हरियाणा के नूंह सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने गो हत्यारों के खिलाफ कड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने गोकशी करने के दो दोषियों को सुनाई 9/9 साल की कैद और 90/90 हजार के जुर्माना की सजा सुनाई है। एक धारा में 5/5 और दूसरी धारा में 4/4 साल की सजा सुनाई। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी यानी दोनों दोषियों को 5/5 साल सजा काटनी होगी। पुलिस ने रंगे हाथ किया था गिरफ्तार सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि नूंह जिले के थाना फिरोजपुर झिरका की पुलिस ने चार साल पहले 150 किलो बीफ रखने के आरोप में 4 आरोपियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मोहम्मद साद और ताहिर को दोषी मानते हुए उनका चालान अदालत में पेश कर दिया था। पुलिस ने जांच में 2 आरोपियों की बेकसूर पाया था। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ताहिर निवासी अहमदबास, मोहम्मद साद निवासी पाडला शाहपुरी, रिज्जा व सिरदार निवासी कालाखेडा मिलकर गोकशी करने का धंधा करते है। 2 आरोपियों को किया था गिरफ्तार जो हरियाणा नस्ल गाय की हन्जनपुर गांव के ज्वार के खेतों में गौकशी कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर दबिश दी तो 4 व्यक्ति मिलकर एक गाय को गाड़ी की लाईट की रोशनी में काटते हुए नजर आए। चारों व्यक्ति पुलिस को अपनी तरफ आता देखकर एकदम भागने लगे तो पुलिस कर्मचारियों ने चारों व्यक्तियों को पकड़ने की कोशिश की। जिनमें से ताहिर और मोहम्मद साद नाम के आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। दोनों सजा चलेगी साथ पुलिस ने मौके से 150 किलो गो मांस व एक गाय की खाल, कुल्हाड़ी व तराजू आदि बरामद हुआ। सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि शुक्रवार को जिला सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने दोषी मोहम्मद साद और दोषी ताहिर को एक सेक्शन 5/5 साल और दूसरे सेशन में 4-4 साल की कैद की सजा और 90/90 जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर दोनों दोषियों को चार-चार महीने अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। उन्होंने दोनों धाराओं को सजा एक साथ चलेंगी। हरियाणा के नूंह सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने गो हत्यारों के खिलाफ कड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने गोकशी करने के दो दोषियों को सुनाई 9/9 साल की कैद और 90/90 हजार के जुर्माना की सजा सुनाई है। एक धारा में 5/5 और दूसरी धारा में 4/4 साल की सजा सुनाई। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी यानी दोनों दोषियों को 5/5 साल सजा काटनी होगी। पुलिस ने रंगे हाथ किया था गिरफ्तार सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि नूंह जिले के थाना फिरोजपुर झिरका की पुलिस ने चार साल पहले 150 किलो बीफ रखने के आरोप में 4 आरोपियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मोहम्मद साद और ताहिर को दोषी मानते हुए उनका चालान अदालत में पेश कर दिया था। पुलिस ने जांच में 2 आरोपियों की बेकसूर पाया था। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ताहिर निवासी अहमदबास, मोहम्मद साद निवासी पाडला शाहपुरी, रिज्जा व सिरदार निवासी कालाखेडा मिलकर गोकशी करने का धंधा करते है। 2 आरोपियों को किया था गिरफ्तार जो हरियाणा नस्ल गाय की हन्जनपुर गांव के ज्वार के खेतों में गौकशी कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर दबिश दी तो 4 व्यक्ति मिलकर एक गाय को गाड़ी की लाईट की रोशनी में काटते हुए नजर आए। चारों व्यक्ति पुलिस को अपनी तरफ आता देखकर एकदम भागने लगे तो पुलिस कर्मचारियों ने चारों व्यक्तियों को पकड़ने की कोशिश की। जिनमें से ताहिर और मोहम्मद साद नाम के आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। दोनों सजा चलेगी साथ पुलिस ने मौके से 150 किलो गो मांस व एक गाय की खाल, कुल्हाड़ी व तराजू आदि बरामद हुआ। सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि शुक्रवार को जिला सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने दोषी मोहम्मद साद और दोषी ताहिर को एक सेक्शन 5/5 साल और दूसरे सेशन में 4-4 साल की कैद की सजा और 90/90 जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर दोनों दोषियों को चार-चार महीने अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। उन्होंने दोनों धाराओं को सजा एक साथ चलेंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की हिसार के रहने वाले भिवानी के बड़े खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। वेदपाल तंवर का भिवानी के डाडम में खनन का बड़ा कारोबार है। बताया जा रहा है कि वेदवाल तंवर ईडी के नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे मगर ईडी ने उसी दौरान ही वेदपाल तंवर को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि करीब 9 पहले पहले 3 अगस्त 2023 को हिसार के सेक्टर 15 स्थित उसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप था।
इसके बाद ईडी ने नोटिस जारी कर कई बिंदुओं पर वेदपाल तंवर से जवाब मांगा था। मगर जवाब देने में वेदपाल तंवर न केवल देरी बल्कि ईडी की कार्रवाई में सहयोग भी नहीं किया था। यहां तक की वेदपाल तंवर की पत्नी ने भी ईडी टीम के सदस्यों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और कई सवालों के जवाब देते बचते रहे थे। करीब 9 महीने पहले ईडी ने खंगाले थे दस्तावेज
हिसार में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने करीब 9 महीने पहले व्यापारी वेदपाल तंवर और हांसी में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक के साथ अर्बन एस्टेट में रहने वाले एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर पर रेड की थी। ईडी ने दबे पांव इनके घर पुलिस सुरक्षा में पहुंची थी। वेदपाल तंवर उस समय घर पर नहीं थे। तंवर की पत्नी और बेटी घर पर ही थी। रेड के दौरान किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया। तीनों के घरों पर ईडी ने कई घंटों तक दस्तावेज खंगाले थे और पूछताछ की थी। ये सभी भिवानी के खानक डाडम खनन कारोबार से जुड़े हैं। तीनों का इक्ट्ठा ही बिजनेस है। मिर्चपुर कांड के बाद सुर्खियों में आए थे तंवर
वेदपाल तंवर मूलत तोशाम के रहने वाले हैं और मिर्चपुर कांड में दलित नेताओं को अपने फार्म हाउस पर ठहराया था। तब वे काफी चर्चा में आए थे। वेदपाल तंवर, वजीर कोहाड़ और स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक का परिवार किरण चौधरी के नजदीकी हैं। वेदपाल तंवर की हिसार सेक्टर 15 में आलीशान कोठी है। इसके अलावा उनका एक बड़ा फार्महाउस है जो उन्होंने मिर्चपुर विस्थापितों के रहने के लिए दे दिया था। वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी ले गई थी ईडी
ईडी की टीम वेदपाल के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा आंगन में खड़ी लग्जरी रेंज रोवर गाड़ी अपनी कस्टडी में लेकर दिल्ली चली गई थी। हालांकि तक परिवार वालों ने टीम को बताया था कि यह गाड़ी तंवर के दोस्त की है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तंवर के घर की दीवारों को मशीनों से चेक किया। इतना ही नहीं घर की पानी वाली टंकी और पड़ोसियों की छतों को भी चेक किया था। तंवर की बेटी मनीषा और पत्नी सुशीला ने बताया था कि अधिकारी अपने फोन से ही तंवर से बात करते थे। वे सारे बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लैपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी है।
हरियाणा चुनाव ड्यूटी अफसरों का नहीं होगा तबादला:सरकार ने लगाई रोक, 3 नगर निगमों-परिषदों में आदेश लागू, वोटर लिस्ट को लेकर फैसला
हरियाणा चुनाव ड्यूटी अफसरों का नहीं होगा तबादला:सरकार ने लगाई रोक, 3 नगर निगमों-परिषदों में आदेश लागू, वोटर लिस्ट को लेकर फैसला हरियाणा सरकार ने चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत दी है। सरकार ने इनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग पर रोक लगा दी है। दरअसल, करनाल, यमुनानगर और सोहना (गुरुग्राम) के नगर निगमों-परिषदों की वोटर लिस्ट तैयार करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में यदि इनका ट्रांसफर किया जाता है तो वोटर लिस्ट को अंतिम रूप देने में परेशानी आएगी। इसको देखते हुए मुख्य सचिव ऑफिस की ओर से सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्ष और बोर्ड, निगमों के प्रबन्ध निदेशकों तथा मुख्य प्रशासकों को जारी आदेश में कहा गया है कि मतदाता सूचियों का प्रारूप 7 जनवरी को प्रकाशित किया गया था। इस बारे में दावे और आपत्तियां संबंधित पुनरीक्षण प्राधिकारी द्वारा 13 जनवरी तक प्राप्त की जाएंगी। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 28 जनवरी को किया जाएगा। ट्रांसफर से पहले परमीशन लेनी होगी आदेश में कहा गया है कि इन नगर निगमों-परिषदों की मतदाता सूचियों को तैयार करने के काम में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन तक स्थानांतरित न किया जाए। हालांकि, यदि किसी मामले में इस कार्य से जुड़े किसी अधिकारी या कर्मचारी का तबादला करना अति आवश्यक हो तो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की पूर्व लिखित स्वीकृति प्राप्त की जाए। एक चरण में होने हैं निकाय चुनाव शहर की सरकार के चुनाव एक ही चरण में होंगे। इसे लेकर सरकार में मंथन हो चुका है। जल्द चुनाव घोषित होने की संभावना बनी हुई है। पहले यह लगभग तय हो चुका था कि जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होगा।कोर्ट में भी यही कहा गया था कि फरवरी तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन अब एक चरण में चुनाव कराने का लगभग फैसला ले लिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में नगर निकाय चुनाव दिल्ली विधानसभा तक टाले जा सकते हैं। राज्य में सोमवार को 26 निकायों की वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जारी कर दिया जाएगा। रोहतक, हिसार व थानेसर नगर निगम की वोटर लिस्ट का काम 15 जनवरी तक तो करनाल नगर निगम की वोटर लिस्ट का कार्य 28 जनवरी तक पूरा होगा। पानीपत में फंसा है पेंच पानीपत को छोड़कर बाकी निकायों के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में निकायों के चुनाव फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक हो सकते हैं। क्योंकि 28 जनवरी को करनाल की वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद ही चुनाव की घोषणा हो सकती है। मेयर व अध्यक्ष पद के साथ वार्ड के आरक्षण का काम पूरा कर चुका है। राज्य में नगर निकायों के चुनाव ईवीएम से ही होंगे। विपक्ष बैलेट पेपर से कराने की मांग कर रहा है। नगर निगम मेयर, नगर परिषद और पालिका अध्यक्ष के चुनाव सीधे होंगे। पहले दो चरणों में चुनाव की थी तैयारी प्रदेश में 34 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 20 नगर पालिकाओं के चुनाव कराने की बात कही गई थी। पहले चरण में गुड़गांव, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम तो अंबाला कैंट, पटौदी और सिरसा नगर परिषद को शामिल किया गया था, जबकि बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फर्रुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पूंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर पालिका शामिल है। पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर को दूसरे चरण के चुनाव में शामिल किया गया था। थानेसर और कालांवाली के चुनाव भी दूसरे चरण में शामिल थे।
रोहतक से नाबालिग घर से लापता:पिता ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर मारी थी डाट, 9वीं कक्षा का छात्र था इकलौता बेटा
रोहतक से नाबालिग घर से लापता:पिता ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर मारी थी डाट, 9वीं कक्षा का छात्र था इकलौता बेटा रोहतक के एक गांव से नाबालिग छात्र के लापता होने का मामला सामने आया है। जिसे मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर डाट मारी थी। जिसके बाद जब 9वीं का छात्र दुकान से सामान लेने गया तो वह लापता हो गया। जिसके बाद परिवार वालों ने उसकी तलाश आरंभ कर दी। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके बच्चे की तलाश आरंभ कर दी। रोहतक के एक गांव निवासी व्यक्ति ने सांपला थाना में नाबालिग बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया कि उसके पास दो बच्चे (एक बड़ा बेटा व एक छोटी बेटी) है। उसका करीब 14 वर्षीय बड़ा लड़का 9वीं कक्षा में पढ़ता है। 13 जुलाई को उसके बेटे ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगवा लिया था। इसक पता लगने के बाद उसके पिता ने डाट लगा दी और कहा कि इसका पुलिस चालान भी काट देगी। तलाश में जुटा परिवार व पुलिस
पिता द्वारा डाट मारने के कारण बेटे ने घर छोड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि 14 जुलाई की दोपहर को उसका बेटा घर से दुकान पर सामान लेने के लिए गया था। लेकिन वापस घर पर नहीं लौटा। इसके बाद वे नाबालिग को तलाश करने लगे, लेकिन कहीं पर भी कोई सुराग नहीं लग पाया। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। सांपला थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके नाबालिग बच्चे की तलाश आरंभ कर दी। लेकिन अभी तक नाबालिग बच्चा नहीं मिला है।