लुधियाना| श्री ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली की नई कार्यकारिणी में लुधियाना के दो धर्मनिष्ठ सुश्रावकों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है। राजन जैन केपी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जबकि अरुण जैन गुग्गू को राष्ट्रीय मंत्री मनोनीत किया गया। इस नियुक्ति से जैन समाज में हर्ष की लहर है। कांफ्रेंस के नवनियुक्त प्रधान अतुल जैन द्वारा घोषित इस कार्यकारिणी में राजन जैन केपी, जो पहले राष्ट्रीय संगठन मंत्री थे, को उच्च जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, अरुण जैन गुग्गू, जो पंजाब जोन-2 के प्रधान रह चुके हैं, अब राष्ट्रीय मंत्री के पद पर अपनी सेवाएं देंगे। इस घोषणा की जानकारी ट्रस्ट बोर्ड सदस्य संजीव हीरालाल जैन ने दी। जैन समाज के वरिष्ठजनों ने दोनों को शुभकामनाएं दीं और इसे लुधियाना के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया। लुधियाना| श्री ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली की नई कार्यकारिणी में लुधियाना के दो धर्मनिष्ठ सुश्रावकों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है। राजन जैन केपी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जबकि अरुण जैन गुग्गू को राष्ट्रीय मंत्री मनोनीत किया गया। इस नियुक्ति से जैन समाज में हर्ष की लहर है। कांफ्रेंस के नवनियुक्त प्रधान अतुल जैन द्वारा घोषित इस कार्यकारिणी में राजन जैन केपी, जो पहले राष्ट्रीय संगठन मंत्री थे, को उच्च जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, अरुण जैन गुग्गू, जो पंजाब जोन-2 के प्रधान रह चुके हैं, अब राष्ट्रीय मंत्री के पद पर अपनी सेवाएं देंगे। इस घोषणा की जानकारी ट्रस्ट बोर्ड सदस्य संजीव हीरालाल जैन ने दी। जैन समाज के वरिष्ठजनों ने दोनों को शुभकामनाएं दीं और इसे लुधियाना के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में बैलेट पेपर से बनेगा मेयर:24 साल पहले भी अपनाया गया यही फॉर्मूला; निर्दलीयों के लिए लॉबिंग में जुटी पार्टियां
अमृतसर में बैलेट पेपर से बनेगा मेयर:24 साल पहले भी अपनाया गया यही फॉर्मूला; निर्दलीयों के लिए लॉबिंग में जुटी पार्टियां पंजाब के अमृतसर में किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने से मेयर पद के लिए मुकाबला कड़ा होता जा रहा है। कांग्रेस निर्दलीय उम्मीदवारों को साधने की कोशिश में जुटी है। वहीं, सत्ताधारी पार्टी बहुमत हासिल करने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों को साधने की कोशिश कर रही है। चर्चा यह भी है कि एक तरफ पार्टियां अपने पार्षदों को जुटा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ निर्दलीयों की कीमत बढ़ती जा रही है। दरअसल, अमृतसर में कांग्रेस 40 का आंकड़ा पाकर भी बहुमत से दूर है। अमृतसर नगर निगम में कुल 85 पार्षद हैं। अगर निगम सीमा में आने वाले 7 विधायकों के वोट मिल जाएं तो बहुमत के लिए 47 का आंकड़ा पहुंचना जरूरी है। अमृतसर में 8 निर्दलीय पार्षद हैं, लेकिन एक-दो को छोड़कर कोई भी कांग्रेस के पक्ष में आने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी अपना गणित बैठाने में जुटी है। 24 पार्षदों के साथ वह अकाली दल और निर्दलीय उम्मीदवारों को साधने की कोशिश में जुटी है। अगर आप इसमें सफल हो जाती है तो 7 विधायकों को मिलाकर उसके पक्ष में 43 वोट हो जाएंगे। जो कांग्रेस के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। बहुमत नहीं बना तो होगी वोटिंग, जिसके पास ज्यादा वोट होंगे वही मेयर बनेगा साल 2000 में बीजेपी के मेयर सुभाष शर्मा को एक विवादित मामले में फंसने के बाद पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच अपना-अपना मेयर चुनने की कोशिशें शुरू हो गईं। दोनों ही पार्टियों के पास बहुमत नहीं था, इसलिए आखिरकार बैलेट पेपर से वोटिंग हुई और सुनील दत्ती मेयर बने। उस समय भी पार्षदों को अपने पक्ष में करने के लिए काफी प्रयास किए गए थे। अब भी यही स्थिति बन रही है। न तो कांग्रेस और न ही आम आदमी पार्टी के पास पर्याप्त पार्षद हैं। ऐसे में मेयर का बैलेट पेपर से चुना जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में जिस पार्टी के पक्ष में ज्यादा वोट आएंगे, उसका मेयर बनेगा। पार्षदों के बढ़ते दाम इस पूरे खेल में पार्षदों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। एक पार्षद ने बताया कि निर्दलीय पार्षदों को मोटी रकम ऑफर की जा रही है। हालांकि दैनिक भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता। लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि दोनों ही पार्टियां पार्षदों को अपनी ओर झुकाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। इसके साथ ही सभी पार्टियां अपने पार्षदों को लेकर भी चिंतित हैं। पार्षदों को शपथ दिलाई जा रही है कि वे दूसरे के खेमे में नहीं जाएंगे। कुछ पार्टियों ने इस संबंध में बैठकें भी की हैं। फिलहाल पार्षद शपथ दिलाए जाने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे अपने वार्डों में काम शुरू कर सकें।
पंजाब के सबसे महंगे टोल को बंद करेंगे किसान:केबिनों को करेंगे लॉक, 15 दिन से फ्री, सरकार को 15 करोड़ का नुकसान
पंजाब के सबसे महंगे टोल को बंद करेंगे किसान:केबिनों को करेंगे लॉक, 15 दिन से फ्री, सरकार को 15 करोड़ का नुकसान पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा कल 30 जून को पूरी तरह बंद होने जा रहा है। किसान टोल एजेंसी के केबिनों पर ताला लगाएंगे। पिछले 15 दिनों से भारतीय किसान मजदूर यूनियन, भारतीय किसान दोआबा यूनियन और टैक्सी यूनियन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हर वाहन चालक बिना टोल टैक्स दिए वाहन निकाल रहा है। अब तक 6 लाख से ज्यादा वाहनों से बिना पर्ची के इस टोल टैक्स का भुगतान किया जा चुका है। इससे लोगों को करीब 15 करोड़ रुपये की बचत हुई है। किसानों की मांग है कि टोल टैक्स की पुरानी दर 150 रुपए प्रति चार पहिया वाहन ही रखी जाए। 30 जून को लगेगा टोल एजेंसी दफ्तर में ताला किसान नेता इंद्रबीर कादियां ने कहा कि लोगों से हो रही लूट बंद हो गई है। पिछले 14 दिनों से किसान लगातार टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। वहीं भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह ने कहा कि कल बड़ी संख्या में सामाजिक संगठन और किसान जत्थेबंदियां लाडोवाल टोल प्लाजा पर पहुंच रही हैं। कल टोल कर्मचारियों के दफ्तर पर ताला जरूर जड़ दिया जाएगा। ताला जड़ने का कारण यह है कि वह कई बार टोल अधिकारियों और एनएचएआई से इस टोल की समय सीमा के कागजात दिखाने को कह चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी कागजात नहीं दिखा पाया है। इसका मतलब यह है कि यह टोल अवैध रूप से चल रहा है। केंद्र सरकार लोगों से अवैध वसूली करवा रही है। लोगों का समर्थन किसानों के साथ है, कल टोल पर ताला जड़ दिया जाएगा और लोगों को राहत दी जाएगी। 2 जून से लागू हुए बढ़े हुए रेट… लाडोवाल टोल पर कार का पुराना टैक्स एक तरफ का 215 और राउंड ट्रिप का 325 था और मासिक पास 7175 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 220 और राउंड ट्रिप का 330 है और मासिक पास 7360 होगा। इसी प्रकार हल्के वाहन का पुराना किराया एक तरफ का 350 और राउंड ट्रिप का 520 था और मासिक पास 11590 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 355 और राउंड ट्रिप का 535 है और मासिक पास 11885 होगा। 2 एक्सल वाली बस या ट्रक का पुराना रेट एक तरफ का 730 और राउंड ट्रिप का 1095 था और मासिक पास 24285 था। नई दर में एक तरफ का 745, पीछे का 1120 और मासिक पास 24905 का होगा। तीन एक्सल वाले वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 795 और पीछे का 1190 था और मासिक पास 26490 था। नई दर में एक तरफ का 815 और पीछे का 1225 और मासिक पास 27170 का होगा। भारी निर्माण मशीनरी चार एक्सल वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 1140 और राउंड ट्रिप का 1715 था और मासिक पास 38,085 था। नई दर में एक तरफ का 1170 और पीछे का 1755 होगा और मासिक पास 39055 का होगा। सात और उससे अधिक एक्सल के लिए पुराना रेट एक तरफ का 1390, राउंड ट्रिप 2085 था। नई दर में एक तरफ का किराया 1425, वापस का 2140 और मासिक पास 47 हजार 545 होगा। इसके साथ ही टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों के लिए पास का रेट भी 2 जून से 330 से बढ़ाकर 340 कर दिया गया है।
अधूरी तैयारी के साथ एनईपी शुरू:कॉलेजों में न स्टाफ, न पसंद का विषय पढ़ने का ऑप्शन
अधूरी तैयारी के साथ एनईपी शुरू:कॉलेजों में न स्टाफ, न पसंद का विषय पढ़ने का ऑप्शन पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मान्यता प्राप्त कॉलेजों में इस सेशन से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को लागू किया गया है। कॉलेजों में अधूरी तैयारी के साथ इसे शुरू किया गया है। कॉलेजों में स्टाफ की कमी के कारण मल्टीपल एंट्री-एग्जिट पॉइंट तो दे दिए गए हैं। लेकिन स्टूडेंट्स अपनी पसंद के विषय अब भी नहीं पढ़ सकते हैं। स्टूडेंट्स के पास सब्जेक्ट की चॉइस नहीं है और सिर्फ नाम के लिए ही ऑप्शन हैं। अगर कोई साइंस का स्टूडेंट आर्ट्स का विषय पढ़ना चाहता है तो उसे यह अवसर नहीं मिला है। इसी तरह आर्ट्स या कॉमर्स का स्टूडेंट साइंस विषय को पढ़ना चाहते हैं तो उनके पास ऑप्शन नहीं है। एनईपी के बारे में टीचर्स के लिए फिर भी कुछ सेशन आयोजित हुए हैं लेकिन स्टूडेंट्स को इस बारे में जागरुकता ही नहीं है कि ऑप्शन के तहत वो इंटर सब्जेक्ट चुनाव कर सकते हैं। टीचर्स ने बताया कि मल्टीपल एंट्री-एग्जिट पॉइंट स्टूडेंट्स को दिए जा रहे हैं। यानि वो अगर एक साल का कोर्स करते हैं तो भी उन्हें उस मुताबिक सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री का सर्टिफिकेट जारी होगा। जिले में 30 से ज्यादा कॉलेज पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मान्यता प्राप्त हैं। जहां हर साल 20 हजार से ज्यादा सीटों पर एडमिशन होती है। ये तैयारी करनी होगी एनईपी के तहत संस्थानों को फैकल्टी, लैब और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा जिससे कि स्टूडेंट्स ज्यादा से ज्यादा कोर्सेस का लाभ ले सकें। लेकिन कॉलेजों में नियमों को लागू करने से पहले न ही कोई ट्रेनिंग और न ही स्टूडेंट्स के लिए कोई जागरुकता सेशन हुआ। इस बार ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस भी पहले की ही तरह आयोजित हुआ। स्टूडेंट्स के बढ़ने के साथ फैकल्टी का भी विस्तार जरूरी है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।