लुधियाना में 2 साल की बच्ची को कुत्ते ने नोचा:घर बाहर थी खेल रही, सिर,चेहरे और लात पर लगे टांके, इलाके में सहम

लुधियाना में 2 साल की बच्ची को कुत्ते ने नोचा:घर बाहर थी खेल रही, सिर,चेहरे और लात पर लगे टांके, इलाके में सहम

पंजाब के लुधियाना में एक 2 साल की बच्ची को कुत्ते ने बुरी तरह से नोच खाया। बच्ची ही हालत काफी गंभीर है। प्राइवेट अस्पताल में उसके सिर, चेहरे और लात पर टांके लगवाए गए। बच्ची के सिर और चेहरे पर कुत्ते के दांत लगे है। बच्ची के उपचार पर परिवार का करीब डेढ़ लाख रुपया लग गया है। अवारा कुत्तों के डर के कारण पूरे इलाके में अब सहम है। घर के बाहर खेल रही थी जानवी जानकारी देते हुए राजगढ़ फ्यूजन के रहने वाले नरेश कुमार ने बताया कि उनकी बेटी जानवी अपने घर के बाहर ही खेल रही थी। इस दौरान गली के कुत्ते ने उनकी बेटी को घेर लिया और बुरी तरह से नोचा। बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर वह घर से बाहर निकले। उस समय बच्ची बेहोश गली में पड़ी हुई थी। गली में शोर मचाया और लोगों की मदद से खून से लथपथ बच्ची को फोर्टिस अस्पताल भर्ती करवाया। परिवार की है इकलौती बेटे नरेश मुताबिक जानवी उनकी इकलौती बेटी है। नरेश ने कहा कि वह ट्रांसपोर्ट का काम करते है। कालोनी में अक्सर कुत्तों के झुंड घुमते है जो किसी न किसी को काट लेते है। नगर निगम से उनकी मांग है कि उनकी कालोनी में कुत्तों के आपरेशन करवाए जाए ताकि उनकी जनसंख्या न बढ़े। बच्चों में डर का माहौल
कालोनी के प्रधान गौरव ने बताया कि कुत्तों के हमले के बाद इलाका के बच्चों में भी डर का माहौल है। बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं इलाके के अन्य लोगों ने बताया कि कई बार पहले भी ये कुत्ते लोगों को काटने का प्रयास कर चुके हैं।
इस बाबत कई बार प्रशासन से गुहार भी लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा। उन्होंने मांग की कि उनकी समस्या का समाधान किया जाए। ताकि बिना किसी डर के बच्चे गली मोहल्ले में खेल सके। कुत्तों के नहीं हो रहे ऑपरेशन
इलाका निवासियों का कहना है कि आए दिन फीमेल डॉग बच्चों को जन्म दे रही हैं। इससे इलाके में कुत्तों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। इलाके में कुत्तों की नसबंदी नहीं हो रही। आने वाले समय में ये इलाके के लोगों के लिए बड़ी समस्या है। कुत्ते के काटने पर करवाना चाहिए टीकाकरण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यदि कुत्ता काट ले तो तुरंत टीकाकरण करवाना चाहिए अन्यथा रेबीज नाम के वायरस से बीमारी लग जाती है। रेबीज का वायरस इन्फेक्टेड जानवर की लार में रहता है। रेबीज कुत्ते, बिल्ली, बंदर या चमगादड़ से फैल सकता है, लेकिन रेबीज के 90 प्रतिशत से ज्यादा मामले कुत्ते के काटने से ही आते हैं। जब व्यक्ति इस वायरस से इन्फेक्टेड हो जाता है तो उसे रेबीज की बीमारी हो जाती है। पंजाब के लुधियाना में एक 2 साल की बच्ची को कुत्ते ने बुरी तरह से नोच खाया। बच्ची ही हालत काफी गंभीर है। प्राइवेट अस्पताल में उसके सिर, चेहरे और लात पर टांके लगवाए गए। बच्ची के सिर और चेहरे पर कुत्ते के दांत लगे है। बच्ची के उपचार पर परिवार का करीब डेढ़ लाख रुपया लग गया है। अवारा कुत्तों के डर के कारण पूरे इलाके में अब सहम है। घर के बाहर खेल रही थी जानवी जानकारी देते हुए राजगढ़ फ्यूजन के रहने वाले नरेश कुमार ने बताया कि उनकी बेटी जानवी अपने घर के बाहर ही खेल रही थी। इस दौरान गली के कुत्ते ने उनकी बेटी को घेर लिया और बुरी तरह से नोचा। बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर वह घर से बाहर निकले। उस समय बच्ची बेहोश गली में पड़ी हुई थी। गली में शोर मचाया और लोगों की मदद से खून से लथपथ बच्ची को फोर्टिस अस्पताल भर्ती करवाया। परिवार की है इकलौती बेटे नरेश मुताबिक जानवी उनकी इकलौती बेटी है। नरेश ने कहा कि वह ट्रांसपोर्ट का काम करते है। कालोनी में अक्सर कुत्तों के झुंड घुमते है जो किसी न किसी को काट लेते है। नगर निगम से उनकी मांग है कि उनकी कालोनी में कुत्तों के आपरेशन करवाए जाए ताकि उनकी जनसंख्या न बढ़े। बच्चों में डर का माहौल
कालोनी के प्रधान गौरव ने बताया कि कुत्तों के हमले के बाद इलाका के बच्चों में भी डर का माहौल है। बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं इलाके के अन्य लोगों ने बताया कि कई बार पहले भी ये कुत्ते लोगों को काटने का प्रयास कर चुके हैं।
इस बाबत कई बार प्रशासन से गुहार भी लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा। उन्होंने मांग की कि उनकी समस्या का समाधान किया जाए। ताकि बिना किसी डर के बच्चे गली मोहल्ले में खेल सके। कुत्तों के नहीं हो रहे ऑपरेशन
इलाका निवासियों का कहना है कि आए दिन फीमेल डॉग बच्चों को जन्म दे रही हैं। इससे इलाके में कुत्तों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। इलाके में कुत्तों की नसबंदी नहीं हो रही। आने वाले समय में ये इलाके के लोगों के लिए बड़ी समस्या है। कुत्ते के काटने पर करवाना चाहिए टीकाकरण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यदि कुत्ता काट ले तो तुरंत टीकाकरण करवाना चाहिए अन्यथा रेबीज नाम के वायरस से बीमारी लग जाती है। रेबीज का वायरस इन्फेक्टेड जानवर की लार में रहता है। रेबीज कुत्ते, बिल्ली, बंदर या चमगादड़ से फैल सकता है, लेकिन रेबीज के 90 प्रतिशत से ज्यादा मामले कुत्ते के काटने से ही आते हैं। जब व्यक्ति इस वायरस से इन्फेक्टेड हो जाता है तो उसे रेबीज की बीमारी हो जाती है।   पंजाब | दैनिक भास्कर