बरेली में 10 लोगों का हनीट्रैप गैंग, सरगना गिरफ्तार:डॉक्टर को ब्लैकमेल कर 25 लाख वसूले, डर से कर लिया सुसाइड, खूबसूरत तस्वीरें भेजकर करते थे डील

बरेली में 10 लोगों का हनीट्रैप गैंग, सरगना गिरफ्तार:डॉक्टर को ब्लैकमेल कर 25 लाख वसूले, डर से कर लिया सुसाइड, खूबसूरत तस्वीरें भेजकर करते थे डील

मेरे पास अनजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाली ने अपना नाम ममता उर्फ मधु बताया। उसने कहा कि वह उससे दोस्ती करना चाहती है, उससे बात करना चाहती है। मैंने थोड़ी देर बात करने के बाद फोन काट दिया। इसके बाद ममता सुबह से लेकर शाम तक हर रोज फोन करने लगी। उसे प्रपोज किया। इसके बाद वह भी उसके झांसे में आ गया और ममता ने मुझे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। हम लोग मिलने लगे। अप्रैल माह में ममता ने मुझे एक मकान में बुलाया। यहां मुझे नशीला पदार्थ खिला दिया। जब मैं बेहोश हो गया तो मेरी अश्लील क्लीपिंग बना ली। इसके बाद कुछ पत्रकार और यूट्यूबर आ गए, क्लीपिंग दिखाकर बोले-इसे वायरल कर दूंगा, मुझसे पांच लाख रुपए ठग लिए। मैंने सोचा अब ये लोग मान जाएंगे, मगर इनकी मांग बढ़ गई। परेशान होने पर मैंने पुलिस को तहरीर दी। ये दर्द है हनी ट्रैप के शिकार हुए नवाबगंज के अमित (बदला हुआ नाम) का है। जिसकी शिकायत पर बरेली पुलिस ने गुरुवार को हनी ट्रैप गैंग की सरगना ममता दिवाकर को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके साथी फरार हैं। इस गैंग में करीब 10 महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। यह गैंग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर रईसजादों को अपने जाल में फंसाता है। इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे मांगता है। जो पैसे नहीं देता है या मना कर देता है उसके खिलाफ गैंग में शामिल महिलाएं रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा देती हैं। गैंग में ममता के अलावा रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग भी शामिल हैं। पहले पढ़िए उस डॉक्टर के बारे में जिसने इस गैंग से परेशान होकर किया था सुसाइड 2 साल पहले हनी ट्रैप गैंग ने सुभाषनगर थाना क्षेत्र निवासी एक डॉक्टर को अपना शिकार बनाया था। गैंग में शामिल माधुरी नाम की महिला ने डॉक्टर को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इसके बाद उसे अपने तय स्थान पर बुला लिया। उसे नशीला पदार्थ खिला दिया। इसके बाद आरोपी ने डॉक्टर के साथ अश्लील फोटो और क्लीपिंग बना ली। इसके बाद गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर डॉक्टर के पास पहुंच गए और वीडियो क्लीपिंग दिखाई वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण डॉक्टर ने उनकी मांग के अनुसार 25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी गैंग के लोगों ने डॉक्टर का पीछा नहीं छोड़ा और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। डॉक्टर ने जब पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने अश्लील क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद डॉक्टर ने आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर सुभाषनगर थाने में 2022 में आईपीसी की धारा 420, 342, 504, 506, 386, 388, 302, 120 बी, 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस माधुरी नाम की महिला जेल भेज चुकी है। नवाबगंज के युवक को बनाया शिकार तो पुलिस हुई अलर्ट डॉक्टर से रुपए ऐंठने के बाद इस गैंग ने इसी साल अप्रैल में नवाबगंज निवासी अमित (बदला हुआ नाम) को भी अपना शिकार बनाया। गैंग का सदस्य सत्यवीर इस गांव का दामाद है। सत्यवीर ने पहले अमित से दोस्ती की। इसके बाद उसका मोबाइल नंबर ममता दिवाकर को दे दिया। सत्यवीर ने बताया कि अमित पैसे वाला है और आसानी से फंस जाएगा। मोबाइल नंबर मिलने के बाद ममता ने अमित को फोन करना शुरू किया। हर रोज सुबह शाम उससे बात करने लगी और प्रेम जाल में फंसा लिया। एक दिन अमित जब बरेली पहुंचा तो ममता ने उसे मिलने के लिए बुला लिया। अमित जब उससे मिलने पहुंचा तो ममता उसे गैंग की सदस्य मधु के घर ले गई। यहां पहले से ही कैमरे लगे हुए थे, मोबाइल भी छिपाकर रखे गए थे, ताकि वीडियो बन सके। इसके बाद अमित को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उसे बेहोश कर दिया। जिसके बाद उसकी अश्लील क्लीपिंग बना ली। जाल में फंसने के बाद वहां पहले से मौजूद कथित पत्रकारों और यूट्यबर ने उसे पकड़ लिया। वीडियो वायरल करने धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने अमित का उससे एटीएम छीन लिया और पैसे निकाल लिए। आरोपियों ने अमित से 5 लाख वसूल लिए। इसके बाद यह गैंग उसे लगातार ब्लैकमेल करने लगा। पहले तो बदनामी के डर से अमित ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया। लेकिन जब इन लोगों ने बहुत अधिक परेशान कर दिया तो उसने बारादरी थाने में ममता दिवाकर, रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग मुकदमा दर्ज करवा दिया। तब से पुलिस इस गैंग की तलाश में थी। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर गैंग की सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बारादरी थाने के इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी महिला इस किस्म के अपराधों की अभ्यस्त है। जो अपने अलग-अलग साथियों के साथ मिलकर पैसे वाले व्यक्तियों को हनी ट्रैप के जरिए फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करती है। उन्होंने बताया कि डोहरा पुल के पास से मुखबिर की सूचना पर इस महिला को गिरफ्तार किया गया है। दरोगा को फंसाया, 5 लाख वसूले फिर दर्ज करा दी थी FIR ममता दिवाकर उर्फ मधु ने 6 महीने पहले बारादरी थाने में तैनात एक दरोगा को भी अपना शिकार बनाया था। उसे फोन करके अपने जाल में फंसाया फिर उसकी अश्लील क्लीपिंग बनाकर उनसे रुपए वसूले। इतना ही नहीं करीब 5 लाख रुपए वसूलने के बाद भी गैंग की ब्लैकमेलिंग बंद नहीं हुई। जब दरोगा ने रुपए देने से इनकार कर दिया तो उसके खिलाफ बारादरी थाने में रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जांच में मामला फर्जी पाए जाने पर दरोगा ने राहत की सांस ली। इसी तरह सुभाषनगर के करगैना निवासी रिटायर्ड दरोगा को फंसाकर हनी ट्रैप गैंग ने रुपये वसूले थे। मुरादाबाद के ट्रेनी दरोगा को फंसाकर 5 लाख वसूले। इस गैंग ने पुलिस वालो के साथ मिलकर एक उधोगपति को भी हनीट्रैप में फंसाया था। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर चौकी इंचार्ज सिपाही समेत कथित पत्रकारों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। बरेली के अलावा अन्य जिलो में भी इस गैंग के लोग अमीर लोगो को अपना शिकार बना चुके हैं। ऐसे बनाते हैं शिकार गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर शहर के ऐसे लोगों को खोजते हैं जो पैसे वाले हैं और रंगीन मिजाज के होते हैं। उनकी बकायदा लिस्ट बनाई जाती है। इसके बाद इन लोगों को गैंग में शामिल महिलाएं सोशल मीडिया या अन्य ऐप के जरिए उनसे संपर्क करती हैं। उन्हें खूबसूरत महिलाओं और युवतियों को तस्वीरें भेजते थे। संपर्क हो जाने के बाद उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाती हैं। पीड़ित व्यक्ति का विश्वास जीतने के बाद उसे भरोसे में लेकर गैंग में शामिल महिलाएं अपने निर्धारित अड्‌डे पर बुलाती हैं। जहां पर पहले ही से ही गैंग के सदस्य मौजूद होते हैं। इसके बाद महिला जाल में फंसे अपने शिकार को नशीला पेय पदार्थ खिला देती है, उसके बेहोश होने पर महिला के साथ आपत्तिजनक फोटोज और वीडियो बना लेते हैं। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे वसूलते हैं। गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल इस गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल हैं। पूर्व में ऐसा मामला सामने आया था। उस समय एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर उसकी अरेस्टिंग नहीं हुई थी। ​​​​​​​सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि इस गैंग के शिकार कई सफेदपोश और पुलिसकर्मी भी हो चुके हैं। लेकिन बदनामी के डर से उन लोगों ने मुकदमे दर्ज नहीं कराए। जिस वजह से इस गैंग के हौसले बुलंद हो गए। यह आए जिन लोगों को फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूलता है। जानिए हनीट्रैप शब्द का इस्तेमाल किसने किया था दरअसल, दुनिया में पहली बार ‘हनीट्रैप’ शब्द का इस्तेमाल ब्रिटिश उपन्यासकार जॉन ले कैरे ने किया था। उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल अपने उपन्यास ‘टिंकर टेलर सोल्जर स्पाई’ (1974) में किया। इसके बाद से यह दुनिया की खूफिया एजेंसियों और मीडियाकर्मियों की जुवान पर चढ़ता चला गया। …………………… झांसी में बुलडोजर से लाखों की सब्जी रौंद डाली, लोग चीखते-चिल्लाते रहे, विरोध करने पर पीटा झांसी में सड़क किनारे सब्जी की 40 दुकानों पर नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई की। लाखों रुपए की सब्जी को बुलडोजर से रौंद डाला। सब्जी बेचने वाले रोते-चिल्लाते रहे। बख्श देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन कर्मचारियों ने एक ना सुनी। विरोध करने पर कुछ दुकानदारों की पिटाई कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोगों का जमावड़ा लगते देख नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर वहां से निकल गई। सब्जी बेचने वालों ने रोते हुए कहा- इनका जोर सिर्फ गरीबों पर चलता है। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। घटना सीपरी बाजार के रेलवे पुल के पास की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नुकसान की भरपाई पर अड़े हैं। जबकि घटना पर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश का कहना है कि अतिक्रमण प्रभारी ब्रजेश वर्मा ने बिना बताए बुलडोजर कार्रवाई की है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर मेरे पास अनजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाली ने अपना नाम ममता उर्फ मधु बताया। उसने कहा कि वह उससे दोस्ती करना चाहती है, उससे बात करना चाहती है। मैंने थोड़ी देर बात करने के बाद फोन काट दिया। इसके बाद ममता सुबह से लेकर शाम तक हर रोज फोन करने लगी। उसे प्रपोज किया। इसके बाद वह भी उसके झांसे में आ गया और ममता ने मुझे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। हम लोग मिलने लगे। अप्रैल माह में ममता ने मुझे एक मकान में बुलाया। यहां मुझे नशीला पदार्थ खिला दिया। जब मैं बेहोश हो गया तो मेरी अश्लील क्लीपिंग बना ली। इसके बाद कुछ पत्रकार और यूट्यूबर आ गए, क्लीपिंग दिखाकर बोले-इसे वायरल कर दूंगा, मुझसे पांच लाख रुपए ठग लिए। मैंने सोचा अब ये लोग मान जाएंगे, मगर इनकी मांग बढ़ गई। परेशान होने पर मैंने पुलिस को तहरीर दी। ये दर्द है हनी ट्रैप के शिकार हुए नवाबगंज के अमित (बदला हुआ नाम) का है। जिसकी शिकायत पर बरेली पुलिस ने गुरुवार को हनी ट्रैप गैंग की सरगना ममता दिवाकर को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके साथी फरार हैं। इस गैंग में करीब 10 महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। यह गैंग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर रईसजादों को अपने जाल में फंसाता है। इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे मांगता है। जो पैसे नहीं देता है या मना कर देता है उसके खिलाफ गैंग में शामिल महिलाएं रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा देती हैं। गैंग में ममता के अलावा रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग भी शामिल हैं। पहले पढ़िए उस डॉक्टर के बारे में जिसने इस गैंग से परेशान