करनाल में इंद्री रोड पर दरड कुराली मेन अड्डे पर एक तेज रफ्तार डंफर ने बाइक चालक को कुचल दिया। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। व्यक्ति अपनी बाइक से ड्यूटी पर गया था और ड्यूटी पर पहुंचने के बाद उसे मिल से ही किसी काम के लिए भेजा गया था। मृतक खेड़ी मान सिंह का रहने वाला था। हादसे के बाद डंफर चालक फरार हो गया। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। मिल के काम से जा रहा था कहीं मृतक के भाई ने बताया कि 43 वर्षीय सुखविंद्र सिंह सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर से काम के लिए निकला था। वह बाइक पर था। मिल से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही हादसा हुआ था। सुखविंद्र मिल में पहुंच चुका था और उसके बाद मिल की तरफ से उसे किसी काम के लिए भेजा गया था। इंद्री रोड पर दरड कुराली मेन अड्डे पर डंफर ने बाइक को टक्कर मारी थी। टक्कर मारने के बाद डंफर चालक मौके से फरार हो गया था। सुखविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी। दो बच्चों का पिता था सुखविंद्र सिंह मृतक के भाई ने बताया कि हम तीन भाई है और तीनों ही मजदूरी का काम करते है। सुखविंद्र बंसल राइस मिल में काम करता था। उसके पास दाे बच्चे है। जिसका 14 साल का लड़का और 11 साल की लड़की है। सुखविंद्र की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ चुका है। उसका कहना है कि डंफर वाले की तरफ से और कंपनी की तरफ से मृतक के बच्चों को मुआवजा मिलना चाहिए और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने आरोपी डंफर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करनाल में इंद्री रोड पर दरड कुराली मेन अड्डे पर एक तेज रफ्तार डंफर ने बाइक चालक को कुचल दिया। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। व्यक्ति अपनी बाइक से ड्यूटी पर गया था और ड्यूटी पर पहुंचने के बाद उसे मिल से ही किसी काम के लिए भेजा गया था। मृतक खेड़ी मान सिंह का रहने वाला था। हादसे के बाद डंफर चालक फरार हो गया। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। मिल के काम से जा रहा था कहीं मृतक के भाई ने बताया कि 43 वर्षीय सुखविंद्र सिंह सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर से काम के लिए निकला था। वह बाइक पर था। मिल से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही हादसा हुआ था। सुखविंद्र मिल में पहुंच चुका था और उसके बाद मिल की तरफ से उसे किसी काम के लिए भेजा गया था। इंद्री रोड पर दरड कुराली मेन अड्डे पर डंफर ने बाइक को टक्कर मारी थी। टक्कर मारने के बाद डंफर चालक मौके से फरार हो गया था। सुखविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी। दो बच्चों का पिता था सुखविंद्र सिंह मृतक के भाई ने बताया कि हम तीन भाई है और तीनों ही मजदूरी का काम करते है। सुखविंद्र बंसल राइस मिल में काम करता था। उसके पास दाे बच्चे है। जिसका 14 साल का लड़का और 11 साल की लड़की है। सुखविंद्र की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ चुका है। उसका कहना है कि डंफर वाले की तरफ से और कंपनी की तरफ से मृतक के बच्चों को मुआवजा मिलना चाहिए और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने आरोपी डंफर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट का झटका:पुलिस लाइन निर्माण के लिए नहीं कटेंगे 100 साल पुराने पेड़; दूसरी जगह तलाशने के आदेश दिए
हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट का झटका:पुलिस लाइन निर्माण के लिए नहीं कटेंगे 100 साल पुराने पेड़; दूसरी जगह तलाशने के आदेश दिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बड़ा झटका दिया है। सोनीपत जिले में बनने वाले पुलिस थाने और पुलिस लाइन के निर्माण कार्य के लिए एक सदी पुराने 150 पेड़ों को काटने पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने कहा है कि हम लोगों ने काफी पर्यावरण क्षरण झेला है। इसलिए, यह न्यायालय किसी भी और क्षरण का हिस्सा नहीं बनेगा। मुख्य न्यायाधीश शील नागू और न्यायमूर्ति विकास सूरी ने कहा कि यदि संबंधित अधिकारी पेड़ों को काटे बिना पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन का निर्माण करने में असमर्थ हैं, तो उन्हें पेड़ों को काटने से रोका जाता है। साथ ही उन्हें निर्माण के लिए वैकल्पिक स्थान खोजने की सलाह दी जाती है। पुलिस लाइन और पुलिस स्टेशन में इस आदेश के किसी भी उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। NGO ने डाली थी याचिका हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर एक याचिका राष्ट्रीय पर्यावरण और वन संरक्षण ट्रस्ट (पंजीकृत) द्वारा दायर की गई थी। जिसमें 2023 में ग्राम पंचायत ठस्का, जिला सोनीपत द्वारा पारित एक प्रस्ताव के अनुसार एक सार्वजनिक मुद्दा उठाया गया था। जिसमें पुलिस लाइन और थाने को जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया था। थाना निर्माण के लिए एक एकड़ जमीन और पुलिस लाइन के लिए पांच एकड़ जमीन.दी गई थी। उनकी शिकायत थी कि वहां खड़े 150 पेड़ काटे जाएंगे, जो कथित तौर पर लगभग 100 वर्ष पुराने हैं। वन विभाग से तलब की थी HC ने रिपोर्ट याचिका पर विचार करते हुए हाईकोर्ट ने उप वन संरक्षक, सोनीपत से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट की जांच करने के बाद, पीठ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि संबंधित भूमि पर, जिसे पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन के निर्माण के लिए आवंटित किया गया है, लगभग 150 पेड़ खड़े हैं जो लगभग एक शताब्दी पुराने हैं। पीठ के लिए बोलते हुए, मुख्य न्यायाधीश नागू ने कहा कि, यह स्पष्ट है कि लगभग 150 पेड़, जो एक सदी पुराने हैं। एक पुलिस स्टेशन और एक पुलिस लाइन के निर्माण के उद्देश्य से आवंटित भूमि पर खड़े हैं। याचिकाकर्ता ने कुछ तस्वीरें दायर की हैं, संबंधित क्षेत्र से अन्य बातों के साथ-साथ यह भी पता चलता है कि उपरोक्त पेड़ों के बगल में एक जल निकाय भी है। प्राण वायु देवता पेंशन का दिया हवाला हलफनामे से यह भी पता चलता है कि पेड़ों के संबंध में ‘हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन योजना’ का लाभ बढ़ाया जा रहा है। हाईकोर्ट ने कहा, हालांकि, पार्टियों के बीच विवाद के कारण इस योजना का क्रियान्वयन रोक दिया गया है।न्यायालय ने निर्देश दिया कि “यदि संबंधित अधिकारी मौके पर खड़े 150 पेड़ों में से एक भी पेड़ को काटे, क्षतिग्रस्त किए बिना पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन का निर्माण कर सकते हैं, तो अधिकारी ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
संसद में उठा खट्टर के अविवाहित होने का मामला:जया बच्चन बोलीं- इनके साथ पत्नी का नाम जोड़ो; मनोहर बोले- अगले जन्म तक इंतजार करना होगा
संसद में उठा खट्टर के अविवाहित होने का मामला:जया बच्चन बोलीं- इनके साथ पत्नी का नाम जोड़ो; मनोहर बोले- अगले जन्म तक इंतजार करना होगा हरियाणा के पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के अविवाहित होने का मामला संसद में गूंज गया। इसके जवाब में खट्टर ने भी दिलचस्प अंदाज में जवाब दिया। हुआ यूं कि राज्यसभा की कार्यवाही चल ही थी। इस दौरान चेयरमैन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन को ‘जया अमिताभ बच्चन’ कहकर पुकारा। इस पर जया बच्चन ने उनके नाम के साथ अमिताभ बच्चन का नाम जोड़े जाने पर नाखुशी जाहिर की। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने उन्हें समझाया कि ये उन्होंने ही लिखकर दिया है। धनखड़ ने केंद्रीय मंत्री खट्टर का नाम पुकारा तो जया बच्चन कह बैठीं कि मंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम के साथ उनकी पत्नी का भी नाम लगाइए। जिसके बाद खट्टर ने कहा कि इसके लिए तो हमें भी अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा। संसद भवन में हुई पूरी बातचीत पढ़ें… चेयरमैन जगदीप धनखड़: श्रीमती जया अमिताभ बच्चन।
जया बच्चन: सर, आपको अमिताभ का मतलब पता है ना। चेयरमैन धनखड़: नाम बदलवा दीजिए (जया बच्चन इस बीच कुछ बोलने लगीं) चेयरमैन धनखड़: जो नाम इलेक्शन सर्टिफिकेट में आता है और जो यहां सबमिट किया जाता है। उसके अंदर बदलाव की प्रक्रिया है। इसका लाभ मैंने खुद 1989 में उठाया था।
जया बच्चन: नो सर, मुझे अपने नाम, अपने पति के नाम और उनकी अचीवमेंट पर गर्व है। यह आभा मिट नहीं सकती। ये ड्रामा आप लोगों ने नया शुरू किया, पहले नहीं था। चेयरमैन धनखड़: मैं एक बार फ्रांस गया था। मैं होटल में गया। इस बारे में मैनेजमेंट ने मुझे बताया कि हर ग्लोबल आईकन की फोटो लगी है। मैं वहां गया तो वहां अमिताभ बच्चन की फोटो लगी थी। पूरे देश को उन पर गर्व है। इसके बाद चेयरमैन उपराष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम लिया।
जया बच्चन: सर, इनके नाम के आगे इनकी पत्नी का नाम भी लगा दीजिए। मैं इसके सपोर्ट में नहीं, लेकिन यह गलत है। चेयरमैन धनखड़: एक चीज बताऊं, इस चीज का निर्णय मैं करता हूं। मैंने आपको नाम से पुकारा था। मैंने कई बार अपना परिचय डॉक्टर सुदेश पति के नाम से दिया है। ये मेरी वाइफ का नाम है। मैंने आपकी भावनाओं का सम्मान किया है।
मनोहर लाल खट्टर: इन्होंने सुझाव दिया कि मेरे नाम के साथ कुछ जोड़ा जाए। कहो तो मैं जवाब दूं। चेयरमैन धनखड़: यह मुश्किल है।
मनोहर लाल खट्टर : मुझे उस काम के लिए अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा। उससे पहले तो ये संभव है नहीं। अविवाहित खट्टर RSS के प्रचारक रह चुके
मनोहर लाल खट्टर ने शादी नहीं की। वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम किया। मोदी भी उस वक्त राजनीतिक जीवन में नहीं आए थे। मोदी ने खुद बताया था कि वे खट्टर के साथ बाइक पर पीछे बैठकर रोहतक से गुरुग्राम आते-जाते थे। अचानक CM बन चौंकाया, पहली लोकसभा जीत के बाद मंत्री बने
मनोहर लाल खट्टर 2014 में सुर्खियों में आए थे। जब भाजपा को पहली बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में बहुमत मिला था। जिसके बाद भाजपा में कई नाम सुर्खियों में थे, लेकिन अचानक पंजाबी कम्युनिटी से आते खट्टर को भाजपा ने मुख्यमंत्री बना दिया। खट्टर हरियाणा में भाजपा के सबसे बड़े गैर जाट चेहरा बने। 2019 में जब दोबारा भाजपा की जजपा के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनी तो भी खट्टर को दोबारा सीएम बनाया गया। हालांकि इस बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें सीएम कुर्सी से हटा दिया गया। खट्टर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव जीते और पहली बार में ही उन्हें केंद्रीय मंत्री बना दिया गया। घर दान किया, कुंवारों के लिए पेंशन शुरू की
