हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में एक व्यक्ति दिन के समय अपने बच्चों से मिलने के लिए राजस्थान के सीकर में गया था। उसी रात चोरों ने घर से सोने-चांदी के जेवरात सहित नकदी चोरी कर ली। चोरी की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। चोरी की घटना को 15 मिनट में अंजाम दिया गया। शिकायत पर कनीना सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव बवानिया निवासी सुनील कुमार ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि वह आर्मी में है और फिलहाल गुरुग्राम में तैनात है। वह घर पर आया हुआ था। 16 जून को अपने घर को ताला लगाकर बच्चों के पास सीकर चला गया था। उसने अपने घर व घर के बाहर सीसीटीवी लगा रखे हैं, जो ऑनलाइन किए हुए हैं। उसी दिन 16-17 जून की रात को लगभग 2:30 उसके मकान में दो अज्ञात व्यक्ति मेन दरवाजे का ताला तोड़कर घर में घुसे। वे सीसीटीवी में कैद हो गए। चोर घर में चोरी करके 15 मिनट बाद 2:45 पर घर से बाहर निकले। उसने 17 जून दोपहर अपने मोबाइल ऑन कर घर की लोकेशन चेक की। तब उसे पता चला कि रात के समय घर में दो व्यक्ति घुसे और उन्होंने चोरी को अंजाम दिया। वह तुरंत सीकर से अपने गांव पहुंचा और पुलिस को इसकी सूचना दी। जब वह घर पर पहुंचा तो उसने देखा की मकान के मेन गेट का ताला टूटा हुआ था। अंदर कमरे के ताले अलमारी व बॉक्स के ताले भी टूटे हुए थे। जब उसने सामान चेक किया तो पता चला कि घर से 2 सोने की चेन, 2 जोड़ी चांदी की पाजेब, 1 सोने की कंठी, 1 सोने का लॉकेट, 1 सोने की अंगूठी, इन सभी सोने के सामान का वजन लगभग 3:5 तोला, 100 ग्राम के करीब चांदी व 4500 रुपए कैश चोरी हुआ है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में एक व्यक्ति दिन के समय अपने बच्चों से मिलने के लिए राजस्थान के सीकर में गया था। उसी रात चोरों ने घर से सोने-चांदी के जेवरात सहित नकदी चोरी कर ली। चोरी की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। चोरी की घटना को 15 मिनट में अंजाम दिया गया। शिकायत पर कनीना सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव बवानिया निवासी सुनील कुमार ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि वह आर्मी में है और फिलहाल गुरुग्राम में तैनात है। वह घर पर आया हुआ था। 16 जून को अपने घर को ताला लगाकर बच्चों के पास सीकर चला गया था। उसने अपने घर व घर के बाहर सीसीटीवी लगा रखे हैं, जो ऑनलाइन किए हुए हैं। उसी दिन 16-17 जून की रात को लगभग 2:30 उसके मकान में दो अज्ञात व्यक्ति मेन दरवाजे का ताला तोड़कर घर में घुसे। वे सीसीटीवी में कैद हो गए। चोर घर में चोरी करके 15 मिनट बाद 2:45 पर घर से बाहर निकले। उसने 17 जून दोपहर अपने मोबाइल ऑन कर घर की लोकेशन चेक की। तब उसे पता चला कि रात के समय घर में दो व्यक्ति घुसे और उन्होंने चोरी को अंजाम दिया। वह तुरंत सीकर से अपने गांव पहुंचा और पुलिस को इसकी सूचना दी। जब वह घर पर पहुंचा तो उसने देखा की मकान के मेन गेट का ताला टूटा हुआ था। अंदर कमरे के ताले अलमारी व बॉक्स के ताले भी टूटे हुए थे। जब उसने सामान चेक किया तो पता चला कि घर से 2 सोने की चेन, 2 जोड़ी चांदी की पाजेब, 1 सोने की कंठी, 1 सोने का लॉकेट, 1 सोने की अंगूठी, इन सभी सोने के सामान का वजन लगभग 3:5 तोला, 100 ग्राम के करीब चांदी व 4500 रुपए कैश चोरी हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में स्कूटी सवार युवती को मारी गोली:द्वारका एक्सप्रेसवे से जा रही थी; चंडीगढ़ में हुई शादी, अब ब्यूटी पार्लर चला रही थी हरियाणा के गुरुग्राम में स्कूटी पर जा रही एक महिला को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी। घटना के बाद वहां से गुजर रहे कैब ड्राइवर ने उसको अस्पताल में दाखिल कराया। उसकी हालत गंभीर है, फिलहाल उसके होश में आने का इंतजार हो रहा है। वारदात की सूचना के बाद राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। अभी गोली मारने के कारण का खुलासा नहीं हो पाया है। जानकारी के मुताबिक, घायल की महिला की पहचान पल्लवी शर्मा के रूप में हुई है। उसकी शादी कई वर्ष पहले चंडीगढ़ में हुई थी, लेकिन कुछ वर्षों से वह अपने बच्चों के साथ सेक्टर-99 के ऋद्धि-सिद्धि अपार्टमेंट में रह रही थी। पल्लवी यहां ब्यूटी पार्लर का काम कर रही थी। बताया जा रहा है कि रात करीब सवा 9 बजे पल्लवी अपनी स्कूटी पर सवार होकर द्वारका एक्सप्रेसवे के रास्ते किसी काम से जा रही थी। जब वह सेक्टर-102 के पास बने पेट्रोल पंप के पास पहुंची तो बाइक सवार युवकों ने उसे गोली मार दी। बाइक सवार दोनों युवकों ने हेलमेट पहना हुआ था। गोली महिला को पीछे की तरफ से मारी गई जो उसकी कमर पर लगते हुए पेट के रास्ते बाहर निकल गई। वारदात के समय पास ही मौजूद कैब ड्राइवरों ने घायल महिला को पास के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। सूचना के बाद उसके परिजन भी अस्पताल पहुंचे। घायल महिला के पिता राज कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस से जब उन्हें सूचना मिली तो वह तुरंत ही गुरुग्राम के लिए निकल आए और अस्पताल पहुंच गए। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप की माने तो मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल वारदात के कारणों का कुछ पता नहीं लग पाया है। आसपास एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। घायल महिला के होश में आने के बाद ही पता लग पाएगा कि वारदात के कारण क्या थे।
करनाल की फैक्ट्री में यूपी के बुजुर्ग की मौत:परिजन बोले- अस्पताल में छोड़कर भागे कंपनी वाले, सिर पर चोट के निशान
करनाल की फैक्ट्री में यूपी के बुजुर्ग की मौत:परिजन बोले- अस्पताल में छोड़कर भागे कंपनी वाले, सिर पर चोट के निशान हरियाणा के करनाल जिले के नगला चौक पर स्थित गुडरिच फैक्टरी में एक बुजुर्ग कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान यूपी के अजीपुर निवासी 60 वर्षीय सुभाष के रूप में हुई है। जो करीब ढाई साल से फैक्टरी में काम कर रहे थे। उनके सिर पर चोटों के निशान पाए गए हैं। परिजनों का आरोप है कि कंपनी वाले शव को अस्पताल में छोड़कर भाग गए। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजनों का आरोप: कंपनी ने दिखाई लापरवाही मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि फैक्टरी प्रशासन ने बड़ी लापरवाही बरती है। परिजनों का कहना है कि कंपनी वाले सुभाष का शव अस्पताल में छोड़कर भाग गए। उन्हें बॉडी अस्पताल के बाहर ही मिली। सुभाष के दोस्त और परिजनों का कहना है कि अगर यह हादसा था या किसी ने मारपीट की थी, तो कंपनी को तुरंत इसकी सूचना परिजनों को देनी चाहिए थी और अस्पताल में इलाज करवाना चाहिए था। मृतक का बेटा बोला- स्थिति स्पष्ट नहीं सुभाष के दो बेटे हैं, जिन्होंने बताया कि उन्हें फैक्टरी में हुए हादसे की कोई जानकारी नहीं है। बेटे ने कहा, “सिर पर चोट के निशान हैं, लेकिन हमें नहीं पता कि यह हादसा कैसे हुआ।” फैक्टरी प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह का बयान नहीं आया है और न ही वे बात करने के लिए तैयार हैं। सुभाष की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। उनके दोस्त और परिचित इस घटना को लेकर काफी आक्रोशित हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। फैक्टरी प्रशासन की लापरवाही और इस हादसे के कारण पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। परिजनों ने प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है। पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा यूपी के जांच अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि सुभाष शाम के समय नगला फार्म पर गुडरिच कंपनी में आए थे और रात को कोई हादसा हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा, “पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। शिकायत के अनुरूप ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।”
किसान नेता डल्लेवाल को लेकर अस्पताल में हंगामा:मुलाकात से रोकने पर भड़के किसान नेता; पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में लिया
किसान नेता डल्लेवाल को लेकर अस्पताल में हंगामा:मुलाकात से रोकने पर भड़के किसान नेता; पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में लिया हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने पहुंचे किसानों ने लुधियाना DMC में हंगामा कर दिया। पुलिस उन्हें डल्लेवाल से मिलने से रोक रही थी। पुलिसकर्मियों का कहना था कि उन्हें ऊपर से ऑर्डर मिले हैं। इस पर किसानों से काफी देर तक बहस हुई। किसानों ने पूछा कि किसने ऑर्डर दिए हैं? उन्हें मौके पर बुलाया जाए। इसके लिए पुलिसकर्मी तैयार नहीं हुए। इससे किसान भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद माहौल को शांत करने के लिए पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में ले लिया है। पुलिस उन्हें अपने साथ थाने ले गई है। वहीं, कई किसान DMC में ही डटे हुए हैं। वे किसान नेता डल्लेवाल से मिलने की जिद पर अड़े हुए हैं। वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक शुरू हो गई है। शाम 4 बजे किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने संघर्ष की अगली रणनीति का ऐलान करेंगे। अस्पताल में हंगामे के PHOTOS… 58 घंटे से पुलिस की हिरासत में डल्लेवाल
जानकारी के अनुसार, किसान नेता डल्लेवाल 26 नवंबर को मरणव्रत शुरू करने वाले थे, लेकिन उससे पहले पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस की कस्टडी में उन्हें करीब 58 घंटे बीत चुके हैं। इसके दौरान डल्लेवाल से किसी को न मिलने दिया गया और न ही उनसे किसी को बात करने दी। वहीं, इसी बीच बीते बुधवार को हिरासत के करीब 44 घंटे बाद लुधियाना के DMC अस्पताल से डल्लेवाल की पहली तस्वीर सामने आई थी। इसमें वह DMC के अंदर जाते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन उनके साथ पुलिसवाले भी मौजूद हैं। अस्पताल में भी उनका मरणव्रत जारी है। डल्लेवाल का मरणव्रत तीसरे दिन जारी
बता दें कि फसलों पर MSP समेत 13 मुद्दों को लेकर फरवरी महीने से किसानों का पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर संघर्ष पर चल रहा है। आज 68 वर्षीय बुजुर्ग और कैंसर से पीड़ित किसान डल्लेवाल का DMC लुधियाना और सुखजीत सिंह हरदो झंडे का खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत तीसरे दिन भी जारी है। दूसरी तरफ पंजाब सरकार किसानों को शांत करने में जुटी है। भले ही बुधवार को हुई मीटिंग में कोई नतीजा न निकला हो, लेकिन माना जा रहा है कि सरकार आज मीटिंग कर किसानों को शांत करेगी। जबकि, किसानों ने साफ किया है कि जब तक सरकार डल्लेवाल को मोर्चे में लेकर नहीं आती, तब तक वह किसी मुद्दे पर बात नहीं करेंगे। किसान बोले- पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे
27 नवंबर को खन्नौरी बॉर्डर संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के बैनर तले किसानों की आपात मीटिंग हुई। मीटिंग में किसान नेता डल्लेवाल को पुलिस हिरासत से छुड़वाने ओर संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए स्ट्रेटजी बनाई गई। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के किसान नेता शामिल थे। दूसरी तरफ किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने वीडियो जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। अब राज्य सरकार अपनी स्थिति साफ करें। हमें नजर आ रहा है कि दाल में कुछ काला है। किसान नेता सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने मरणव्रत शुरू किया है। सरकार डल्लेवाल को बांधकर, उनके नाक में नली लगाकर खुराक दे रही होगी। इसी बीच दोपहर में पंजाब पुलिस के DIG मनजीत सिंह सिद्धू, SSP पटियाला नानक सिंह खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे। इनके साथ भी मीटिंग बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे। साथ ही साफ करें कि उन्हें अस्पताल में क्यों ले जाया गया है? सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम
26 नवंबर की सुबह किसान नेता डल्लेवाल को उठाया गया तो किसान भड़क गए थे। तब किसान नेता पंधेर ने मीटिंग कर अगली रणनीति बनाई। उन्होंने केंद्र सरकार को 10 दिन का समय बातचीत के लिए दिया है। अगर इसमें कोई सहमति नहीं बनी तो किसान 6 दिसंबर को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। किसानों का कहना है कि हमारे सुरक्षा पहरे में कोई कमी रह गई थी, जो पुलिस हमारे किसान नेता को उठाकर ले गई। अब किसानों का सुरक्षा पहरा मजबूत रहेगा। पुलिस मरणव्रत पर बैठे साथी तक नहीं पहुंच पाएगी। डल्लेवाल ने परिवार के नाम की जमीन
डल्लेवाल ने 4 नवंबर को ऐलान किया था कि पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। 25 नवंबर को फरीदकोट में डल्लेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वह सिर पर कफन बांधकर आमरण अनशन पर बैठेंगे। इसलिए, उन्होंने अपनी जमीन पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दी है। बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाएंगे किसान
इधर, किसान नेता पंधेर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा था कि 9 महीने से किसान चुप बैठे हैं, लेकिन सरकारों की ओर से हमारी उपेक्षा की जा रही है। इस कारण दिल्ली जाने का फैसला लिया है। इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बजाय पैदल मार्च करेंगे। इसमें पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे। 13 फरवरी को दिल्ली कूच पर निकले थे
हरियाणा और पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच के लिए निकले थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। किसानों को इसके आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इसके बाद शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। अब मामला कोर्ट में है।