हिमाचल में चुराह विधानसभा सीट से BJP विधायक हंसराज पर अश्लील चैट करने के आरोप लगाने वाली लड़की अपने बयान से पलट गई। बूथ अध्यक्ष की बेटी ने 9 अगस्त को विधायक पर अश्लील चैट करने के आरोप लगाए थे। तब लड़की ने कहा था कि विधायक ने उसे धमकी दी। उसे जान का खतरा है। लेकिन अब पुलिस में दी गई शिकायत को उसने खुद की गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे का परिणाम बताया। लड़की ने कहा कि विधायक हंसराज के साथ उसके पिता के मित्रता और पारिवारिक संबंध है। लड़की ने यह भी साफ किया कि 16 अगस्त को जब कोर्ट में उसके बयान हुए तो वहां उसने इस पूरे मामले को अपनी गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे का परिणाम बताया। अभी तक विधायक हंसराज ने इस पूरे मामले में चुप्पी साधे रखी है। पुलिस अभी भी एफआईआर के आधार पर आगे बढ़ेगी और जांच प्रक्रिया के दौरान एक बार फिर से लड़की का बयान दर्ज करेगी। लड़की का वह बयान ही इस पूरे मामले की दिशा निर्धारित करने में भूमिका निभाएगा। एसपी चंबा अभिषेक यादव का कहना है कि अभी भी पुलिस एफआईआर के आधार पर अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाएगी और लड़की का दोबारा से बयान दर्ज होगा। हिमाचल में चुराह विधानसभा सीट से BJP विधायक हंसराज पर अश्लील चैट करने के आरोप लगाने वाली लड़की अपने बयान से पलट गई। बूथ अध्यक्ष की बेटी ने 9 अगस्त को विधायक पर अश्लील चैट करने के आरोप लगाए थे। तब लड़की ने कहा था कि विधायक ने उसे धमकी दी। उसे जान का खतरा है। लेकिन अब पुलिस में दी गई शिकायत को उसने खुद की गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे का परिणाम बताया। लड़की ने कहा कि विधायक हंसराज के साथ उसके पिता के मित्रता और पारिवारिक संबंध है। लड़की ने यह भी साफ किया कि 16 अगस्त को जब कोर्ट में उसके बयान हुए तो वहां उसने इस पूरे मामले को अपनी गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे का परिणाम बताया। अभी तक विधायक हंसराज ने इस पूरे मामले में चुप्पी साधे रखी है। पुलिस अभी भी एफआईआर के आधार पर आगे बढ़ेगी और जांच प्रक्रिया के दौरान एक बार फिर से लड़की का बयान दर्ज करेगी। लड़की का वह बयान ही इस पूरे मामले की दिशा निर्धारित करने में भूमिका निभाएगा। एसपी चंबा अभिषेक यादव का कहना है कि अभी भी पुलिस एफआईआर के आधार पर अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाएगी और लड़की का दोबारा से बयान दर्ज होगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों में विवाद, VIDEO:सवारियां उठाने से रोका जा रहा; कुफरी टैक्सी यूनियन के नोटिस से भड़के पंजाब के ऑपरेटर
हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों में विवाद, VIDEO:सवारियां उठाने से रोका जा रहा; कुफरी टैक्सी यूनियन के नोटिस से भड़के पंजाब के ऑपरेटर हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों को चंडीगढ़-पंजाब में सवारी उठाने से रोका जा रहा है और प्रदेश में भी बाहरी राज्यों की टैक्सियों को सवारी नहीं उठाने दी जा रही। ऐसा ही एक वीडियो चंडीगढ़ एयरपोर्ट का वायरल हो रहा है, जिसमें हिमाचल की एक टैक्सी को चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सवारियां बिठाने को इनकार कर दिया गया है। पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटर कुफरी टैक्सी यूनियन का एक मैसेज दिखाकर हिमाचल के टैक्सी चालक को सवारियां उठाने से मना करते हैं। इससे पड़ोसी राज्यों में काम करने वाले टैक्सी ऑपरेटर में डर का माहौल पैदा हो रहा हैं। यह विवाद नहीं रोका गया तो इससे आने वाले दिनों में तनाव ओर बढ़ेगा। मगर सरकार अभी गहरी नींद में सोई हुई है। हिमाचल की टैक्सी यूनियन के नोटिस से बवाल हिमाचल की कई टैक्सी यूनियन ने नोटिस जारी कर स्पष्ट किया कि वन-वे काम करने वाली टैक्सियों को सवारी नहीं उठाने दी जाएगी। इससे चंडीगढ़-पंजाब के टैक्सी ऑपरेटर भड़क उठे हैं। ऑल इंडिया टैक्सी परमिट व्हीकल को रोकना गलत: शरणजीत पंजाब-चंडीगढ़ की आजाद टैक्सी यूनियन के प्रधान शरणजीत सिंह ने बताया कि ऑल इंडिया टैक्सी परमिट व्हीकल को सवारी उठाने से रोकना गलत है। हिमाचल की कई यूनियन ने इस तरह का नोटिस निकाला है, जो कि बिल्कुल गलत है। यदि उनकी यूनियन की किसी गाड़ी को सवारी उठाने से रोका गया तो वह हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा, आजाद टैक्सी यूनियन ने हिमाचल की गाड़ी को चंड़ीगढ़-पंजाब में रोकने का कोई आदेश नहीं दिया। मगर हिमाचल की जो गाड़ी रोकी जा रही है, वह वो लोग रोक रहे हैं, जिन्हें हिमाचल में सवारी उठाने से इनकार किया जा रहा है। वन-वे काम करने की इजाजत नहीं: वीरेन शिमला में कुफरी की टैक्सी यूनियन के प्रधान वीरेन कंवर ने बताया, वन-वे काम करने वाली टैक्सी को सवारी नहीं उठाने दी जाएगी। इससे लोकल काम खत्म हो रहा है। यदि कोई गाड़ी बाहर से सवारी लेकर आती है और उनका पैकेज निर्धारित है, तो उन्हें काम करने से नहीं रोका जाएगा। वीरेन ने कहा, ओला-उबर एप से आने वाली गाड़ियों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा, प्राइवेट गाड़ियां भी इन एप पर पंजीकरण करवाकर सवारी ढोने का काम कर रही है। इससे न केवल सरकार को टैक्स के तौर पर नुकसान हो रहा है, बल्कि टैक्सी ऑपरेटरों का काम भी चौपट हो रहा है। इस पर रोक लगनी चाहिए। एयरपोर्ट, ब्रॉडगेज रेलवे स्टेशन नहीं होने की चुकानी पड़ रही कीमत हिमाचल को प्रदेश में कोई बड़ा एयरपोर्ट और ब्रॉड गेज रेलवे स्टेशन नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इस वजह से देशभर से पहाड़ों पर आने वाला पर्यटक सीधे हिमाचल नहीं पहुंच पाता, बल्कि उन्हें चंडीगढ़ उतरना पड़ता है। चंडीगढ़ से ज्यादातर पर्यटक टैक्सियों में हिमाचल पहुंचता है। मगर चंडीगढ़ एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर बार बार हिमाचल की टैक्सियों को टूरिस्ट नहीं उठाने देने की खबरें आ रही है। हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटर भी यही कर रहे है और पंजाब व हिमाचल की सरकारें अभी गहरी नींद में सोई हुई है।
पंजाब के 2 नशा तस्कर हिमाचल में गिरफ्तार:कांगड़ा में करते थे मजदूरी, रातों-रात अमीर बनने की सोच ने पहुंचाया जेल की सलाखों के पीछे
पंजाब के 2 नशा तस्कर हिमाचल में गिरफ्तार:कांगड़ा में करते थे मजदूरी, रातों-रात अमीर बनने की सोच ने पहुंचाया जेल की सलाखों के पीछे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पुलिस ने पंजाब के 2 नशा तस्करों को 12.63 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों युवक अमृतसर के रहने वाले है। पुलिस ने बीती रात को गश्त के दौरान इन्हें गिरफ्तार किया और अब मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, अमृतसर के फतापुर गांव के गिरफ्तार आकाशदीप (21) और दानवीर उर्फ दानिश (21) कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट के आसपास मजदूरी करते थे। इन्होंने रातों रात अमीर बनने की ठानी। इसलिए हेरोइन की तस्करी करने का फैसला लिया। अमृतसर से खरीदकर लाए थे DSP अंकित शर्मा ने बताया कि बीती रात को दोनों आरोपियों को हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया। इन्होंने अमृतसर के एक डीलर से हेरोइन खरीदी थी और खरीदे गए मादक पदार्थ को ऊंचे दामों पर बेचने के लिए कांगड़ा आ रहे थे। रात्रि गश्त के दौरान पुलिस टीम ने दबोचा दोनों आरोपी रजौल के पास बस से उतरे और अनसोई गांव की ओर जा रहे थे। इस दौरान गग्गल पुलिस की टीम रात्रि गश्त पर थी। जब उन्होंने हार गांव के पास दोनों को रोका और उनके पास से 12.63 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। अंकित शर्मा ने बताया कि आज दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हमीरपुर नगर निगम शामिल होंगे 84 रिवेन्यू गांव:22 वार्ड बनेंगे, 5 साल तक कोई टैक्स नहीं, नई प्रपोजल में 28 विलेज बाहर
हमीरपुर नगर निगम शामिल होंगे 84 रिवेन्यू गांव:22 वार्ड बनेंगे, 5 साल तक कोई टैक्स नहीं, नई प्रपोजल में 28 विलेज बाहर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के नगर निगम बनने पर यहां करीब 40 हजार 278 आबादी होगी। आबादी के नए मसौदे में तैयार प्रपोजल में अब 108 की जगह 84 रेवेन्यू गांव शामिल होंगे। पहले की प्रपोजल से 28 गांव बाहर किए गए हैं। हमीरपुर नगर परिषद में अभी 11 वार्ड हैं, लेकिन नगर निगम में इनकी संख्या 22 हो सकती है। नगर निगम की कंप्लीट फाइल तैयार हो चुकी है। उसी के आधार पर कैबिनेट ने इसे मंजूरी दी है। यानी अब कुछ दिनों में ही नगर निगम हमीरपुर की अधिसूचना जारी हो जाएगी। प्रपोजल के 108 गांवों में से 28 गांव हटाए ग्राम पंचायत धरोग का कैहडरु, वोहणी के गुदवीं और मलवाना, दड़ूही का वरनवाड़, अमरोह के छनवाण और छवोट ब्राह्मणा। जबकि शासन ग्राम पंचायत के पांच गांव बाहर किए गए हैं। जिनमें जटेहड़ी, दरबैली,पंथेड़ी, वलह वल्वाणा, वलह डलवाता, स्वाहल के स्वाहल और सेर शामिल हैं। नेरी पंचायत के चार गांव बाहर किए गए हैं। इनमें ऊपरला महल नेरी हर्बल, नेरी, खिल, खगल खुर्द। कसूता पंचायत के 6 गांव शामिल हैं, इनमें कंगरू, कराडा, गसोता, लगवान ब्राह्मणा, लगवान जुलाहां और घुमारवीं। इसके साथ ही बलह ग्राम पंचायत के दो गांव मनियाणा और भटेर छिवियां भी शामिल हैं। बस्सी झनियारा ग्राम पंचायत के दुगनेहड़ा, घरटाहड और मोहान बाहर किए गए हैं। 5 साल तक कोई टैक्स नहीं नगर परिषद के अध्यक्ष मनोज मिन्हास ने कहा कि नगर निगम बनाने की अधिसूचना जब जारी होगी, उसके बाद 5 साल तक नए जोड़े जाने वाले क्षेत्रों के लोगों से किसी भी तरह का कोई हाउस टैक्स और अन्य कर नहीं बसूला जाएगा। यानी इसकी छूट रहेगी, ताकि विकासात्मक गतिविधियों के लगभग मुकम्मल होने के बाद लोग इसकी जरूरत महसूस करें। कहां-कहां तक फैलेगा बोहणी, कलंझड़ी, अमरोह चौक, झनियारा, कल्लर, बजूरी और मसयाणा दा घाट तक में नगर निगम का क्षेत्र शामिल होगा। इसमें पहले की प्रपोज में 108 रिवेन्यू विलेज शामिल थे। लेकिन अब 28 गांव बाहर कर दिए गए हैं और अब यह आंकड़ा 84 रेवेन्यू गांव का तैयार हुआ है। 31.52 स्क्वायर किलोमीटर एरिया
नगर निगम का जो नया ढांचा रिवेन्यू विलेज के हिसाब से तैयार किया गया। उसमें 31.52 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्रफल आएगा। यही नए नगर निगम का ढांचा होगा। इसकी सारी परिधि में जितने 84 गांव आएंगे। उनमें विकास, उससे जुड़ी हुई मूलभूत सुविधाएं सभी नगर निगम ही करवाएगा। सबसे अहम इलाके
शहर के अगल-बगल में अणु कलां, बजूरी, डुगघा और झनियारा प्रमुख पंचायतें हैं, जो बिल्कुल नगर परिषद की परिधि के साथ जुड़ी हुई हैं। इनमें बेतरतीब विकास हो रहा है। इनके लोग काफी समय से सीवरेज, स्ट्रीट लाइट और अन्य सुविधाओं को लेकर सरकार से मांग भी कर रहे थे। कईयों को यह सुविधाएं मिलना भी शुरू हो गई हैं। दिसंबर 2025 में होंगे चुनाव
अब दिसंबर 2025 में पंचायती राज व्यवस्था के चुनाव होंगे। उसमें नए जुड़े क्षेत्रों में नगर निगम के वार्ड बनेंगे और चुनाव उसी आधार पर होंगे। इसीलिए अभी से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग भी गुणा-भाग के जरिए राजनीतिक समीकरणों को भुनाने में जुट गए हैं। नगर निगम की रिपोर्ट भेज दी है- ईओ
नगर परिषद के EO अजमेर ठाकुर का कहना है कि वे इन दोनों छुट्टी पर हैं, लेकिन नगर निगम का सारा ब्लू प्रिंट रेवेन्यू विलेज के हिसाब से सरकार को काफी समय पहले भेजा जा चुका है।
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद हमीरपुर को नगर परिषद के स्थान पर नगर निगम बनाने की ख़्वाहिश सरकार बनने के तुरंत बाद जताई थी।