उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जन अभियान-2024’ की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत उत्तर प्रदेश को इस वर्ष 36.46 करोड़ से अधिक का लक्ष्य मिला है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय से इस लक्ष्य को हर हाल में आगामी 20 जुलाई को पूरा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में पौधरोपण महाअभियान के लिए विभागवार व जनपदवार लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य किया जाए। बैठक में उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्रियों व विभिन्न विभागाध्यक्षों को दिशा-निर्देश भी दिए। उत्तर प्रदेश पर है प्रकृति व परमात्मा की असीम कृपाः सीएम मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति व परमात्मा की असीम कृपा है। यहां पौधरोपण अभियान अब जनांदोलन का स्वरूप ले चुका है। विगत छह वर्ष में यहां 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। जिनमें 2017-18 में 5.72 करोड़, 2018-19 में 11.77 करोड़, 2019-20 में 22.60 करोड़, 2020-21 में 25.87 करोड़, 2021-22 में 30.53 करोड़, 2022-23 में 35.49, 2023-24 में 36.16 करोड़ पौधरोपण किए गए। प्रदेश में 20 जुलाई को लगेंगे 36.46 करोड़ से अधिक पौधे मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले छह वर्ष में 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। और भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा प्रकाशित स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 1.98 लाख एकड़ भूमि में हरित आवरण में वृद्धि हुई है। वही प्रदेश में आगामी 20 जुलाई को 36.46 करोड़ से अधिक पौधे लगेंगे। सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जनपद में उपस्थित रहकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आम लोगो के साथ मिलकर पौधरोपण करें। इस कार्यक्रम में नोडल अधिकारी अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। पौधरोपण जनअभियान के लिए तैयार किए गए हैं 54.20 करोड़ पौधे पौधरोपण जनअभियान की सफलता के लिए पौधों की उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 54.20 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं। इन पौधों के रोपण के साथ-साथ इनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। पौधरोपण स्थलों की जियो टैगिंग की जाए। पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान के लोगो का किया अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सारस की ग्रीष्मकालीन गणना-2024 की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस बार गणना 19918 सारस पाए गए हैं। 2023 में यह संख्या 19522, 2022 में 19188 थी। मुख्यमंत्री ने पेड़ लगाओ- पेड़ बचाओ जनअभियान-2024 के लोगो का अनावरण भी किया। साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण फ्लिप बुक का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने पौधों को संरक्षित करने के लिए निर्देश •मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक जनसहयोग से प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र में वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र को 2021-22 के 9.23 प्रतिशत से बढ़ाकर 2026-27 तक 15 प्रतिशत तक ले जाने का है। इस लक्ष्य के अनुरूप 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे। •मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ‘कार्बन फाइनेंस’ के माध्यम से कृषकों की आय में वृद्धि करने की दिशा में कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से किसानों को इंसेटिव भी प्रदान किया जाएगा। कार्बन फाइनेंस की जानकारी अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाई जाई। •मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन विभागों के पास पर्याप्त जमीन नहीं है, वह अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर पौधरोपण के कार्य को प्रमुखता से आगे बढ़ाएं। •मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रभारी मंत्री व नोडल अधिकारी पौधरोपण जन अभियान से जुड़ें। पौधरोपण जन अभियान के संबंध में कुछ नए नवाचारों को भी आगे बढ़ाएं। •मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को सहजन का पौधा उपलब्ध कराएं और आंगनबाड़ी केंद्रों में सहजन का पौध लगाया जाए। यह पौधा कुपोषण से बचाव में काफी कारगर साबित होता है। •मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के 2.62 करोड़ लाभार्थियों से संवाद बनाकर उन्हें भी पौधरोपण जन अभियान से जोड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि अमृत सरोवरों, नदियों के किनारे, खाली जमीन, हाइवे-एक्सप्रेसवे के किनारे, मंडी समितियों में आवश्यक्तानुसार में फलदार-छायादार पौधे रोपित किए जाएं। गंगा, यमुना, हिंडन समेत अन्य नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में सघन पौधरोपण किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधे लगवाने के साथ इनकी सुरक्षा के भी प्रबंध किए जाएं। ट्री गार्ड आदि लगाकर इनकी सुरक्षा भी हर हाल में सुनिश्चित की जाए। बाल वन, अमृत वन, नगर वन, युवा वन, शक्ति वन, मित्र वन, विरासत विरासत वाटिका, नक्षत्र वाटिका भी लगाकर पूर्व की भांति इस वर्ष भी नियोजित पौधरोपण के प्रयास किए जाएं। यह वन हरीतिमा बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। •मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधरोपण के लिए वन भूमि, ग्राम पंचायत, सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेसवे-हाइवे, फोरलेन सड़क, नहर, विकास प्राधिकरणों, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि के साथ नागरिकों के द्वारा निजी परिसरों का उपयोग किया जा सकता है। निजी क्षेत्रों, एनजीओ, धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं को भी इस अभियान के साथ जोड़ा जाए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जन अभियान-2024’ की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत उत्तर प्रदेश को इस वर्ष 36.46 करोड़ से अधिक का लक्ष्य मिला है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय से इस लक्ष्य को हर हाल में आगामी 20 जुलाई को पूरा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में पौधरोपण महाअभियान के लिए विभागवार व जनपदवार लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य किया जाए। बैठक में उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्रियों व विभिन्न विभागाध्यक्षों को दिशा-निर्देश भी दिए। उत्तर प्रदेश पर है प्रकृति व परमात्मा की असीम कृपाः सीएम मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति व परमात्मा की असीम कृपा है। यहां पौधरोपण अभियान अब जनांदोलन का स्वरूप ले चुका है। विगत छह वर्ष में यहां 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। जिनमें 2017-18 में 5.72 करोड़, 2018-19 में 11.77 करोड़, 2019-20 में 22.60 करोड़, 2020-21 में 25.87 करोड़, 2021-22 में 30.53 करोड़, 2022-23 में 35.49, 2023-24 में 36.16 करोड़ पौधरोपण किए गए। प्रदेश में 20 जुलाई को लगेंगे 36.46 करोड़ से अधिक पौधे मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले छह वर्ष में 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं। और भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा प्रकाशित स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 1.98 लाख एकड़ भूमि में हरित आवरण में वृद्धि हुई है। वही प्रदेश में आगामी 20 जुलाई को 36.46 करोड़ से अधिक पौधे लगेंगे। सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जनपद में उपस्थित रहकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आम लोगो के साथ मिलकर पौधरोपण करें। इस कार्यक्रम में नोडल अधिकारी अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। पौधरोपण जनअभियान के लिए तैयार किए गए हैं 54.20 करोड़ पौधे पौधरोपण जनअभियान की सफलता के लिए पौधों की उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 54.20 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं। इन पौधों के रोपण के साथ-साथ इनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। पौधरोपण स्थलों की जियो टैगिंग की जाए। पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान के लोगो का किया अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सारस की ग्रीष्मकालीन गणना-2024 की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस बार गणना 19918 सारस पाए गए हैं। 