भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया

भिवानी में बुजुर्ग से 4.60 लाख ठगे:फर्जी मालिक बनकर जमीन के बदले पैसे लिए, 14 साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं, पैसे मांगने पर धमकाया

भिवानी में प्लॉट बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से 4 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। उसने करीब 14 साल पहले 200 गज का प्लॉट खरीदने के लिए 4.60 लाख रुपए दिए थे। लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जिसके बाद जब उसने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के शांति नगर कैंट रोड निवासी करीब 68 वर्षीय करतार सिंह ने एसपी को शिकायत दी। शिकायत में उसने बताया कि आरोपी रोशनलाल से उसकी पुरानी जान-पहचान है। वर्ष 2011 में रोशनलाल ने उसे (करतार सिंह) भिवानी के देव नगर में करीब 200 वर्ग गज का प्लॉट 2800 रुपए प्रति गज के हिसाब से खरीदने को कहा। उसने उसे यह भी झांसा दिया कि भविष्य में प्लॉट की कीमत भी बढ़ जाएगी। उसने उसे बातों में फंसाकर प्लॉट खरीदने के लिए राजी कर लिया और प्लॉट देखने के लिए घर बुला लिया। 4.60 लाख रुपए में बिका प्लॉट जब पीड़ित रोशन लाल के घर गया तो वहां उसे रणबीर मिला। दोनों मिलकर काम करते थे। उसने कहा कि 29 जून 2011 को कुल 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर आओ और कागज तैयार करवा देंगे। इसके बाद 29 जून 2011 को विक्रम, रोशनलाल और रणबीर ने 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर 10 रुपए के स्टांप पेपर पर इकरारनामा बनवा लिया। प्लॉट बेचने वाले विक्रम ने इस पर हस्ताक्षर किए। रोशनलाल और रणबीर ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री खुलने पर करवा देंगे। कई दिनों तक टालमटोल करते रहे। रजिस्ट्री करवाने का आश्वासन देते रहे। लेकिन आज तक रजिस्ट्री नहीं करवाई। जब पीड़ित ने आरोपियों से ब्याज सहित अपने 4 लाख 60 हजार रुपए वापस मांगे तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। विक्रम प्लॉट का मालिक नहीं जब रिकॉर्ड चेक किया तो पता चला कि विक्रम उस प्लॉट का मालिक नहीं है और तीनों आरोपियों ने साजिश रचकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विक्रम, रोशनलाल और रणबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भिवानी में प्लॉट बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से 4 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। उसने करीब 14 साल पहले 200 गज का प्लॉट खरीदने के लिए 4.60 लाख रुपए दिए थे। लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जिसके बाद जब उसने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के शांति नगर कैंट रोड निवासी करीब 68 वर्षीय करतार सिंह ने एसपी को शिकायत दी। शिकायत में उसने बताया कि आरोपी रोशनलाल से उसकी पुरानी जान-पहचान है। वर्ष 2011 में रोशनलाल ने उसे (करतार सिंह) भिवानी के देव नगर में करीब 200 वर्ग गज का प्लॉट 2800 रुपए प्रति गज के हिसाब से खरीदने को कहा। उसने उसे यह भी झांसा दिया कि भविष्य में प्लॉट की कीमत भी बढ़ जाएगी। उसने उसे बातों में फंसाकर प्लॉट खरीदने के लिए राजी कर लिया और प्लॉट देखने के लिए घर बुला लिया। 4.60 लाख रुपए में बिका प्लॉट जब पीड़ित रोशन लाल के घर गया तो वहां उसे रणबीर मिला। दोनों मिलकर काम करते थे। उसने कहा कि 29 जून 2011 को कुल 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर आओ और कागज तैयार करवा देंगे। इसके बाद 29 जून 2011 को विक्रम, रोशनलाल और रणबीर ने 4 लाख 60 हजार रुपए लेकर 10 रुपए के स्टांप पेपर पर इकरारनामा बनवा लिया। प्लॉट बेचने वाले विक्रम ने इस पर हस्ताक्षर किए। रोशनलाल और रणबीर ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री खुलने पर करवा देंगे। कई दिनों तक टालमटोल करते रहे। रजिस्ट्री करवाने का आश्वासन देते रहे। लेकिन आज तक रजिस्ट्री नहीं करवाई। जब पीड़ित ने आरोपियों से ब्याज सहित अपने 4 लाख 60 हजार रुपए वापस मांगे तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। विक्रम प्लॉट का मालिक नहीं जब रिकॉर्ड चेक किया तो पता चला कि विक्रम उस प्लॉट का मालिक नहीं है और तीनों आरोपियों ने साजिश रचकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विक्रम, रोशनलाल और रणबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर