26 लोगों को लेकर जा रहा एक ट्रैवल वाहन शनिवार को रुद्र प्रयाग के समीप रैंतोली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में मरने वालों में चार लड़कियां भी शामिल है। ये चारों नोएडा के सेक्टर-51 के ए ब्लाक की पीजी में रहती थी। इनके साथ दो और लड़कियां भी गई थी। दोनों घायल है। सेक्टर-51 के ए ब्लाक में रहने वाली लड़कियां दोस्तों संग उत्तराखंड घूमने गई थी। सभी शुक्रवार शाम को टेम्पो ट्रैवल से निकली थी। इसके साथ ही लड़कियों के ऑफिस और मूल निवास स्थानों पर भी मातम छाया हुआ है। ग्रुप प्लान करके निकली थी घूमने सेक्टर-51 के ए ब्लॉक में किराये पर वंदना शर्मा, निकिता भट्ट, कुमारी शुभम सिंह, अंजली श्रीवास्तव, मोहिनी पांडे व स्मृति शर्मा रहती थी। इन छह लड़कियों के ग्रुप ने प्लान बनाया और उत्तराखंड के रवाना हो गई। ये लोग चोपता जा रहे थे। इस दौरान बीच में हादसा हो गया। मृत चारों युवतियां नोएडा में करती थी जॉब मरने वालों में निकिता भट्ट मूलरूप से उत्तराखंड के उद्यम सिंह नगर में खटीमा की रहने वाली है। नोएडा के सेक्टर-132 में नौकरी करती थी। अंजली श्रीवास्तव मूलरूप से बेतिया, पश्चिमी चंपारन की रहने वाली थी। मोहिनी पांडे प्रतापगढ़ से थी और सेक्टर-127 में नौकरी करती थी। स्मृति शर्मा सोनभद्र की रहने वाली थी। ये सभी नोएडा के सेक्टर-51ए ब्लाक में किराए पर रहती थी। हादसे में वंदना के पैर में हुआ फ्रैक्चर कुमारी शुभम सिंह कप्तानगंज, कुशीनगर की रहने वाली है और उनका दफ्तर सेक्टर-129 में है। वंदना शर्मा मूल रूप से इलाहाबाद की निवासी है और सेक्टर-135 में नौकरी करती है। हादसे में घायल वंदना शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम को को टेम्पो ट्रेवलर की बस से उत्तराखंड घूमने के लिए निकले थे। वो कैसे अस्पताल गई, हादसा कैसे हुआ, इस बारे में वह बताने में समर्थ नहीं है। हादसे के बाद उनके पैर में फ्रैक्चर आया है। सेक्टर-51 के ए ब्लाक में अफरा-तफरी सेक्टर-51 के ए ब्लाक निवासियों ने बताया कि जैसे ही जानकारी मिली। ब्लाक में अफरातफरी का माहौल बन गया। ये सभी यहां किराए पर रहती थी और जॉब करती थी। गर्मी होने के चलते इन सभी एक साथ उत्तराखंड जाने का प्लान किया। 26 लोगों को लेकर जा रहा एक ट्रैवल वाहन शनिवार को रुद्र प्रयाग के समीप रैंतोली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में मरने वालों में चार लड़कियां भी शामिल है। ये चारों नोएडा के सेक्टर-51 के ए ब्लाक की पीजी में रहती थी। इनके साथ दो और लड़कियां भी गई थी। दोनों घायल है। सेक्टर-51 के ए ब्लाक में रहने वाली लड़कियां दोस्तों संग उत्तराखंड घूमने गई थी। सभी शुक्रवार शाम को टेम्पो ट्रैवल से निकली थी। इसके साथ ही लड़कियों के ऑफिस और मूल निवास स्थानों पर भी मातम छाया हुआ है। ग्रुप प्लान करके निकली थी घूमने सेक्टर-51 के ए ब्लॉक में किराये पर वंदना शर्मा, निकिता भट्ट, कुमारी शुभम सिंह, अंजली श्रीवास्तव, मोहिनी पांडे व स्मृति शर्मा रहती थी। इन छह लड़कियों के ग्रुप ने प्लान बनाया और उत्तराखंड के रवाना हो गई। ये लोग चोपता जा रहे थे। इस दौरान बीच में हादसा हो गया। मृत चारों युवतियां नोएडा में करती थी जॉब मरने वालों में निकिता भट्ट मूलरूप से उत्तराखंड के उद्यम सिंह नगर में खटीमा की रहने वाली है। नोएडा के सेक्टर-132 में नौकरी करती थी। अंजली श्रीवास्तव मूलरूप से बेतिया, पश्चिमी चंपारन की रहने वाली थी। मोहिनी पांडे प्रतापगढ़ से थी और सेक्टर-127 में