पटियाला के त्रिपड़ी के आनंद नगर में रहने वाले एक रिटायर्ड फॉरेस्ट कर्मचारी अजायब सिंह ने जहर पीकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड की वजह उसका नशेड़ी बेटा बताया जा रहा है। पुलिस ने मृतक की मां मलकीत कौर के स्टेटमेंट के आधार पर उसके पोते सिमरनजीत सिंह (30) के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर कर इसे अरेस्ट कर लिया है। मलकीत कौर ने बताया कि 8 सालों से सिमरनजीत सिंह नशा कर घर में झगड़ा करता था और अपने पिता अजायब सिंह के साथ मारपीट करता था। इसी वजह से मानसिक रूप से परेशान होकर अजायब सिंह ने जहर पीकर सुसाइड किया है। घर का सामान तक बेच देता था आरोपी मलकीत कौर ने बताया कि वह छोटे बेटे के मोहल्ले में अलग मकान में रहती है। उनका बड़ा बेटा अजायब सिंह अपने बेटे सिमरनजीत सिंह के घर में अकेला रहता था। बेटी की शादी हो चुकी है और पत्नी की 15 साल पहले मौत हुई थी। बेटा 8 साल पहले नशा करने लग गया था, जिस वजह से घर में क्लेश रहता था। कई बार उसे समझाने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। नशे के लिए पैसा न मिलने पर घर का सामान बेचना व पिता अजायब सिंह से मारपीट करना आम बात हो चुकी थी। बेटे की इस नशे की आदत के कारण परेशान होकर अजायब सिंह ने 14 जुलाई को जहर पी लिया था, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बीती रात पुलिस ने आरोपी सिमरनजीत सिंह के एफआईआर रजिस्टर कर इसे अरेस्ट कर लिया। मंगलवार को जेल भेजा आरोपी केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर चरन सिंह ने कहा कि मंगलवार बाद दोपहर आरोपी को अदालत में पेश किया था। जहां से इसे ज्यूडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है। पटियाला के त्रिपड़ी के आनंद नगर में रहने वाले एक रिटायर्ड फॉरेस्ट कर्मचारी अजायब सिंह ने जहर पीकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड की वजह उसका नशेड़ी बेटा बताया जा रहा है। पुलिस ने मृतक की मां मलकीत कौर के स्टेटमेंट के आधार पर उसके पोते सिमरनजीत सिंह (30) के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर कर इसे अरेस्ट कर लिया है। मलकीत कौर ने बताया कि 8 सालों से सिमरनजीत सिंह नशा कर घर में झगड़ा करता था और अपने पिता अजायब सिंह के साथ मारपीट करता था। इसी वजह से मानसिक रूप से परेशान होकर अजायब सिंह ने जहर पीकर सुसाइड किया है। घर का सामान तक बेच देता था आरोपी मलकीत कौर ने बताया कि वह छोटे बेटे के मोहल्ले में अलग मकान में रहती है। उनका बड़ा बेटा अजायब सिंह अपने बेटे सिमरनजीत सिंह के घर में अकेला रहता था। बेटी की शादी हो चुकी है और पत्नी की 15 साल पहले मौत हुई थी। बेटा 8 साल पहले नशा करने लग गया था, जिस वजह से घर में क्लेश रहता था। कई बार उसे समझाने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। नशे के लिए पैसा न मिलने पर घर का सामान बेचना व पिता अजायब सिंह से मारपीट करना आम बात हो चुकी थी। बेटे की इस नशे की आदत के कारण परेशान होकर अजायब सिंह ने 14 जुलाई को जहर पी लिया था, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बीती रात पुलिस ने आरोपी सिमरनजीत सिंह के एफआईआर रजिस्टर कर इसे अरेस्ट कर लिया। मंगलवार को जेल भेजा आरोपी केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर चरन सिंह ने कहा कि मंगलवार बाद दोपहर आरोपी को अदालत में पेश किया था। जहां से इसे ज्यूडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पिता को ढूंढने जापान से पंजाब पहुंचा युवक:17 साल पहले मां से तलाक हुआ, कॉलेज प्रोजेक्ट से खोजने का मन बनाया; फोटो लेकर घूमा तारीख : 19 अगस्त 2024 (रक्षाबंधन) पंजाब के अमृतसर में लोहारका रोड पर रहने वाले सुखपाल सिंह को घर से फोन आया। उसे पता चला कि उसका बेटा जापान से ढूंढता हुआ आया है। चंद सेकेंड में सुखपाल सिंह के सामने 19 साल पहले की लाइफ फ्लैश बैक हुई। सुखपाल सिंह कुछ मिनटों में घर पहुंच गया। घर पहुंचा तो वहां 22 वर्षीय रिन ताकाहाता खड़ा था। सुखपाल ने देखते ही उसे गले लगा लिया। रिन ताकाहाता 19 अगस्त को ही अमृतसर पहुंचा था। वह अपने पिता की 19 साल पहले की फोटो लेकर फतेहगढ़ चूड़ियां रोड की गलियों में घूम रहा था। तभी एक दुकानदार फोटो देखकर सुखपाल सिंह को पहचान लिया और रिन को उसके घर का पता बताया। कॉलेज प्रोजेक्ट के बाद पिता को खोजने का मन बनाया रिन ताकाहाता ने बताया कि वह ओसाका यूनिवर्सिटी ऑफ ऑर्ट्स में पढ़ रहा है। कॉलेज की तरफ से फेमिली ट्री बनाने की असाइनमेंट दी गई थी। फैमिली ट्री में मां साची ताकाहाता व परिवार की पूरी जानकारी भर ली, लेकिन पिता और उनके परिवार के बारे में उसे कुछ नहीं पता था। इसके बाद उसने पिता सुखपाल सिंह को खोजने की ठान ली। घर आते ही उसने मां साची ताकाहाता से पिता सुखपाल सिंह के बारे में पूछा। घर पर पिता की एक तस्वीर मिली, जो 19 साल पुरानी थी। मां को पिता सुखपाल का पुराने घर का पता याद था, जो अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर था। इसके बाद रिन ताकाहाता पिता को ढूंढने के लिए जापान से भारत आ गया। थाईलैंड एयरपोर्ट पर हुई थी दोनों की मुलाकात सुखपाल सिंह ने बताया कि साची ताकाहाटा से उसकी मुलाकात थाईलैंड एयरपोर्ट पर हुई थी। साची भारत आ रही थी और वह अपने घर अमृतसर लौट रहे थे। प्लेन में दोनों की सीट साथ थीं। सुखपाल ने साची को गोल्डन टेंपल व वाघा बॉर्डर दिखाने का वादा किया। साची कई दिन उनके फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित पुराने घर पर ही रहीं। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया। साची जापान वापस चली गईं। इसके बाद साची ने उसे जापान बुला लिया। साल 2002 में दोनों ने जापान में शादी की और 2003 में रिन ताकाहाता का जन्म हुआ। तलाक के बाद दूसरी शादी की सुखपाल बताते हैं कि जब उन्होंने साची से शादी की, वह 19 साल के थे। परिवार को वे संभाल नहीं पाए। शादी में कठिनाइयां सामने आईं और 2004 में भारत लौट आए। साची उन्हें मनाने अमृतसर भी आई थी और अपने साथ वापस ले गईं। फिर भी शादी ज्यादा दिन नहीं चली और तलाक के बाद 2007 में वह भारत लौट आए। भारत आकर उन्होंने गुरविंदरजीत कौर से शादी कर ली। दूसरी शादी के बाद उन्हें बेटी अवलीन पन्नू है। सोशल मीडिया पर ढूंढने की कोशिश की रिन ताकाहाता ने बताया कि उन्होंने पिता को सोशल मीडिया पर खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब पिता के साथ उन्हें पूरा परिवार मिल गया है। जापान में खुद को अकेला समझता था, लेकिन अब पिता के साथ उन्हें एक बहन भी मिल गई। रक्षाबंधन के त्योहार पर अवलीन ने उसे राखी बांधी। मां-पिता को एक साथ देखना चाहता है रिन ताकाहाता रिन ने कहा कि वह अपने माता-पिता को दोबारा एक साथ देखना चाहता है। उसने पिता से वादा किया है कि वह नियमित रूप से अमृतसर आता रहेगा और अपने पिता व भारतीय परिवार साथ अमृतसर में रहेगा।
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पंजाब में राजा वडिंग को खाली करने होंगे सरकारी मकान:रंधावा को भी नोटिस जारी, विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं दोनों पंजाब विधानसभा ने नवनिर्वाचित सांसदों अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और सुखविंदर सिंह रंधावा को विधायक के तौर पर उन्हें आवंटित आवास खाली करने के आदेश जारी किए हैं। नियमों के मुताबिक, उन्हें 20 जून को 15 दिन के अंदर आवास खाली करने के आदेश जारी किए गए थे। हालांकि, तय समय अवधि के बाद भी वे कुछ समय के लिए आवास रख सकते हैं। लेकिन इस दौरान उन्हें उचित किराया देना होगा। कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरदासपुर से सांसद चुने जाने से पहले डेरा बाबा नानक के विधायक थे। जबकि अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग गिद्दड़बाहा के विधायक थे। वे अब लुधियाना से सांसद चुने गए हैं। दोनों ने अब विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। ऐसे में उन्हें आवास खाली करना होगा। यह है मकान के किराए संबंधी नियम नियमों के मुताबिक जब किसी विधानसभा मेंबर को कोई मकान फ्लैट, नौकर क्ववार्टर, गैराज आदि अलॉट होता है। अगर वह मेंबर नहीं रहता है तो उसे 15 दिन में यह खाली करना होता है। अगर वह किसी कारण अगले 15 दिन में मकान खाली नहीं करते है, तो उनसे किफायती किराया वसूला जाता है। उसके बाद भी खाली नहीं करते है, तो मकान किराए का 160 गुणा किराया वसूला जाएगा। इस संबंधी मकान खाली करने के लिए भेजे गए आदेश में साफ लिखा गया है।
लुधियाना में धमाके के बाद घर में लगी आग:लाइट जाने के बाद जलाई थी मोमबत्ती, गैस लीक होने से हुआ हादसा
लुधियाना में धमाके के बाद घर में लगी आग:लाइट जाने के बाद जलाई थी मोमबत्ती, गैस लीक होने से हुआ हादसा पंजाब के लुधियाना में बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा होने पर रसोई में मोमबत्ती जलाने के बाद रसोई में धमाका होने से घर का सारा सामान जलकर ख़ाक हो गया। गनीमत यह रही की कोई जानी नुकसानी तो नहीं हुआ। पास पड़ोस के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद खुद किसी तरह करके आग पर काबू पाया। लुधियाना के टिब्बा रोड पर घमोड़िया कालोनी की गली नंबर-1 में बीती देर शाम को एक घर में धमाका होने से सारा सामान जलकर राख हो गया। जिस समय घर में आग लगी, उस समय घर में कोई नहीं था। जिससे जानी नुकसान से तो बचाव हो गया लेकिन घर में रखा सामान जल गया। बाजार गई थी महिला घर की मालकिन सविता रानी ने बताया कि वह किसी काम के बाजार गयी थी। बच्चे भी काम पर गए थे, थोड़ी देर बाद जब घर लौटी तो देखा की घर को आग लगी हुई थी। उसने बताया कि बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा हो गया था। उसने रसोई में पड़ी मोमबत्ती जला दी। जिसके बाद खुद बाजार चली गयी पीछे आग लग गई। गैस लीकेज से हुआ हादसा पड़ोस के लोगों ने बताया कि जैसे ही मोमबत्ती जलाई तो पहले से ही गैस सिलेंडर की पाइप लीकेज थी। जिस कारण रसोई में गैस के रिसाव के कारण धमाका हो गया। लोगों ने बताया कि घर में दो गैस सिलेंडर रखे थे। जिसे लोगों ने किसी तरह करके घर से बाहर निकाले और बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर आग गैस सिलेंडर को पकड़ लेती तो आस-पास के घर क्षतिग्रस्त हो सकते थे। लोगों ने पाया आग पर काबू पड़ोस के रहने वाले शुभम और गुलशन कुमार ने बताया कि लोगों ने खुद पानी की मदद से आग पर काबू पाया। जब तक फायर बिग्रेड पहुंची। तब तक काफी हद तक आग पर काबू पाया जा चुका था। उन्होंने बताया कि घर में रखा सारा सामान और फर्नीचर सब जल कर नष्ट हो गया है।