भास्कर न्यूज | जालंधर शहर में कब्जाधारियों पर दूसरे दिन भी कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने रामा मंडी से तल्हण रोड पर कब्जे हटवाए। इसके साथ ही फिर से कब्जा करने वालों को वार्निंग दी गई। एसीपी महेश खुद टीम के साथ मैदान में उतरे। रामा मंडी रोड सारा दिन ही व्यस्त रहती है। लम्मा पिंड चौक से जंडू सिंघा तक रोड खराब होने के कारण हिमाचल की तरफ जाने वाले हैवी व छोटे वाहन चालक इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। इस मौके पर ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कार्रवाई रोजाना जारी रहेगी। नो टॉलरेंस जोन में ट्रैफिक पुलिस गश्त करेगी। अगर कब्जे हटवाने के बाद भी कब्जे हुए तो कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ गलत ढंग से वाहन पार्क करने वाले चालकों के चालान भी किए जाएंगे। भास्कर न्यूज | जालंधर शहर में कब्जाधारियों पर दूसरे दिन भी कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने रामा मंडी से तल्हण रोड पर कब्जे हटवाए। इसके साथ ही फिर से कब्जा करने वालों को वार्निंग दी गई। एसीपी महेश खुद टीम के साथ मैदान में उतरे। रामा मंडी रोड सारा दिन ही व्यस्त रहती है। लम्मा पिंड चौक से जंडू सिंघा तक रोड खराब होने के कारण हिमाचल की तरफ जाने वाले हैवी व छोटे वाहन चालक इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। इस मौके पर ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कार्रवाई रोजाना जारी रहेगी। नो टॉलरेंस जोन में ट्रैफिक पुलिस गश्त करेगी। अगर कब्जे हटवाने के बाद भी कब्जे हुए तो कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ गलत ढंग से वाहन पार्क करने वाले चालकों के चालान भी किए जाएंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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RGNUL मामले में 52 घंटे बाद जागी सरकार:शिक्षामंत्री ने रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की, पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- मामले की जांच हो
RGNUL मामले में 52 घंटे बाद जागी सरकार:शिक्षामंत्री ने रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की, पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- मामले की जांच हो पंजाब के पटियाला में स्थित राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RGNUL) के वाइस चांसलर (VC) के गर्ल्स हॉस्टल की अचानक चेकिंग और उनके कपड़ों पर किए कमेंट को लेकर शुरू हुए बबाल के 52.32 घंटे बाद राज्य सरकार की भी नींद खुल गई है। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने इस मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से इस बारे में रिपोर्ट तलब की है। साथ ही कहा है कि मैं छात्रों को आश्वासन देता हूं कि न्याय होगा। दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और करुणा नंदी भी इस मामले को लेकर आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। जब तक जांच पूरी नहीं होती है, तब वीसी को पद से हटा देना चाहिए। शिक्षामंत्री ने यह पोस्ट में लिखा है शिक्षा मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर मंगलवार रात एक पोस्ट डाली थी। इसमें उन्होंने लिखा है कि उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के संबंध में RGNUL, पटियाला के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की है। मैं छात्रों को आश्वासन देता हूं कि न्याय होगा। कुलपति को निजता के संवैधानिक अधिकार का पता नहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि यह पढ़कर दुख होता है कि पटियाला के RGNUL को उस समय बंद कर दिया है। जब छात्र कुलपति के इस्तीफे की मांग की है। क्योंकि पहले आधी रात के बाद शराब पीने की जांच” करने के लिए यूनिवर्सिटी के वीसी ने लड़कियों के छात्रावास का औचक निरीक्षण किया। महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की। यह चौंकाने वाली बात है कि एक विधि विश्वविद्यालय के कुलपति को अपने छात्रों के निजता के संवैधानिक अधिकार के बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं है। सरकार को तुरंत एक जांच आयोग नियुक्त करना चाहिए, और कुलपति को इसके निष्कर्ष जारी होने तक पद से हट जाना चाहिए। उन्होंने मीडिया की खबर भी शेयर की। आरोप सही है तो भयावह है सुप्रीम कोर्ट की सीनियर वकील करुणा नंदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि अगर RGNUL के कुलपति के खिलाफ आरोप सच हैं तो वे भयावह हैं। जांच समिति का गठन तुरंत किया जाना चाहिए, जबकि कुलपति को अंतरिम अवकाश लेने के लिए कहा जाना चाहिए। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला अचानक VC रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन करने लगी छात्राएं रविवार (22 सितंबर) दोपहर करीब साढ़े 3 बजे लॉ यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अचानक वीसी रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि वाइस चांसलर अचानक गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करते हैं। वह जिन कपड़ों में होती हैं, उन पर कमेंट्स करते हैं। यह उनकी प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन है। छात्राएं यहां ‘नॉट यूअर डॉटर’ के पोस्टर लेकर पहुंची थीं। यह धरना पूरी रात चलता रहा। वीसी ने उस वक्त मीडिया से बात नहीं की लेकिन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर आनंद पंवार ने छात्राओं के आरोपों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी कोई दिक्कत है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन को बताना चाहिए। पुलिस थाना बख्शीवाला के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह का कहना था कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए जांच शुरू नहीं की गई। रात भर रहा धरना, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कमेटी बनाई सोमवार तक छात्राओं के साथ दूसरे स्टूडेंट्स भी जुड़ गए और वे पूरी रात धरने पर बैठे रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने पक्का मोर्चा लगा दिया। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 9 मेंबरी कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने सोमवार दोपहर पौने 3 बजे छात्राओं को एडमिन ब्लॉक में आकर बयान दर्ज कराने को कहा। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट डालकर इस घटना को भयावह बताया है। साथ ही इस मामले की जांच की मांग उठाई है। भले ही यूनिवर्सिटी में अगले आदेशों तक छुट्टी कर दी गई है। लेकिन स्टूडेंट चौथे दिन भी डटे हुए है।शिक्षा मंत्री ने लिखा रिपोर्ट मांगी है। माहौल बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी बंद की गई मामला बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया। जिसमें स्टूडेंट्स के वेलफेयर का हवाला देकर यूनिवर्सिटी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दे दिया गया। इसमें ये भी कहा गया कि जो स्टूडेंट्स घर जाना चाहते हैं, वह जा सकते हैं। हालांकि स्टूडेंट्स ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, यह आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। वीसी ने कहा- शिकायत की जांच के लिए गए थे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक VC जेएस सिंह ने इस मामले में कहा कि गर्ल्स हॉस्टल में क्षमता से ज्यादा लड़कियों को रखने और आधी रात के बाद गर्ल्स हॉस्टल में स्मोकिंग और शराब पीने की शिकायतें मिली थी। जिसकी जांच के लिए वह हॉस्टल में गए थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वाइस चांसलर ने बातचीत में कहा कि जो लड़कियां स्मोकिंग और शराब नहीं पीती, उनकी शिकायत मिली थी। उनका कहना था कि ये सारा कार्यक्रम रात 12 बजे के बाद शुरू करते हैं। बाहर से खाने की आड़ में वे ये सब चीजें मंगवाती हैं। मैं फीमेल वार्डन और अच्छे व्यवहार वाली स्टूडेंट्स के साथ चेकिंग करने गया था। उन्होंने कहा कि हर बैच के कुछ स्टूडेंट्स विरोध कर रहे हैं। बाकी क्लासरूम में पढ़ाई करते रहे। मैंने किसी के कपड़ों पर कोई कमेंट नहीं किया। ये कुछ चुनिंदा स्टूडेंट्स की तरफ से झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
खालिस्तानी अमृतपाल के नाम से फर्जी पत्र वायरल:शपथ के लिए स्पीकर से समय मांगा; संगठन बोले- ये पत्र फेक, बदनाम किया जा रहा
खालिस्तानी अमृतपाल के नाम से फर्जी पत्र वायरल:शपथ के लिए स्पीकर से समय मांगा; संगठन बोले- ये पत्र फेक, बदनाम किया जा रहा पंजाब की श्री खडूर साहिब सीट से चुनाव जीतने वाले खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के नाम से यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इसमें अमृतपाल का नाम लिखा गया था और लोकसभा स्पीकर से उसे शपथ लेने के लिए जेल से रिहा करने की मांग की जा रही थी। लेकिन अब उक्त पत्र को लेकर अमृतपाल के सोशल मीडिया अकाउंट से स्पष्टीकरण आया है, जिसमें उन्होंने कहा- यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है। ऐसे में यह जांच का विषय होगा कि उक्त पत्र किसने लिखा और किसने इसे वायरल किया। अमृतपाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट शेयर कर बताया फेक प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमृतपाल द्वारा आज सुबह उक्त पत्र के संबंध में एक पोस्ट शेयर की गई है। जिसमें उक्त पत्र की कॉपी पर फर्जी लिखा हुआ था। जिसमें लिखा था कि भाई अमृतपाल सिंह खालसा के नाम से एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें स्पीकर से अनुरोध किया गया है कि भाई अमृतपाल सिंह को दिल्ली में पद की शपथ दिलाई जाए। सिख संगत को इस झूठ से अवगत होना चाहिए कि भाई अमृतपाल सिंह द्वारा ऐसा कोई पत्र किसी को नहीं लिखा गया। यह झूठा पत्र भी पिछले डेढ़ साल से भाई अमृतपाल सिंह खालसा के चरित्र को नष्ट करने के नापाक इरादों की अगली कड़ी है। समय आने पर ऐसे नापाक कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम सिख संगत के सामने रखे जाएंगे। खडूर साहिब से सीट से अमृतपाल ने जीता चुनाव अमृतसर से करीब 40 किमी दूर जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाले अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ है। जिनसे खडूर साहिब सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी को हराकर MP बना। अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में 23 फरवरी 2023 को हजारों लोगों की भीड़ अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी। इसके बाद उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हो गया। 18 मार्च को अमृतपाल घर छोड़कर फरार हो गए। जांच एजेंसियों के साथ पुलिस उन्हें एक महीने तलाशती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को मोगा से अरेस्ट कर लिया था। तभी से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने की वजह से उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट लगा है। अमृतपाल को प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की परमिशन नहीं मिली, इसके बावजूद उन्हें 4 लाख से ज्यादा वोट मिले।
बरनाला में गीजर फटने से लगी आग:मानसिक रुप से परेशान लड़की फंसी, तीसरी मंजिल पर रहता है परिवार
बरनाला में गीजर फटने से लगी आग:मानसिक रुप से परेशान लड़की फंसी, तीसरी मंजिल पर रहता है परिवार पंजाब में बरनाला के हंडियाया बाजार में तीसरी मंजिल पर रहने वाले परिवार के घर में अचानक धमाका हो गया। धमाके के साथ पूरे घर में आग फैल गई। धमाके की आवाज सुनकर बाजार में अफरा तफरी मच गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग मशक्कत के बाद काबू पाया और परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। आग की चपेट में आने से लाखों रुपए का गरम कपड़ा जलकर राख हो गया। मकान मालिक भगवान दास ने बताया कि वह घर के एक कमरे में लेटे हुए थे। इसी दौरान घर में भयानक आग लग गई। मानसिक रूप से परेशान चल रही उनकी एक लड़की आग में फंस गई थी, जिसे तुरंत लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि उनके भाई यहां के निचले हिस्से में दुकान करते हैं, जबकि उनका आवास ऊपर है। उन्होंने कहा कि आग लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। दमकल की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची फायर विभाग के अधिकारी इकबाल सिंह ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली थी कि हंडियाया में एक इमारत में आग लग गई है। जिसके बाद दमकल की 3 गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि आग भगवान दास के घर की तीसरी मंजिल पर लगी थी। आग लगने का कारण गैस गीजर फटना बताया जा रहा है, लेकिन विभाग द्वारा इसकी जांच की जा रही है। कीमती सामान जलकर नष्ट उन्होंने बताया कि इस आग से कोई जनहानि नहीं हुई, जबकि घर में रखी लकड़ी, कपड़े और कई अन्य सामान जलकर नष्ट हो गए। फायर अधिकारी ने बताया कि शहर में बिजली तार की बड़ी समस्या के कारण वाहनों के गुजरने में परेशानी हो रही है।