अमृतपाल के साथियों को जेल में जान में खतरा:वकील बोले- जेल शिफ्ट करने की लगाई थी याचिका, अदालती जंग लड़ेंगे।

अमृतपाल के साथियों को जेल में जान में खतरा:वकील बोले- जेल शिफ्ट करने की लगाई थी याचिका, अदालती जंग लड़ेंगे।

बठिंडा जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों को जान का खतरा है। इनको बठिंडा जेल से शिफ्ट करने की मांग की गई है। इन्होंने जेल में बंद नशा तस्करों से खुद को खतरा बताया है। यह जानकारी उनके वकील की तरफ से दी गई। उनका कहना है कि एडीजीपी जेल ने उनकी एप्लीकेशन को खारिज कर दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री बाजेके को फोन से परिवार से बात करने की सुविधा बंद कर दी गई। उन्होंने कहा कि अब इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी दायर करेंगे। जेल अधिकारियों को दायर की थी एप्लीकेशन एडवोकेट इमान सिंह खारा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि अकाली दल वारिस पंजाब के सेंट्रल जेल बठिंडा में बंद चाचा हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह राउके, भगवंत सिंह प्रधानमंत्री उर्फ बाजेके और बसंत सिंह दौलतपुरा से बात की। मुलाकात के दौरान इन्होंने बताया कि उन्होंने एडीजीपी जेल को एक एप्लीकेशन दी थी, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि इन्हें बठिंडा जेल से शिफ्ट कर किसी अन्य सुरक्षित जेल में स्थानांतरित किया जाए। इसका कारण यह है कि ये लोग नशे छुड़वाने वाले और अमृत संचार का काम करते हैं। लेकिन वहां पर ऐसे कैदी हैं जो बड़े नशा तस्करी के केसों में बंद हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा को खतरा बताया था। इस वजह से परेशानी हो रही है। इसके लिए एप्लीकेशन भी लगाई थी। जिसे रद्द कर दिया गया है। वहीं, अब उन्होंने इस चीज को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की है। डिब्रूगढ़ जेल में बंद है आरोपी अमृतपाल सिंह पर अब तीसरी बार एनएसए लगाया गया है। अब परिवार इसे अदातलत में चुनौती देने जा रहा है। परिवार का कहना है कि यह सब गलत किया जा रहा है। उन्हें राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। अमृतपाल सिंह खडूर साहिब के सांसद हैं। इस समय वह असर की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैु। बठिंडा जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों को जान का खतरा है। इनको बठिंडा जेल से शिफ्ट करने की मांग की गई है। इन्होंने जेल में बंद नशा तस्करों से खुद को खतरा बताया है। यह जानकारी उनके वकील की तरफ से दी गई। उनका कहना है कि एडीजीपी जेल ने उनकी एप्लीकेशन को खारिज कर दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री बाजेके को फोन से परिवार से बात करने की सुविधा बंद कर दी गई। उन्होंने कहा कि अब इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी दायर करेंगे। जेल अधिकारियों को दायर की थी एप्लीकेशन एडवोकेट इमान सिंह खारा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि अकाली दल वारिस पंजाब के सेंट्रल जेल बठिंडा में बंद चाचा हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह राउके, भगवंत सिंह प्रधानमंत्री उर्फ बाजेके और बसंत सिंह दौलतपुरा से बात की। मुलाकात के दौरान इन्होंने बताया कि उन्होंने एडीजीपी जेल को एक एप्लीकेशन दी थी, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि इन्हें बठिंडा जेल से शिफ्ट कर किसी अन्य सुरक्षित जेल में स्थानांतरित किया जाए। इसका कारण यह है कि ये लोग नशे छुड़वाने वाले और अमृत संचार का काम करते हैं। लेकिन वहां पर ऐसे कैदी हैं जो बड़े नशा तस्करी के केसों में बंद हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा को खतरा बताया था। इस वजह से परेशानी हो रही है। इसके लिए एप्लीकेशन भी लगाई थी। जिसे रद्द कर दिया गया है। वहीं, अब उन्होंने इस चीज को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की है। डिब्रूगढ़ जेल में बंद है आरोपी अमृतपाल सिंह पर अब तीसरी बार एनएसए लगाया गया है। अब परिवार इसे अदातलत में चुनौती देने जा रहा है। परिवार का कहना है कि यह सब गलत किया जा रहा है। उन्हें राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। अमृतपाल सिंह खडूर साहिब के सांसद हैं। इस समय वह असर की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैु।   पंजाब | दैनिक भास्कर