होकर किया था सुसाइड 2 साल पहले हनी ट्रैप गैंग ने सुभाषनगर थाना क्षेत्र निवासी एक डॉक्टर को अपना शिकार बनाया था। गैंग में शामिल माधुरी नाम की महिला ने डॉक्टर को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इसके बाद उसे अपने तय स्थान पर बुला लिया। उसे नशीला पदार्थ खिला दिया। इसके बाद आरोपी ने डॉक्टर के साथ अश्लील फोटो और क्लीपिंग बना ली। इसके बाद गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर डॉक्टर के पास पहुंच गए और वीडियो क्लीपिंग दिखाई वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण डॉक्टर ने उनकी मांग के अनुसार 25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी गैंग के लोगों ने डॉक्टर का पीछा नहीं छोड़ा और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। डॉक्टर ने जब पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने अश्लील क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद डॉक्टर ने आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर सुभाषनगर थाने में 2022 में आईपीसी की धारा 420, 342, 504, 506, 386, 388, 302, 120 बी, 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस माधुरी नाम की महिला जेल भेज चुकी है। नवाबगंज के युवक को बनाया शिकार तो पुलिस हुई अलर्ट डॉक्टर से रुपए ऐंठने के बाद इस गैंग ने इसी साल अप्रैल में नवाबगंज निवासी अमित (बदला हुआ नाम) को भी अपना शिकार बनाया। गैंग का सदस्य सत्यवीर इस गांव का दामाद है। सत्यवीर ने पहले अमित से दोस्ती की। इसके बाद उसका मोबाइल नंबर ममता दिवाकर को दे दिया। सत्यवीर ने बताया कि अमित पैसे वाला है और आसानी से फंस जाएगा। मोबाइल नंबर मिलने के बाद ममता ने अमित को फोन करना शुरू किया। हर रोज सुबह शाम उससे बात करने लगी और प्रेम जाल में फंसा लिया। एक दिन अमित जब बरेली पहुंचा तो ममता ने उसे मिलने के लिए बुला लिया। अमित जब उससे मिलने पहुंचा तो ममता उसे गैंग की सदस्य मधु के घर ले गई। यहां पहले से ही कैमरे लगे हुए थे, मोबाइल भी छिपाकर रखे गए थे, ताकि वीडियो बन सके। इसके बाद अमित को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उसे बेहोश कर दिया। जिसके बाद उसकी अश्लील क्लीपिंग बना ली। जाल में फंसने के बाद वहां पहले से मौजूद कथित पत्रकारों और यूट्यबर ने उसे पकड़ लिया। वीडियो वायरल करने धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने अमित का उससे एटीएम छीन लिया और पैसे निकाल लिए। आरोपियों ने अमित से 5 लाख वसूल लिए। इसके बाद यह गैंग उसे लगातार ब्लैकमेल करने लगा। पहले तो बदनामी के डर से अमित ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया। लेकिन जब इन लोगों ने बहुत अधिक परेशान कर दिया तो उसने बारादरी थाने में ममता दिवाकर, रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग मुकदमा दर्ज करवा दिया। तब से पुलिस इस गैंग की तलाश में थी। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर गैंग की सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बारादरी थाने के इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी महिला इस किस्म के अपराधों की अभ्यस्त है। जो अपने अलग-अलग साथियों के साथ मिलकर पैसे वाले व्यक्तियों को हनी ट्रैप के जरिए फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करती है। उन्होंने बताया कि डोहरा पुल के पास से मुखबिर की सूचना पर इस महिला को गिरफ्तार किया गया है। दरोगा को फंसाया, 5 लाख वसूले फिर दर्ज करा दी थी FIR ममता दिवाकर उर्फ मधु ने 6 महीने पहले बारादरी थाने में तैनात एक दरोगा को भी अपना शिकार बनाया था। उसे फोन करके अपने जाल में फंसाया फिर उसकी अश्लील क्लीपिंग बनाकर उनसे रुपए वसूले। इतना ही नहीं करीब 5 लाख रुपए वसूलने के बाद भी गैंग की ब्लैकमेलिंग बंद नहीं हुई। जब दरोगा ने रुपए देने से इनकार कर दिया तो उसके खिलाफ बारादरी थाने में रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जांच में मामला फर्जी पाए जाने पर दरोगा ने राहत की सांस ली। इसी तरह सुभाषनगर के करगैना निवासी रिटायर्ड दरोगा को फंसाकर हनी ट्रैप गैंग ने रुपये वसूले थे। मुरादाबाद के ट्रेनी दरोगा को फंसाकर 5 लाख वसूले। इस गैंग ने पुलिस वालो के साथ मिलकर एक उधोगपति को भी हनीट्रैप में फंसाया था। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर चौकी इंचार्ज सिपाही समेत कथित पत्रकारों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। बरेली के अलावा अन्य जिलो में भी इस गैंग के लोग अमीर लोगो को अपना शिकार बना चुके हैं। ऐसे बनाते हैं शिकार गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर शहर के ऐसे लोगों को खोजते हैं जो पैसे वाले हैं और रंगीन मिजाज के होते हैं। उनकी बकायदा लिस्ट बनाई जाती है। इसके बाद इन लोगों को गैंग में शामिल महिलाएं सोशल मीडिया या अन्य ऐप के जरिए उनसे संपर्क करती हैं। उन्हें खूबसूरत महिलाओं और युवतियों को तस्वीरें भेजते थे। संपर्क हो जाने के बाद उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाती हैं। पीड़ित व्यक्ति का विश्वास जीतने के बाद उसे भरोसे में लेकर गैंग में शामिल महिलाएं अपने निर्धारित अड्‌डे पर बुलाती हैं। जहां पर पहले ही से ही गैंग के सदस्य मौजूद होते हैं। इसके बाद महिला जाल में फंसे अपने शिकार को नशीला पेय पदार्थ खिला देती है, उसके बेहोश होने पर महिला के साथ आपत्तिजनक फोटोज और वीडियो बना लेते हैं। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे वसूलते हैं। गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल इस गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल हैं। पूर्व में ऐसा मामला सामने आया था। उस समय एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर उसकी अरेस्टिंग नहीं हुई थी। ​​​​​​​सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि इस गैंग के शिकार कई सफेदपोश और पुलिसकर्मी भी हो चुके हैं। लेकिन बदनामी के डर से उन लोगों ने मुकदमे दर्ज नहीं कराए। जिस वजह से इस गैंग के हौसले बुलंद हो गए। यह आए जिन लोगों को फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूलता है। जानिए हनीट्रैप शब्द का इस्तेमाल किसने किया था दरअसल, दुनिया में पहली बार ‘हनीट्रैप’ शब्द का इस्तेमाल ब्रिटिश उपन्यासकार जॉन ले कैरे ने किया था। उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल अपने उपन्यास ‘टिंकर टेलर सोल्जर स्पाई’ (1974) में किया। इसके बाद से यह दुनिया की खूफिया एजेंसियों और मीडियाकर्मियों की जुवान पर चढ़ता चला गया। …………………… झांसी में बुलडोजर से लाखों की सब्जी रौंद डाली, लोग चीखते-चिल्लाते रहे, विरोध करने पर पीटा झांसी में सड़क किनारे सब्जी की 40 दुकानों पर नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई की। लाखों रुपए की सब्जी को बुलडोजर से रौंद डाला। सब्जी बेचने वाले रोते-चिल्लाते रहे। बख्श देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन कर्मचारियों ने एक ना सुनी। विरोध करने पर कुछ दुकानदारों की पिटाई कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोगों का जमावड़ा लगते देख नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर वहां से निकल गई। सब्जी बेचने वालों ने रोते हुए कहा- इनका जोर सिर्फ गरीबों पर चलता है। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। घटना सीपरी बाजार के रेलवे पुल के पास की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नुकसान की भरपाई पर अड़े हैं। जबकि घटना पर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश का कहना है कि अतिक्रमण प्रभारी ब्रजेश वर्मा ने बिना बताए बुलडोजर कार्रवाई की है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर