<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर एक पोस्टर विवाद ने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हलकों में नई हलचल मचा दी है. समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की आधी तस्वीर के साथ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो का पोस्टर जारी होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. अलीगढ़ के घंटाघर स्थित अंबेडकर पार्क में एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन की अगुवाई महर्षि वाल्मीकि सेना के प्रदेश अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता राहुल चेतन ने की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, सोशल मीडिया और विभिन्न प्रचार माध्यमों में हाल ही में एक ऐसा पोस्टर सामने आया जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर और अखिलेश यादव के चेहरों को मिलाकर एक साझा चेहरा दर्शाया गया. इस पोस्टर में बाबा साहेब की तस्वीर के साथ अखिलेश यादव के चेहरे को जोड़ते हुए उनके बीच कोई रेखा नहीं खींची गई, जिससे यह प्रतीत होता है कि दोनों एक ही व्यक्तित्व के रूप में प्रस्तुत किए जा रहे हैं. इस पर महर्षि वाल्मीकि सेना सहित अनेक संगठनों और भाजपा नेताओं ने गहरी आपत्ति जताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/EtN_Rd-gJvs?si=JlQIFjxDZgFCRCOK” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाबा साहेब की प्रतिमा का दुग्धाभिषेक</strong><br />इस घटना से आहत होकर सोमवार को महर्षि वाल्मीकि सेना के कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ के घंटाघर क्षेत्र में स्थित अंबेडकर पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक किया. इस कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए, जिन पर अखिलेश यादव के खिलाफ नारे लिखे थे. “बाबा साहेब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” और “अखिलेश यादव माफी मांगो” जैसे नारे लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश यादव को आनी चाहिये शर्म- बीजेपी नेता</strong><br />महर्षि वाल्मीकि सेना के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता राहुल चेतन ने कहा, “बाबा साहेब के चरित्र को दूषित करने और राजनीतिक लाभ उठाने के उद्देश्य से अखिलेश यादव ने यह घिनौना कृत्य किया है. यह न केवल दलित समाज का अपमान है, बल्कि संविधान निर्माता की गरिमा का भी हनन है. ऐसे व्यक्ति को शर्म आनी चाहिए, जो अपने स्वार्थ के लिए महापुरुषों की छवि से खिलवाड़ करे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “हमने बाबा साहेब की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक कर यह संदेश दिया है कि देश का आम जनमानस बाबा साहेब के सम्मान की रक्षा के लिए हमेशा एकजुट है. अगर अखिलेश यादव ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो संपूर्ण दलित समाज उन्हें राजनीति से बहिष्कृत कर देगा. वह घर से निकलना भी मुश्किल समझेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश यादव ने अंबेडकरवादी विचारधारा का किया उपहास<br /></strong>प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेता संदेश राज ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “बाबा साहेब की तुलना किसी भी नेता से करना उनके कार्यों और विचारधारा का अपमान है. आज का नेता उनके स्तर तक नहीं पहुंच सकता. जिस तरह अखिलेश यादव ने यह पोस्टर जारी किया है, वह सीधे-सीधे अंबेडकरवादी विचारधारा का उपहास है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने अपना पूरा जीवन समाज में समानता, न्याय और अधिकारों की लड़ाई के लिए समर्पित कर दिया, जबकि वर्तमान नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं. बाबा साहेब की छवि का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश निंदनीय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कानूनी कार्रवाई की मांग</strong><br />कई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मांग की है कि इस प्रकरण में आपराधिक मामला दर्ज किया जाए और जो लोग इस पोस्टर के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. उनके अनुसार यह न केवल नैतिक रूप से गलत है बल्कि समाज में वैमनस्य फैलाने वाला कृत्य भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मुद्दे पर अभी तक समाजवादी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन विरोध प्रदर्शन और बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए यह स्पष्ट है कि पार्टी पर दबाव बन रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनावी वर्ष में इस तरह के विवाद दलित समाज को प्रभावित कर सकते हैं. इसके परिणाम राजनीतिक समीकरणों पर भी पड़ सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahoba-shekhun-nagar-residents-are-troubled-water-problem-ann-2935370″><strong>यूपी के इस शहर में बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं ग्रामीण, गीत गाकर बयां किया अपना दर्द</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर एक पोस्टर विवाद ने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हलकों में नई हलचल मचा दी है. समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की आधी तस्वीर के साथ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो का पोस्टर जारी होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. अलीगढ़ के घंटाघर स्थित अंबेडकर पार्क में एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन की अगुवाई महर्षि वाल्मीकि सेना के प्रदेश अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता राहुल चेतन ने की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, सोशल मीडिया और विभिन्न प्रचार माध्यमों में हाल ही में एक ऐसा पोस्टर सामने आया जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर और अखिलेश यादव के चेहरों को मिलाकर एक साझा चेहरा दर्शाया गया. इस पोस्टर में बाबा साहेब की तस्वीर के साथ अखिलेश यादव के चेहरे को जोड़ते हुए उनके बीच कोई रेखा नहीं खींची गई, जिससे यह प्रतीत होता है कि दोनों एक ही व्यक्तित्व के रूप में प्रस्तुत किए जा रहे हैं. इस पर महर्षि वाल्मीकि सेना सहित अनेक संगठनों और भाजपा नेताओं ने गहरी आपत्ति जताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/EtN_Rd-gJvs?si=JlQIFjxDZgFCRCOK” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाबा साहेब की प्रतिमा का दुग्धाभिषेक</strong><br />इस घटना से आहत होकर सोमवार को महर्षि वाल्मीकि सेना के कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ के घंटाघर क्षेत्र में स्थित अंबेडकर पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक किया. इस कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए, जिन पर अखिलेश यादव के खिलाफ नारे लिखे थे. “बाबा साहेब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” और “अखिलेश यादव माफी मांगो” जैसे नारे लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश यादव को आनी चाहिये शर्म- बीजेपी नेता</strong><br />महर्षि वाल्मीकि सेना के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता राहुल चेतन ने कहा, “बाबा साहेब के चरित्र को दूषित करने और राजनीतिक लाभ उठाने के उद्देश्य से अखिलेश यादव ने यह घिनौना कृत्य किया है. यह न केवल दलित समाज का अपमान है, बल्कि संविधान निर्माता की गरिमा का भी हनन है. ऐसे व्यक्ति को शर्म आनी चाहिए, जो अपने स्वार्थ के लिए महापुरुषों की छवि से खिलवाड़ करे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “हमने बाबा साहेब की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक कर यह संदेश दिया है कि देश का आम जनमानस बाबा साहेब के सम्मान की रक्षा के लिए हमेशा एकजुट है. अगर अखिलेश यादव ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो संपूर्ण दलित समाज उन्हें राजनीति से बहिष्कृत कर देगा. वह घर से निकलना भी मुश्किल समझेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश यादव ने अंबेडकरवादी विचारधारा का किया उपहास<br /></strong>प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेता संदेश राज ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “बाबा साहेब की तुलना किसी भी नेता से करना उनके कार्यों और विचारधारा का अपमान है. आज का नेता उनके स्तर तक नहीं पहुंच सकता. जिस तरह अखिलेश यादव ने यह पोस्टर जारी किया है, वह सीधे-सीधे अंबेडकरवादी विचारधारा का उपहास है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने अपना पूरा जीवन समाज में समानता, न्याय और अधिकारों की लड़ाई के लिए समर्पित कर दिया, जबकि वर्तमान नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं. बाबा साहेब की छवि का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश निंदनीय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कानूनी कार्रवाई की मांग</strong><br />कई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मांग की है कि इस प्रकरण में आपराधिक मामला दर्ज किया जाए और जो लोग इस पोस्टर के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. उनके अनुसार यह न केवल नैतिक रूप से गलत है बल्कि समाज में वैमनस्य फैलाने वाला कृत्य भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मुद्दे पर अभी तक समाजवादी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन विरोध प्रदर्शन और बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए यह स्पष्ट है कि पार्टी पर दबाव बन रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनावी वर्ष में इस तरह के विवाद दलित समाज को प्रभावित कर सकते हैं. इसके परिणाम राजनीतिक समीकरणों पर भी पड़ सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahoba-shekhun-nagar-residents-are-troubled-water-problem-ann-2935370″><strong>यूपी के इस शहर में बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं ग्रामीण, गीत गाकर बयां किया अपना दर्द</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘सिर्फ गणना हो जाने मात्र से…’,केंद्र सरकार के जातीय जनगणना को मंजूरी देने पर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान
अंबेडकर पोस्टर विवाद पर अखिलेश यादव का विरोध, अलीगढ़ में महर्षि वाल्मीकि सेना का प्रदर्शन
