दीपावली के सात दिन बाद इनरव्हील क्लब ऑफ कानपुर फ्लोरेंस की ओर से पार्वती बांगला रोड स्थित रेस्तरां में ‘एक शाम, यारों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्लब मेंबरों ने रेस्तरां में जमकर धमाल मचाया। इस दौरान एक के बाद एक कई गेमों का आयोजन हुआ। मेंबर्स डांसिंग-सिंगिंग में अपना हुनर दिखाया। देखिए कुछ तस्वीरें… इनरव्हील क्लब ऑफ कानपुर फ्लोरेंस की प्रेसीडेंट निकिता केसरवानी ने बताया कि रेस्तरां में आयोजित ‘एक शाम, यारों के नाम’ कार्यक्रम मेंबर्स ने टंग ट्वीस्ट, पहेलियों, क्विक आन्सर्स जैसी प्रतियोगिताओं में जमकर हिस्सा लिया। साथ ही पंजाबी बीटों पर जमकर ठुमके भी लगाए। आयोजन में शामिल हुए ये मेंबर्स कार्यक्रम के अंत में ग्रुप व सोलो डांसिंग व सिंगिंग कंप्टीशन का भी आयोजन हुआ। इस दौरान क्लब सचिव सृष्टि माहेश्वरी, आईपीपी डॉ. सोनल शर्मा ऋषि, कोषाध्यक्ष पंखुड़ी गुप्ता, संपादक आशी गुप्ता, सीएलसीसी तृप्ति गुप्ता समेत अन्य क्लब मेंबर्स मौजूद रहे। दीपावली के सात दिन बाद इनरव्हील क्लब ऑफ कानपुर फ्लोरेंस की ओर से पार्वती बांगला रोड स्थित रेस्तरां में ‘एक शाम, यारों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्लब मेंबरों ने रेस्तरां में जमकर धमाल मचाया। इस दौरान एक के बाद एक कई गेमों का आयोजन हुआ। मेंबर्स डांसिंग-सिंगिंग में अपना हुनर दिखाया। देखिए कुछ तस्वीरें… इनरव्हील क्लब ऑफ कानपुर फ्लोरेंस की प्रेसीडेंट निकिता केसरवानी ने बताया कि रेस्तरां में आयोजित ‘एक शाम, यारों के नाम’ कार्यक्रम मेंबर्स ने टंग ट्वीस्ट, पहेलियों, क्विक आन्सर्स जैसी प्रतियोगिताओं में जमकर हिस्सा लिया। साथ ही पंजाबी बीटों पर जमकर ठुमके भी लगाए। आयोजन में शामिल हुए ये मेंबर्स कार्यक्रम के अंत में ग्रुप व सोलो डांसिंग व सिंगिंग कंप्टीशन का भी आयोजन हुआ। इस दौरान क्लब सचिव सृष्टि माहेश्वरी, आईपीपी डॉ. सोनल शर्मा ऋषि, कोषाध्यक्ष पंखुड़ी गुप्ता, संपादक आशी गुप्ता, सीएलसीसी तृप्ति गुप्ता समेत अन्य क्लब मेंबर्स मौजूद रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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जब टोना-टोटका के चक्कर में भोले बाबा ने खाई जेल की हवा, इंस्पेक्टर रहे तेजवीर सिंह ने बताया किस्सा
जब टोना-टोटका के चक्कर में भोले बाबा ने खाई जेल की हवा, इंस्पेक्टर रहे तेजवीर सिंह ने बताया किस्सा <p style=”text-align: justify;”><strong>Hathras Stampede:</strong> उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भोले बाबा उर्फ सूरजपाल जाटव सुर्खियों में आ गया है. इस हादसे में 123 लोगों की जानें चली गई है. पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन पुलिस अब भी बाबा पर हाथ डालने से बच रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ये पहली बार नहीं है जब भोले बाबा इस तरह चर्चाओं में आए हों. उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. साल 2000 में तो उन्हें टोना-टोटका करने के मामले में जेल तक जाना पड़ा था. बाबा ने लोगों के सामने मृत बच्ची को जिंदा करने का दावा किया था. पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/06/f0bb8b90d07ef3d97334f53f043587ad1720241880043275_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इंस्पेक्टर रहे तेजवीर सिंह ने सुनाई कहानी </strong><br />उस समय इंस्पेक्टर रहे तेजवीर सिंह अब सी.ओ के पद से रिटायर्ड हो चुके हैं. तेजवीर सिंह अब यूपी के फिरोजाबाद जनपद में ही रहते हैं. उन्होंने भोले बाबा के इस टोने-टोटके वाले कांड के बारे में जानकारी दी. तेजवीर सिंह ने बताया कि ये साल 2000 की बात है जब पुलिस को सूचना मिली थी कि सूरज पाल उर्फ भोले बाबा नाम का व्यक्ति ने मृत बच्ची को ज़िंदा करने का दावा किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस जब श्मशान पहुंची तो देखा बाबा श्मशान के अंदर बच्ची के मुंह में दूध डाल रहा था. लेकिन, मृत बच्ची जिंदा नहीं हुई. जिसके बाद इंस्पेक्टर रहे तेजवीर सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की. तभी बाबा के अनुयायियों ने पुलिस का विरोध किया और पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने इस मामले में सूरज पाल उर्फ भोले बाबा और उनके पांच अनुयायियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन पर कार्रवाई करते हुए आगरा की जेल भेज दिया गया था. बाद में इसमें चार्जशीट भी दाखिल की गई. हालांकि कुछ समय बाद बाबा को जेल से रिहा कर दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/hathras-satsang-stampede-bhole-baba-devotees-said-baba-is-my-soul-husband-2731045″>’बाबा मेरी आत्मा के पति..मेरे प्राणनाथ हैं..’, नारायण साकार हरि के भक्तों की बातें कर देंगी हैरान</a></strong></p>
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जिम ट्रेनर के कानपुर की 10 रईस महिलाओं से संबंध:1 साल पहले सगाई टूटी; कारोबारी की पत्नी की अफेयर से दफन तक की कहानी कानपुर के कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता के हत्याकांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। 26 अक्टूबर की रात डीएम आवास कैंपस के पास दफन एकता की लाश मिली थी। 4 महीने पहले जिम ट्रेनर विमल सोनी ने कार में उसकी हत्या कर दी थी। जिम ट्रेनर ने बताया कि उसकी शादी तय हो गई थी। एकता शादी करने से मना कर रही थी। बहस के दौरान उसने गर्दन पर घूंसा मारा और उसकी मौत हो गई। लेकिन, इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। लड़की की मां ने कहा कि डेढ़ साल पहले सगाई हुई थी। गोत्र को लेकर सगाई 1 साल पहले टूट गई थी। वहीं, पुलिस के मुताबिक, जिम ट्रेनर की 10 रईस घर की महिलाओं से संबंध थे। वह जिम में आने वाली महिलाओं को प्रोटीन में नशा देता था। उसके मोबाइल फोन में महिलाओं से अश्लील चैट भी मिले हैं। 10 चैप्टर में पढ़िए जिम से अफेयर से लेकर दफन होने तक की पूरी कहानी… ————————- यह खबर भी पढ़ें कानपुर में रईस महिलाओं से नजदीकी बढ़ाता जिम ट्रेनर, नशीला शेक पिलाकर यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करता था कानपुर के चर्चित एकता गुप्ता मर्डर और फिर लाश को DM कंपाउंड में दफनाने के मामले में एक और खुलासा हुआ है। जिम ट्रेनर विमल सोनी की वॉट्सऐप चैट और कॉल डिटेल से सामने आया कि वह ट्रेनिंग के दौरान रईस घराने की महिलाओं से पहले नजदीकी बढ़ाता। फिर प्रोटीन शेक में नशीली चीजें मिलाकर उनका यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करता। उसके संपर्क में एक-दो नहीं, 10 से ज्यादा महिलाएं थीं। जिनके साथ उसका बेहद नजदीकी रिश्ता था। यहां पढ़ें पूरी खबर
अहमदाबाद साइबर पुलिस ने किया Digital Arrest गिरोह का भंडाफोड़, चार ताइवानी सहित 17 गिरफ्तार
अहमदाबाद साइबर पुलिस ने किया Digital Arrest गिरोह का भंडाफोड़, चार ताइवानी सहित 17 गिरफ्तार <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Cyber Crime News:</strong> गुजरात की अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने कथित तौर पर देश भर में ‘डिजिटल अरेस्ट’ रैकेट चलाने के आरोप में ताइवान के चार लोगों समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. संयुक्त आयुक्त (क्राइम) शरद सिंघल ने कहा, इस गिरोह ने एक वरिष्ठ नागरिक को 10 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा. साथ ही उनसे 79.34 लाख रुपये ट्रांसफर कराए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, वरिष्ठ नागरिक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खुद को ट्राई, सीबीआई और साइबर क्राइम का अधिकारी बताने वाले कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि उनके खाते का इस्तेमाल अवैध लेनदेन के लिए किया जा रहा है. वहीं पिछले महीने शिकायत मिलने के बाद हमारी टीमों ने गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा और महाराष्ट्र में छापे मारे और इस रैकेट को चलाने वाले ताइवान मूल के चार लोगों सहित 17 लोगों को पकड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />शरद सिंघल ने मीडिया को बताया कि हमारा मानना है उन्होंने अब तक करीब एक हजार लोगों को निशाना बनाया होगा. उन्होंने कहा कि चार ताइवानी नागरिकों की पहचान म्यू ची सुंग (42), चांग हू यून (33), वांग चुन वेई (26) और शेन वेई (35) के रूप में हुई है. वहीं बाकी 13 आरोपी गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा और राजस्थान के हैं. ताइवान के चारों आरोपी पिछले एक साल से भारत आ रहे थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ताइवानी सदस्य गिरोह के सदस्यों को एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मोबाइल फोन एप और अन्य तकनीकी सहायता मुहैया कराते थे. इस गिरोह द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा मोबाइल एप ताइवानी आरोपियों ने ही बनाया था. उन्होंने अपने सिस्टम में ऑनलाइन वॉलेट भी इंटीग्रेट कर रखा था. जिससे पीड़ितों से मिले पैसे को इस एप का इस्तेमाल कर अन्य बैंक खातों के साथ-साथ दुबई के क्रिप्टो खातों में ट्रांसफर किया जाता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही वे उस एप के जरिए भेजे गए पैसे पर हवाला के जरिए कमीशन लेते थे. उन्होंने कहा, यह रैकेट कॉल सेंटर से चलाया जा रहा था, जिसे जांच एजेंसियों के असली दफ्तरों की तरह डिजाइन किया गया था और यहीं से वीडियो कॉल किया जाता था. पुलिस ने इस गिरोह के पास से 12.75 लाख रुपये नकद, 761 सिम कार्ड, 120 मोबाइल फोन, 96 चेक बुक, 92 डेबिट और क्रेडिट कार्ड और लेन-देन करने के लिए किराए पर लिए गए खातों से जुड़ी 42 बैंक पासबुक बरामद की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है डिजिटल अरेस्ट?</strong><br />डिजिटल अरेस्ट होता क्या है. दरअसल, यह एक नए तरह का फ्रॉड है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति से वीडियो कॉल के जरिए संपर्क किया जाता है और उसे धमकाकर या लालच देकर घंटों या फिर दिनों तक कैमरे के सामने बैठे रहने को कहा जाता है. सीधा-साधा व्यक्ति इस तरह की बातों में आ जाता है और डिजिटल अरेस्ट हो जाता है. इस दौरान ठग व्यक्ति से कई तरह की पर्सनल जानकारियां निकालते हैं और इसके जरिए उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं.</p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में लॉरेंस बिश्नोई से होगी पूछताछ, साबरमती जेल जा सकती है मुंबई पुलिस” href=”https://www.abplive.com/states/gujarat/baba-siddique-murder-case-mumbai-police-to-investigate-lawrence-bishnoi-in-ahmedabad-sabarmati-jail-2803139″ target=”_self”>बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में लॉरेंस बिश्नोई से होगी पूछताछ, साबरमती जेल जा सकती है मुंबई पुलिस</a></strong></p>
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