शादी के फंक्शन में मिले एक व्यक्ति ने खुद को पंजाब पुलिस का एक रसूखदार अधिकारी बताया। बातों में उलझाते हुए युवक को कहा कि वह तो पंजाब पुलिस में किसी को भी चंद मिनट के अंदर नौकरी लगवा सकता है। फ्रॉड का जाल बिछाने के बाद आरोपी ने डाक के जरिए युवक के घर पर फर्जी जॉइनिंग लेटर पहुंचा दिया। सिपाही भर्ती होने की खुशी में परिवार में पार्टी का माहौल बन गया और युवक 12 नवंबर को यह लेटर लेकर एसएसपी पटियाला के ऑफिस पहुंच गया। जहां खुलासा हुआ कि युवक के साथ तो ठगी हो गई और एसपी ऑफिस ने तुरंत संबंधित थाने को सूचना देते हुए केस दर्ज करवा दिया। यह है पूरा घटनाक्रम
त्रिपड़ी थाना पुलिस ने पुलिस में सिपाही भर्ती कराने का झांसा देकर ठग लिया। यह मामला दीपक कुमार निवासी सैदावली गांव अबोहर फाजिल्का की शिकायत पर यादविंदर सिंह निवासी गांव बारा सिंह वाला थाना अमीर खास फाजिल्का पर दर्ज हुआ है। दीपक कुमार ने बताया कि कुछ महीने पहले आरोपी से शादी समारोह के दौरान मुलाकात हुई थी। उसने कहा कि वह फौज से रिटायर है और पुलिस विभाग में पहुंच है। भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह उसे पंजाब पुलिस में सिपाही भर्ती करवा देगा। जिसके बाद उसने 6 लाख रुपए मांगे तो एक लाख बीस हजार रुपए गूगल पे के जरिए आरोपी को दे दिए। इसके बाद एक रजिस्टरी डाक उनके घर पहुंची, जिसमें सिपाही भर्ती होने का जिक्र था और 12 नवंबर को पटियाला में जाकर जॉइन करने के लिए कहा गया। जब वह मिनी सचिवालय में लेटर लेकर पहुंचा तो उसे पता चला कि यह लेटर फर्जी है और उसके साथ ठगी हो गई। शादी के फंक्शन में मिले एक व्यक्ति ने खुद को पंजाब पुलिस का एक रसूखदार अधिकारी बताया। बातों में उलझाते हुए युवक को कहा कि वह तो पंजाब पुलिस में किसी को भी चंद मिनट के अंदर नौकरी लगवा सकता है। फ्रॉड का जाल बिछाने के बाद आरोपी ने डाक के जरिए युवक के घर पर फर्जी जॉइनिंग लेटर पहुंचा दिया। सिपाही भर्ती होने की खुशी में परिवार में पार्टी का माहौल बन गया और युवक 12 नवंबर को यह लेटर लेकर एसएसपी पटियाला के ऑफिस पहुंच गया। जहां खुलासा हुआ कि युवक के साथ तो ठगी हो गई और एसपी ऑफिस ने तुरंत संबंधित थाने को सूचना देते हुए केस दर्ज करवा दिया। यह है पूरा घटनाक्रम
त्रिपड़ी थाना पुलिस ने पुलिस में सिपाही भर्ती कराने का झांसा देकर ठग लिया। यह मामला दीपक कुमार निवासी सैदावली गांव अबोहर फाजिल्का की शिकायत पर यादविंदर सिंह निवासी गांव बारा सिंह वाला थाना अमीर खास फाजिल्का पर दर्ज हुआ है। दीपक कुमार ने बताया कि कुछ महीने पहले आरोपी से शादी समारोह के दौरान मुलाकात हुई थी। उसने कहा कि वह फौज से रिटायर है और पुलिस विभाग में पहुंच है। भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह उसे पंजाब पुलिस में सिपाही भर्ती करवा देगा। जिसके बाद उसने 6 लाख रुपए मांगे तो एक लाख बीस हजार रुपए गूगल पे के जरिए आरोपी को दे दिए। इसके बाद एक रजिस्टरी डाक उनके घर पहुंची, जिसमें सिपाही भर्ती होने का जिक्र था और 12 नवंबर को पटियाला में जाकर जॉइन करने के लिए कहा गया। जब वह मिनी सचिवालय में लेटर लेकर पहुंचा तो उसे पता चला कि यह लेटर फर्जी है और उसके साथ ठगी हो गई। पंजाब | दैनिक भास्कर