फरीदकोट में एक इमीग्रेशन सेंटर में अपनी बहन के असल दस्तावेज वापस लेने के लिए एक नौजवान ने खुद पर पेट्रोल डालकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। हालांकि उसके आग लगाने से पहले ही सेंटर के कर्मचारियों ने लोगों की मदद से नौजवान को काबू कर लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले में थाना सिटी पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज करके जांच कर रही है। दलबीर सिंह नामक नौजवान मंगलवार दोपहर को यहां के कम्मेआना चौक स्थित एक इमीग्रेशन सेंटर में अपनी बहन अमनदीप कौर के असल दस्तावेज वापस लेने आया था और जब उसे दस्तावेज वापस नहीं मिले तो उसने खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। सेंटर संचालक बोला- हस्ताक्षर करने का काम बचा था
नौजवान दलबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन अमनदीप कौर के असल दस्तावेज उक्त इमिग्रेशन सेंटर में जमा करवाएं हुए हैं, लेकिन उन्हें अब दस्तावेज वापस नहीं किए जा रहे। इस मामले को लेकर वह कई बार सेंटर का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई न्याय नहीं मिल रहा था जिसके चलते उसने मजबूर होकर यह कदम उठाया। उधर सेंटर संचालक ने नौजवान दलबीर सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि उन्होंने अमनदीप कौर के दस्तावेज वापस करने की प्रक्रिया शुरू की हुई है और इन्हें कहा गया था कि वह अमनदीप कौर को साथ लेकर आए ताकि उसके हस्ताक्षर करवा कर दस्तावेज वापस कर दिए जाएं, लेकिन उक्त नौजवान ने केंद्र में आकर यह ड्रामा रचते हुए दहशत का माहौल पैदा किया। फरीदकोट में एक इमीग्रेशन सेंटर में अपनी बहन के असल दस्तावेज वापस लेने के लिए एक नौजवान ने खुद पर पेट्रोल डालकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। हालांकि उसके आग लगाने से पहले ही सेंटर के कर्मचारियों ने लोगों की मदद से नौजवान को काबू कर लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले में थाना सिटी पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज करके जांच कर रही है। दलबीर सिंह नामक नौजवान मंगलवार दोपहर को यहां के कम्मेआना चौक स्थित एक इमीग्रेशन सेंटर में अपनी बहन अमनदीप कौर के असल दस्तावेज वापस लेने आया था और जब उसे दस्तावेज वापस नहीं मिले तो उसने खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। सेंटर संचालक बोला- हस्ताक्षर करने का काम बचा था
नौजवान दलबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन अमनदीप कौर के असल दस्तावेज उक्त इमिग्रेशन सेंटर में जमा करवाएं हुए हैं, लेकिन उन्हें अब दस्तावेज वापस नहीं किए जा रहे। इस मामले को लेकर वह कई बार सेंटर का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई न्याय नहीं मिल रहा था जिसके चलते उसने मजबूर होकर यह कदम उठाया। उधर सेंटर संचालक ने नौजवान दलबीर सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि उन्होंने अमनदीप कौर के दस्तावेज वापस करने की प्रक्रिया शुरू की हुई है और इन्हें कहा गया था कि वह अमनदीप कौर को साथ लेकर आए ताकि उसके हस्ताक्षर करवा कर दस्तावेज वापस कर दिए जाएं, लेकिन उक्त नौजवान ने केंद्र में आकर यह ड्रामा रचते हुए दहशत का माहौल पैदा किया। पंजाब | दैनिक भास्कर