हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 126 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति नष्ट हो चुकी है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 58 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के कारण 175 मकान जमींदोज हुए है, जबकि 475 मकान को आंशिक क्षति हुई है। इस मानसून सीजन में 270 लोगों की जान चुकी है। इनमें ज्यादातर की मौत सड़क हादसों में हुई है। 6 लोगों की जान लैंडस्लाइड, 8 की मौत बाढ़, 23 की बादल फटने, 26 की पानी में डूबने, 1 की आसमानी बिजली, 24 की सांप के काटने, 15 की करंट लगने, 38 की पेड़ व ढांक से गिरने तथा 9 की अन्य कारणों से मौत हुई है। 120 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। 2 दिन कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में आज और कल 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश के ज्यादातर भागों में आज धूप खिलेगी। मगर परसो यानी 2 अगस्त को मानसून 48 घंटे के लिए फिर से एक्टिव होगा। इससे पहाड़ों पर 2 दिन तक बारिश के आसार है। मानसून सीजन में 23% कम बारिश प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान 1 जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 608.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 467.9 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश के 12 जिलों में इकलौते शिमला जिला में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बरसात हुई है। लाहौल स्पीति जिला में औसत से 76 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। अगस्त महीने में बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में जरूर अच्छी बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 126 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति नष्ट हो चुकी है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 58 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के कारण 175 मकान जमींदोज हुए है, जबकि 475 मकान को आंशिक क्षति हुई है। इस मानसून सीजन में 270 लोगों की जान चुकी है। इनमें ज्यादातर की मौत सड़क हादसों में हुई है। 6 लोगों की जान लैंडस्लाइड, 8 की मौत बाढ़, 23 की बादल फटने, 26 की पानी में डूबने, 1 की आसमानी बिजली, 24 की सांप के काटने, 15 की करंट लगने, 38 की पेड़ व ढांक से गिरने तथा 9 की अन्य कारणों से मौत हुई है। 120 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। 2 दिन कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में आज और कल 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश के ज्यादातर भागों में आज धूप खिलेगी। मगर परसो यानी 2 अगस्त को मानसून 48 घंटे के लिए फिर से एक्टिव होगा। इससे पहाड़ों पर 2 दिन तक बारिश के आसार है। मानसून सीजन में 23% कम बारिश प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान 1 जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 608.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 467.9 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश के 12 जिलों में इकलौते शिमला जिला में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बरसात हुई है। लाहौल स्पीति जिला में औसत से 76 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। अगस्त महीने में बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में जरूर अच्छी बारिश हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल परिवहन निगम के ड्राइवरों के लिए रेस्ट रूम तैयार:निगम प्रबंध निदेशक ने किया निरीक्षण, दिल्ली में नहीं भटकना पड़ेगा ठहरने के लिए
हिमाचल परिवहन निगम के ड्राइवरों के लिए रेस्ट रूम तैयार:निगम प्रबंध निदेशक ने किया निरीक्षण, दिल्ली में नहीं भटकना पड़ेगा ठहरने के लिए हिमाचल प्रदेश के पथ परिवहन निगम (HRTC) के ड्राइवरों को देश की राजधानी दिल्ली में ठहरने व आराम करने के लिए अब इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। दिल्ली रूट पर जाने वाले HRTC ड्राइवरों कंडक्टरों को अब गर्मी, सर्दी व बरसात में रात्रि ठहराव व रेस्ट करने के लिए दिल्ली में कोई परेशानी नही होगी। राजघाट में बनाया आलीशान रेस्ट रूम
HRTC ने चालक-परिचालकों की सुविधा के लिए दिल्ली के राजघाट में 128 एचआरटीसी रेस्ट रूम बनाकर तैयार कर दिए गए हैं। राजघाट में बने रेस्ट रूम का निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर व प्रबंधन की टीम ने निरीक्षण किया और चालक-परिचालकों को मिलने वाली सुविधाओं की जांच की। वहीं यह भी जांच की कि चालक-परिचालकों को रेस्ट रूम में किसी तरह की परेशानी तो नहीं होगी। रिकॉर्ड चार में तैयार करवाए रूम
निगम प्रबंधन ने डी.टी.सी. (दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) ने रेस्ट रूम बनाए जाने के लिए करार किया। वहीं इसी करार के चलते निगम प्रबंधन ने मात्र 4 माह में यह रेस्ट रूम तैयार करवाया है। खुद दिल्ली गए है MD HRTC
निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर मंगलवार को खुद दिल्ली दौरे पर गए।उन्होंने बताया कि दिल्ली के राजघाट में 128 चालक-परिचालकों के लिए रेस्ट रूम बनकर तैयार हो गया है। वहीं इस रेस्ट रूम में 7 स्नानघर और 7 शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब हिमाचल से दिल्ली रूट पर आने वाले चालक-परिचालकों रूट के दौरान रात को ठहरने में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि निगम प्रबंधन ने मात्र 4 माह में यह रेस्ट रूम बनाकर तैयार किया है। इस निरीक्षण में डी.एम. ट्रैफिक देवासेन नेगी सहित निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।