मेरे पास अनजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाली ने अपना नाम ममता उर्फ मधु बताया। उसने कहा कि वह उससे दोस्ती करना चाहती है, उससे बात करना चाहती है। मैंने थोड़ी देर बात करने के बाद फोन काट दिया। इसके बाद ममता सुबह से लेकर शाम तक हर रोज फोन करने लगी। उसे प्रपोज किया। इसके बाद वह भी उसके झांसे में आ गया और ममता ने मुझे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। हम लोग मिलने लगे। अप्रैल माह में ममता ने मुझे एक मकान में बुलाया। यहां मुझे नशीला पदार्थ खिला दिया। जब मैं बेहोश हो गया तो मेरी अश्लील क्लीपिंग बना ली। इसके बाद कुछ पत्रकार और यूट्यूबर आ गए, क्लीपिंग दिखाकर बोले-इसे वायरल कर दूंगा, मुझसे पांच लाख रुपए ठग लिए। मैंने सोचा अब ये लोग मान जाएंगे, मगर इनकी मांग बढ़ गई। परेशान होने पर मैंने पुलिस को तहरीर दी। ये दर्द है हनी ट्रैप के शिकार हुए नवाबगंज के अमित (बदला हुआ नाम) का है। जिसकी शिकायत पर बरेली पुलिस ने गुरुवार को हनी ट्रैप गैंग की सरगना ममता दिवाकर को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके साथी फरार हैं। इस गैंग में करीब 10 महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। यह गैंग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर रईसजादों को अपने जाल में फंसाता है। इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे मांगता है। जो पैसे नहीं देता है या मना कर देता है उसके खिलाफ गैंग में शामिल महिलाएं रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा देती हैं। गैंग में ममता के अलावा रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग भी शामिल हैं। पहले पढ़िए उस डॉक्टर के बारे में जिसने इस गैंग से परेशान होकर किया था सुसाइड 2 साल पहले हनी ट्रैप गैंग ने सुभाषनगर थाना क्षेत्र निवासी एक डॉक्टर को अपना शिकार बनाया था। गैंग में शामिल माधुरी नाम की महिला ने डॉक्टर को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इसके बाद उसे अपने तय स्थान पर बुला लिया। उसे नशीला पदार्थ खिला दिया। इसके बाद आरोपी ने डॉक्टर के साथ अश्लील फोटो और क्लीपिंग बना ली। इसके बाद गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर डॉक्टर के पास पहुंच गए और वीडियो क्लीपिंग दिखाई वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण डॉक्टर ने उनकी मांग के अनुसार 25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी गैंग के लोगों ने डॉक्टर का पीछा नहीं छोड़ा और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। डॉक्टर ने जब पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने अश्लील क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद डॉक्टर ने आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर सुभाषनगर थाने में 2022 में आईपीसी की धारा 420, 342, 504, 506, 386, 388, 302, 120 बी, 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस माधुरी नाम की महिला जेल भेज चुकी है। नवाबगंज के युवक को बनाया शिकार तो पुलिस हुई अलर्ट डॉक्टर से रुपए ऐंठने के बाद इस गैंग ने इसी साल अप्रैल में नवाबगंज निवासी अमित (बदला हुआ नाम) को भी अपना शिकार बनाया। गैंग का सदस्य सत्यवीर इस गांव का दामाद है। सत्यवीर ने पहले अमित से दोस्ती की। इसके बाद उसका मोबाइल नंबर ममता दिवाकर को दे दिया। सत्यवीर ने बताया कि अमित पैसे वाला है और आसानी से फंस जाएगा। मोबाइल नंबर मिलने के बाद ममता ने अमित को फोन करना शुरू किया। हर रोज सुबह शाम उससे बात करने लगी और प्रेम जाल में फंसा लिया। एक दिन अमित जब बरेली पहुंचा तो ममता ने उसे मिलने के लिए बुला लिया। अमित जब उससे मिलने पहुंचा तो ममता उसे गैंग की सदस्य मधु के घर ले गई। यहां पहले से ही कैमरे लगे हुए थे, मोबाइल भी छिपाकर रखे गए थे, ताकि वीडियो बन सके। इसके बाद अमित को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उसे बेहोश कर दिया। जिसके बाद उसकी अश्लील क्लीपिंग बना ली। जाल में फंसने के बाद वहां पहले से मौजूद कथित पत्रकारों और यूट्यबर ने उसे पकड़ लिया। वीडियो वायरल करने धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने अमित का उससे एटीएम छीन लिया और पैसे निकाल लिए। आरोपियों ने अमित से 5 लाख वसूल लिए। इसके बाद यह गैंग उसे लगातार ब्लैकमेल करने लगा। पहले तो बदनामी के डर से अमित ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया। लेकिन जब इन लोगों ने बहुत अधिक परेशान कर दिया तो उसने बारादरी थाने में ममता दिवाकर, रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग मुकदमा दर्ज करवा दिया। तब से पुलिस इस गैंग की तलाश में थी। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर गैंग की सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बारादरी थाने के इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी महिला इस किस्म के अपराधों की अभ्यस्त है। जो अपने अलग-अलग साथियों के साथ मिलकर पैसे वाले व्यक्तियों को हनी ट्रैप के जरिए फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करती है। उन्होंने बताया कि डोहरा पुल के पास से मुखबिर की सूचना पर इस महिला को गिरफ्तार किया गया है। दरोगा को फंसाया, 5 लाख वसूले फिर दर्ज करा दी थी FIR ममता दिवाकर उर्फ मधु ने 6 महीने पहले बारादरी थाने में तैनात एक दरोगा को भी अपना शिकार बनाया था। उसे फोन करके अपने जाल में फंसाया फिर उसकी अश्लील क्लीपिंग बनाकर उनसे रुपए वसूले। इतना ही नहीं करीब 5 लाख रुपए वसूलने के बाद भी गैंग की ब्लैकमेलिंग बंद नहीं हुई। जब दरोगा ने रुपए देने से इनकार कर दिया तो उसके खिलाफ बारादरी थाने में रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जांच में मामला फर्जी पाए जाने पर दरोगा ने राहत की सांस ली। इसी तरह सुभाषनगर के करगैना निवासी रिटायर्ड दरोगा को फंसाकर हनी ट्रैप गैंग ने रुपये वसूले थे। मुरादाबाद के ट्रेनी दरोगा को फंसाकर 5 लाख वसूले। इस गैंग ने पुलिस वालो के साथ मिलकर एक उधोगपति को भी हनीट्रैप में फंसाया था। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर चौकी इंचार्ज सिपाही समेत कथित पत्रकारों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। बरेली के अलावा अन्य जिलो में भी इस गैंग के लोग अमीर लोगो को अपना शिकार बना चुके हैं। ऐसे बनाते हैं शिकार गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर शहर के ऐसे लोगों को खोजते हैं जो पैसे वाले हैं और रंगीन मिजाज के होते हैं। उनकी बकायदा लिस्ट बनाई जाती है। इसके बाद इन लोगों को गैंग में शामिल महिलाएं सोशल मीडिया या अन्य ऐप के जरिए उनसे संपर्क करती हैं। उन्हें खूबसूरत महिलाओं और युवतियों को तस्वीरें भेजते थे। संपर्क हो जाने के बाद उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाती हैं। पीड़ित व्यक्ति का विश्वास जीतने के बाद उसे भरोसे में लेकर गैंग में शामिल महिलाएं अपने निर्धारित अड्डे पर बुलाती हैं। जहां पर पहले ही से ही गैंग के सदस्य मौजूद होते हैं। इसके बाद महिला जाल में फंसे अपने शिकार को नशीला पेय पदार्थ खिला देती है, उसके बेहोश होने पर महिला के साथ आपत्तिजनक फोटोज और वीडियो बना लेते हैं। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे वसूलते हैं। गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल इस गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल हैं। पूर्व में ऐसा मामला सामने आया था। उस समय एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर उसकी अरेस्टिंग नहीं हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि इस गैंग के शिकार कई सफेदपोश और पुलिसकर्मी भी हो चुके हैं। लेकिन बदनामी के डर से उन लोगों ने मुकदमे दर्ज नहीं कराए। जिस वजह से इस गैंग के हौसले बुलंद हो गए। यह आए जिन लोगों को फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूलता है। जानिए हनीट्रैप शब्द का इस्तेमाल किसने किया था दरअसल, दुनिया में पहली बार ‘हनीट्रैप’ शब्द का इस्तेमाल ब्रिटिश उपन्यासकार जॉन ले कैरे ने किया था। उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल अपने उपन्यास ‘टिंकर टेलर सोल्जर स्पाई’ (1974) में किया। इसके बाद से यह दुनिया की खूफिया एजेंसियों और मीडियाकर्मियों की जुवान पर चढ़ता चला गया। …………………… झांसी में बुलडोजर से लाखों की सब्जी रौंद डाली, लोग चीखते-चिल्लाते रहे, विरोध करने पर पीटा झांसी में सड़क किनारे सब्जी की 40 दुकानों पर नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई की। लाखों रुपए की सब्जी को बुलडोजर से रौंद डाला। सब्जी बेचने वाले रोते-चिल्लाते रहे। बख्श देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन कर्मचारियों ने एक ना सुनी। विरोध करने पर कुछ दुकानदारों की पिटाई कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोगों का जमावड़ा लगते देख नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर वहां से निकल गई। सब्जी बेचने वालों ने रोते हुए कहा- इनका जोर सिर्फ गरीबों पर चलता है। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। घटना सीपरी बाजार के रेलवे पुल के पास की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नुकसान की भरपाई पर अड़े हैं। जबकि घटना पर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश का कहना है कि अतिक्रमण प्रभारी ब्रजेश वर्मा ने बिना बताए बुलडोजर कार्रवाई की है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर मेरे पास अनजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाली ने अपना नाम ममता उर्फ मधु बताया। उसने कहा कि वह उससे दोस्ती करना चाहती है, उससे बात करना चाहती है। मैंने थोड़ी देर बात करने के बाद फोन काट दिया। इसके बाद ममता सुबह से लेकर शाम तक हर रोज फोन करने लगी। उसे प्रपोज किया। इसके बाद वह भी उसके झांसे में आ गया और ममता ने मुझे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। हम लोग मिलने लगे। अप्रैल माह में ममता ने मुझे एक मकान में बुलाया। यहां मुझे नशीला पदार्थ खिला दिया। जब मैं बेहोश हो गया तो मेरी अश्लील क्लीपिंग बना ली। इसके बाद कुछ पत्रकार और यूट्यूबर आ गए, क्लीपिंग दिखाकर बोले-इसे वायरल कर दूंगा, मुझसे पांच लाख रुपए ठग लिए। मैंने सोचा अब ये लोग मान जाएंगे, मगर इनकी मांग बढ़ गई। परेशान होने पर मैंने पुलिस को तहरीर दी। ये दर्द है हनी ट्रैप के शिकार हुए नवाबगंज के अमित (बदला हुआ नाम) का है। जिसकी शिकायत पर बरेली पुलिस ने गुरुवार को हनी ट्रैप गैंग की सरगना ममता दिवाकर को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके साथी फरार हैं। इस गैंग में करीब 10 महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। यह गैंग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर रईसजादों को अपने जाल में फंसाता है। इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे मांगता है। जो पैसे नहीं देता है या मना कर देता है उसके खिलाफ गैंग में शामिल महिलाएं रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा देती हैं। गैंग में ममता के अलावा रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग भी शामिल हैं। पहले पढ़िए उस डॉक्टर के बारे में जिसने इस गैंग से परेशान होकर किया था सुसाइड 2 साल पहले हनी ट्रैप गैंग ने सुभाषनगर थाना क्षेत्र निवासी एक डॉक्टर को अपना शिकार बनाया था। गैंग में शामिल माधुरी नाम की महिला ने डॉक्टर को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इसके बाद उसे अपने तय स्थान पर बुला लिया। उसे नशीला पदार्थ खिला दिया। इसके बाद आरोपी ने डॉक्टर के साथ अश्लील फोटो और क्लीपिंग बना ली। इसके बाद गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर डॉक्टर के पास पहुंच गए और वीडियो क्लीपिंग दिखाई वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण डॉक्टर ने उनकी मांग के अनुसार 25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी गैंग के लोगों ने डॉक्टर का पीछा नहीं छोड़ा और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। डॉक्टर ने जब पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने अश्लील क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। रेप और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद डॉक्टर ने आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर सुभाषनगर थाने में 2022 में आईपीसी की धारा 420, 342, 504, 506, 386, 388, 302, 120 बी, 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस माधुरी नाम की महिला जेल भेज चुकी है। नवाबगंज के युवक को बनाया शिकार तो पुलिस हुई अलर्ट डॉक्टर से रुपए ऐंठने के बाद इस गैंग ने इसी साल अप्रैल में नवाबगंज निवासी अमित (बदला हुआ नाम) को भी अपना शिकार बनाया। गैंग का सदस्य सत्यवीर इस गांव का दामाद है। सत्यवीर ने पहले अमित से दोस्ती की। इसके बाद उसका मोबाइल नंबर ममता दिवाकर को दे दिया। सत्यवीर ने बताया कि अमित पैसे वाला है और आसानी से फंस जाएगा। मोबाइल नंबर मिलने के बाद ममता ने अमित को फोन करना शुरू किया। हर रोज सुबह शाम उससे बात करने लगी और प्रेम जाल में फंसा लिया। एक दिन अमित जब बरेली पहुंचा तो ममता ने उसे मिलने के लिए बुला लिया। अमित जब उससे मिलने पहुंचा तो ममता उसे गैंग की सदस्य मधु के घर ले गई। यहां पहले से ही कैमरे लगे हुए थे, मोबाइल भी छिपाकर रखे गए थे, ताकि वीडियो बन सके। इसके बाद अमित को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उसे बेहोश कर दिया। जिसके बाद उसकी अश्लील क्लीपिंग बना ली। जाल में फंसने के बाद वहां पहले से मौजूद कथित पत्रकारों और यूट्यबर ने उसे पकड़ लिया। वीडियो वायरल करने धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने अमित का उससे एटीएम छीन लिया और पैसे निकाल लिए। आरोपियों ने अमित से 5 लाख वसूल लिए। इसके बाद यह गैंग उसे लगातार ब्लैकमेल करने लगा। पहले तो बदनामी के डर से अमित ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया। लेकिन जब इन लोगों ने बहुत अधिक परेशान कर दिया तो उसने बारादरी थाने में ममता दिवाकर, रीना उर्फ शीतल, माधुरी, सत्यवीर व 3-4 अज्ञात लोग मुकदमा दर्ज करवा दिया। तब से पुलिस इस गैंग की तलाश में थी। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर गैंग की सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ गई। बारादरी थाने के इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी महिला इस किस्म के अपराधों की अभ्यस्त है। जो अपने अलग-अलग साथियों के साथ मिलकर पैसे वाले व्यक्तियों को हनी ट्रैप के जरिए फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करती है। उन्होंने बताया कि डोहरा पुल के पास से मुखबिर की सूचना पर इस महिला को गिरफ्तार किया गया है। दरोगा को फंसाया, 5 लाख वसूले फिर दर्ज करा दी थी FIR ममता दिवाकर उर्फ मधु ने 6 महीने पहले बारादरी थाने में तैनात एक दरोगा को भी अपना शिकार बनाया था। उसे फोन करके अपने जाल में फंसाया फिर उसकी अश्लील क्लीपिंग बनाकर उनसे रुपए वसूले। इतना ही नहीं करीब 5 लाख रुपए वसूलने के बाद भी गैंग की ब्लैकमेलिंग बंद नहीं हुई। जब दरोगा ने रुपए देने से इनकार कर दिया तो उसके खिलाफ बारादरी थाने में रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जांच में मामला फर्जी पाए जाने पर दरोगा ने राहत की सांस ली। इसी तरह सुभाषनगर के करगैना निवासी रिटायर्ड दरोगा को फंसाकर हनी ट्रैप गैंग ने रुपये वसूले थे। मुरादाबाद के ट्रेनी दरोगा को फंसाकर 5 लाख वसूले। इस गैंग ने पुलिस वालो के साथ मिलकर एक उधोगपति को भी हनीट्रैप में फंसाया था। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर चौकी इंचार्ज सिपाही समेत कथित पत्रकारों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। बरेली के अलावा अन्य जिलो में भी इस गैंग के लोग अमीर लोगो को अपना शिकार बना चुके हैं। ऐसे बनाते हैं शिकार गैंग में शामिल कथित पत्रकार और यूट्यूबर शहर के ऐसे लोगों को खोजते हैं जो पैसे वाले हैं और रंगीन मिजाज के होते हैं। उनकी बकायदा लिस्ट बनाई जाती है। इसके बाद इन लोगों को गैंग में शामिल महिलाएं सोशल मीडिया या अन्य ऐप के जरिए उनसे संपर्क करती हैं। उन्हें खूबसूरत महिलाओं और युवतियों को तस्वीरें भेजते थे। संपर्क हो जाने के बाद उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाती हैं। पीड़ित व्यक्ति का विश्वास जीतने के बाद उसे भरोसे में लेकर गैंग में शामिल महिलाएं अपने निर्धारित अड्डे पर बुलाती हैं। जहां पर पहले ही से ही गैंग के सदस्य मौजूद होते हैं। इसके बाद महिला जाल में फंसे अपने शिकार को नशीला पेय पदार्थ खिला देती है, उसके बेहोश होने पर महिला के साथ आपत्तिजनक फोटोज और वीडियो बना लेते हैं। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे वसूलते हैं। गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल इस गैंग में कई फर्जी पत्रकार और यूट्यूबर भी शामिल हैं। पूर्व में ऐसा मामला सामने आया था। उस समय एक फर्जी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर उसकी अरेस्टिंग नहीं हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि इस गैंग के शिकार कई सफेदपोश और पुलिसकर्मी भी हो चुके हैं। लेकिन बदनामी के डर से उन लोगों ने मुकदमे दर्ज नहीं कराए। जिस वजह से इस गैंग के हौसले बुलंद हो गए। यह आए जिन लोगों को फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूलता है। जानिए हनीट्रैप शब्द का इस्तेमाल किसने किया था दरअसल, दुनिया में पहली बार ‘हनीट्रैप’ शब्द का इस्तेमाल ब्रिटिश उपन्यासकार जॉन ले कैरे ने किया था। उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल अपने उपन्यास ‘टिंकर टेलर सोल्जर स्पाई’ (1974) में किया। इसके बाद से यह दुनिया की खूफिया एजेंसियों और मीडियाकर्मियों की जुवान पर चढ़ता चला गया। …………………… झांसी में बुलडोजर से लाखों की सब्जी रौंद डाली, लोग चीखते-चिल्लाते रहे, विरोध करने पर पीटा झांसी में सड़क किनारे सब्जी की 40 दुकानों पर नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई की। लाखों रुपए की सब्जी को बुलडोजर से रौंद डाला। सब्जी बेचने वाले रोते-चिल्लाते रहे। बख्श देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन कर्मचारियों ने एक ना सुनी। विरोध करने पर कुछ दुकानदारों की पिटाई कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोगों का जमावड़ा लगते देख नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर वहां से निकल गई। सब्जी बेचने वालों ने रोते हुए कहा- इनका जोर सिर्फ गरीबों पर चलता है। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। घटना सीपरी बाजार के रेलवे पुल के पास की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नुकसान की भरपाई पर अड़े हैं। जबकि घटना पर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश का कहना है कि अतिक्रमण प्रभारी ब्रजेश वर्मा ने बिना बताए बुलडोजर कार्रवाई की है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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भिवानी में कांग्रेस नेता सतबीर रतेरा के घर ED रेड:पत्नी के नाम से है खनन कारोबार; सुबह से 2 ठिकानों पर छानबीन हरियाणा के भिवानी में ईडी ने कांग्रेस नेता एवं खनन कारोबारी मा. सतबीर रतेरा के दो ठिकानों पर बुधवार को रेड की है। ईडी की टीम सुबह 6 बजे से उनके भिवानी व तोशाम में आवास पर छानबीन में लगी है। ईडी इससे पहले खनन में गड़बड़ियों के चलते उनकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है। कांग्रेस नेता के यहां दूसरी बार रेड की गई है। इसके अलावा ईडी ने एक दूसरे कारोबारी विनोद हसानिया के तोशाम आवास पर भी रेड की है। अभी छानबीन चल रही है। भिवानी जिले में ED ने बुधवार को खनन कारोबारी मास्टर सतबहीर रतेरा और विनोद हसानिया के ठिकानों पर छापेमारी की। सतबीर के भिवानी सेक्टर 13 स्थित घर पर सुबह 6 बजे 8 सदस्यीय टीम पहुंची। इसी समय उनके तोशाम स्थित आवास पर भी रेड की गई। मा. सतबीर रतेरा कांग्रेस के नेता हैं और बवानीखेड़ा हलके से टिकट के मजबूत दावेदार हैं। वे चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे हैं। उन्होंनें ईडी की रेड को राजनीति से प्रेरित बताया है। बता दें कि मा. सतबीर रतेरा भिवानी में तोशाम के डाडम व खानक क्षेत्र में अपनी धर्मपत्नी के नाम से खनन का कार्य करते हैं। उनकी पत्नी के खिलाफ ईडी ने कुछ माह पहले ही धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। खनन में भारी अनियमितता उजागर हुई थी। इसकी जांच के लिए ईडी ने अब दूसरी बार मास्टर सतबीर रतेरा के आवास पर दबिश दी है। दोनों ही आवासों पर पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। किसी को भी अंदर-बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। विनोद के आवास पर भी छापेमारी दूसरी तरफ ईडी ने आज ही तोशाम कस्बे में खनन से जुड़े एक दूसरे कारोबारी विनोद हसानिया के निवास पर भी सुबह छापेमारी की। विनोद हसानिया का खनन क्षेत्र में पेट्रोल पंप, माईनिंग के कार्य में डंपर लगे हुए हैं। उनका डंपर गाड़ियों में तेल भरने का बड़ा कारोबार है। उन्हीं के पेट्रोल पंप से खानक में गाड़ियों में तेल भरा जाता है।
स्वामी हरिगिरी महाराज बोले- दुकानों पर नेमप्लेट का फैसला सही:महाकुंभ में भी ID साथ लेकर आएं, साधु के रूप में कोई भी फायदा उठा सकता है
स्वामी हरिगिरी महाराज बोले- दुकानों पर नेमप्लेट का फैसला सही:महाकुंभ में भी ID साथ लेकर आएं, साधु के रूप में कोई भी फायदा उठा सकता है जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक स्वामी हरिगिरी महाराज ने महाकुंभ मेले में सभी को आईडी लेकर आने का मुद्दा उठाया। कहा- कुंभ आने वालों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी हो, इसकी लिस्ट प्रशासन के पास हो। सरकार को यह नियम लागू करना चाहिए। कानपुर पहुंचने पर स्वामी हरिगिरी से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने कहा- कभी साधु और सम्मानित व्यक्ति के रूप में भी कोई भी आसामाजिक व्यक्ति फायदा उठा सकता है। इस समय देश में तमाम विरोधी लोग हैं। कुंभ मेला तभी संपन्न करा पाएंगे, जब अच्छे बुरे की पहचान कर पाएंगे। उन्होंने कहा- कांवड़ की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का फैसला सही था। काशी विश्वनाथ मंदिर में सोने के घोटाले की बात करने वाले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का विरोध किया। पढ़िए सवाल-जवाब का पूरा सिलसिला.. सवाल- महाकुंभ मेले में आने वाले सभी लोगों को आईडी लानी होगी। ये मांग आपने क्यों उठाई?
जवाब- मैं कई कुंभ का आयोजन करा चुका हूं। उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में भी आयोजन किए हैं। कभी साधु और सम्मानित व्यक्ति के रूप में भी आसामाजिक लोग फायदा उठा सकते हैं। उसमें प्रशासन के विचार के बाद भी कुंभ में आने वालों को आईडी लाकर देना होगा। वहां काम करने वालों को भी आईडी कार्ड देना होगा। इस समय देश में तमाम देश विरोधी लोग हैं। जिसको नुकसान पहुंचाना होता है, वो हिंसक व्यक्ति होता है। गाड़ी की आरसी भी देनी होगी। पुलिस उसकी जांच करेगी। सवाल- कांवड़ यात्रा में नेम प्लेट लगाने का फैसला सरकार ने लिया था। क्या फैसला सही था?
जवाब- ये अदालत का काम है। उनका हम लोग सम्मान करते हैं। कांवड़ के मेले में भीड़ किसी पंथ या संप्रदाय को नहीं देखती है। कांवड़ यात्रा, अमरनाथ मेला कई बार देश-विरोधी ताकतों के निशाने पर रहा है। व्यापारी को नेम प्लेट लगाने का फैसला ठीक था। सवाल- शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद काशी विश्वनाथ मंदिर में सोना बदले जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं?
जवाब- देखिए, हमारे गुरु भाई हैं। अविमुक्तेश्वरानंद का हम सीधा विरोध नहीं कर सकते हैं। हमारी जगह वो होंगे तो विचार भी नहीं करेंगे। जब वो काशी पर बोल रहे हैं, वो भी गरिमा के विपरीत है। उन्हें गुरु पूर्णिमा के बाद नदी-नाला पार करने का अधिकार नहीं था। डंडी स्वामी जो भी होता है गुरु पूर्णिमा के बाद नदी नाला पार नहीं कर सकता है। हम उनकी बातों का खंडन नहीं कर सकते हैं, लेकिन दुख-पीड़ा जरूर है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को अंबानी के यहां शादी में नहीं जाना चाहिए था। शादी में प्रधानमंत्री के गले में माला नहीं डालना था। सवाल- आपने बयान दिया कि सनातन धर्म को लेकर लोग हिंसक हो रहे हैं। ऐसे कौन लोग हैं जो कुंभ में भी आएंगे?
जवाब- देखिए, सनातन की जो व्यवस्थाएं हैं, लोग सहनशक्ति रखते हैं। यही कारण है कि हमारा देश सिकुड़ता जा रहा है। जमीनें छोड़ते जा रहे हैं। ऐसे कौन से लोग हैं जो अमरनाथ यात्रा से लेकर अयोध्या तक में अशांति फैलाना चाहते हैं। भारत सरकार नहीं कह सकती है कि कोई खतरा नहीं है। सवाल- आपको लगता है कि सनातन के लिए कुछ लोग खतरा हैं? क्या सनातनी लोगों को भी उसी राह पर चलना पड़ेगा?
जवाब- समय आएगा। पहले शासन-प्रशासन को बताने का काम होता है। उसके बाद भी सुनवाई नहीं होती है तो कोर्ट के पास जाते हैं। कानूनी लड़ाई लड़ने का हक है की नहीं। सनातन धर्म कमजोर नहीं है। जो हमारा विरोध करते हैं, उनको भी देखिए, तरस तो खाइए। संसद में लोग किसकी जय बोल रहे हैं। उनसे भी सवाल पूछने चाहिए। भारत के संविधान का यही अर्थ है। बिना नाम लिए ओवैसी पर हमला बोलते हुए कहा- लोग संसद में अलग-अलग राष्ट्रों की कसम खाएंगे। इनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कोई याचिका नहीं दाखिल होनी चाहिए क्या? अगर नहीं हुआ तो दिल्ली
में जंतर-मंतर में हमारे भी कई हजार लोग बैठेंगे। सवाल- संसद में राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई, कहा- त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है।
जवाब- राहुल गांधी को ये नहीं कह सकता हूं कि वो सनातनी नहीं हैं। ऐसा भी नहीं है कि विश्वनाथ जी और हनुमान जी की वो पूजा नहीं करते हैं। ऐसे किसी संप्रदाय में उन्हें दान नहीं कर सकता हूं। हनुमान जी उन्हें साहस दें। उनकी मां-पिता के साथ हम लोग भी जुड़े रहे हैं। रायबरेली में उन्होंने सबसे पहले हनुमान जी की पूजा की। सवाल- भाजपा अयोध्या क्यों हार गई, आपको क्या लगता है?
जवाब- कभी-कभी राम-राम कहते हुए भी राम-राम से मरा-मरा हो जाता है। ऐसे ही कभी झूठ बोलने वाला अधिक मात्रा में बोल गया। क्योंकि सत्य जब तक नहाता-धोता-जागता है, तब तक सत्य पृथ्वी के 17 चक्कर लगा लेता है। इसी तरह से कभी-कभी सत्य पराजय हो रहा है, लेकिन वो पराजय नहीं है। राम जन्मभूमि के अलावा भी पूरी अयोध्या में विकास काम कराने चाहिए थे। ये दुख के साथ कहना पड़ रहा है। यहां हम चूक गए। वहां के लोगों ने क्रोध में सीट हरवा दी है। सवाल- प्रदेश और देश में धर्मांतरण एक बड़ा मुद्दा है। आप इसे कैसे देखते हैं?
जवाब- कानून के साथ-साथ लोगों को जागरूक करना होगा। समाज को जागरूक करना होगा। हर मोहल्ले में अलख जगाना होगा। धार्मिक संगठन किसी के लिए वोट नहीं मांगता है, लेकिन अपने विचार तो व्यक्त कर सकता है। असामाजिक तत्व फायदा न उठाए। कहां हम चूक रहे हैं, उस पर ध्यान देना होगा। 13 अखाड़े का संगठन है। संगठन बैठकर विचार करता है, निर्णय लेता है। इसको लेकर हमेशा चिंतन था, है और रहेगा। ये भी पढ़ें:- कांवड़ के बाद महाकुंभ में उठी पहचान पत्र की मांग: स्वामी हरिगिरि महाराज बोले- हिंसा से बचने को सरकार उठाए कदम यूपी में नेमप्लेट विवाद कांवड़ यात्रा से महाकुंभ तक पहुंच गया है। जूना अखाड़े के संरक्षक स्वामी हरि गिरि महाराज ने कहा- महाकुंभ में आने वाले लोग पहचान पत्र साथ लेकर आएं। उसकी कॉपी भी प्रमाणित करा कर लाएं। ये कॉपी किसी ऑफिसर, पार्षद, ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव से प्रमाणित होनी चाहिए। क्योंकि लोग फर्जी पहचान पत्र भी बनवा लेते हैं, ऐसे में दस्तावेजों की जांच जरूरी है। पढ़ें पूरी खबर….
महम में विधायक बलराज कुंडू ने किया नामांकन:जनसभा में दांगी पिता-पुत्र पर साधा निशाना, हुड्डा के प्रति नम्र रखे तेवर
महम में विधायक बलराज कुंडू ने किया नामांकन:जनसभा में दांगी पिता-पुत्र पर साधा निशाना, हुड्डा के प्रति नम्र रखे तेवर रोहतक जिले की महम विधानसभा से विधायक बलराज कुंडू ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले उन्होंने महम में जनसभा का आयोजन किया। नामांकन भरने से पहले महम चौबीसी के चबुतरे पर धोक लगाने पहुंचे। इसके बाद काफिले के साथ पहुंचकर उन्होंने नामांकन दाखिल किया। जनसभा में विधायक बलराज कुंडू ने दांगी पिता-पुत्र पर निशाना साधा। वहीं हुड्डा पिता-पुत्र के प्रति अपने तेवर नम्र रखे। बलराज कुंडू ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार बलराम दांगी जीत भी गए, तो वह यहां से भाग जाएंगे। जबकि जनता ऐसे उम्मीदवार को जिताए, जो उनके बीच रहे। 2019 में निर्दलीय जीते थे चुनाव उन्होंने दावा किया है कि एक लाख से अधिक वोट लेकर वे इस बार जीत हासिल करेंगे। बता दें बलराज कुंडू 2019 विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने हरियाणा जनसेवक पार्टी का गठन भी किया।