नौकरी करती थी। स्मृति शर्मा सोनभद्र की रहने वाली थी। ये सभी नोएडा के सेक्टर-51ए ब्लाक में किराए पर रहती थी। हादसे में वंदना के पैर में हुआ फ्रैक्चर कुमारी शुभम सिंह कप्तानगंज, कुशीनगर की रहने वाली है और उनका दफ्तर सेक्टर-129 में है। वंदना शर्मा मूल रूप से इलाहाबाद की निवासी है और सेक्टर-135 में नौकरी करती है। हादसे में घायल वंदना शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम को को टेम्पो ट्रेवलर की बस से उत्तराखंड घूमने के लिए निकले थे। वो कैसे अस्पताल गई, हादसा कैसे हुआ, इस बारे में वह बताने में समर्थ नहीं है। हादसे के बाद उनके पैर में फ्रैक्चर आया है। सेक्टर-51 के ए ब्लाक में अफरा-तफरी सेक्टर-51 के ए ब्लाक निवासियों ने बताया कि जैसे ही जानकारी मिली। ब्लाक में अफरातफरी का माहौल बन गया। ये सभी यहां किराए पर रहती थी और जॉब करती थी। गर्मी होने के चलते इन सभी एक साथ उत्तराखंड जाने का प्लान किया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ की किर्ति 16वीं होप मीटिंग के लिए जापान जाएंगी:PGI में पीएचडी छात्रा, भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, नोबल विजेताओं संग होगी चर्चा पीजीआई चंडीगढ़ के परमाणु चिकित्सा विभाग की पीएचडी छात्रा किर्ति ढींगरा का चयन जापान में होने वाली 16वीं होप बैठक के लिए हुआ है। किर्ति प्रोफेसर बलजिंदर सिंह के मार्गदर्शन में शोध कार्य कर रही हैं। यह प्रतिष्ठित बैठक 9 से 13 मार्च 2025 तक योकोहामा, जापान में आयोजित होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी इस कार्यक्रम का आयोजन जापान सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ साइंस द्वारा किया जाता है। बैठक में एशिया-प्रशांत और अफ्रीका के चुनिंदा शोधकर्ताओं और छात्रों को आमंत्रित किया जाता है। किर्ति भारत की ओर से चयनित प्रतिभागी हैं और इस अवसर को पाकर बेहद उत्साहित हैं। नोबेल विजेताओं संग चर्चा का मिलेगा मौका होप बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को नोबेल पुरस्कार विजेताओं और अन्य विश्व-प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के साथ संवाद और विचार-विमर्श का अवसर प्रदान करना है। किर्ति इस बैठक में अपने शोध कार्य को प्रस्तुत करेंगी और क्षेत्र के विशेषज्ञों से महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करेंगी, जिससे उनके शोध कौशल को और निखारने में मदद मिलेगी। डीएसटी-इंस्पायर फेलो हैं किर्ति किर्ति ढींगरा डीएसटी-इंस्पायर पीएचडी फेलो हैं और अपनी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रही हैं। यह अवसर न केवल उनके करियर में मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि भारत के विज्ञान और अनुसंधान क्षेत्र को भी गौरवान्वित करेगा। चंडीगढ़ का नाम रोशन किया किर्ति की इस उपलब्धि ने चंडीगढ़ और पीजीआई को गर्व का क्षण प्रदान किया है। उनका यह चयन शोध और विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
अब अधिकारी नहीं कहेंगे खो गई फाइल, अलीगढ़ में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू
अब अधिकारी नहीं कहेंगे खो गई फाइल, अलीगढ़ में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ में डीएम के एक आदेश के बाद चुटकियों में काम होंगे और सभी फाइलों की निगरानी कंप्यूटर में रखी जाएगी जिससे फाइलों को लेकर पता लगाया जा सकेगा आखिर कौन सी फाइल कौन सी स्टेज तक पहुंची है. इसको लेकर नई प्रणाली लागू होने से आम जनता के लिए इसे बड़ी खुशखबरी के तौर पर देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, प्रदेश सरकार पूरे राज्य में सरकारी कामकाज को पूरी तरह से ई-ऑफिस के जरिए करने में जुटी हुई है. शासन स्तर पर व्यवस्था लागू होने के बाद अब जिलों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जा रही है. जिला अलीगढ़ के सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस लागू करने कराने को लेकर जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी ने अपने कलेक्ट्रेट कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने की पहल की है. सोमवार 29 जुलाई से कलैक्ट्रेट के सभी पटलों पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ई-ऑफिस से समय की होगी बचत</strong><br />डीएम विशाख जी ने बताया कि इससे कार्य में तेजी आने के साथ ही पारदर्शिता से काम हो सकेगा, भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा. ई-ऑफिस से समय की बचत होगी. सरकारी कार्यालयों में जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रखना आसान होगा. उन्होंने बताया कि कलैक्ट्रेट में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू होने के बाद एक पटल से दूसरे पटल पर कम्प्यूटर के माध्यम से फाइलों का आदान-प्रदान होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएम विशाख जी ने जिले का सचिवालय कहे जाने वाले कलैक्ट्रेट कार्यालय में तय समय सीमा के भीतर ई-ऑफिस व्यवस्था लागू कर दिखाई है. निश्चित ही अब जिले के अन्य विभागों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जाएगी. कौन सी फाइल किस पटल पर कब से रुकी हुई है, संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित हो सकेगी और डीएम किसी भी पत्रावली की स्वयं कंप्यूटर के माध्यम से मॉनिटरिंग कर सकेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे काम करती है ई-ऑफिस प्रणाली</strong><br />ईडीएम मनोज राजपूत ने बताया कि ई-ऑफिस का प्रयोग करने के लिए कर्मचारियों के पास आई थ्री प्रोसेसर, विंडो-10 या उससे ऊपर का कम्प्यूटर होना चाहिए. इसके साथ ही 50 एमबीपीएस का इंटरनेट भी आवश्यक है. ई-ऑफिस का सॉफ्टवेयर एनआइसी के नेटवर्क पर बेहतर ढ़ंग से कार्य करता है. यदि एनआइसी का इंटरनेट नहीं है तो कर्मचारी को वीपीएन का नेटवर्क आवश्यक होता है. अधिकारी-कर्मचारी को ई-ऑफिस पर लॉग इन करने के लिए एनआइसी की ई-मेल आईडी और पासवर्ड होना आवश्यक है, जिसकी मैपिंग ई-ऑफिस पोर्टल पर की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनोज राजपूत ने बताया कि सर्वप्रथम अधिकारी कर्मचारी को ई-ऑफिस से जुड़ी वेबसाइट को खोलकर एनआइसी की मेल आईडी से लॉगिन करना है, इसके बाद ई-फाइल पर जाना है. यदि कर्मचारी को कोई पत्र प्रेषित करना है तो कर्मचारी को रिसीट विकल्प क्लिक कर उस पत्र को अपलोड कर नोट पर अपना मंतव्य टाइप करना है और उसके बाद जिस अधिकारी को पत्र प्रेषित करना है उनका नाम सर्च कर ऑनलाइन भेजना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब पत्र सबंधित अधिकारी के इनबॉक्स में पहुंच गया है और सबंधित अधिकारी अपने कम्प्यूटर पर लॉगिन कर उस पत्र को अपने इनबॉक्स में देख सकते हैं. पत्र का अवलोकन करने के उपरांत यदि उसे अधिकारी को अपने किसी वरिष्ठ अधिकारी का मंतव्य प्राप्त करना है तो प्राप्त कर सकते हैं अथवा अपने दिशा निर्देश अंकित करते हुए वापस उसी कर्मचारियों को पत्र प्रेषित कर दिया जाना है. उसके उपरांत वह पत्र फिर से कर्मचारी के इनबॉक्स में दिखाई देने लगता है और वह सबन्धित अधिकारी के दिशा-निर्देश का पालन करेगा.<br /> <br /><strong>क्या कहना है अधिकारियों का</strong><br />अपर जिलाधिकारी न्यायिक एवं नोडल अधिकारी अखिलेश कुमार का कहना है कि ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से काफी आसानी होगी. ई-ऑफिस प्रणाली से कार्यालय के समस्त पत्र, फाइल संबंधित कार्य ऑनलाइन हो गए हैं. इससे दस्तावेज को हमेशा के लिए सुरक्षित रखने में मदद तो मिलेगी ही, फाइल और पत्र खोजने में आसानी होगी, साथ ही समय की भी बचत होगी. उन्होंने बताया कि इन दो दिन में स्वयं उनके एवं एडीएम प्रशासन, डीएलआरसी और ईडीएम पटल से पत्रावलियों एवं पत्रों का प्रेषण किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-weather-department-predicted-rain-in-the-next-two-days-ann-2749750″><strong>Agra Weather: आगरा में उमस भरी गर्मी से लोगों को मिलेगी राहत, जानें कब होगी बारिश</strong></a></p>
कानपुर में युवक को 8KM तक डंपर ने घसीटा:बाइक से जा रहा था, सामने आया, बाइक के उड़ परखच्चे; शरीर के हुए टुकड़े
कानपुर में युवक को 8KM तक डंपर ने घसीटा:बाइक से जा रहा था, सामने आया, बाइक के उड़ परखच्चे; शरीर के हुए टुकड़े कानपुर में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया है। हाईवे पर डंपर चालक बाइक सवार को हाईवे पर 8 किमी तक घसीटते ले गया। इस दौरान वो चिल्लाता रहा। लेकिन, ड्राइवर नशे में वो 100 की स्पीड में भगाता चला गया। बाइक टूटकर चुरा बन गई। युवक के शरीर के पार्ट घिस गए। इसके बाद डंपर छोड़कर ड्राइवर भाग गया। पुलिस ने क्रेन से डंपर हटवाया। हाईवे पर जाम लग गया। 4 तस्वीरें देखिए विस्तार से जानिए पूरा मामला… घाटमपुर के पतारा में सागर हाईवे पर बाइक सवार जा रहा था। तभी पीछे से तेज रफ्तार डंपर ने टक्कर मारी। फिर भागने के चक्कर में बाइक सहित युवक को घसीटता हुआ ले गया। युवक चिल्लाता रहा। लेकिन, डंपर चालक रुका नहीं। वो नशे में था। हाईवे पर ये दृश्य देख लोगों ने आवाज दी। कई ने रोकना चाहा। डंपर 100 की स्पीड में था। आगे जाकर रुका। फिर डंपर छोड़कर भाग गया। तब तक बाइक पूरी तरह टूटकर बिखर चुकी थी, युवक के शरीर के कई टुकड़े हो चुके थे। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि पीएनसी की क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त बाइक समेत युवक के शव को बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटना की जांच पड़ताल की जा रही है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बाइक मलिक से संपर्क करने की कोशिश घाटमपुर पुलिस ने बाइक की नंबर प्लेट से मालिक का पता किया तो बाइक कानपुर के गोविंद नगर दबौली निवासी शुभम द्विवेदी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया पर संपर्क नहीं हो पाया। पुलिस ने गोविंद नगर पुलिस को बाइक मलिक का पता भेजा है। घर पर पुलिस पहुंचने के बाद बाइक कौन चला रहा था, यह पता चल जाएगा। जिससे युवक की शिनाख्त हो जाएगी। कानपुर सागर हाईवे पर एक घंटे ठहरा यातायात घटना के बाद पीएनसी की क्रेन की मदद से डंपर में फांसी क्षतिग्रस्त बाइक ओर शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान हाईवे पर लगभग चार किलो मीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने एक एक लेन चलाने के साथ हाईवे पर यातायात बहाल कराया है।