अमेठी के कांग्रेस सांसद का प्रयास लाया रंग, विदेश में फंसा युवक 4 महीने बाद वापस लौटा घर

अमेठी के कांग्रेस सांसद का प्रयास लाया रंग, विदेश में फंसा युवक 4 महीने बाद वापस लौटा घर

<p><strong>UP News:</strong> अमेठी सांसद किशोरीलाल शर्मा के प्रयास से विदेश में फंसा एक युवक करीब चार महीने बाद सकुशल अपने घर वापस आ गया। युवक के घर पहुंचने पर परिजनों में राहत की सांस ली। युवक कबूतरबाजी का शिकार होकर थाईलैंड के बजाय म्यामांर पहुंच गया था, जहां उसे बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जा रहा था। युवक ने किसी तरह मामले की जानकारी परिजनों को दी जिसके बाद परिजनों ने सांसद से मदद की गुहार लगाई थी।</p>
<p>दरअसल, ये पूरा मामला भाले सुल्तान थाना क्षेत्र के पूरब गांव का जहां के रहने वाला 26 वर्षीय आमिर पुत्र रईस कबूतरबाजी का शिकार होकर करीब 6 महीने पहले एक दलाल के माध्यम से दिल्ली एअरपोर्ट पहुंचा. जहां से उसे थाईलैंड जाना था. दिल्ली से वह थाईलैंड पहुंचा, जहाँ उसे एअरपोर्ट से म्यामांर भेज दिया गया. म्यामांर में रईस को बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जाने लगा. धीरे-धीरे तीन महीना बीत गए.</p>
<p>एक दिन किसी तरह रईस ने अपने परिजनों को फोन कर आप बीती बताई जिसके बाद परिजनों में मायूसी छा गई. परिजनों ने मदद के लिए सांसद किशोरीलाल शर्मा से गुहार लगाते हुए पत्र सौंपा. पत्र का संज्ञान लेते हुए सांसद से तुरंत विदेश मंत्रालय से बात की जिसके बाद मंत्रालय एक्टिव हुआ. थाइलैंड म्यामांर एंबेसी के सहयोग से करीब चार महीने बाद युवक को सकुशल स्वदेश लौटाया गया.</p>
<p><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-avahan-akhara-mahamandaleshwar-arun-giri-car-accident-khalistani-supporters-connection-ann-2851624″>महामंडलेश्वर अरुण गिरि के एक्सीडेंट के पीछे खालिस्तानी समर्थकों का हाथ? पुलिस ने दर्ज की शिकायत</a><br /></strong></p>
<p><strong>पीड़ित की मां ने बताया दर्द</strong><br />रईस के मां जरीना बानो की माने तो करीब 68 हजार रुपए वेतन का वादा करके उसे विदेश ले जाया गया. जाने के दौरान न तो उसे वीजा दिया गया और न ही टिकट. कहा गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर उसे सब कुछ मिला जायेगा. दिल्ली से रईस थाईलैंड पहुंचा जहां एयरपोर्ट से ही उसे म्यामांर भेज दिया गया. जहां उसे बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जाता था.</p>
<p>पीड़ित की मां ने बताया कि वहां खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता था. किसी तरह उसने हम लोगों को फोन कर जानकारी दी जिसके बाद हम लोगों ने सांसद किशोरीलाल शर्मा से मदद की गुहार लगाई. सांसद ने विदेश मंत्रालय से बात की और म्यामांर के एंबेसी से सहयोग के बाद उसे स्वदेश वापस लाया गया.</p> <p><strong>UP News:</strong> अमेठी सांसद किशोरीलाल शर्मा के प्रयास से विदेश में फंसा एक युवक करीब चार महीने बाद सकुशल अपने घर वापस आ गया। युवक के घर पहुंचने पर परिजनों में राहत की सांस ली। युवक कबूतरबाजी का शिकार होकर थाईलैंड के बजाय म्यामांर पहुंच गया था, जहां उसे बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जा रहा था। युवक ने किसी तरह मामले की जानकारी परिजनों को दी जिसके बाद परिजनों ने सांसद से मदद की गुहार लगाई थी।</p>
<p>दरअसल, ये पूरा मामला भाले सुल्तान थाना क्षेत्र के पूरब गांव का जहां के रहने वाला 26 वर्षीय आमिर पुत्र रईस कबूतरबाजी का शिकार होकर करीब 6 महीने पहले एक दलाल के माध्यम से दिल्ली एअरपोर्ट पहुंचा. जहां से उसे थाईलैंड जाना था. दिल्ली से वह थाईलैंड पहुंचा, जहाँ उसे एअरपोर्ट से म्यामांर भेज दिया गया. म्यामांर में रईस को बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जाने लगा. धीरे-धीरे तीन महीना बीत गए.</p>
<p>एक दिन किसी तरह रईस ने अपने परिजनों को फोन कर आप बीती बताई जिसके बाद परिजनों में मायूसी छा गई. परिजनों ने मदद के लिए सांसद किशोरीलाल शर्मा से गुहार लगाते हुए पत्र सौंपा. पत्र का संज्ञान लेते हुए सांसद से तुरंत विदेश मंत्रालय से बात की जिसके बाद मंत्रालय एक्टिव हुआ. थाइलैंड म्यामांर एंबेसी के सहयोग से करीब चार महीने बाद युवक को सकुशल स्वदेश लौटाया गया.</p>
<p><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-avahan-akhara-mahamandaleshwar-arun-giri-car-accident-khalistani-supporters-connection-ann-2851624″>महामंडलेश्वर अरुण गिरि के एक्सीडेंट के पीछे खालिस्तानी समर्थकों का हाथ? पुलिस ने दर्ज की शिकायत</a><br /></strong></p>
<p><strong>पीड़ित की मां ने बताया दर्द</strong><br />रईस के मां जरीना बानो की माने तो करीब 68 हजार रुपए वेतन का वादा करके उसे विदेश ले जाया गया. जाने के दौरान न तो उसे वीजा दिया गया और न ही टिकट. कहा गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर उसे सब कुछ मिला जायेगा. दिल्ली से रईस थाईलैंड पहुंचा जहां एयरपोर्ट से ही उसे म्यामांर भेज दिया गया. जहां उसे बंधक बनाकर कैदियों जैसा काम करवाया जाता था.</p>
<p>पीड़ित की मां ने बताया कि वहां खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता था. किसी तरह उसने हम लोगों को फोन कर जानकारी दी जिसके बाद हम लोगों ने सांसद किशोरीलाल शर्मा से मदद की गुहार लगाई. सांसद ने विदेश मंत्रालय से बात की और म्यामांर के एंबेसी से सहयोग के बाद उसे स्वदेश वापस लाया गया.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड इंदौर का अनोखा भिखारी, आंध्र प्रदेश की ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर आता था, एमपी में मांगता था भीख