भास्कर न्यूज | यमुनानगर गांव दरियापुर में एक व्यक्ति ने अपने भाई-भाभी व उसके बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी कर सवा दो लाख रुपए हड़पने का केस दर्ज कराया है। आरोप है कि आरोपियों ने उसके फर्जी हस्ताक्षर कर ट्यूबवेल का कनेक्शन भी अपने नाम करा लिया। थाना बिलासपुर पुलिस ने दंपती व उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव दरियापुर निवासी हाकम सिंह ने बताया कि उसने व उसके भाई हरनाम सिंह ने गांव की ही पूनम देवी से जमीन खरीदी थी। उस जमीन में पूनम देवी के नाम ट्यूबवेल पर बिजली का कनेक्शन था। उन्होंने ट्यूबवेल समेत ही जमीन खरीदी थी। दोनों भाई उस ट्यूबवेल का साझा इस्तेमाल कर रहे थे। इस दौरान उसके भाई हरनाम सिंह ने अपनी पत्नी कमलजीत कौर व बेटे प्रभजोत सिंह के साथ मिलकर फर्जी हस्ताक्षर कर ट्यूबवेल का कनेक्शन अपने नाम करवा लिया। जब उसने आरटीआई से इसकी सूचना ली तो बिजली निगम द्वारा उसे एक बयान हलफिया मिला। जिसमें उसके फर्जी हस्ताक्षर थे। उसने इस बारे में अपने भाई से बातचीत की। तब उसके भाई ने कनेक्शन को उसके नाम करवाने के लिए सवा दो लाख रुपए मांगे। रुपए न देने पर आरोपी उसे कनेक्शन कटवाने की धमकी देने लगे। मजबूरी में उसने आरोपियों को सवा दो लाख रुपए दे दिए, लेकिन फिर भी आरोपी उसे ट्यूबवेल का इस्तेमाल करने नहीं दे रहा। आरोप है कि आरोपियों ने उसके फर्जी हस्ताक्षर कर बिजली कनेक्शन अपने नाम करवाया और उससे धोखे से सवा दो लाख रुपए लेकर हड़प लिए। उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। बिलासपुर थाना पुलिस ने मामले में हाकम सिंह की शिकायत पर उसके भाई हरनाम सिंह, भाभी कमलजीत कौर व भतीजे प्रभजोत सिंह पर धोखाखड़ी के आरोप में केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। भास्कर न्यूज | यमुनानगर गांव दरियापुर में एक व्यक्ति ने अपने भाई-भाभी व उसके बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी कर सवा दो लाख रुपए हड़पने का केस दर्ज कराया है। आरोप है कि आरोपियों ने उसके फर्जी हस्ताक्षर कर ट्यूबवेल का कनेक्शन भी अपने नाम करा लिया। थाना बिलासपुर पुलिस ने दंपती व उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव दरियापुर निवासी हाकम सिंह ने बताया कि उसने व उसके भाई हरनाम सिंह ने गांव की ही पूनम देवी से जमीन खरीदी थी। उस जमीन में पूनम देवी के नाम ट्यूबवेल पर बिजली का कनेक्शन था। उन्होंने ट्यूबवेल समेत ही जमीन खरीदी थी। दोनों भाई उस ट्यूबवेल का साझा इस्तेमाल कर रहे थे। इस दौरान उसके भाई हरनाम सिंह ने अपनी पत्नी कमलजीत कौर व बेटे प्रभजोत सिंह के साथ मिलकर फर्जी हस्ताक्षर कर ट्यूबवेल का कनेक्शन अपने नाम करवा लिया। जब उसने आरटीआई से इसकी सूचना ली तो बिजली निगम द्वारा उसे एक बयान हलफिया मिला। जिसमें उसके फर्जी हस्ताक्षर थे। उसने इस बारे में अपने भाई से बातचीत की। तब उसके भाई ने कनेक्शन को उसके नाम करवाने के लिए सवा दो लाख रुपए मांगे। रुपए न देने पर आरोपी उसे कनेक्शन कटवाने की धमकी देने लगे। मजबूरी में उसने आरोपियों को सवा दो लाख रुपए दे दिए, लेकिन फिर भी आरोपी उसे ट्यूबवेल का इस्तेमाल करने नहीं दे रहा। आरोप है कि आरोपियों ने उसके फर्जी हस्ताक्षर कर बिजली कनेक्शन अपने नाम करवाया और उससे धोखे से सवा दो लाख रुपए लेकर हड़प लिए। उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। बिलासपुर थाना पुलिस ने मामले में हाकम सिंह की शिकायत पर उसके भाई हरनाम सिंह, भाभी कमलजीत कौर व भतीजे प्रभजोत सिंह पर धोखाखड़ी के आरोप में केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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दलित चेहरे को फिर मिलेगी हरियाणा कांग्रेस की कमान:सांसद वरुण चौधरी हाईकमान की पहली पसंद; उदयभान की तरह ये भी हुड्डा खेमे के
दलित चेहरे को फिर मिलेगी हरियाणा कांग्रेस की कमान:सांसद वरुण चौधरी हाईकमान की पहली पसंद; उदयभान की तरह ये भी हुड्डा खेमे के हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा के प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव करने का मन बना लिया है। इसकी शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को बदलने के फैसले के साथ की जा सकती है। इन दिनों कांग्रेस राज्य में हार की समीक्षा कर रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस हाईकमान ने सवाल खड़े किए हैं कि उदयभान ने चुनाव में संगठन को संभालने की जगह खुद चुनाव लड़ा और उसमें भी वो जीत हासिल नहीं कर पाए। इसके साथ ही उदयभान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के गुट का टैग भी लगता रहा है जिसके कारण वो सैलजा और सुरजेवाला गुट के नेताओं को एक साथ लेकर नहीं चल सके। लेकिन अगर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने का औपचारिक फैसला ले ही लेती है तो नया प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा ये सबसे बड़ा सवाल है। देखा जाए तो जातीय समीकरणों को साधने के लिए और इस चुनाव में दलित वोटरों के प्रभाव को देखते हुए कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व फिर से दलित चेहरे पर ही दांव खेल सकता है। पार्टी में बड़े दलित चेहरों की बात करें तो इस समय कांग्रेस के पास हरियाणा में कुमारी सैलजा के बाद सबसे बड़ा अगर कोई दलित चेहरा है तो वह हैं अंबाला लोकसभा सांसद वरुण चौधरी। अध्यक्ष पद के लिए वरुण चौधरी ही क्यों? 1. दलित चेहरा वरुण चौधरी कांग्रेस पार्टी का हरियाणा में बड़ा दलित चेहरा हैं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 5 सीटें दिलाने वाला दलित और मुस्लिम गठजोड़ ही था। हालांकि वह इसको विधानसभा चुनाव में एकजुट नहीं कर पाई, लेकिन प्रदेश के चुनावों में दलितों की भूमिका को देखते हुए उदयभान की तरह संगठन की जिम्मेदारी कांग्रेस हाईकमान किसी दलित को ही देना चाहता है। हरियाणा में करीब 21% दलित वोट बैक हैं। 2. कांग्रेसी बैकग्राउंड
वरुण चौधरी हरियाणा में विरासत की राजनीति कर रहे हैं। उनके पिता फूलचंद मुलाना वकील के साथ राजनीतिज्ञ थे। वह 1972 से लेकर 2005 तक तीन बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय विधायक बने। वह कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने संगठन की भी कमान संभाली। अपने पिता को देखते हुए वरुण ने भी कांग्रेस से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। 3. कंट्रोवर्सी से दूर रहे वरुण चौधरी हरियाणा कांग्रेस की कंट्रोवर्सी से हमेशा दूर रहे। संगठन में विवादों के बाद भी वरुण ने कभी कोई भी विवादित बयान नहीं दिया। यहीं वजह रही कि उन्हें अपने विधानसभा कार्यकाल के दौरान बेस्ट MLA का खिताब भी मिला। वरुण वैसे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खेमे से आते हैं, लेकिन उन्होंने कभी विरोधी गुट कुमारी सैलजा को लेकर कोई विवादित बयान नहीं दिया। इस वजह से हो रही उदयभान की छुट्टी
हरियाणा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी काफी नाराज हैं। उन्होंने हार के कारणों के जानने के लिए रिव्यू मीटिंग में भी नाराजगी जाहिर की है। साथ ही हार के कारणों को जानने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाने के भी निर्देश हैं। यह कमेटी हरियाणा में जाकर हार के कारणों पर मंथन करेगी। साथ ही इनपुट लेकर रिपोर्ट पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को देगी। राहुल की नाराजगी के कारण ही हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की छुट्टी की तैयारी की जा रही है। बावरिया-हुड्डा से जवाब मांगा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने इसके संकेत दे दिए हैं। इसके अलावा पार्टी की हार पर प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और नेता विपक्ष रह चुके भूपेंद्र हुड्डा से भी जवाबतलबी की गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में अच्छे माहौल के बावजूद हुए उलटफेर को कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी गंभीरता से लिया है। जिसके बाद यहां संगठन को लेकर बड़े फेरबदल किए जा रहे हैं। नेता विपक्ष के पद को लेकर भी हो सकता है घमासान
हरियाणा में अब कांग्रेस के भीतर नेता विपक्ष के पद को लेकर भी लड़ाई छिड़ सकती है। पिछली विधानसभा में नेता विपक्ष के पद पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे। हुड्डा इस बार भी अपनी परंपरागत सीट गढ़ी-सांपला किलोई से विधानसभा का चुनाव जीते हैं और निश्चित रूप से वह नेता विपक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद अपने पास ही रखना चाहेंगे, लेकिन चुनाव नतीजों के बाद जिस तरह का सख्त रुख पार्टी नेतृत्व ने दिखाया है उसके बाद ऐसा होना मुश्किल दिखाई देता है।

करनाल में खड़ी गेहूं की फसल जलाई:रंजिश के चलते आरोपियों ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़का, जमीनी विवाद का मामला
करनाल में खड़ी गेहूं की फसल जलाई:रंजिश के चलते आरोपियों ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़का, जमीनी विवाद का मामला करनाल के पाढ़ा गांव में खेत में खड़ी गेहूं की फसल को कोई ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर नष्ट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला ने कुछ लोगों पर रंजिश के चलते साजिश रचकर फसल नष्ट करने का आरोप लगाया है। पीड़ित को करीब पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित ने मामले की शिकायत मूनक थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। क्या है पूरा मामला? करनाल पुलिस लाइन में रहने वाली राजेश कुमारी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसने गांव पाढ़ा में 40 कनाल 18 मरला जमीन खरीदी थी, जिसका कब्जा भी उसके पास है। उसने यह जमीन राजदुलारी नाम की महिला से खरीदी थी, जिसका केस भी असंध कोर्ट में चल रहा है। विवाद के चलते राजदुलारी का भाई ऋषिपाल और बहन तारो देवी उससे रंजिश रखते हैं। कैसे किया फसल को बर्बाद राजेश कुमारी का कहना है कि उनकी जमीन पर गेहूं की फसल खड़ी थी, जिसे उन्होंने जगरूप नाम के व्यक्ति को ठेके पर दिया हुआ था। 31 जनवरी की रात को किसी ने खेत में ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी, जिससे पूरी फसल जलकर खाक हो गई। इससे करीब 5 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इन पर लगाया आरोप? राजेश कुमारी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि यह सब ऋषिपाल और तारो देवी ने साजिश के तहत करवाया है। उन्होंने कहा कि पहले भी इन दोनों पर अपने ही परिवार के सदस्यों की हत्या करने के आरोप लग चुके हैं। पुलिस ने किया मामला दर्ज थाना मुनक पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है। जांच अधिकारी सत्यवान ने बताया कि पुलिस ने ऋषिपाल और तारो देवी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हरियाणा में बसपा प्रदेश अध्यक्ष हटाया:कृषि मंत्री के खिलाफ लड़ा था विधानसभा चुनाव, हार मिली; अब कृष्ण जमालपुर को नई जिम्मेदारी
हरियाणा में बसपा प्रदेश अध्यक्ष हटाया:कृषि मंत्री के खिलाफ लड़ा था विधानसभा चुनाव, हार मिली; अब कृष्ण जमालपुर को नई जिम्मेदारी बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष को पद से हटा दिया है। बीएसपी ने करीब साढ़े 6 महीने पहले धर्मपाल तिगरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। उनके नेतृत्व में ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था। धर्मपाल तिगरा खुद बीएसपी के टिकट पर रादौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। जमालपुर के कृष्ण को प्रदेश अध्यक्ष बनाया धर्मपाल तिगरा ने हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन वे हार गए। वे तीसरे स्थान पर रहे थे। यह भी एक कारण है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने की वजह स्वास्थ्य भी बताई जा रही है। अब पार्टी ने जमालपुर के कृष्ण को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। जो लंबे समय से बसपा से जुड़े हैं। बसपा की ओर से पत्र जारी कर जानकारी दी गई बसपा के प्रदेश कार्यालय की तरफ से 27 जनवरी को पत्र जारी किया गया। जिसमें धर्मपाल तिगरा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया। वहीं कृष्ण जमालपुर को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।