MLA रवींद्र भाटी का कार्यक्रम रद्द, बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने क्यों लिया ये फैसला?

MLA रवींद्र भाटी का कार्यक्रम रद्द, बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने क्यों लिया ये फैसला?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Ravindra Singh Bhati News:</strong> राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. रवींद्र सिंह भाटी के प्रभाव से अब सीएम भजनलाल शर्मा की सरकार सतर्क हो गई है. माना जा रहा है कि यही वजह है कि रवींद्र भाटी के कार्यक्रम की अनुमति ऐन मौके पर रद्द कर दी गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी की ओर से 12 जनवरी को रोहिणी फेस्ट नाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. रवींद्र भाटी लोकप्रिय युवा विधायक. उन्होंने जो कार्यक्रम अपने विधानसभा क्षेत्र शिव में आयोजित करना चाहा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़ा चुनाव</strong><br />छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाले रवींद्र सिंह भाटी पहले बीजेपी से ही जुड़े थे. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने शिव से बीजेपी का टिकट मांगा, लेकिन पार्टी ने इनकार कर दिया. इस पर भाटी ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा और जीत गए. ये बीजेपी के लिए बड़ा झटका था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रवींद्र सिंह भाटी ने इसके बाद साल 2024 का लोकसभा चुनाव भी निर्दलीय लड़ा था. वह भले ही चुनाव हार गए लेकिन उनके मैदान में रहने से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बुरी तरह पराजित हुए. पहले विधानसभा और फिर लोकसभा में बीजेपी को पटखनी देना ही रवींद्र सिंह भाटी के लिए भारी पड़ता दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के वक्त सीएम भजनलाल शर्मा समेत प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने रवींद्र सिंह भाटी की मान मनौव्वल की कोशिश की थी, लेकिन भाटी नहीं माने. बस यही फांस बीजेपी नेताओं के गले में अब तक फंसी हुई है. वो रवींद्र सिंह भाटी की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने की तमाम कोशिशों में लगे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रोहिणी फेस्ट में फेमस कलाकार करने वाले थे शिरकत</strong><br />अब बात रोहिणी फेस्ट की करते हैं. ये कार्यक्रम 12 जनवरी से बाड़मेर के रेतीले धोरों पर होने वाला था. विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने 11 नवंबर को कलेक्टर को लेटर लिखकर रोहिणी के धोरों पर 12 जनवरी को विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘द रोहिणी फेस्ट’ की अनुमति मांगी थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>31 दिसंबर 2024 को गडरारोड एसडीएम हनुमानराम ने एक आदेश जारी कर इसकी अनुमति दी थी. इसके बाद कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई थीं. रोहिणी के धोरों पर देशभर के कई प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया था. इसमें अलग-अलग राज्यों से भी कई लोग शरीक होने वाले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कलेक्टर टीना डाबी ने वापस ली अनुमति</strong><br />इसके लिए विधायक भाटी ने लाखों रुपये खर्च कर दिए थे और कार्यक्रम की तैयारियां भी चल रही थीं, लेकिन अचानक जिला कलेक्टर बाड़मेर टीना डाबी ने गुरुवार को एक आदेश निकाल कर इस कार्यक्रम की जारी अनुमति को रद्द कर दिया. इस आदेश में कार्यक्रम स्थल को भारत और पाकिस्तान की सीमा के नज़दीक होने का हवाला देकर उसे निरस्त किए जाने की बात कही गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रवींद्र सिंह भाटी ने जताई नाराजगी</strong><br />इस बारे में शिव विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि ये उनके खिलाफ राजनीतिक साज़िश की गई है. क्या वो अपने विधानसभा क्षेत्र में कोई सांस्कृतिक आयोजन भी नहीं करवा सकते? अगर प्रशासन को कोई दिक्कत थी तो वो मुझे आदेश के जरिए ज़िम्मेदार बनाते कि कोई भी परेशानी आयोजन के दौरान हुई तो उसका ज़िम्मेदार मैं हूं, लेकिन कई महीने पहले जारी अनुमति को एकाएक कार्यक्रम से पहले रद्द करने का क्या मतलब है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने भी की थी कार्यक्रम रद्द करने की मांग</strong><br />वैसे इस मामले में एक रोचक पहलू ये भी है कि जिला प्रशासन से कुछ ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा बताकर रद्द करने की मांग की थी. इसके लिए ग्रामीणों ने 7 जनवरी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि रोहिणी गांव (गडरारोड) में महोत्सव का आयोजन किया गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारत-पाकिस्तान सीमा के पास होने से इस दौरान संदिग्ध गतिविधियों की आशंका बन जाती है. ग्रामीणों के इसी पत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने आनन-फानन में बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मंगवाई और कार्यक्रम निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-weather-rains-in-some-parts-of-the-state-says-meteorological-centre-jaipur-2859995″>कड़ाके की ठंड के बीच राजस्थान में होने वाली है बारिश, जानें मौसम विभाग का ताजा अनुमान</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ravindra Singh Bhati News:</strong> राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. रवींद्र सिंह भाटी के प्रभाव से अब सीएम भजनलाल शर्मा की सरकार सतर्क हो गई है. माना जा रहा है कि यही वजह है कि रवींद्र भाटी के कार्यक्रम की अनुमति ऐन मौके पर रद्द कर दी गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी की ओर से 12 जनवरी को रोहिणी फेस्ट नाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. रवींद्र भाटी लोकप्रिय युवा विधायक. उन्होंने जो कार्यक्रम अपने विधानसभा क्षेत्र शिव में आयोजित करना चाहा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़ा चुनाव</strong><br />छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाले रवींद्र सिंह भाटी पहले बीजेपी से ही जुड़े थे. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने शिव से बीजेपी का टिकट मांगा, लेकिन पार्टी ने इनकार कर दिया. इस पर भाटी ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा और जीत गए. ये बीजेपी के लिए बड़ा झटका था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रवींद्र सिंह भाटी ने इसके बाद साल 2024 का लोकसभा चुनाव भी निर्दलीय लड़ा था. वह भले ही चुनाव हार गए लेकिन उनके मैदान में रहने से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बुरी तरह पराजित हुए. पहले विधानसभा और फिर लोकसभा में बीजेपी को पटखनी देना ही रवींद्र सिंह भाटी के लिए भारी पड़ता दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के वक्त सीएम भजनलाल शर्मा समेत प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने रवींद्र सिंह भाटी की मान मनौव्वल की कोशिश की थी, लेकिन भाटी नहीं माने. बस यही फांस बीजेपी नेताओं के गले में अब तक फंसी हुई है. वो रवींद्र सिंह भाटी की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने की तमाम कोशिशों में लगे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रोहिणी फेस्ट में फेमस कलाकार करने वाले थे शिरकत</strong><br />अब बात रोहिणी फेस्ट की करते हैं. ये कार्यक्रम 12 जनवरी से बाड़मेर के रेतीले धोरों पर होने वाला था. विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने 11 नवंबर को कलेक्टर को लेटर लिखकर रोहिणी के धोरों पर 12 जनवरी को विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘द रोहिणी फेस्ट’ की अनुमति मांगी थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>31 दिसंबर 2024 को गडरारोड एसडीएम हनुमानराम ने एक आदेश जारी कर इसकी अनुमति दी थी. इसके बाद कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई थीं. रोहिणी के धोरों पर देशभर के कई प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया था. इसमें अलग-अलग राज्यों से भी कई लोग शरीक होने वाले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कलेक्टर टीना डाबी ने वापस ली अनुमति</strong><br />इसके लिए विधायक भाटी ने लाखों रुपये खर्च कर दिए थे और कार्यक्रम की तैयारियां भी चल रही थीं, लेकिन अचानक जिला कलेक्टर बाड़मेर टीना डाबी ने गुरुवार को एक आदेश निकाल कर इस कार्यक्रम की जारी अनुमति को रद्द कर दिया. इस आदेश में कार्यक्रम स्थल को भारत और पाकिस्तान की सीमा के नज़दीक होने का हवाला देकर उसे निरस्त किए जाने की बात कही गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रवींद्र सिंह भाटी ने जताई नाराजगी</strong><br />इस बारे में शिव विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि ये उनके खिलाफ राजनीतिक साज़िश की गई है. क्या वो अपने विधानसभा क्षेत्र में कोई सांस्कृतिक आयोजन भी नहीं करवा सकते? अगर प्रशासन को कोई दिक्कत थी तो वो मुझे आदेश के जरिए ज़िम्मेदार बनाते कि कोई भी परेशानी आयोजन के दौरान हुई तो उसका ज़िम्मेदार मैं हूं, लेकिन कई महीने पहले जारी अनुमति को एकाएक कार्यक्रम से पहले रद्द करने का क्या मतलब है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने भी की थी कार्यक्रम रद्द करने की मांग</strong><br />वैसे इस मामले में एक रोचक पहलू ये भी है कि जिला प्रशासन से कुछ ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा बताकर रद्द करने की मांग की थी. इसके लिए ग्रामीणों ने 7 जनवरी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि रोहिणी गांव (गडरारोड) में महोत्सव का आयोजन किया गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारत-पाकिस्तान सीमा के पास होने से इस दौरान संदिग्ध गतिविधियों की आशंका बन जाती है. ग्रामीणों के इसी पत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने आनन-फानन में बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मंगवाई और कार्यक्रम निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-weather-rains-in-some-parts-of-the-state-says-meteorological-centre-jaipur-2859995″>कड़ाके की ठंड के बीच राजस्थान में होने वाली है बारिश, जानें मौसम विभाग का ताजा अनुमान</a></strong></p>  राजस्थान ‘2025 में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे’, चिराग के बयान पर दिलीप जायसवाल का जवाब, RJD ने किसकी बताई हैसियत?