लखीमपुर खीरी में रील बना रहे पति-पत्नी और 2 साल के बेटे की मौत हो गई। तीनों ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर वीडियो शूट कर रहे थे। तभी 100 की स्पीड में ट्रेन आ गई। रील बनाने में पति-पत्नी इतने मशगूल थे कि कुछ समझ ही नहीं पाए। पास खड़े एक व्यक्ति ने चिल्लाकर कहा- हट जाओ, ट्रेन आ रही है। लेकिन, जब तक तीनों वहां से हटते, पलक झपकते ही ट्रेन से कट गए। शवों के टुकड़े कई मीटर तक बिखर गए। हादसा लखीमपुर में ओयल चौकी के पास केवटी कला के पास हुआ। परिवार सीतापुर का रहने वाला था। सीतापुर से लखीमपुर आया था परिवार
SO अजीत कुमार ने बताया- मो. अहमद (26), पत्नी नाजनीन (24) और बेटे आरकम (2) की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। तीनों बुधवार सुबह 9.30 बजे रेलवे ट्रैक पर पहुंचे थे। रील बना रहे थे, तभी लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन आ गई। चपेट में आने से तीनों की मौके पर मौत हो गई। परिवार सीतापुर के लहरपुर शेख मोहल्ले का रहने वाला था। मो. अहमद का ननिहाल लखीमपुर में था। वह पत्नी और बच्चों के साथ ताजिए का मेला देखने आया था। उनके घर से ही थोड़ी दूर पर रेलवे ट्रैक था। सुबह सब वहां आए और रील बनाने लगे चिल्लाकर बताया, लेकिन हटने से पहले ट्रेन ने रौंद दिया
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- मैं ओवरब्रिज पर खड़ा था। पति-पत्नी बेटे के साथ रील बना रहे थे, तभी अचानक ट्रेन आ गई। मैंने चिल्लाकर उन्हें बताया, लेकिन जब तक वो लोग ट्रैक से हटते, तब तक ट्रेन ने रौंद दिया। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- ये लोग पुल पर रील बना रहे थे। पीछे से ट्रेन आ रही थी। हम लोग भी वहां पर खड़े थे। हम चिल्लाए, लेकिन तब तक ट्रेन काफी नजदीक आ गई थी। हम लोगों ने कहा, पानी में कूद जाओ, बचा लेंगे। लेकिन, बच्चे की वजह से वे लोग पानी में नहीं कूदे। ट्रेन के आगे भागने लगे। लेकिन, ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। ये लोग पानी में कूद जाते, तो बच जाते। मामा ने कहा- पटरी की तरफ टहलने गए थे
मृतक अहमद के मामा ने बताया- मेरा भांजा परिवार के साथ ताजिया मेला देखने मंगलवार को आया था। उन लोगों को आज वापस जाना था। सुबह तीनों लोग टहलने पटरी की तरफ गए थे। कुछ लोग बता रहे हैं कि ये लोग वहां पर वीडियो बना रहे थे। तब तक ट्रेन आ गई। यह लोग भागे, लेकिन तीनों चपेट में आ गए। मृतक युवक खेती किसानी करता था। उसका केवल एक बेटा था। इसलिए उसका पूरा परिवार खत्म हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और RPF मौके पर पहुंची। लोगों को भीड़ भी जुट गई। तीनों शव पटरी से हटाए गए। इसके बाद ट्रेन आगे बढ़ी। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ये भी पढ़ें… लंगड़े भेड़िए ‘सरदार’ का आतंक, बच्ची को खींचा:बहराइच में मां चिल्लाई तो छोड़कर भागा बहराइच में आदमखोर लंगड़े भेड़िए ‘सरदार ने आज 2 बच्चियों पर हमला कर दिया। मां के पास सो रही 10 साल की बच्ची को मुंह में दबाकर ले जाने लगा, तभी मां की आंख खुल गई। मां चिल्लाने लगी। शोर सुनकर लोग दौड़े। लोगों को अपनी तरफ आते देख भेड़िया बच्ची को छोड़कर भाग गया। एक घंटे बाद वहां से 2 किमी दूर दूसरे गांव में जाकर घर में सो रही एक और बच्ची पर हमला कर दिया। (पढ़ें पूरी खबर) लखीमपुर खीरी में रील बना रहे पति-पत्नी और 2 साल के बेटे की मौत हो गई। तीनों ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर वीडियो शूट कर रहे थे। तभी 100 की स्पीड में ट्रेन आ गई। रील बनाने में पति-पत्नी इतने मशगूल थे कि कुछ समझ ही नहीं पाए। पास खड़े एक व्यक्ति ने चिल्लाकर कहा- हट जाओ, ट्रेन आ रही है। लेकिन, जब तक तीनों वहां से हटते, पलक झपकते ही ट्रेन से कट गए। शवों के टुकड़े कई मीटर तक बिखर गए। हादसा लखीमपुर में ओयल चौकी के पास केवटी कला के पास हुआ। परिवार सीतापुर का रहने वाला था। सीतापुर से लखीमपुर आया था परिवार
SO अजीत कुमार ने बताया- मो. अहमद (26), पत्नी नाजनीन (24) और बेटे आरकम (2) की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। तीनों बुधवार सुबह 9.30 बजे रेलवे ट्रैक पर पहुंचे थे। रील बना रहे थे, तभी लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन आ गई। चपेट में आने से तीनों की मौके पर मौत हो गई। परिवार सीतापुर के लहरपुर शेख मोहल्ले का रहने वाला था। मो. अहमद का ननिहाल लखीमपुर में था। वह पत्नी और बच्चों के साथ ताजिए का मेला देखने आया था। उनके घर से ही थोड़ी दूर पर रेलवे ट्रैक था। सुबह सब वहां आए और रील बनाने लगे चिल्लाकर बताया, लेकिन हटने से पहले ट्रेन ने रौंद दिया
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- मैं ओवरब्रिज पर खड़ा था। पति-पत्नी बेटे के साथ रील बना रहे थे, तभी अचानक ट्रेन आ गई। मैंने चिल्लाकर उन्हें बताया, लेकिन जब तक वो लोग ट्रैक से हटते, तब तक ट्रेन ने रौंद दिया। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- ये लोग पुल पर रील बना रहे थे। पीछे से ट्रेन आ रही थी। हम लोग भी वहां पर खड़े थे। हम चिल्लाए, लेकिन तब तक ट्रेन काफी नजदीक आ गई थी। हम लोगों ने कहा, पानी में कूद जाओ, बचा लेंगे। लेकिन, बच्चे की वजह से वे लोग पानी में नहीं कूदे। ट्रेन के आगे भागने लगे। लेकिन, ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। ये लोग पानी में कूद जाते, तो बच जाते। मामा ने कहा- पटरी की तरफ टहलने गए थे
मृतक अहमद के मामा ने बताया- मेरा भांजा परिवार के साथ ताजिया मेला देखने मंगलवार को आया था। उन लोगों को आज वापस जाना था। सुबह तीनों लोग टहलने पटरी की तरफ गए थे। कुछ लोग बता रहे हैं कि ये लोग वहां पर वीडियो बना रहे थे। तब तक ट्रेन आ गई। यह लोग भागे, लेकिन तीनों चपेट में आ गए। मृतक युवक खेती किसानी करता था। उसका केवल एक बेटा था। इसलिए उसका पूरा परिवार खत्म हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और RPF मौके पर पहुंची। लोगों को भीड़ भी जुट गई। तीनों शव पटरी से हटाए गए। इसके बाद ट्रेन आगे बढ़ी। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ये भी पढ़ें… लंगड़े भेड़िए ‘सरदार’ का आतंक, बच्ची को खींचा:बहराइच में मां चिल्लाई तो छोड़कर भागा बहराइच में आदमखोर लंगड़े भेड़िए ‘सरदार ने आज 2 बच्चियों पर हमला कर दिया। मां के पास सो रही 10 साल की बच्ची को मुंह में दबाकर ले जाने लगा, तभी मां की आंख खुल गई। मां चिल्लाने लगी। शोर सुनकर लोग दौड़े। लोगों को अपनी तरफ आते देख भेड़िया बच्ची को छोड़कर भाग गया। एक घंटे बाद वहां से 2 किमी दूर दूसरे गांव में जाकर घर में सो रही एक और बच्ची पर हमला कर दिया। (पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर