हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) गठबंधन ने 18 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी की है। लिस्ट में JJP के 15 और ASP के 3 उम्मीदवार शामिल हैं। हथीन से रविंद्र सहरावत को उम्मीदवार बनाया गया है। रविंद्र एक दिन पहले ही भाजपा छोड़कर JJP में शामिल हुए थे। वह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे। वहीं JJP ने रानियां से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। यहां पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार रणजीत चौटाला को समर्थन दिया है। JJP-ASP गठबंधन अभी तक 3 लिस्टों में 49 उम्मीदवार घोषित कर चुका है। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को सिंगल फेज में वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल… ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में JJP-ASP ने जारी की 19 उम्मीदवारों की लिस्ट:दिग्विजय-दुष्यंत चौटाला शामिल; पूर्व BJP मंत्री के भाई की बेटी को भी टिकट हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) और चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी (ASP) ने 19 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत 2 विधायकों को टिकट दी गई है। दुष्यंत के साथ अमरजीत ढांडा को जुलाना से टिकट दी गई है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में JJP-ASP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 12 नाम:निर्दलीय लोकसभा चुनाव हारे जांगड़ा को गुरुग्राम से टिकट, सुशील पंचकूला से लड़ेंगे हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 12 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसमें जेजेपी के 10 और ASP के 2 उम्मीदवार शामिल हैं। ये सभी उम्मीदवार पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) गठबंधन ने 18 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी की है। लिस्ट में JJP के 15 और ASP के 3 उम्मीदवार शामिल हैं। हथीन से रविंद्र सहरावत को उम्मीदवार बनाया गया है। रविंद्र एक दिन पहले ही भाजपा छोड़कर JJP में शामिल हुए थे। वह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे। वहीं JJP ने रानियां से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। यहां पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार रणजीत चौटाला को समर्थन दिया है। JJP-ASP गठबंधन अभी तक 3 लिस्टों में 49 उम्मीदवार घोषित कर चुका है। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को सिंगल फेज में वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल… ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में JJP-ASP ने जारी की 19 उम्मीदवारों की लिस्ट:दिग्विजय-दुष्यंत चौटाला शामिल; पूर्व BJP मंत्री के भाई की बेटी को भी टिकट हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) और चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी (ASP) ने 19 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत 2 विधायकों को टिकट दी गई है। दुष्यंत के साथ अमरजीत ढांडा को जुलाना से टिकट दी गई है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में JJP-ASP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 12 नाम:निर्दलीय लोकसभा चुनाव हारे जांगड़ा को गुरुग्राम से टिकट, सुशील पंचकूला से लड़ेंगे हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 12 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसमें जेजेपी के 10 और ASP के 2 उम्मीदवार शामिल हैं। ये सभी उम्मीदवार पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
आमिर खान की दंगल मूवी पर बबीता फोगाट का खुलासा:बोलीं-2 हजार करोड़ कमाए, हमें सिर्फ 1 करोड़ मिले; पापा ने सब छोड़ने को कहा
