हरियाणा के करनाल में असंध के गांव मुंड में एक युवक से ग्रुप-डी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप हरियाणा पुलिस में तैनात जवान पर लगे है। आरोपित ने पीड़ित से दावा किया था कि उसकी पहुंच मंत्रियों तक है, वह आसानी से नौकरी लगवा देगा। पीड़ित ने इस मामले में कई बार शिकायत की, लेकिन आरोपित पुलिसकर्मी अपनी ऊंची पहुंच का दावा कर लगातार मामले को टालता रहा। पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपित न केवल पैसे हड़प चुका है, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दे चुका है। जिसके बाद उसने मामले की शिकायत पुलिस को की और असंध पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिवारिक संबंधों का फायदा उठाकर दी नौकरी की पेशकश पीड़ित संजय कुमार ने बताया कि संजीव कुमार उनके परिवार का ही एक सदस्य है और गांव बाहरी में रहता है। पुलिस में भर्ती होने के बाद संजीव ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। उसने कहा कि उसकी मंत्रियों तक पहुंच है और ग्रुप डी की भर्ती में उसकी नौकरी पक्की करवा सकता है। पहले तो संजय कुमार को संजीव की बातों पर यकीन नहीं हुआ, लेकिन बार-बार कहने और पारिवारिक रिश्ते की वजह से उसने विश्वास कर लिया। पहले लिए दो लाख, फिर टालमटोल शुरू संजय कुमार के मुताबिक, नौकरी दिलाने के नाम पर संजीव ने आठ लाख रुपये मांगे थे, जिसमें दो लाख रुपये पहले देने को कहा गया। 20 और 21 अक्टूबर 2023 को संजय ने दो बार में एक लाख रुपये संजीव के खाते में यूपीआई के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद संजीव लगातार बाकी पैसे लाने का दबाव बनाने लगा। रिजल्ट आया, नौकरी नहीं लगी तो बदला रवैया ग्रुप डी भर्ती का रिजल्ट आने के बाद संजय को अपनी ठगी का एहसास हुआ। जब उसने संजीव से पूछताछ की, तो पहले वह टालमटोल करता रहा और फिर साफ कह दिया कि अब कुछ नहीं हो सकता। संजय ने जब पैसे लौटाने को कहा तो संजीव धमकाने लगा कि वह पुलिस में है और कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। धमकियों से नहीं डरा पीड़ित, पुलिस में की शिकायत संजय कुमार ने बताया कि संजीव कुमार ने उसे जान से मारने तक की धमकी दी थी। इसके बाद उसने 4 नवंबर 2024 को थाना असन्ध में शिकायत दी। जांच अधिकारी अनिल कुमार के कहने पर संजीव ने एक लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का वादा किया, लेकिन बाद में पैसे देने से मुकर गया। बीती 2 जनवरी को संजय ने फिर से थाना असन्ध और सीएम विंडो में शिकायत दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार दर्ज हुआ मुकदमा लंबे समय तक कार्रवाई न होने के बाद, संजय ने पुलिस अधिकारियों से फिर संपर्क किया। डीएसपी कार्यालय से 20 फरवरी तक का समय दिया गया, लेकिन संजीव ने पैसे नहीं लौटाए। इसके बाद मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने आज संजीव कुमार और उसके साथी संदीप कुमार के खिलाफ IPC की धारा 406 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया। जांच अधिकारी रामनिवास ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के करनाल में असंध के गांव मुंड में एक युवक से ग्रुप-डी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप हरियाणा पुलिस में तैनात जवान पर लगे है। आरोपित ने पीड़ित से दावा किया था कि उसकी पहुंच मंत्रियों तक है, वह आसानी से नौकरी लगवा देगा। पीड़ित ने इस मामले में कई बार शिकायत की, लेकिन आरोपित पुलिसकर्मी अपनी ऊंची पहुंच का दावा कर लगातार मामले को टालता रहा। पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपित न केवल पैसे हड़प चुका है, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दे चुका है। जिसके बाद उसने मामले की शिकायत पुलिस को की और असंध पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिवारिक संबंधों का फायदा उठाकर दी नौकरी की पेशकश पीड़ित संजय कुमार ने बताया कि संजीव कुमार उनके परिवार का ही एक सदस्य है और गांव बाहरी में रहता है। पुलिस में भर्ती होने के बाद संजीव ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। उसने कहा कि उसकी मंत्रियों तक पहुंच है और ग्रुप डी की भर्ती में उसकी नौकरी पक्की करवा सकता है। पहले तो संजय कुमार को संजीव की बातों पर यकीन नहीं हुआ, लेकिन बार-बार कहने और पारिवारिक रिश्ते की वजह से उसने विश्वास कर लिया। पहले लिए दो लाख, फिर टालमटोल शुरू संजय कुमार के मुताबिक, नौकरी दिलाने के नाम पर संजीव ने आठ लाख रुपये मांगे थे, जिसमें दो लाख रुपये पहले देने को कहा गया। 20 और 21 अक्टूबर 2023 को संजय ने दो बार में एक लाख रुपये संजीव के खाते में यूपीआई के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद संजीव लगातार बाकी पैसे लाने का दबाव बनाने लगा। रिजल्ट आया, नौकरी नहीं लगी तो बदला रवैया ग्रुप डी भर्ती का रिजल्ट आने के बाद संजय को अपनी ठगी का एहसास हुआ। जब उसने संजीव से पूछताछ की, तो पहले वह टालमटोल करता रहा और फिर साफ कह दिया कि अब कुछ नहीं हो सकता। संजय ने जब पैसे लौटाने को कहा तो संजीव धमकाने लगा कि वह पुलिस में है और कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। धमकियों से नहीं डरा पीड़ित, पुलिस में की शिकायत संजय कुमार ने बताया कि संजीव कुमार ने उसे जान से मारने तक की धमकी दी थी। इसके बाद उसने 4 नवंबर 2024 को थाना असन्ध में शिकायत दी। जांच अधिकारी अनिल कुमार के कहने पर संजीव ने एक लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का वादा किया, लेकिन बाद में पैसे देने से मुकर गया। बीती 2 जनवरी को संजय ने फिर से थाना असन्ध और सीएम विंडो में शिकायत दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार दर्ज हुआ मुकदमा लंबे समय तक कार्रवाई न होने के बाद, संजय ने पुलिस अधिकारियों से फिर संपर्क किया। डीएसपी कार्यालय से 20 फरवरी तक का समय दिया गया, लेकिन संजीव ने पैसे नहीं लौटाए। इसके बाद मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने आज संजीव कुमार और उसके साथी संदीप कुमार के खिलाफ IPC की धारा 406 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया। जांच अधिकारी रामनिवास ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
