पटियाला में इलेक्ट्रानिक डिवाइस चोर गिरोह का खुलासा:सीआईए टीम ने पकड़े 8 चोर, 16 साल से मेंटेनेंस करता था मास्टर माइंड

पटियाला में इलेक्ट्रानिक डिवाइस चोर गिरोह का खुलासा:सीआईए टीम ने पकड़े 8 चोर, 16 साल से मेंटेनेंस करता था मास्टर माइंड

16 साल तक मोबाइल टावर की मेंटेनेंस का काम करने वाले ने शॉर्टकट तरीके से पैसा कमाने के लिए टॉवर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी करना शुरू कर दिया। इस अपराध को अंजाम देने के लिए आरोपी ने अपने साथ अन्य लोगों को भी जोड़ लिया। पटियाला पुलिस ने इस गिरोह के 8 सदस्यों को तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए कीमत के चोरी किए हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित अरेस्ट किया है। एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा ने बताया कि सीआईए स्टाफ के इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह और उनकी टीम ने इस गिरोह को पकड़ा है। अरेस्ट किए गए आरोपियों से चोरी करने के लिए तैयार किया गया टूल किट, हेलमेट और अन्य उपकरण रिकवरी किए हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड सुभाष अरेस्ट किए गए आरोपियों में शामिल सुभाष कुमार निवासी सारन बिहार गिरोह का मास्टरमाइंड है, जो इन दिनों राजपुरा के श्याम नगर इलाके में रह रहा था। इसके अलावा दादा चौहान कॉलोनी राजपुरा के रहने वाले जितेंद्र कुमार, ग्वालियर, मध्य प्रदेश के रहने वाले नवाजिश मौजूदा निवासी राजपुरा, राजपुरा के रहने वाले जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी बठिंडा के गांव मेहता के रहने वाले हरबंस सिंह, हरियाणा के सिरसा जिला के गांव पनीवाला के रहने वाले भिंदा सिंह यूपी के जिला बिजनौर के गांव बाजितपुर के रहने वाले मोहित कुमार उर्फ मोनू राजपुरा के रहने वाले गौरव सूद उर्फ दीपू को गिरफ्तार किया गया है। ‌ 100 मीटर की ऊंचाई पर जाकर निकालते थे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एसएसपी ने बताया कि सुभाष कुमार साल 2004 से लेकर 2020 तक मोबाइल टावर की मेंटेनेंस का काम करता था।‌ जिस वजह से उसे जानकारी थी कि टावर पर बीटीएस और आरआरयू नामक दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगे होते हैं, जो मोबाइल टावर की रेंज को कंट्रोल करते हैं। इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कीमत लाखों रुपए में होती है। ‌इन डिवाइस को चोरी करने के लिए आरोपियों ने टूल किट, हेलमेट, कटर, सेफ्टी जैकेट वगैरह तैयार किया। जिसके बाद आरोपी जसविंदर सिंह, भिंदा सिंह, हरबंस और मोहित टावर के ऊपर 100 मीटर ऊंचाई पर जाने के बाद इन डिवाइस को निकाल लाते थे। इन सभी आरोपियों ने पटियाला, राजपुरा, फरीदकोट, अबोहर, फाजिल्का, बठिंडा से 60 से अधिक मोबाइल टावर से यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी किए हैं। इन लोगों से रिकवर की गई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कीमत तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए बनती है। विदेश में भेजते थे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अरेस्ट किया गया आरोपी नवाजिश खान कबाड़ी का काम करता है जो इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को खरीदने वाले लोगों को संपर्क करता था।‌ जिसके बाद इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को रिफ्रेश करने के बाद इन्हें ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए विदेश में बेच रहा था। इस पूरे गिरोह को राजपुरा रोड स्थित गांव कौली के अंडर ब्रिज से अरेस्ट किया गया है। 16 साल तक मोबाइल टावर की मेंटेनेंस का काम करने वाले ने शॉर्टकट तरीके से पैसा कमाने के लिए टॉवर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी करना शुरू कर दिया। इस अपराध को अंजाम देने के लिए आरोपी ने अपने साथ अन्य लोगों को भी जोड़ लिया। पटियाला पुलिस ने इस गिरोह के 8 सदस्यों को तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए कीमत के चोरी किए हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित अरेस्ट किया है। एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा ने बताया कि सीआईए स्टाफ के इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह और उनकी टीम ने इस गिरोह को पकड़ा है। अरेस्ट किए गए आरोपियों से चोरी करने के लिए तैयार किया गया टूल किट, हेलमेट और अन्य उपकरण रिकवरी किए हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड सुभाष अरेस्ट किए गए आरोपियों में शामिल सुभाष कुमार निवासी सारन बिहार गिरोह का मास्टरमाइंड है, जो इन दिनों राजपुरा के श्याम नगर इलाके में रह रहा था। इसके अलावा दादा चौहान कॉलोनी राजपुरा के रहने वाले जितेंद्र कुमार, ग्वालियर, मध्य प्रदेश के रहने वाले नवाजिश मौजूदा निवासी राजपुरा, राजपुरा के रहने वाले जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी बठिंडा के गांव मेहता के रहने वाले हरबंस सिंह, हरियाणा के सिरसा जिला के गांव पनीवाला के रहने वाले भिंदा सिंह यूपी के जिला बिजनौर के गांव बाजितपुर के रहने वाले मोहित कुमार उर्फ मोनू राजपुरा के रहने वाले गौरव सूद उर्फ दीपू को गिरफ्तार किया गया है। ‌ 100 मीटर की ऊंचाई पर जाकर निकालते थे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एसएसपी ने बताया कि सुभाष कुमार साल 2004 से लेकर 2020 तक मोबाइल टावर की मेंटेनेंस का काम करता था।‌ जिस वजह से उसे जानकारी थी कि टावर पर बीटीएस और आरआरयू नामक दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगे होते हैं, जो मोबाइल टावर की रेंज को कंट्रोल करते हैं। इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कीमत लाखों रुपए में होती है। ‌इन डिवाइस को चोरी करने के लिए आरोपियों ने टूल किट, हेलमेट, कटर, सेफ्टी जैकेट वगैरह तैयार किया। जिसके बाद आरोपी जसविंदर सिंह, भिंदा सिंह, हरबंस और मोहित टावर के ऊपर 100 मीटर ऊंचाई पर जाने के बाद इन डिवाइस को निकाल लाते थे। इन सभी आरोपियों ने पटियाला, राजपुरा, फरीदकोट, अबोहर, फाजिल्का, बठिंडा से 60 से अधिक मोबाइल टावर से यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी किए हैं। इन लोगों से रिकवर की गई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कीमत तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए बनती है। विदेश में भेजते थे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अरेस्ट किया गया आरोपी नवाजिश खान कबाड़ी का काम करता है जो इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को खरीदने वाले लोगों को संपर्क करता था।‌ जिसके बाद इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को रिफ्रेश करने के बाद इन्हें ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए विदेश में बेच रहा था। इस पूरे गिरोह को राजपुरा रोड स्थित गांव कौली के अंडर ब्रिज से अरेस्ट किया गया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर