हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में शुक्रवार शाम को अकाल पंथक मोर्चा के मेंबर की एक मीटिंग हुई। इस मीटिंग में हरियाणा गुरुद्वारा इलेक्शन कमीशन की ओर से 14 फरवरी को बुलाई गई हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) के मेंबरों की मीटिंग को लेकर रणनीति बनाई गई। हालांकि इस मीटिंग का एजेंडा गुप्त रखा गया। किसी भी मेंबर को मोबाइल अंदर ले जाने की इजाजत नहीं थी। सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में 9 नॉमिनेट मेंबर के चयन को लेकर चर्चा की गई। साथ ही अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों के साथ गैर कानूनी व असंवैधानिक तरीके से हथकड़ियां व बेड़ियां डालकर भारत भेजे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की गई। सरकार से डिपोर्ट होकर लौटे लोगों को रोजगार मुहैया कराने का आह्वान किया। दरअसल, HSGMC में 2 महिला, 3 एससी-ओबीसी, 2 गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान, 2 सिख धर्म की जानकारी रखने वालों समेत कुल 9 मेंबर नॉमिनेट किए जाने हैं। इसे लेकर ही 14 फरवरी को कमेटी के कमिश्नर एचएस भल्ला ने कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें बहुमत साबित करने वाले दल को नॉमिनेट मेंबर चुनने का अधिकार होगा। बहुमत साबित करने के लिए 21 मेंबर होना जरूरी है। अब मौजूदा स्थिति में झींडा, नलवी, अकाली गुट समेत अकाल पंथक दल किसी के पास बहुमत साबित करने के लिए 21 का आंकड़ा मौजूद नहीं है। हालांकि अकाल पंथक मोर्चा 21 मेंबर होने का दावा कर रहा है। इस गुट ने शुक्रवार को गुरुद्वारा साहिब में माथा टेककर अरदास के बाद बंद कमरे में मीटिंग कर रणनीति बनाई। जनवरी को हुआ था चुनाव
19 जनवरी को हुए कमेटी का चुनाव हुआ था, जिसमें 40 वार्डों से मेंबर को चुना गया था। इसमें किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया था। इसलिए आजाद चुने गए मेंबर ने मीटिंग करके अपना अकाल पंथक मोर्चा बनाया था। उनका दावा है कि उनके साथ 19 मेंबर जुड़े हुए हैं। बहुमत साबित होने पर उनको नॉमिनेट मेंबर चुनने का मौका मिलेगा। हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में शुक्रवार शाम को अकाल पंथक मोर्चा के मेंबर की एक मीटिंग हुई। इस मीटिंग में हरियाणा गुरुद्वारा इलेक्शन कमीशन की ओर से 14 फरवरी को बुलाई गई हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) के मेंबरों की मीटिंग को लेकर रणनीति बनाई गई। हालांकि इस मीटिंग का एजेंडा गुप्त रखा गया। किसी भी मेंबर को मोबाइल अंदर ले जाने की इजाजत नहीं थी। सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में 9 नॉमिनेट मेंबर के चयन को लेकर चर्चा की गई। साथ ही अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों के साथ गैर कानूनी व असंवैधानिक तरीके से हथकड़ियां व बेड़ियां डालकर भारत भेजे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की गई। सरकार से डिपोर्ट होकर लौटे लोगों को रोजगार मुहैया कराने का आह्वान किया। दरअसल, HSGMC में 2 महिला, 3 एससी-ओबीसी, 2 गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान, 2 सिख धर्म की जानकारी रखने वालों समेत कुल 9 मेंबर नॉमिनेट किए जाने हैं। इसे लेकर ही 14 फरवरी को कमेटी के कमिश्नर एचएस भल्ला ने कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें बहुमत साबित करने वाले दल को नॉमिनेट मेंबर चुनने का अधिकार होगा। बहुमत साबित करने के लिए 21 मेंबर होना जरूरी है। अब मौजूदा स्थिति में झींडा, नलवी, अकाली गुट समेत अकाल पंथक दल किसी के पास बहुमत साबित करने के लिए 21 का आंकड़ा मौजूद नहीं है। हालांकि अकाल पंथक मोर्चा 21 मेंबर होने का दावा कर रहा है। इस गुट ने शुक्रवार को गुरुद्वारा साहिब में माथा टेककर अरदास के बाद बंद कमरे में मीटिंग कर रणनीति बनाई। जनवरी को हुआ था चुनाव
19 जनवरी को हुए कमेटी का चुनाव हुआ था, जिसमें 40 वार्डों से मेंबर को चुना गया था। इसमें किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया था। इसलिए आजाद चुने गए मेंबर ने मीटिंग करके अपना अकाल पंथक मोर्चा बनाया था। उनका दावा है कि उनके साथ 19 मेंबर जुड़े हुए हैं। बहुमत साबित होने पर उनको नॉमिनेट मेंबर चुनने का मौका मिलेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
![कुरुक्षेत्र में अकाल पंथक मोर्चा की मीटिंग:बंद कमरे में बनाई रणनीति; नॉमिनेट मेंबरों के चयन के लिए बहुमत का दावा](https://images.bhaskarassets.com/thumb/1000x1000/web2images/521/2025/02/07/whatsapp-image-2025-02-07-at-74316-pm_1738944513.jpeg)