बठिंडा के गांव बंगी निहाल सिंह वाला में एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने मृतक व्यक्ति को घर में रस्सी से बांधकर उसकी लाठियों और डंडो से बेहरमी से पिटाई की, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। थाना रामा पुलिस को शिकायत देकर गांव बंगी निहाल सिंह वाला निवासी सोमा कौर ने बताया कि वह मजूदरी करती है। कल यानि, 7 सितंबर की रात करीब 8 बजे उसका भाई हरिद्वारा सिंह घर वापस आया था और खाना खाने के बाद रात करीब साढ़े 10 बजे गांव सुखलधी जाने की बात कहकर घर से बाइक लेकर निकाल गया। पीड़िता के अनुुसार, उसके मृतक भाई हरिद्वारा सिंह की आरोपी सरदारा सिंह की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे, जिसका पता आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह को पता चल गया था। जिसके चलते उसके भाई और आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह के बीच पहले भी तकरारबाजी चलती आ रही थी। पहले भी दो-तीन बार झगड़ा हो चुका था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी इसी बात की रंजिश को लेकर आरोपियों ने आपस में मिलकर उसके भाई की हत्या कर दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी तलवंडी साबो इशान सिंगला ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए तलवंडी साबो सिविल अस्पताल पहुंचाया है। डीएसपी इशान सिंगला ने बताया कि मृतक व्यक्ति की बहन की शिकायत पर आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह, उसकी पत्नी के अलावा कुल 11 लोगों पर हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कुछ की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। बठिंडा के गांव बंगी निहाल सिंह वाला में एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने मृतक व्यक्ति को घर में रस्सी से बांधकर उसकी लाठियों और डंडो से बेहरमी से पिटाई की, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। थाना रामा पुलिस को शिकायत देकर गांव बंगी निहाल सिंह वाला निवासी सोमा कौर ने बताया कि वह मजूदरी करती है। कल यानि, 7 सितंबर की रात करीब 8 बजे उसका भाई हरिद्वारा सिंह घर वापस आया था और खाना खाने के बाद रात करीब साढ़े 10 बजे गांव सुखलधी जाने की बात कहकर घर से बाइक लेकर निकाल गया। पीड़िता के अनुुसार, उसके मृतक भाई हरिद्वारा सिंह की आरोपी सरदारा सिंह की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे, जिसका पता आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह को पता चल गया था। जिसके चलते उसके भाई और आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह के बीच पहले भी तकरारबाजी चलती आ रही थी। पहले भी दो-तीन बार झगड़ा हो चुका था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी इसी बात की रंजिश को लेकर आरोपियों ने आपस में मिलकर उसके भाई की हत्या कर दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी तलवंडी साबो इशान सिंगला ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए तलवंडी साबो सिविल अस्पताल पहुंचाया है। डीएसपी इशान सिंगला ने बताया कि मृतक व्यक्ति की बहन की शिकायत पर आरोपी सरदारा सिंह उर्फ दारा सिंह, उसकी पत्नी के अलावा कुल 11 लोगों पर हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कुछ की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी को सीएम मान का खत:5 पाइंट्स में रखी बात; कहा- झगड़ों में ठेकेदारों की गलती, भूमी अधिग्रहण का कार्य जारी
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी को सीएम मान का खत:5 पाइंट्स में रखी बात; कहा- झगड़ों में ठेकेदारों की गलती, भूमी अधिग्रहण का कार्य जारी पंजाब में चल रहे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट्स को लेकर केंद्र व राज्य के बीच चल रहा विवाद बढ़ता जा रहा है। आज मंगवार सीएम भगवंत मान ने भी एक खत केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी की नाराजगी के जवाब में लिख दिया। जिसमें उन्होंने ने केंद्र को सहयोग का विश्वास दिलाते हुए स्पष्ट किया कि दो दर्ज FIR में ठेकेदारों की गलतियां सामने आई हैं। सीएम भगवंत मान ने दो पन्नों के इस खत को 5 पॉइंट्स में अपनी बात रखी। जिसमें उन्होंने केंद्रीय मंत्री गड़करी की तरफ से लगाए गए आरोपों का जवाब भी दिया और प्रोजेक्ट्स में हो रही देरी के बारे में भी बता दिया। गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही नितिन गड़करी ने मुख्यमंत्री को खत लिख कर NHAI के प्रोजेक्ट्स को लेकर नाराजगी जताई थी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी की ओर से लिखे गए इस पत्र में NHAI अफसरों और ठेकेदारों की सुरक्षा के लिए AAP सरकार की ओर से उठाए गए कदमों पर सवाल उठाए गए थे। गड़करी ने यह भी लिखा कि अगर पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति नहीं सुधरती और अफसरों-ठेकेदारों के साथ मारपीट की घटनाएं होती रहीं तो केंद्र सरकार पंजाब में NHAI से जुड़े प्रोजेक्ट्स बंद करने को मजबूर हो जाएगा। पंजाब में इस समय NHAI के 293KM लंबे प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं जिनकी लागत 14,288 करोड़ रुपए है। पढ़ें, सीएम मान ने केंद्रीय मंत्री को लिखे खत में क्या कहा- 1. सबसे पहले, मैं यह कहना चाहूंगा कि हम देश और राज्य दोनों के लिए एनएचएआई परियोजनाओं के महत्व को पूरी तरह से समझते हैं और हम इन परियोजनाओं के त्वरित निष्पादन के लिए प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण और अन्य संबंधित मामलों में एनएचएआई को सक्रिय रूप से समर्थन दे रही है। यही कारण है कि कुछ अपवादों को छोड़कर अधिकांश एन.एच.ए.आई राज्य में परियोजनाएं पटरी पर हैं। 2. आपके द्वारा संदर्भित दोनों मामलों में, स्थानीय पुलिस ने तुरंत कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके अलावा इन दोनों मामलों में गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। हालांकि, जांच में यह पाया गया कि एक घटना एनएचएआई ठेकेदार द्वारा भूमि की अत्यधिक खुदाई का परिणाम थी। दूसरी घटना ठेकेदार द्वारा अपने उप-ठेकेदार को वित्तीय बकाया का भुगतान न करने का परिणाम थी। इस प्रकार, दोनों मामले ठेकेदार के कारण जिम्मेदार कारणों से उत्पन्न हुए। विशेष DGP (कानून एवं व्यवस्था) की विस्तृत रिपोर्ट इसके साथ संलग्न है। इन सबके बावजूद, पंजाब पुलिस बेहतरीन बलों में से एक होने के नाते एनएचएआई की सुरक्षा चिंताओं का ध्यान रखने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय पुलिस को कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में गश्ती दल तैनात करने का निर्देश दिया गया है। 3. जहां तक भूमि अधिग्रहण से संबंधित मुद्दों का सवाल है, तो आपको ऐसा करना ही होगा। इस बात की सराहना करें कि राज्य के किसान अपनी भूमि से गहराई से जुड़े हुए हैं, क्योंकि यह उनकी बेशकीमती संपत्ति है और उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत है। इसके अलावा, पंजाब में जमीन की कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं। यदि हमारे किसानों को लगता है कि मुआवजा पर्याप्त नहीं है तो वे अपनी जमीनें छोड़ने को तैयार नहीं हैं। ऐसे कई मामले हैं जिनमें किसान मध्यस्थों द्वारा दिए गए पैसों से संतुष्ट थे और निर्धारित दरों पर अपनी जमीन का कब्जा एनएचएआई को सौंपने को तैयार थे। हालाँकि, एनएचएआई मध्यस्थ के फैसले को चुनौती देने का फैसला किया या फैसले को स्वीकार करने में अत्यधिक लंबा समय लिया। इससे अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी हुई। इसी तरह, ऐसे कई मामले हैं जिनमें जमीन का कब्जा एनएचएआई को दे दिया गया, लेकिन एनएचएआई के ठेकेदारों ने अपनी मशीनरी जुटाने और काम शुरू करने में काफी समय लगा दिया। बीच में किसान फिर से जमीन पर खेती करने लगे। एक बार जब राज्य के अधिकारियों ने भूमि का कब्ज़ा एनएचएआई को दे दिया है, तो कब्ज़ा बनाए रखना एनएचएआई या उसके ठेकेदारों का कर्तव्य है। 4. मेरे निर्देश पर, मुख्य सचिव पहले से ही एनएचएआई के सामने आने वाली बाधाओं को हल करने के लिए उपायुक्तों और आरओ एनएचएआई के साथ नियमित समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। इसके अलावा, मैं व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे पर किसानों के साथ जुड़ने की योजना बना रहा हूं। 5. अंत में, मैं फिर से यह उल्लेख करना चाहूंगा कि हमारी सरकार एनएचएआई को उसके प्रयासों में समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है और हम देश और राज्य की प्रगति के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं। मुख्यमंत्री मान की तरफ से भेजा गया लैटर- बीते दिन ही गवर्नर ने NHAI अधिकारियों से की थी बात ये मामला तब बढ़ा जब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ पंजाब के नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने मुलाकात की। उन्होंने फिलहाल पंजाब सरकार को तो इन मामलों में कुछ नहीं कहा, लेकिन स्पष्ट किया कि हर तीन महीने में वे इस तरह की बैठकें करेंगे। जिसमें वे पंजाब में चल रहे केंद्र के प्रोजेक्ट्स की विस्तृत जानकारियां हासिल करेंगे। जानें क्या कहा था केंद्रीय मंत्री ने नितिन गडकरी ने गडकरी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र में लिख कर राज्य में चल रहे प्रोजेक्ट्स पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था- मुझे दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट पर हाल में हुई दो अलग-अलग घटनाओं के बारे में पता चला। इस प्रोजेक्ट का जो हिस्सा जालंधर जिले में आता है, वहां काम कर रहे एक ठेकेदार के इंजीनियर को बेरहमी से पीटा गया। मैं इससे जुड़ी तस्वीर भी भेज रहा हूं। इस घटना के संबंध में FIR दर्ज की गई लेकिन अपराधियों पर सख्त एक्शन नहीं लिया गया। गडकरी ने अपने पत्र में जिस दूसरी घटना का जिक्र किया है, वह लुधियाना जिले में हुई थी। यहां दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट के ठेकेदार के कैंप पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने कैंप में मौजूद इंजीनियरों-कर्मचारियों को जिंदा जलाने की धमकी दी। इस मामले में NHAI के अधिकारियों ने लिखित शिकायत दी मगर पुलिस ने न तो FIR दर्ज नहीं की और न हमला करने वाले बदमाशों को पकड़ा। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने इन मामलों में तुरंत कार्रवाई का अनुरोध किया था। प्रोजेक्ट बंद करने का अल्टीमेटम गडकरी ने अपने लेटर में लिखा- मेरी जानकारी में आया है कि पंजाब में स्थिति और खराब हो रही है। सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई इसलिए कई ठेकेदार काम करने से इनकार कर रहे हैं। इसी तरह की घटनाओं के चलते केंद्र को पंजाब में पहले भी 104 किलोमीटर के प्रोजेक्ट बंद करने पड़े थे। उन प्रोजेक्ट की कुल लागत 3263 करोड़ थी। अगर अभी भी पंजाब सरकार की ओर से NHAI के काम में अड़चने खड़ी कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो राज्य में 293KM लंबे प्रोजेक्ट्स बन करने पड़ेंगे। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट 14288 करोड़ का है। अगर इसे बंद करना पड़ा तो यह कॉरिडोर किसी काम का नहीं रहेगा।
पंजाब का सबसे महंगा टोल 3 दिन से फ्री:लाडोवाल के किसानों का विरोध जारी, NHAI को 3 करोड़ रुपए का नुकसान
पंजाब का सबसे महंगा टोल 3 दिन से फ्री:लाडोवाल के किसानों का विरोध जारी, NHAI को 3 करोड़ रुपए का नुकसान पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा लाडोवाल पिछले 72 घंटों से बंद है। 1 लाख से ज्यादा वाहन बिना टोल टैक्स दिए गुजर चुके हैं। एनएचएआई को करीब 3 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। एनएचएआई प्रदर्शनकारी किसानों से तालमेल बिठाने में असहाय साबित हो रहा है। किसान अपनी मांग पर अड़े हैं कि टोल 150 रुपए प्रति वाहन होना चाहिए, लेकिन एनएचएआई के अधिकारी किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसके चलते लाडोवाल टोल प्लाजा पर धीरे-धीरे किसानों के जत्थे बढ़ते जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। किसानों को आसपास के गांवों से खाने-पीने की मदद भी मिल रही है। कुछ किसान शिफ्ट में खेतों में काम करने जाते हैं। काम खत्म करने के बाद वे प्रदर्शन में शामिल हो जाते हैं। लोगों को घरों से बाहर निकलने की जरूरत भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह ने कहा कि आज लोगों को घरों से बाहर निकलने की जरूरत है। एनएचएआई द्वारा की जा रही लूट को बंद किया जाना चाहिए। लुधियाना से फिलोर जाने वाले वाहन चालक को 425 रुपए देने पड़ रहे हैं जो लोगों की जेब पर डाका है। किसान पीछे हटने वाले नहीं दिलबाग सिंह ने कहा कि उन्होंने एक दिन पहले अधिकारियों से बात की थी और मांग पत्र सौंपा था लेकिन किसी ने फिर समाधान निकालने की कोशिश नहीं की। चाहे केंद्र सरकार लाठीचार्ज आदि क्यों न कर दे, किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। लाडोवाल टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे लोगों का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है।
बढ़ी हुई दरें 2 जून से लागू
फाजिल्का बॉर्डर से BSF ने ड्रग तस्कर पकड़ा:पाकिस्तानी युवकों के संपर्क में था; सीमा पर हलचल के बाद गिरफ्तार, मोबाइल जब्त
फाजिल्का बॉर्डर से BSF ने ड्रग तस्कर पकड़ा:पाकिस्तानी युवकों के संपर्क में था; सीमा पर हलचल के बाद गिरफ्तार, मोबाइल जब्त बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवानों ने पंजाब के फाजिल्का बॉर्डर पर भारतीय तस्कर को पकड़ने में सफलता हासिल की है। BSF ने इनपुट के बाद ये कार्रवाई की। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सरहद पर ड्रग्स की तस्करी को अंजाम देने के लिए पहुंचा था। लेकिन BSF जवानों ने घात लगाकर उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। BSF की तरफ से पकड़े गए आरोपी की पहचान फाजिल्का के सोना नानक गांव निवासी जज सिंह के तौर पर हुई है। BSF ने आरोपी को फाजिल्का के सरहदी गांव डोना नानक से गिरफ्तार किया है। BSF अधिकारियों ने जानकारी दी कि तस्कर जज सिंह संदिग्ध तस्करों की सूची में था। उसका नाम पूर्व में गिरफ्तार ड्रग तस्करों से पूछताछ के दौरान सहयोगी के रूप में सामने आया था। तस्कर कई मामलों में फरार चल रहा था बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार वह कई नशा तस्करी के मामलों में संलिप्त था और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार फरार चल रहा था। उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है। जिसमें कई संदिग्ध संपर्क भी मिले हैं। इस फोन में कुछ पाकिस्तानी तस्करों के फोन नंबर भी मिले हैं। जिनकी जांच चल रही है। पूछताछ के बाद आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया बीएसएफ जवानों ने कई घंटों की पूछताछ के बाद आरोपी को फाजिल्का पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पूछताछ के बाद आरोपी के सीमा पार और भारत में कई अन्य संपर्कों का पता चल सकता है। बीएसएफ की इस सफलता से पाकिस्तान से जुड़ी तस्करी की चेन को तोड़ने में सफलता मिली है।