आमिर खान की दंगल मूवी पर बबीता फोगाट का खुलासा:बोलीं-2 हजार करोड़ कमाए, हमें सिर्फ 1 करोड़ मिले; पापा ने सब छोड़ने को कहा आमिर खान की मूवी दंगल ने 2 हजार करोड़ कमाए थे, लेकिन जिस फोगाट फैमिली पर यह फिल्म बनीं, उन्हें सिर्फ 1 करोड़ रुपए मिले थे। ये खुलासा बबीता फोगाट ने एक निजी चैनल से बातचीत में किया। बबीता ने स्पष्ट किया कि इस मूवी से फाइनेंशियल तौर पर हमें कोई फायदा नहीं हुआ। मगर मेरे पापा (महावीर फोगाट) ने हमें एक ही चीज कही थी कि इन सब चीजों को छोड़ दीजिए, लोगों का प्यार सम्मान चाहिए। फिल्म के बाद लोगों ने हमें खूब प्यार दिया। पूरी कहानी ओरिजनल नहीं, आर्टिकल से फिल्म तक बात पहुंची
बबीता फोगाट से पूछा गया कि क्या दंगल फिल्म की पूरी कहानी ओरिजनल है। इस पर बबीता ने कहा कि 90% कहानी सही है। 10% मूवी को इंटरेस्टिंग बनाने के लिए कुछ डाला गया। बबीता ने कहा कि फिल्म में देखकर उन्हें बचपन याद आया। डायरेक्टर नीतेश तिवारी ने पहले स्टोरी बताई। पापा-मम्मी और भाई-बहनों को कहानी सुनाई थी। हमारे बारे में एक आर्टिकल छपा था। उसे पढ़कर नीतेश की टीम ने हमसे संपर्क किया था। तब हम पटियाला कैंप में थे। उस टाइम उन्होंने डॉक्यूमेंट्री बनाने की बात कही थी। हालांकि कहानी के बाद उन्होंने कहा कि इस पर फिल्म बनाएंगे। हमारा नाम बदलना चाहते थे, पापा सहमत नहीं हुए
फिल्म में उनका रोल कौन करेगा, इसको लेकर हमसे सलाह नहीं थी। बबीता ने कहा कि जब फिल्म बन रही थी तो रोल से हमारा नाम हटाने की भी बात चल रही थी। आमिर खान की टीम से नाम बदलने के लिए फोन आया था लेकिन पापा ने इससे मना कर दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म बनेगी तो असली नाम से बनेगी। आमिर की टीम ने एकेडमी खोलने की बात कही थी
बबीता फोगाट ने कम पैसे मिलने के बाद मूवी के हिट होने के बाद भी कोई और रुपए न मिलने के बारे में कहा कि उस वक्त आमिर खान की टीम से भी एकेडमी खोलने के लिए बात हुई थी लेकिन नहीं खुली। अगर हम बहुत अच्छी एकेडमी भी खोलते तो 5-6 करोड़ रुपए ही खर्च होते। पापा आज भी पहलवान तैयार कर रहे हैं। फोगाट फैमिली का संघर्ष दिखाया था
बता दें कि दंगल मूवी 2016 में रिलीज हुई थी। जिसमें महावीर फोगाट के बेटियों को रेसलर बनाने के संघर्ष को दिखाया गया था। मूवी में दिखाया गया था कि किस तरह गांव और परिवार वालों की खरी-खोटी सुनकर भी महावीर फोगाट ने बेटियों को पहलवान बनाया। उन्हें लड़कों के साथ दंगल लड़ाए। जिसके बाद गीता ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। जिसमें बॉलीवुड के मिस्टर परफैक्शनिस्ट आमिर खान ने उनकी भूमिका निभाई थी। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही थी। बबीता फोगाट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… बबीता फोगाट का साक्षी मलिक पर पलटवार:बोलीं-किताब के चक्कर में ईमान बेच गई, विनेश-बजरंग को विधानसभा-पद मिला, दीदी, तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं हरियाणा की रेसलर साक्षी मलिक की ऑटोबायोग्राफी से शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। साक्षी मलिक ने आरोप लगाया था कि BJP नेता बबीता फोगाट ने उन्हें भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन के लिए उकसाया, इसकी परमिशन दिलाई थी। बबीता फोगाट बृजभूषण को हटाकर खुद WFI की अध्यक्ष बनना चाहती थीं। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा के पूर्व CM हुड्डा को बागियों से आस:2019 में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस का साथ छोड़ गए थे, अब फिर सक्रिय
हरियाणा के पूर्व CM हुड्डा को बागियों से आस:2019 में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस का साथ छोड़ गए थे, अब फिर सक्रिय हरियाणा कांग्रेस के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बागियों से आस हैं। कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने के कारण पार्टी उम्मीदवार के सामने ही चुनाव लड़ने वाले और दूसरी पार्टियों में शामिल नेता एक बार फिर कांग्रेस में एंट्री कर सक्रिय हो गए हैं। यह नेता इन दिनों कांग्रेस के पूर्व CM हुड्डा के साथ नजर आ रहे हैं। हुड्डा भी इनको पूरा भाव दे रहे हैं और मंच से लेकर प्रेस कान्फ्रेंस तक यह नेता भूपेंद्र हुड्डा के साथ नजर आ रहे हैं।
हिसार में रविवार को नलवा हलके में हुए प्रदेश स्तरीय गुरु दक्ष प्रजापति सम्मेलन में हुड्डा को ऐसे ही नेता घेरे रहे। इसमें नलवा से पूर्व विधायक प्रो. संपत सिंह, बरवाला के पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, नारनौंद से पूर्व विधायक प्रो. रामभगत शर्मा, सांसद जयप्रकाश जेपी और पूर्व विधायक कुलबीर बैनीवाल शामिल हैं। यह नेता एक बार फिर अपने-अपने विधानसभा से टिकट पाने की जुगत में हैं। ऐसे में पार्टी के लिए ग्राउंड स्तर पर मेहनत कर रहे वर्करों को निराशा हाथ लग रही है। 2019 में कांग्रेस में मची थी भगदड़
बता दें कि विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से कई नेता पार्टी का साथ छोड़ गए थे। हरियाणा में कांग्रेस 90 विधानसभा सीटों में से महज 30 सीटें ही जीत पाई थी। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के कारण नेता बागी हो गए थे और निर्दलीय की कांग्रेस उम्मीदवार के सामने खड़े हो गए थे। इसके अलावा कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए मगर वहां भी टिकट नहीं मिल पाया। मगर 2024 का चुनाव आते-आते यह नेता एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इसमें अंबाला के निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा शामिल हैं। गुटबाजी कांग्रेस को ले डूबी थी
कांग्रेस को इसी गुटबाजी की वजह से 2019 के चुनावों में हार मिली थी। ये बात खुद भूपेंद्र वहुड्डा ने स्वीकार की थी। हुड्डा ने कहा था 2019 में ही कांग्रेस की सरकार बनना तय था लेकिन हमारे स्तर पर ही गलती हुई, जिसका नुकसान उठाना पड़ा। 2019 में 90 विधानसभा में से 40 टिकट हुड्डा विरोधी खेमों को मिली थी। वहीं 50 टिकट हुड्डा खेमे को दी गई थी। नतीजा यह हुआ है कि कांग्रेस 30 सीटों पर ही सिमट गई। इसके बाद हुड्डा ने कहा था कि अगर टिकट वितरण सही होता तो कांग्रेस की सरकार राज्य में बनी होती। इन नेताओं को फिर से टिकट की आस
1. पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत सिंह : 6 बार विधायक रहे संपत सिंह नलवा से टिकट नहीं मिलने के कारण बागी होकर भाजपा में शामिल हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना पुराना दोस्त बताया था। नतीजा यह हुआ कांग्रेस को नलवा सीट से हाथ धोना पड़ा।
2. पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला : बरवाला से कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने थे। 2019 में टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय की बरवाला से चुनाव लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार से ज्यादा वोट हासिल किए।
3. पूर्व विधायक रामभगत शर्मा : नारनौल से पूर्व विधायक रहे रामभगत शर्मा नारनौंद से चुनाव लड़ना चाहते थे। भाजपा में शामिल हो गए थे मगर टिकट कैप्टन अभिमन्यु को मिला। नारनौंद से कैप्टन के हारने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए।
4.पूर्व विधायक कुलबीर बेनीवाल : कांग्रेस की टिकट पर पहली बार निर्वाचन क्षेत्र भट्टू से विधायक बने थे मगर बाद में बाद कांग्रेस से बगावत कर इनेलो में शामिल हो गए। अब 2022 में कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए।
5. सांसद जयप्रकाश जेपी : हिसार से मौजूदा सांसद जयप्रकाश जेपी कांग्रेस से बगावत कर चुके हैं। 2019 में कलायत से टिकट कटा तो निर्दलीय ही मैदान में आ गए। कांग्रेस कलायत सीट हार गई और भाजपा जीत गई। इसके बाद दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए और सांसद बन गए।
6. पूर्व विधायक निर्मल सिंह : अंबाला से कांग्रेस के नेता निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ चुके हैं। इनकी बेटी अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ चुकी हैं। कांग्रेस से ज्यादा वोट लिए और कांग्रेस अंबाला कैंट सीट हार गई।
हिसार में सावित्री जिंदल ने कहा-मैं BJP में नहीं जाउंगी:नवीन प्रचार करने आए या ना आए यह उसका फैसला, मैं निर्दलीय उतर चुकी हूं
हिसार में सावित्री जिंदल ने कहा-मैं BJP में नहीं जाउंगी:नवीन प्रचार करने आए या ना आए यह उसका फैसला, मैं निर्दलीय उतर चुकी हूं हरियाणा में BJP सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव में उतर चुकी हैं। अब चाहे भाजपा जितना मना लें वह नहीं मानेंगी। सावित्री जिंदल ने कहा कि जब किसी पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय मैदान में उतरना पड़ा।
सावित्री जिंदल से जब नवीन जिंदल के विषय में पूछा गया कि वह प्रचार करने आएंगे तो उन्होंने कहा कि नवीन BJP में हैं और जो पार्टी नवीन को आदेश देगी वह काम वो करेगा। अगर पार्टी हिसार में ड्यूटी लगाएगी तो वह हिसार भी पार्टी का काम करेगा। सावित्री जिंदल ने कहा कि नवीन जिंदल से उनकी रोजाना बातचीत होती है, मगर राजनीति के विषय पर कम बात होती है। सावित्री जिंदल ने कहा कि हिसार के लोग परेशान हैं, यहां मूल भूत सुविधाएं तक लोगों को नहीं मिल रही। सीवरेज जाम पड़े हैं, पानी निकासी की समस्या है और यहां तक की सड़कें भी टूटी पड़ी हैं। सावित्री जिंदल को लड्डूओं से तोला सावित्री जिंदल हिसार में प्रचार के लिए निकली हैं। वह सभी आरडब्ल्यूए के कार्यक्रमों में शिरकत कर रही हैं। इसी कड़ी में वह हिसार के सेक्टर 13 में पहुंची थी। जहां उनको लड्डुओं से तोला गया। सावित्री जिंदल ने कहा कि यहां आकर अच्छा लगा। लोगों का प्रेम और विश्वास ही उनको निर्दलीय लड़ने की ताकत दे रहा है। हिसार उनका परिवार है और उनके परिवार में कोई दुखी हो वह यह नहीं देख सकती। सावित्री जिंदल के साथ पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला भी मौजूद रही। सावित्री जिंदल ने दैनिक भास्कर से की बात… भास्कर : आपको पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं? सावित्री जिंदल : मेरा मकसद एक ही था कि मैं जनसेवा कर सकूं। इसके लिए मैं चाहती थी मैं चुनाव लडूं। मैं 5 साल जनता की सेवा करूं। किसी पार्टी से मौका नहीं मिला तो मैंने निर्दलीय उतरने का सोचा। एक बार तो सोचा की छोड़ दूं, मगर हिसार की जनता ने कहा कि नहीं आपको लड़ना ही पड़ेगा। भास्कर : आप किन मुद्दों को लेकर चुनाव में हैं? सावित्री जिंदल : आपको पता ही है कि हिसार में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। सारा सिस्टम डगमगाया हुआ है। सड़कें टूटी पड़ी हैं, सीवरेज व्यवस्था खराब है, पानी की निकासी नहीं है। हिसार के लोग जो मेरे परिवार वाले हैं जो समस्या मेरे सामने लाएंगे वह सभी दूर होंगी। भास्कर : यहां के विधायक डॉ. कमल गुप्ता कहना है कि हिसार में बहुत विकास हुआ है? सावित्री जिंदल : देखिए, इस बारे में तो वही बता सकते हैं पर मुझे ऐसा नहीं लगता, मैं हिसार अकसर आती रहती थी, तो सब चीजें दिखती ही थीं। भास्कर : नवीन जिंदल आपके चुनाव प्रचार में आएंगे, आपकी उनसे बात हुई? सावित्री जिंदल : उनकी पार्टी जो उनको देगी नवीन वह करेंगे। मेरी नवीन से रोजाना बात होती है। मैं इस विषय पर नहीं होती। पार्टी के आदेश को वो मानेंगे क्योंकि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं। पार्टी से एमपी है तो वह पार्टी जो उनको काम देगी वो करेंगे। भास्कर : भाजपा का कहना है कि आपको मना लेंगे, क्या आप मान जाएंगी? सावित्री जिंदल : ऐसा अब नहीं हो सकता, मैं मेरे परिवार की बात मानूंगी। हिसार मेरा परिवार है। विधायक से नाराजगी को भुना रही सावित्री जिंदल सावित्री जिंदल अपने प्रचार में उन बातों को भुना रही हैं तो भाजपा के पूर्व विधायक कमल गुप्ता पूरा नहीं कर पाए। वह लोगों के बीच जाकर कर रही हैं कि जो मेरे पास कोई काम आएगा मैं जरूर करूंगी। वहीं कमल गुप्ता से शिकायत रहती थी वह लोगों की बातों को सुने बिना ही कह देते थे यह काम नहीं हो सकता। सावित्री जिंदल ने कहा कि मुझे पहले मौका मिला मैंने खूब काम करवाया। मैं चाहती हूं आप लोग मुझे मौका दें ताकि मैं और काम आपके बीच रहकर कर सकूं।