हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर टनल नंबर-2 थापना के पास पहाड़ी से चलती कार पर पत्थर गिर गए। हादसे में कार सवार एक पर्यटक की मौत हो गई। जबकि तीन घायल हैं। हादसा देर रात को हुआ है। जानकारी के अनुसार पंजाब की ओर जा रही कार पर पहाड़ी से अचानक पत्थर गिर गए। हादसे के दाैरान कार में चार लोग सवार थे। जो मनाली से घूम कर वापस घर जा रहे है। किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पहाड़ी के पास पहुंचते ही उनकी कार पर एक बड़ा पत्थर गया। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को एम्स बिलासपुर पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने एक को मृत घोषित कर दिया। मध्य प्रदेश के मुरैना के निवासी मृतक की पहचान कल्याण धाकड़(35) निवासी छोरपुरा जिला मुरैना मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। जबकि घायलों की पहचान महेश धाकड़, सुदीप जादौन, सुनील धाकड़ निवासी छोरपुरा जिला मुरैना मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने बताया की स्वारघाट थाना पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इसके बाद परिजनों ने सौंप दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर टनल नंबर-2 थापना के पास पहाड़ी से चलती कार पर पत्थर गिर गए। हादसे में कार सवार एक पर्यटक की मौत हो गई। जबकि तीन घायल हैं। हादसा देर रात को हुआ है। जानकारी के अनुसार पंजाब की ओर जा रही कार पर पहाड़ी से अचानक पत्थर गिर गए। हादसे के दाैरान कार में चार लोग सवार थे। जो मनाली से घूम कर वापस घर जा रहे है। किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पहाड़ी के पास पहुंचते ही उनकी कार पर एक बड़ा पत्थर गया। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को एम्स बिलासपुर पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने एक को मृत घोषित कर दिया। मध्य प्रदेश के मुरैना के निवासी मृतक की पहचान कल्याण धाकड़(35) निवासी छोरपुरा जिला मुरैना मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। जबकि घायलों की पहचान महेश धाकड़, सुदीप जादौन, सुनील धाकड़ निवासी छोरपुरा जिला मुरैना मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने बताया की स्वारघाट थाना पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इसके बाद परिजनों ने सौंप दिया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा में गूंजा कंगना का विवादित बयान:संसदीय कार्य मंत्री लाए निंदा प्रस्ताव; सदन में हंगामा, नेता प्रतिपक्ष बोले, राजनीति नहीं होनी चाहिए हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सांसद कंगना रनोट द्वारा किसानों को लेकर दिया गया बयान सदन में गूंजा। संसदीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने कहा कि कंगना रनोट ने किसानों-बागवानों को अपमान किया है। उन्होंने इस पर सदन में चर्चा की मांग करते निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग मांगी। हर्ष वर्धन चौहान ने कहा, कंगना रनोट हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी क्रिएट करती हैं। कंगना ने कहा, सभी ने देखा है कि किसान आंदोलन में क्या हुआ। रेप हो रहे थे, प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई। लोगों को मार कर लटकाया जा रहा था। उन्होंने इस बयान की निंदा की। हर्ष वर्धन चौहान ने कहा, बीजेपी नेतृत्व ने स्पष्ट किया, कंगना इस तरह के बयान के लिए अधिकृत नहीं है। सांसद द्वारा देश के किसानों को हत्यारा-बलात्कारी बोलना दुखद है। उन्होंने कहा, कंगना कहती हैं कि अमेरिका और चीन देश में अस्थिरता फैला रहे। यानी केंद्र सरकार की विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई कि चीन-अमेरिका यहां अस्थिरता फैला रहे हैं। हर्ष वर्धन चौहान ने सदन में निंदा प्रस्ताव पास करने का आग्रह किया। हमेशा उट-पटांग बोलती हैं कंगना: राठौर सदन में ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा, कंगना के बयान से किसान-बागवान आहत है। वैसे तो कंगना को हमेशा उट-पटांग बोलने की आदत हैं। वह पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के क्षेत्र से आती हैं। 700 किसान शहीद हुए। किसानों को बलात्कारी कहना सही नहीं है। जैसे ही राठौर ने बोलना शुरू किया, विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और नारेबाजी की। इसके बाद स्पीकर ने सदन में आसन पर खड़े होकर कहा, कंगना के बयान से भाजपा हाईकमान भी पल्ला झाड़ चुका है। इसलिए इस पर वोट की जरूरत नहीं है। जयराम बोले- पहले स्पष्ट किया जा चुका, यह पार्टी का मत नहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, जो सदस्य इस सदन में नहीं है। उस पर चर्चा करने की इस सदन की परंपरा नहीं है। पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह पार्टी का मत नहीं है। यह उनका निजी मत हो सकता है। जब पार्टी ने खंडन कर दिया है। ऐसे में सदन में लाने की क्या जरूरत है। कंगना के बयान से बीजेपी हाईकमान पल्ला झाड़ चुका बता दें कि कंगना ने किसानों को लेकर बीते सप्ताह विवादित बयान दिया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक मीडिया बयान जारी कर कंगना के बयान से पल्ला झाड़ दिया था। कंगना के बयान का कई राज्यों में किसान विरोध कर रहे हैं। लिहाजा यह मामला आज हिमाचल विधानसभा में गूंजा। विक्रमादित्य बोले- चीन-अमेरिका का हाथ होने की बात कहना दुर्भाग्यपूर्ण PWD मंत्री विक्रमादित्य ने कहा, मंडी की सांसद द्वारा चीन और अमेरिका का हाथ होने की बात कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। वह मजाक का केंद्र बनकर रह गया है। उन्होंने कहा, मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स को स्पष्ट करना चाहिए कि हमारे इंटरनल मैटर में चीन और अमेरिका हस्तक्षेप कर रहा है। क्या हमारी विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई है कि आंतरिक मामलों में चीन-अमेरिका हस्तक्षेप कर रहा है। उन्होंने कंगना को सोच समझकर बयानबाजी करने की नसीहत दी।
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कांगड़ा से अब मिलेगी जयपुर-नोएडा के लिए फ्लाइट सेवा:2025 के समर शेड्यूल पर काम शुरू, 208275 तक पहुंची यात्रियों की संख्या हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के कांगड़ा हवाई अड्डे ने यात्रियों की संख्या में नया रिकॉर्ड बनाया है। हवाई अड्डा प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार 2024 में कांगड़ा हवाई अड्डे ने 208275 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। 2023 में यह संख्या 193114 थी, जबकि 2022 में 176015 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी। 2021 में यह आंकड़ा 136353 था। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। 2016 में हुई थी पहली बार बढ़ोत्तरी एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, 2016 में पहली बार 1 लाख यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी, जब कुल संख्या 106141 थी। हालांकि 2020 में यह संख्या घटकर 93,535 रह गई। कांगड़ा हवाई अड्डा को नग्गल हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नग्गल गांव में स्थित है। यह हवाई अड्डा हिमालय की गोद में स्थित है। इसके रनवे के पूर्वी तरफ धौलाधार पर्वतमाला है, जो वर्षभर बर्फ से ढकी रहती है और यात्रियों को शानदार दृश्य प्रदान करती है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि का श्रेय हवाई अड्डे द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले अवकाश और तीर्थ स्थलों को दिया जा सकता है, जिनमें ज्वालामुखी मंदिर, चिंतपूर्णी, चामुंडा देवी, ब्रजेश्वरी देवी, कांगड़ा किला, धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, बीड़-बिलिंग और मैक्लोडगंज में 14वें दलाई लामा का निवास शामिल हैं। एक ही शिफ्ट में संचालित होती है उड़ान 30 मार्च 2025 से हवाई अड्डे पर दूसरी शिफ्ट में भी काम शुरू हो जाएगा, जिससे सूरज निकलने से सूर्य अस्त तक उड़ानें संचालित की जा सकेंगी। फिलहाल, हवाई अड्डे पर दोपहर 2 बजे तक एक ही शिफ्ट में उड़ानें संचालित होती हैं। कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 2025 के समर शेड्यूल में दिल्ली, शिमला और चंडीगढ़ के अलावा नोएडा, जयपुर और देहरादून को जोड़ने की कोशिश की जा रही है और इस पर एयरलाइंस के साथ चर्चा चल रही है। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। इन सेवाओं से प्रदेश की हवाई कनेक्टिविटी को विस्तार मिलेगा और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में कांगड़ा एयरपोर्ट दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला से जुड़ा है। दो शिफ्ट में शुरु होंगी उड़ान धीरेंद्र सिंह ने बताया कि हवाई यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए नई उड़ानें शुरू की जा रही हैं। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट नोएडा से उड़ानों का परिचालन अप्रैल 2025 तक शुरू होने की संभावना है। कांगड़ा एयरपोर्ट पर वर्तमान में प्रतिदिन 6 उड़ानें संचालित होती हैं। 30 मार्च से एयरपोर्ट दो शिफ्टों में कार्य करेगा, जिससे सूर्योदय से सूर्यास्त तक उड़ानें सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगी। तकनीकी अपग्रडेशन होगा गर्मियों के दौरान उड़ानों की संख्या बढ़कर 10 करने की योजना है। शाम के समय उड़ानों को संचालित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और तकनीकी अपग्रेडेशन पर काम किया जा रहा है।वर्तमान में गगल एयरपोर्ट से शिमला, दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। 30 मार्च से शेड्यूल में बदलाव के बाद दिल्ली के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ेगी और देहरादून, नोएडा तथा जयपुर के लिए नई सीधी उड़ानें शुरू होंगी।
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हिमाचल का जवान पंचतत्व में विलीन:पत्नी रिया ने दुल्हन के लिबास में दी अंतिम विदाई; बहन- बलिदानी को सैल्यूट करने को कहती रही हिमाचल के धर्मशाला के समीपवर्ती ग्राम पंचायत बागनी के जवान अक्षय कपूर पंचतत्व में विलीन हो गए। सोमवार सुबह सेना की टुकड़ी उनके पार्थिव शरीर को लेकर गांव बागनी में पहुंची। पत्नी रिया कपूर ने दुल्हन के लिबास में अपने पति को अंतिम विदाई दी। इससे पहले बलिदानी की अंतिम यात्रा सिद्धबाड़ी से उनके गांव तक निकाली गई। अक्षय कपूर की 2 महीने पहले ही शादी हुई थी। उनकी पत्नी रिया कपूर का रो-रोकर बुरा हाल था। अरुणाचल प्रदेश में हार्ट अटैक से निधन बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को ह्रदय गति रुकने से 29 वर्षीय सेना जवान अक्षय कपूर का निधन हो गया था। वह डोगरा बटालियन में तैनात थे। बलिदानी पति की पार्थिव देह के घर पहुंचते ही पत्नी रिया बेसुध हो गई। मां सावित्री देवी ने नोटों का हार अपने लाडले की पार्थिव देह पर चढ़ाया। अक्षय की बहन सभी लोगों से बलिदानी भाई को सैल्यूट करने को कहती रही। भारत मां के नारों से गूंज उठी बागनी पंचायत इस मंजर को देखकर हर आंख नम हुई। पूरा क्षेत्र भारत माता की जय, अक्षय कपूर अमर रहे के नारों से गूंज उठा। पार्थिव देह को बड़े भाई लक्की कपूर ने मुखाग्नि दी। सैनिक सम्मान के सथ अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ मृतक सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया। धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी सहित पूर्व विधायक विशाल नेहरिया और जिला प्रशासन के कई अधिकारियों ने भी बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। अक्षय के निधन की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार से ही उनके घर में रिश्तेदारों व सगे संबंधियों सहित ग्रामीणों का शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए आने का सिलसिला जारी रहा। 19 साल की उम्र में हुए भर्ती अक्षय कुमार ने साल 2015 में महज 19 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। बलिदानी के पिता संसार चंद ने बताया कि बचपन से ही अक्षय का सपना देश की सेवा करना था। उनका सपना तो पूरा हुआ, लेकिन अक्षय का ये बलिदान परिवार और क्षेत्र के लिए बड़ा सदमा है। उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गई।