2023 में यह संख्या 19522, 2022 में 19188 थी। मुख्यमंत्री ने पेड़ लगाओ- पेड़ बचाओ जनअभियान-2024 के लोगो का अनावरण भी किया। साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण फ्लिप बुक का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने पौधों को संरक्षित करने के लिए निर्देश •मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक जनसहयोग से प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र में वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र को 2021-22 के 9.23 प्रतिशत से बढ़ाकर 2026-27 तक 15 प्रतिशत तक ले जाने का है। इस लक्ष्य के अनुरूप 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे। •मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ‘कार्बन फाइनेंस’ के 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हिंडन समेत अन्य नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में सघन पौधरोपण किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधे लगवाने के साथ इनकी सुरक्षा के भी प्रबंध किए जाएं। ट्री गार्ड आदि लगाकर इनकी सुरक्षा भी हर हाल में सुनिश्चित की जाए। बाल वन, अमृत वन, नगर वन, युवा वन, शक्ति वन, मित्र वन, विरासत विरासत वाटिका, नक्षत्र वाटिका भी लगाकर पूर्व की भांति इस वर्ष भी नियोजित पौधरोपण के प्रयास किए जाएं। यह वन हरीतिमा बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। •मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधरोपण के लिए वन भूमि, ग्राम पंचायत, सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेसवे-हाइवे, फोरलेन सड़क, नहर, विकास प्राधिकरणों, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि के साथ नागरिकों के द्वारा निजी परिसरों का उपयोग किया जा सकता है। निजी क्षेत्रों, एनजीओ, धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं को भी इस अभियान के साथ जोड़ा जाए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ में ट्रकों के बीच पिस गई वैन, 4 मौत:बिहार से बदायूं जा रहे थे; दरवाजे काटकर निकाले मां-बेटे के शव लखनऊ में गुरुवार रात सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 9 घायल हैं। हादसा किसान पथ पर अनवर गंज के पास हुआ। रात करीब 10 बजे चार गाड़ियां आपस में टकरा गईं। दो ट्रकों के बीच फंसी ओमनी के परखच्चे उड़ गए। जिसमें ओमनी में सवार 3 और इनोवा में सवार एक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे में इनोवा और ओमनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। गाड़ियों में सवार लोग फंस गए। राहगीरों की मदद से पुलिस ने दोनों गाड़ियों के दरवाजे को काटकर लोगों को निकाला। पुलिस ने 13 लोगों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने 4 मृत घोषित कर दिया। पहले घटना की 4 तस्वीरें… अब पढ़िए घटना… इनोवा के ड्राइवर मोहम्मद आरिफ खान ने बताया, किसान पथ पर इनोवा सबसे आगे चल रही थी। मैंने गाड़ी रोकने के लिए स्पीड कम की। तभी पीछे से आ रहे ट्रक ने तेज टक्कर मार दी। इससे इनोवा डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। हादसे में हमारे साथ सवार सभी लोग घायल हो गए। जबकि शहजाद की मौके पर ही मौत हो गई। इसी बीच, पीछे चल रही ओमनी गाड़ी ट्रक में जा घुसी। उसके पीछे चल रहे ट्रक ने उसे भयानक टक्कर मारी। इससे ओमनी के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी पूरी तरह से खत्म हो गई। लोग क्षत-विक्षत हालत में वैन में ही फंसे रहे। राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू शुरू किया। गैस कटर से गाड़ियों का दरवाजा काटकर लोगों को बाहर निकाला गया। बीमार मां का इलाज कराकर लौट रहा था बेटा चिनहट के खंदक गांव का शुभम (20) अपनी मां किरण यादव (45) को डॉक्टर को दिखाकर जुग्गौर से लौट रहा था। उसके साथ पड़ोस के हिमांशु उर्फ बंटी (17) और शोभित उर्फ लाले (22) भी थे। हादसे में मां-बेटे और पड़ोसी हिमांशु की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि शोभित घायल है। बिहार से प्रोग्राम करके लौट रहे थे
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बारात में नाच रही घोड़ी ने बच्चे को मारी लात…मौत:कानपुर में मां बोली-12 साल बाद बेटा देकर क्यों छीना
बारात में नाच रही घोड़ी ने बच्चे को मारी लात…मौत:कानपुर में मां बोली-12 साल बाद बेटा देकर क्यों छीना कानपुर के हनुमंत विहार में बारात उठने के दौरान घोड़ी के लात मारने से 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चा घोड़ी के पीछे से गुजर रहा था और घोड़ी ने दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बारात के दौरान घोड़ी वाला बैंड-बाजे की धुन पर घोड़ी को भी नचा रहा था। इससे पूरा हादसा हुआ है। फिलहाल परिवार के कोई तहरीर नहीं देने के चलते पुलिस कार्रवाई से बच रही है। मंगलवार को बच्चे के शव का अंतिम संस्कार होगा। 2 तस्वीरें देखिए… अब आपको बताते हैं क्या था पूरा मामला
हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के रहने वाले सुरेश चंद्र गुप्ता ई-रिक्शा चालक हैं। सुरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि रविवार को इलाके में रहने वाले एक बाजपेई परिवार में शादी समारोह था। उनके बेटे की बारात जाने से पहले उनके घर के पास मंदिर में दूल्हा घोड़े पर बैठकर परिवार के साथ पूजा करने आया था। इस दौरान उनका 6 साल का बेटा कृष्णा मंदिर के पास से गुजर रहा था। इस दौरान घोड़े ने पीछे से गुजर रहे कृष्णा के दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल और मोहल्ले व परिवार के लोग पहले कर्रही के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर हालत गंभीर होने के चलते साकेत नगर के एक निजी अस्पताल और फिर वहां से रीजेंसी गोविंद नगर और सर्वोदय नगर रीजेंसी रेफर किया गया। सोमवार दोपहर को बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी मिलते ही हनुमंत विहार थाना प्रभारी उदय सिंह मौके पर जांच करने पहुंचे। सीसीटीवी से पूरा मामला साफ हो गया। बच्चे के पिता सुरेश चंद्र ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इनकार कर दिया। मां बोली- मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया
मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया, मेरी क्या गलती थी…मुझे उठा लेते भगवान, मेरे बच्चे से क्या गलती हुई जो उसे मुझसे छीन लिया। 12 साल बाद फूल सी औलाद देकर मुझसे क्यो छीन लिया, अगर लेना ही था तो मुझे दिया ही क्यों था…। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा की रहने वाली स्वाति गुप्ता बार-बार यही कहते हुए अचेत हो जा रही हैं। 6 साल के बेटे कृष्णा की घोड़ी की दुलत्ती से मौत के बाद से मां की हालत बिगड़ गई है। बच्चे की मौत के गम से वह पागल सी हो गई हैं। पति सुरेश चंद्र गुप्ता, बड़ा बेटा शिवा के भी आंसू देखकर मोहल्ले के लोग खुद के आंसू रोक नहीं सके। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के पास रहने वाले परिवार का दर्द किसी से देखा नहीं जा रहा था। हर किसी की आंखे नम हैं। मामले की जांच करने पहुंचे हनुमंत विहार थाने के पुलिस अफसरों का भी कलेजा पसीज उठा। मां रोते हुए हाथ जोड़कर बोली अब मेरे बच्चे को छोड़ दो, हमें पोस्टमार्टम नहीं कराना है। मेरे बच्चे के शरीर की चीर-फाड़ नही करानी है। फूल सा बच्चा है, हम उसे नहीं देंगे। इसके बाद हनुमंत विहार एसओ उदय सिंह फोर्स के साथ वापस लौट आए। उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि अगर आपको मेरी कोई मदद की जरूरत हो तो बताइएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी मिला है। घोड़ी वाला बैंड बाजे की धुन पर घोड़ी को नचा रहा था, इस दौरान उसके दुलत्ती मारने से पूरा हादसा हुआ है। अगर परिवार तहरीर देगा ताे मामले में एक्शन लेंगे। घोड़ी को नचाने के दौरान दुलत्ती मारने से हुई मौत
हनुमंत विहार के ठाकुर चौराहा पर रहने वाले बाजपेई परिवार में बेटे की शादी थी। बारात उठने से पहले मोहल्ले के मंदिर यानी मृतक बच्चे के घर के पास बारात मंदिर में पूजा करने पहुंची थी। दूल्हा मंदिर के भीतर परिवार के साथ पूजा कर रहा था। बाहर बैंड-बाजे की धुन पर परिवार के लोग नाच गा रहे थे, इधर घोड़ी लेकर आया युवक भी घोड़ी को बैंड-बजे की धुन पर नचा रहा था। सकरी गली और बैंड बाजे का शोर और घोड़ी को जबरन नचाने की कोशिश के दौरान भड़क गई और दुलत्ती कार दी। इससे पीछे से गुजर रहे 6 साल के बच्चे कृष्णा की मौत हो गई। 12 साल बाद मन्नत से हुआ था बेटा
मोहल्ले के लोगों ने बताया- दंपती सुरेश और स्वाति का बड़ा बेटा शिवा 17 साल का है, लेकिन उनके दूसरी संतान नहीं हो रही थी। दंपती ने इसके लिए बालाजी में मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर 12 साल बाद कृष्णा का जन्म हुआ था। दंपती बेटे के जन्म के बाद मोहल्ले में एक हनुमान जी का मंदिर भी मोहल्ले के लोगों के सहयोग से चंदा करके बनवाया था। ………………………… ये खबर भी पढ़िए… झांसी में छात्र का सुसाइड, प्रधानाध्यापक समेत 3 सस्पेंड:बचपन का दोस्त बोला- वो कहता था कि पढ़ता हूं, कुछ समझ में नहीं आता रोहन कक्षा-1 से क्लास का टॉपर था। 11वीं में आया तो पढ़ाई में दिक्कत होने लगी। फिजिक्स-केमिस्ट्री उसे बिल्कुल समझ में नहीं आ रही थी। मुझसे कहता था कि पढ़ता हूं, लेकिन कुछ समझ में नहीं आता। इसी वजह से वो डिप्रेशन में चला गया। रविवार रात को उसने हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी। ये कहते हुए रोहन का बचपन का दोस्त संजय रोने लगा। पढ़िए पूरी खबर
करनाल में युवक पर जानलेवा हमला:तेजधार हथियार से किए वार, दोनों पक्षों में रंजिश, पत्नी बोली- पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया
करनाल में युवक पर जानलेवा हमला:तेजधार हथियार से किए वार, दोनों पक्षों में रंजिश, पत्नी बोली- पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया हरियाणा के करनाल जिले में एक सैलून शॉप पर बैठे युवक पर दो युवकों ने तेजधार हथियारों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में युवक के सिर और अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आई हैं। यह हमला पुरानी रंजिश के चलते किया गया। हमला करने के बाद आरोपियों ने पीड़ित युवक को जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए। घायल युवक को उपचार के लिए करनाल के जिला नागरिक अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। पीड़ित की पत्नी ने इस मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी है। लेकिन आरोप है कि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है, जिससे आरोपी अभी भी खतरा बने हुए हैं। पुरानी रंजिश के चलते किया गया हमला पीड़ित युवक अमन की पत्नी ने बताया कि कुछ समय पहले एक झगड़े के कारण अमन और आरोपियों के बीच विवाद हुआ था। इस कारण कुछ युवक अमन के साथ पुरानी रंजिश रखते थे। अमन ने कुछ महीने पहले इस मामले में जेल भी काटी थी, और अब भी मामला कोर्ट में चल रहा है। इसके बावजूद आरोपियों की तरफ से हमले की धमकी दी जा रही थी। अमन की पत्नी ने आगे बताया कि रविवार को अमन हांसी रोड पर स्थित सैलून में बैठा था, तभी दो युवक वहां पहुंचे और अमन को बाहर खींचकर बुरी तरह से पीटने लगे। हमलावरों ने अमन के सिर में भी तेजधार हथियार से वार किया। घर में अकेली पत्नी और छोटा बच्चा अमन की पत्नी ने कहा कि घर में केवल वह और उनका छोटा बच्चा हैं। अब जबकि पति अस्पताल में भर्ती है, परिवार में स्थिति भयावह हो गई है। पीड़िता ने पुलिस प्रशासन से तेजी से कार्रवाई की अपील की है, ताकि परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। हमलावरों ने बचने की कोशिश करने के बावजूद किया हमला पीड़ित की पत्नी के अनुसार, अमन ने अपनी जान बचाने के लिए पास की दुकानों में घुसने की कोशिश की, लेकिन हमलावर उसके पीछे-पीछे वहां भी पहुंचे और हमला करते रहे। हमलावर बार-बार धमकी दे रहे थे कि वे उसे जान से मार देंगे। इसके बाद हमलावर घटनास्थल से भाग गए। अमन की पत्नी ने बताया कि 5 जनवरी को ही उसने इस मामले की शिकायत सदर बाजार पुलिस चौकी में दी थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। पीड़िता को शिकायत की रसीद तो दी गई है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। रसीद के अनुसार इस मामले की जांच आईओ राजाराम को सौंप दी गई है, लेकिन परिवार में दहशत और खतरा बना हुआ है। पीड़िता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।