खट्टर ने सीएम रहते अपने रोहतक के निंदाणा गांव स्थित घर को दान कर दिया। इसके अलावा सीएम रहते खट्टर ने हरियाणा में कुंवारों के लिए पेंशन शुरू की। जिसमें 40 से 60 साल की उम्र तक फायदा दिया गया। इस दायरे में राज्य के करीब 71 हजार कुंवारे और विधुर लोग आए। इन्हें हर महीने 2750 प्रतिमाह पेंशन देने का फैसला हुआ। इस पर हर महीने 20 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान किया गया था। वहीं 60 साल की उम्र के बाद ऑटोमेटिकली यह पेंशन बुढ़ापा पेंशन में तब्दील हो जाएगी। हालांकि तलाकशुदा व लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्ति को यह पेंशन नहीं मिलती है।
BJP की पहली लिस्ट आज आ सकती है:बड़े चेहरों समेत 40 नामों की चर्चा; JJP के बागी MLA-पूर्व जेल अधीक्षक पार्टी में शामिल होंगे
BJP की पहली लिस्ट आज आ सकती है:बड़े चेहरों समेत 40 नामों की चर्चा; JJP के बागी MLA-पूर्व जेल अधीक्षक पार्टी में शामिल होंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा आज उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है। इस लिस्ट में पार्टी के बड़े चेहरों समेत 35 से 40 नाम हो सकते हैं। इसके अलावा, जननायक जनता पार्टी (JJP) के बागी विधायक देवेंद्र बबली और जेल अधीक्षक के पद से इस्तीफा देने वाले सुनील सांगवान आज दिल्ली में BJP में शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर दोनों को पार्टी में शामिल कराएंगे। बबली ने रविवार रात को JJP से इस्तीफा दे दिया। पहले उनके कांग्रेस में जाने की चर्चा थी, लेकिन कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कि देवेंद्र बबली ने उनसे मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें टिकट के लिए मना कर दिया गया। रात को मीटिंग में हुआ आखिरी मंथन रविवार रात को भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को दिल्ली बुलाया था। यहां चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और महासचिव सतीश पूनिया ने आखिरी मंथन किया। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि उम्मीदवारों की लिस्ट कभी भी आ सकती है। इसमें 40 के करीब नाम शामिल हो सकते हैं। इससे पहले गुरुवार रात को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में 55 नामों पर सहमति बन गई थी। वहीं बाकी बची 35 सीटों के लिए आज फिर केंद्रीय चुनाव समिति (CWC) की मीटिंग होने वाली है। CM सैनी की सीट पर फंसा पेंच सीएम नायब सैनी के लिए अभी सेफ सीट नहीं मिल पाई है। केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग में भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया। मोहन लाल बड़ौली सीएम के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद करनाल से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं।स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) ने हाल ही में गुरुग्राम में हुई बैठक में कथित तौर पर मुख्यमंत्री के लिए 4 सीटें, करनाल, लाडवा, नारायणगढ़ और रादौर ‘रिजर्व’ की थीं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक अब सीएम का लाडवा से लड़ना तय है। करनाल में उनकी जगह रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को भेजा जा सकता है। CM की सीट को लेकर आमने-सामने हो चुके बड़ौली-सैनी इन नामों पर भाजपा में बनी सहमति हरियाणा BJP की टिकट के लिए अभी तक जिन नामों पर सहमति बनी है उनमें लोहारू से जेपी दलाल, अंबाला कैंट से अनिल विज, पंचकूला से ज्ञानचंद गुप्ता, तोशाम से श्रुति चौधरी, बवानी खेड़ा विशंभर वाल्मीकि, आदमपुर से भव्य बिश्नोई, पलवल से दीपक मंगला, वल्लभगढ़ मूलचंद शर्मा, फरीदाबाद विपुल गोयल, सोहना संजय सिंह, महेंद्रगढ़ रामबिलास शर्मा, जींद कृष्ण मिड्डा, कैथल लीलाराम गुर्जर, जगाधरी कंवर पाल गुर्जर, थानेसर सुभाष सुधा, पानीपत ग्रामीण महिपाल ढांडा, नारनौंद कैंप्टन अभिमन्यु, बादली ओम प्रकाश धनखड़ के नाम शामिल हैं।सीएम नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली।