हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा अंतर्गत थाना इसराना की बनजारा कॉलोनी में रहने वाले लोगों के बीच शराब पीकर आपस में किसी बात को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। बाद में दबंग पक्ष के कुछ लोगों ने घर में घुसकर मारपीट की थी। मारपीट में घर के मुखिया को काफी चोट आई थी। पीड़ित पक्ष ने थाना इसराना में मामला दर्ज कराया था। परंतु दबंग व्यक्तियों ने उस समय अपनी गलती मानते हुए मामला रफा-दफा करवा दिया था। 27 दिन बाद दबंग व्यक्तियों ने फिर उस परिवार को डराना धमकाना शुरू किया व मारपीट की। पीड़ित परिवार ने थाना इसराना में मामला दर्ज कराते हुए अपनी जान व माल की सुरक्षा की मांग की। शराब पीकर व्यक्ति मचा रहे थे हुडदंग गांव इसराना निवासी जोरा सिंह पुत्र बलबीर सिंह ने बताया कि इसराना में बनजारा कॉलोनी बसी हुई है। जिसमें कुछ बनजारे रहते हैं, मैंने भी वहां अपना घर बनाया हुआ है। बनजारा परिवार में कुछ व्यक्ति शराब पीकर हुडदंग मचाते हैं। हमें परेशान करते हैं। एक दिन हमने उनको समझने की कोशिश की, तो वह मारपीट पर उतर आए। बनजारा परिवार की महिलाएं आदमी सभी के साथ मारपीट की। मेरे घर में घुसकर पीकर मुझे घायल कर दिया। दबंग लोगों ने पुलिस के सामने मांगी माफी मैंने थाना इसराना में रिपोर्ट दर्ज कराई, तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए मामला रफा दफा करवा दिया गया था। इसके 26, 27 दिन बाद अब फिर वे लोग शराब पीकर के हमारे साथ मारपीट की। हमें जान से मारने की धमकी देते हैं। हमने 112 नंबर पर फोन करके सूचना दी पुलिस पहुंची, तो पुलिस ने देखा कि हमारे घर में उन लोगों ने तोड़फोड़ की है। अब हमने पुलिस में मामला दर्ज करा कर अपनी जान की रक्षा की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा अंतर्गत थाना इसराना की बनजारा कॉलोनी में रहने वाले लोगों के बीच शराब पीकर आपस में किसी बात को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। बाद में दबंग पक्ष के कुछ लोगों ने घर में घुसकर मारपीट की थी। मारपीट में घर के मुखिया को काफी चोट आई थी। पीड़ित पक्ष ने थाना इसराना में मामला दर्ज कराया था। परंतु दबंग व्यक्तियों ने उस समय अपनी गलती मानते हुए मामला रफा-दफा करवा दिया था। 27 दिन बाद दबंग व्यक्तियों ने फिर उस परिवार को डराना धमकाना शुरू किया व मारपीट की। पीड़ित परिवार ने थाना इसराना में मामला दर्ज कराते हुए अपनी जान व माल की सुरक्षा की मांग की। शराब पीकर व्यक्ति मचा रहे थे हुडदंग गांव इसराना निवासी जोरा सिंह पुत्र बलबीर सिंह ने बताया कि इसराना में बनजारा कॉलोनी बसी हुई है। जिसमें कुछ बनजारे रहते हैं, मैंने भी वहां अपना घर बनाया हुआ है। बनजारा परिवार में कुछ व्यक्ति शराब पीकर हुडदंग मचाते हैं। हमें परेशान करते हैं। एक दिन हमने उनको समझने की कोशिश की, तो वह मारपीट पर उतर आए। बनजारा परिवार की महिलाएं आदमी सभी के साथ मारपीट की। मेरे घर में घुसकर पीकर मुझे घायल कर दिया। दबंग लोगों ने पुलिस के सामने मांगी माफी मैंने थाना इसराना में रिपोर्ट दर्ज कराई, तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए मामला रफा दफा करवा दिया गया था। इसके 26, 27 दिन बाद अब फिर वे लोग शराब पीकर के हमारे साथ मारपीट की। हमें जान से मारने की धमकी देते हैं। हमने 112 नंबर पर फोन करके सूचना दी पुलिस पहुंची, तो पुलिस ने देखा कि हमारे घर में उन लोगों ने तोड़फोड़ की है। अब हमने पुलिस में मामला दर्ज करा कर अपनी जान की रक्षा की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 5 युवतियां ब्रह्मकुमारी बनीं:MA, एमटैक, ITI डिप्लोमा होल्डर; 16 साल की लड़की भी दुल्हन की तरह सजकर वैरागन हुई
हरियाणा में 5 युवतियां ब्रह्मकुमारी बनीं:MA, एमटैक, ITI डिप्लोमा होल्डर; 16 साल की लड़की भी दुल्हन की तरह सजकर वैरागन हुई हरियाणा में 5 युवतियां एक साथ जीवन से सन्यास लेकर ब्रह्मकुमारी बन गई हैं। ये लड़कियां एमए, एमटेक और ITI डिप्लोमा होल्डर जैसी उच्च शिक्षित हैं। सभी युवतियों ने सिरसा में शिवलिंग पर वरमाला डालकर जीवन भगवान की सेवा में समर्पित करने का प्रण ले लिया। वहीं, जींद में एक 16 साल की लड़की जैन वैरागन बन गई। वह 10वीं तक पढ़ी है, लेकिन 2 साल से अपने घर में ही वैरागियों की तरह जीवन जी रही थी। पिता ने भी बेटी के फैसले का समर्थन किया। लड़की का नाम काशवी जैन है। उसे फतेहाबाद के रतिया में दुल्हन की तरह सजाकर साध्वी शिवा की शिष्या बनाया गया। रतिया में हुआ तिलक रस्म समारोह
जानकारी के अनुसार, रविवार को रतिया में साध्वी शिवा की शिष्या वैरागन बनीं काशवी जैन का तिलक रस्म समारोह मनाया गया। इसके लिए उन्हें दुल्हन की तरह सजाया गया था। उनकी तिलक रस्म बबीता जिंदल और अनीता जैन ने पूरी कराई। साथ ही साध्वी शिवा ने तिलक लगाकर काशवी को आशीर्वाद दिया। अब 2 फरवरी 2025 को दिल्ली में काशवी का दीक्षा समारोह होगा। इसके बाद वह पूरी तरह भौतिक दुनिया से नाता तोड़ अध्यात्म की दुनिया में बढ़ेंगी और प्राणी जगत के कल्याण के काम करेंगी। काशवी बोलीं- बचपन से जैन दीक्षा अंगीकार करने का मन था
काशवी के पिता अमित जैन सरकारी विभाग में कार्यरत हैं। वहीं, उनकी मां सीमा एक गृहिणी हैं। पिता का कहना है उनकी पुत्री काशवी जैन दीक्षा के लिए पिछले 2 साल से वैरागन की तरह रह रही है। अक्सर वह जैन समाज के कार्यक्रम में भाग लेती थी। वहीं से उसके मन में जैन धर्म के प्रति अगाध आस्था होती चली गई। काशवी का एक भाई और एक बहन है। अपनी नई शुरुआत के बारे में काशवी का कहना है कि बचपन से ही उनका जैन दीक्षा अंगीकार करने का मन था। अब उनकी इच्छा पूरी हो रही है। इसके लिए उन्होंने जैन साध्वी शिवा के चरणों में वैरागन का मार्ग अपनाया है। सिरसा में 5 युवतियां ब्रह्मकुमारी बनीं
इधर, सिरसा शहर के हिसार रोड पर स्थित ब्रह्मकुमारीज आनंद सरोवर में अयोजित प्रभु समर्पण समारोह में हरियाणा की 4 और उत्तर प्रदेश की एक युवती ने सांसारिक बंधनों को त्याग कर ब्रह्मकुमारीज का जीवन अपना लिया। रविवार को हुए इस आयोजन में पांचों युवतियों ने शिवलिंग पर वरमाला डालकर अपना जीवन मानव सेवा और प्रभु को समर्पित करने का वचन लिया। साध्वी बनीं हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली रुहानी BA तक पढ़ी हैं। वहीं, रोहतक की ही सुनीता ने बीकॉम और अंजू ने 12वीं तक पढ़ाई की है। अंजू के पास ITI डिप्लोमा भी है। इसके अलावा सिरसा की रहने वाली धन वर्षा ने एमटेक किया है। वहीं, UP कि जिले हापुड़ में तिलकवा गांव की रहने वाली सिद्धि MA पास हैं। वह पंजाब के मानसा जिला के कस्बे झुनीर में पहले से ही ब्रह्मचारी आश्रम में कार्यरत हैं। रुहानी बोलीं- आश्रम में ध्यान लगाने से लाभ मिला
रुहानी का कहना है कि वह शुरू से अध्यात्म की ओर जाना चाहती थीं। पढ़ाई के साथ-साथ वह आश्रम भी जाया करती थीं। उन्होंने बताया कि उनकी आंखों में थोड़ी समस्या हुई थी। इलाज भी कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने आश्रम में ध्यान लगाया, जिससे उनके जीवन पर गहरा असर हुआ। धीरे-धीरे आंखों की समस्या भी दूर हो गई। 5 साल में पूरी होती है ब्रह्मकुमारी बनने की प्रक्रिया
संस्था की अंतरराष्ट्रीय संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी का कहना है कि ब्रह्मकुमारी बनने के लिए संस्था की एक प्रक्रिया तय है, जो सभी पर लागू होती है। इच्छुक साधक को राजयोग मेडिटेशन कोर्स के लिए 6 माह तक नियमित सत्संग व राजयोग ध्यान के अभ्यास के बाद केंद्र प्रभारी दीदी द्वारा सेवा केंद्र पर रहने की अनुमति दी जाती है। 5 साल तक सेवा केंद्र में रहने के दौरान संस्थान की दिनचर्या और गाइडलाइन का पालन करना होता है। इस दौरान बहनों का आचरण, चाल-चलन, स्वभाव और व्यवहार परखा जाता है। इसके बाद ट्रायल के लिए मुख्यालय शांतिवन के लिए माता-पिता को अनुमति पत्र भेजा जाता है। तपस्या का मार्ग धारण करना साधारण बात नहीं
सुदेश दीदी ने कहा कि आजीवन ब्रह्मचर्य, त्याग और तपस्या के मार्ग को धारण करना साधारण बात नहीं हैं। छोटी उम्र में बड़ा निर्णय कर समाज के लिए उदाहरण बनकर जीवन जीना मानव जीवन की शान है। उन्होंने बहनों को अपना शुभ आशीष देते हुए सदा इस मार्ग पर मजबूती से चलने की प्रेरणा दी।
रेवाड़ी में प्रेम विवाह को लेकर मारपीट:7 लोग घायल, बहू के परिजनों ने किया लाठी-डंडों से हमला, 2 साल पहले हुई थी शादी
रेवाड़ी में प्रेम विवाह को लेकर मारपीट:7 लोग घायल, बहू के परिजनों ने किया लाठी-डंडों से हमला, 2 साल पहले हुई थी शादी रेवाड़ी शहर स्थित मोहल्ला संघी का बास में पुरानी रंजिश के चलते 15-20 लोगों ने एक परिवार पर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। हमले में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने के बाद गोकल गेट थाना पुलिस ट्रॉमा सेंटर पहुंची और पूरे मामले की जांच कर रही है। दरअसल, मोहल्ला संघी का बास में रहने वाले अमर सिंह के बेटे चिराग ने करीब डेढ़ साल पहले पड़ोस में रहने वाली लड़की से प्रेम विवाह किया था। अमर सिंह के मुताबिक शादी के बाद से ही लड़की के परिवार वाले नाराज थे। उस समय भी लड़की के भाई और अन्य परिजनों ने उनके परिवार पर हमला किया था। तभी से पड़ोसी परिवार रंजिश मानता आ रहा है। शराब पीकर गाली-गलौज करने लगे घायल अमर सिंह ने बताया कि बुधवार की रात करीब 10 बजे वह अपने परिवार के साथ घर में ही सोए हुए थे। पास में ही काली माता का मंदिर हैं। यहां पर 15-20 लड़के शराब पी रहे थे। काफी देर गाली-गलौज करने के बाद आरोपी उनके घर के बाहर आ गए और गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। अमर सिंह आवाज सुनकर बाहर आए तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। बचाव में आए परिवार के सदस्यों पर भी हमला बीच बचाव में अमर सिंह का बेटा पंकज, भाई कवर सैन, दीपू, संजय और विनय आए तो आरोपियों ने लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया। इस बीच उनके छोटे भाई की बहू सुमन लत्ता पर भी आरोपियों ने एक बाद एक कई वार किए। बुरी तरह घायल होने के बाद उन्होंने अपने घर के अंदर घुसकर जान बचाई। दरवाजा अंदर से बंद करने के बाद आरोपियों ने खिड़की से पत्थर और लाठी-डंडे फैंकने शुरू कर दिए। आधे घंटे तक मचाया तांडव करीब आधे घंटे तक आरोपियों ने अमर सिंह के घर के बाहर हंगामा किया। पीड़ित परिवार ने तुरंत इसकी शिकायत डॉयल-112 पर दी। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी मौके से फरार हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। चौकी इंचार्ज बोले- पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ आरोपियों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों के सिर फोड़ने के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट मारी। गोकल गेट चौकी पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर रही है। उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। गोकल गेट चौकी इंचार्ज नरेश कुमार के मुताबिक, दोनों पार्टियों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों पार्टियों के काफी लोग घायल हुए हैं। दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत दी गई थी। शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
हिसार में पूर्व सरपंच की हत्या:बेटे को पीट रहा था; बचाने के लिए पत्नी ने मारा सिर में डंडा, नशे में था
हिसार में पूर्व सरपंच की हत्या:बेटे को पीट रहा था; बचाने के लिए पत्नी ने मारा सिर में डंडा, नशे में था हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद थाना क्षेत्र के थुराना गांव में एक महिला ने सिर में डंडा मार कर अपने पति की हत्या कर दी। आरोप है कि व्यक्ति जो कि पूर्व सरपंच था, शराब पीता था और उसकी पत्नी ने अपने बेटे को बचाने के लिए डंडे से वार किया है।पुलिस ने सीए की पढ़ाई कर रही बेटी के बयान पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। छानबीन जारी है। शव का हांसी के अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। जानकारी अनुसार गांव थुराना की रहने वाली साक्षी ने पुलिस को बताया कि वह सीए का कोर्स कर रही है। हम चार बहनें व एक सबसे छोटा भाई है। वह सबसे बडी है और उसका भाई गौरव सबसे छोटा है। 15 अगस्त की रात करीब 7:30 बजे उसके पिता 45 वर्षीय पूर्व सरपंच राममेहर शराब के नशे में उसके छोटे भाई 13 वर्षीय गौरव को बुरी तरह से पीट रहा था। हम सब उसको छुडवाने लगे तो वह हमें भी डंडे मारने लग गया। उन्होंने बचाव का हर प्रयास किया, परन्तु पिता राममेहर नहीं माना और कहने लगा कि आज गौरव को नहीं छोडुंगा। उसे जान से मरूंगा। तब उसकी मां राजेश ने डंडा उठा कर उसके पिता पर अटैक कर दिया। उसका पिता नशे की हालत में था। डंडा लगना के बाद वह चारपाई पर गिर गया और बडबडाता रहा। कुछ समय के बाद शांत हो गया। जब उन्होंने पिता को सम्भाला तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी। साक्षी ने बताया कि यह हादसा उसके भाई गौरव को बचाते समय उसकी मां द्वारा पिता राममेहर को सिर में डंडा मारने से हुआ है। बेटी साक्षी की शिकायत पर नारनौंद थाना पुलिस ने उसकी मां के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नारनौंद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हांसी के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया है। नारनौंद थाना प्रभारी चंद्रभान ने बताया कि मामले की रात को सूचना मिली थी। पुलिस ने मृतक की बेटी की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हांसी के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया है।