हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 20 में दसवीं कक्षा के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। उसकी मां ने उसे ट्यूशन न जाने पर डांटा था। उसने कमरे में जाकर पंखे से फंदा लगा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू की और शव को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला 15 साल का नाबालिग सेक्टर 10 में ट्यूशन पढ़ता था। कल शाम उसकी टीचर का फोन आया था कि वो ट्यूशन नहीं आया। इस बात पर उसकी मां ने बेटे को डांट दिया। इसके बाद छात्र अपने कमरे में चला गया। इसके बाद कमरे की कुंडी बंद कर ली। छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र के आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से मामले की जानकारी ली। पंचकूला सेक्टर 20 थाना के एसएचओ बाचू सिंह ने कहा कि छात्र की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है। हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 20 में दसवीं कक्षा के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। उसकी मां ने उसे ट्यूशन न जाने पर डांटा था। उसने कमरे में जाकर पंखे से फंदा लगा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू की और शव को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला 15 साल का नाबालिग सेक्टर 10 में ट्यूशन पढ़ता था। कल शाम उसकी टीचर का फोन आया था कि वो ट्यूशन नहीं आया। इस बात पर उसकी मां ने बेटे को डांट दिया। इसके बाद छात्र अपने कमरे में चला गया। इसके बाद कमरे की कुंडी बंद कर ली। छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र के आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से मामले की जानकारी ली। पंचकूला सेक्टर 20 थाना के एसएचओ बाचू सिंह ने कहा कि छात्र की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में सड़क के बीच पार्किंग VIDEO:एंबुलैंस फंसने पर पुलिसकर्मी ने भागकर हटाई कार; गाड़ी खड़ी कर सब्जी खरीदने में व्यस्त चालक हरियाणा के रेवाड़ी शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले सरर्कुलर रोड पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। इसका सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण और सड़क पर खड़े होने वाले व्हीकल हैं। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर रेवाड़ी शहर के भीड़भाड़ वाले सबसे व्यस्तम नाईवाली चौक का एक VIDEO वायरल हुआ। इस वीडियो में सिल्वर कलर की एक स्विफ्ट कार नाईवाली चौक पर वन-वे के लिए लगाए गए बेरिकेड्स के बिल्कुल पास सड़क के बीचों बीच खड़ी दिखाई दे रही है। जबकि उसके ठीक पीछे बस स्टैंड की तरफ से आ रही एंबुलैंस सायरन बजाती रही, लेकिन कार में कंडक्टर सीट पर महिला बैठी हुई थी, जबकि चालक कार को बीच सड़क पर छोड़ सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने चला गया। कार के कारण फंस गई एंबुलैंस एंबुलैंस में गंभीर रूप से बीमार एक शख्स था। जिसे तत्काल अस्पताल पहुंचाना जरूरी था। ऐसे में एंबुलैंस के चालक सायरन बजाता रहा। पास में ही स्थित पुलिस बूथ से एक पुलिसकर्मी भागकर बेरिकेड्स हटाने पहुंचा। पुलिसकर्मी ने तुरंत बेरिकेड्स तो हटा दिया, लेकिन जब कार की तरफ नजर डाली तो चालक ही नहीं बैठा था। हालांकि कार अनलॉक होने की वजह से पुलिसकर्मी ने ही खुद कार को चलाकर दूसरी साइड में खड़ा किया। सड़कों पर वाहन खड़े होने से परेशानी दरअसल, इस तरह के वाक्या हर दिन शहर के सरर्कुलर रोड पर देखने को मिल जाते हैं। पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी सरर्कुलर रोड की ट्रैफिक व्यवस्था संभल नहीं पा रही है। हर चौक पर ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात होते है, लेकिन सड़क के दोनों तरफ अवैध रूप से पार्क होने वाले वाहनों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। सबसे ज्यादा परेशानी बावल चौक, बस स्टैंड, अंबेडकर चौक, धारूहेड़ा चुंगी, झज्जर चौक, रेलवे रोड पर बनी हुई है। नाईवाली चौक पर वन-वे ट्रैफिक नाईवाली चौक के जाम को खत्म करने के लिए ही पुलिस की तरफ से करीब एक साल से इस चौक पर ट्रैफिक को वन-वे किया हुआ है। बस स्टैंड की तरफ से आने वाले वाहनों को रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से होकर वापस घुमकर नाईवाली चौक की तरफ आना होता है। इस तरह पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हुए हैं। जबकि रेलवे चौक की तरफ से आने वाले वाहन असानी से चौक क्रॉस कर निकल सकते है।
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दीपावली के पर्व पर भुलवाना गांव निवासी रामरती अपने हाथों में अपने लड्डू गोपाल को लेकर गांव में स्थित बृजरज स्कूल में पहुंच गई। वहां पहुंचकर रामरती ने स्कूल के चेयरमैन मुकेश कुमार से कहा कि मुझे स्कूल में अपने लड्डू गोपाल का दाखिला करना है। रामरती ने चेयरमैन से दाखिला फीस और मंथली फीस के बारे में पूछा। ़ चेयरमैन ने जब फीस लेने से इनकार किया तो रामरती ने कहा कि क्या स्कूल में सभी बच्चों निशुल्क पढ़ रहे हैं। उसने कहा कि जब सब बच्चे पैसे देकर पढ़ रहे है तो मेरे लड्डू गोपाल भी फीस देकर ही पढ़ेंगे। महिला की बात सुनकर चेयरमैन ने महिला को दाखिला फीस व मंथली फीस की जानकारी दी। जानकारी लेने के बाद रामरती ने दाखिला फीस देकर लड्डू गोपाल का स्कूल में दाखिला कराया और चेयरमैन को कहा कि वह हर महीने अपने लड्डू गोपाल की फीस स्कूल में जमा करेगी। चेयरमैन मुकेश कुमार ने बताया कि महिला रामरती अपने लड्डू गोपाल से अपने बच्चों की तरह प्यार करती है और लड्डू गोपाल को बच्चे की तरह लाड लड़ती है। उन्होंने बताया कि महिला रामरती सुबह स्कूल शुरू होने पर स्कूल लड्डू गोपाल को स्कूल में छोड़कर जाएगी और स्कूल छुट्टी के बाद लेकर जाएगी।
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