिविधि को भी बढ़ाता है। मैग्नेटिक नेनो टेक्नोलॉजी पर्यावरण के अनुकूल ,बायोकॉम्पेटिबल और बायो डिग्रेडेबल गुण इसे ऊर्जा ,संचार और स्वास्थ्य सेवा समाधानों के लिए एक स्थायी विकल्प के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करते है। दुनिया में बढ़ रही इलेक्ट्रिक मोटर्स में कुशल सामग्रियों मांग के जवाब में प्रोफेसर महावीर सिंह ने महंगी व दुर्लभ चुम्बकीय वस्तुओं का विकल्प आसानी से मिलने वाली फेराइट में बदलने का बीड़ा उठाया है। जो भारत मे प्रचुर मात्रा में है और यह टिकाऊ तकनीकी प्रथाओं को बढ़ावा देगी, जो भौतिक विज्ञान में दुर्लभ चुम्बकीय कमी को आसानी से पूरी करेगा। 25 छात्रों को पीएचडी में निर्देशित कर चुके है महावीर HPU से मिली जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर महावीर सिंह दुनिया की कई यूनिवर्सिटीज जिसमें ब्रेस्ट यूनिवर्सिटी (फ्रांस), किंग अब्दुल्ला यूनिवर्सिटी (सऊदी अरब) और डंडी यूनिवर्सिटी (यूके) जैसे प्रसिद्ध संस्थानों के साथ सहयोगात्मक प्रयास उनके शोध प्रभाव को और बढ़ा रहे है। प्रो. महावीर अब तक 25 पीएचडी छात्रों को सफलतापूर्वक निर्देशित कर चुके है। जिनमें से कई छात्र अब वैश्विक स्तर पर शीर्ष संस्थानों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इन संस्थानों ने रिसर्च में निभाई बड़ी भूमिका हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में IUAC नई दिल्ली, BARC मुंबई और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च जैसे प्रमुख भारतीय संस्थानों के साथ साझेदारी में किए गए उच्च गुणवत्ता वाले शोध ने इस सम्मान को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।प्रोफेसर सिंह का उच्च प्रभाव वाली कई अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में व्यापक प्रकाशन रिकॉर्ड, एक पर्याप्त उद्धरण सूचकांक के साथ शामिल है जो स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त विशिष्ट वैज्ञानिकों के बीच उनकी स्थिति को मजबूती से स्थापित करता है। शिमला के कुमारसैन के रहने वाले है प्रोफेसर महावीर बता दें कि दुनिया मे भारत व हिमाचल का नाम रोशन करने वाले प्रोफेसर महावीर सिंह शिमला जिला के उपमंडल ठियोग के कुमारसेन के रहने वाले हैं बीते कई सालों से HPU में भौतिक विज्ञान विभाग में सेवाएं दे रहे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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