हरियाणा के ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी की है। दैनिक भास्कर हिमानी के घर सोनीपत जिले के लाड़सौली गांव पहुंचा। यहां हिमानी के पिता चांदराम मोर और मां मीना से बात कर ये जानने की कोशिश की कि आखिर यह रिश्ता हुआ कैसे? उन्होंने बताया कि दोनों परिवार के लोग एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे। दोनों बच्चे भी खेल से जुड़े हुए हैं, इसलिए अक्सर उनकी आपस में बात होती रहती थी। परिवार ने खुलासा किया कि हिमानी और नीरज की शादी एक रुपए में हुई है। शादी से पहले तय हुआ था कि 1 रुपए का रिश्ता, 1 रुपए का दान और एक रुपए की विदाई होगी। एक रुपए के अलावा कपड़े, सामान समेत कुछ भी दान दहेज नहीं लिया गया। नीरज और हिमानी के कहने पर शादी में हरियाणवी ड्रेस कोड रखा गया। पुरुषों ने धोती कुर्ता और महिलाओं ने घाघरा, दामन व कंठी पहनी। हिमाचल की वादियों में पहुंचकर उन्होंने हरियाणवी छाप छोड़ी। 18 जनवरी को नीरज अपनी ससुराल आए थे। यहां वह 2 घंटे ही रुके। नीरज ने सबसे पहले फ्रूट खाया। उनके लिए खाने में मिक्स वेज, पनीर की सब्जी, घर की दही, सिंपल रोटी बनाई गई थी। नीरज चोपड़ा की पसंदीदा हरी चटनी भी बनाई गई। खाने के बाद उन्होंने खीर भी खाई। पिता बोले- पैसों के लेनदेन से रिश्ते नहीं निभते चांदराम मोर ने आगे बताया कि दोनों परिवारों ने मिलकर यह प्रण लिया था कि समाज में एक मैसेज जाना चाहिए कि रिश्ता केवल एक रुपए का होना चाहिए। दहेज जैसी बुराई को जड़ से मिटाकर मिसाल कायम की जाए। पैसों के लेनदेन से कोई भी रिश्ते नहीं निभाए जाते। मां बोली- दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति पर बात बढ़ी हिमानी मोर की मां मीना मोर ने बताया कि उन्हें यह था कि बेटी के लिए एक अच्छा मैच मिल जाए। भगवान की कृपा से देश के गौरव नीरज चोपड़ा के साथ उसकी शादी हुई। दोनों फैमिली एक दूसरे को अच्छे से जानती थी। दोनों बच्चे एक दूसरे को जानते थे। नीरज-हिमानी की आपस में बातचीत भी हो जाती थी। दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति के बाद बात आगे बढ़ी। शादी के लिए बहुत कम टाइम मिला। हिमानी के पास भी छुट्टियां कम थीं। वहीं नीरज का ट्रेनिंग का शेड्यूल भी काफी टाइट था। हिमानी USA में रिक्वायरमेंट ऑफिसर मीना मोर ने आगे बताया कि मैं कबड्डी कोच रही हूं। मैंने ही हिमानी को टेनिस का खेल शुरू करवाया था। उसके साथ-साथ मैंने भी टेनिस सीख ली। हमारी पूरी फैमिली खेल से जुड़ी हुई है। उनके घर में 8 से 10 इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं। कुश्ती, कबड्डी, बॉक्सिंग जैसे खेल में रहे हैं। लॉन टेनिस की शुरुआत करने में हिमानी के मामा सुरेश राणा का भी रोल है। हिमानी की अच्छी अचीवमेंट रही है। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसने काफी मैडल हासिल किए हैं। किसी फिलहाल वह पढ़ाई के साथ-साथ USA की एक यूनिवर्सिटी में रिक्वायरमेंट ऑफिसर के पद पर जॉब कर रही है। नवंबर 2024 में शुरू हुई थी शादी की चर्चा चांदराम मोर ने बताया कि नवंबर महीने में मैंने बैंक से रिटायरमेंट ली थी। तभी दोनों परिवारों ने बैठकर तय किया था कि डेस्टिनेशन मैरिज कर लेते हैं। शादी में केवल खास और महत्वपूर्ण लोग ही शामिल किए गए थे। बाहर का कोई भी व्यक्ति शादी में नहीं बुलाया गया था। दोनों परिवार से बातचीत कर रिसेप्शन पार्टी रखी जाएगी। उनकी प्राथमिकता सोनीपत है। यहां गांववालों और रिश्तेदारों के लिए कार्यक्रम रखा जाएगा। ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद के कारण दिल्ली के अलीपुर में भी कार्यक्रम किया जा सकता है। हरियाणा समेत देशभर के खिलाड़ियों को न्योता भेजा जाएगा। जिले में टेनिस कोर्ट नहीं था, जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया चांदराम ने बताया कि हिमानी को ग्रीनरी बहुत ज्यादा पसंद है। इसीलिए रसोई के पास एरिया को आर्टिफिशियल ग्रीनरी में बदला गया है। हिमानी के खेलने के लिए पूरे जिले में कोई टेनिस कोर्ट नहीं था। मैंने खुद स्टैंड लिया और 2005 में गांव में जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया। पहली बार हिमानी ने जब टेनिस के लिए कदम रखा था तो हमें टेनिस के बारे में जानकारी नहीं थी। हमारे देहात में कुश्ती कबड्डी जैसे खेल ही जाने जाते थे। हमारे लिए यह एक नया गेम था। इंटरनेट से जानकारी लेकर टेनिस कोर्ट तैयार किया। नेट से खेल के बारे में बारीकी से जाना। हिमानी की प्रैक्टिस के लिए वॉल बनाई। दीवार पर जितनी फास्ट बॉल मारी जाती थी, उतनी ही तेजी से बॉल वापस आती थी। अभी भी स्टेडियम में छोटे-छोटे बच्चे प्रेक्टिस करने के लिए आते हैं। सुबह शाम में करीबन 10 बच्चों प्रेक्टिस करते हैं। ट्रेनिंग देने के लिए एक अलग से कोच भी रखा है। अलग से 1 एकड़ में अखाड़ा बनाया हुआ है। जहां पर कबड्डी के बच्चे अलग से प्रैक्टिस करते हैं। यहां पहलवान भी सुबह-शाम प्रैक्टिस करते हैं। कोच की मामूली फीस और बिजली का आने वाले खर्च को मिलाकर खिलाड़ियों से पैसे लिए जाते हैं। अब हिमानी की कुछ तस्वीरें ************************* नीरज और हिमानी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- नीरज चोपड़ा-हिमानी मोर की शादी:मां बोली- ट्रम्प की शपथ से पहले बेटी को अमेरिका पहुंचना जरूरी था; दोनों लौटेंगे तब रिसेप्शन होगा हरियाणा के पानीपत में रहने वाले गोल्डन बॉय ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने सोनीपत की टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी कर ली। नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया के जरिए शादी की जानकारी दी। शादी में शामिल हुए मेहमानों के लिए नीरज ने शर्त रखी थी कि कोई फोटो-वीडियो कहीं जारी नहीं करेगा। पढ़ें पूरी खबर कौन है हिमानी मोर, जिनकी नीरज चोपड़ा से शादी हुई:टेनिस प्लेयर, मां ने घर तक छोड़ा; राफेल नडाल आइडल, ओलिंपिक मेडल जीतना टारगेट हरियाणा के ओलिंपिक मेडलिस्ट गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा शादी के बंधन में बंध गए हैं। उन्होंने 17 जनवरी को हिमानी मोर के साथ 7 फेरे लिए। इसका पता तब चला जब नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया पर फोटो शेयर किए। जैसे ही इसका पता चला, सब जानना चाहते थे कि उनकी पत्नी हिमानी कौन है। गूगल तक पर ‘हू इज हिमानी’ सर्च किया जाता रहा। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा के ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी की है। दैनिक भास्कर हिमानी के घर सोनीपत जिले के लाड़सौली गांव पहुंचा। यहां हिमानी के पिता चांदराम मोर और मां मीना से बात कर ये जानने की कोशिश की कि आखिर यह रिश्ता हुआ कैसे? उन्होंने बताया कि दोनों परिवार के लोग एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे। दोनों बच्चे भी खेल से जुड़े हुए हैं, इसलिए अक्सर उनकी आपस में बात होती रहती थी। परिवार ने खुलासा किया कि हिमानी और नीरज की शादी एक रुपए में हुई है। शादी से पहले तय हुआ था कि 1 रुपए का रिश्ता, 1 रुपए का दान और एक रुपए की विदाई होगी। एक रुपए के अलावा कपड़े, सामान समेत कुछ भी दान दहेज नहीं लिया गया। नीरज और हिमानी के कहने पर शादी में हरियाणवी ड्रेस कोड रखा गया। पुरुषों ने धोती कुर्ता और महिलाओं ने घाघरा, दामन व कंठी पहनी। हिमाचल की वादियों में पहुंचकर उन्होंने हरियाणवी छाप छोड़ी। 18 जनवरी को नीरज अपनी ससुराल आए थे। यहां वह 2 घंटे ही रुके। नीरज ने सबसे पहले फ्रूट खाया। उनके लिए खाने में मिक्स वेज, पनीर की सब्जी, घर की दही, सिंपल रोटी बनाई गई थी। नीरज चोपड़ा की पसंदीदा हरी चटनी भी बनाई गई। खाने के बाद उन्होंने खीर भी खाई। पिता बोले- पैसों के लेनदेन से रिश्ते नहीं निभते चांदराम मोर ने आगे बताया कि दोनों परिवारों ने मिलकर यह प्रण लिया था कि समाज में एक मैसेज जाना चाहिए कि रिश्ता केवल एक रुपए का होना चाहिए। दहेज जैसी बुराई को जड़ से मिटाकर मिसाल कायम की जाए। पैसों के लेनदेन से कोई भी रिश्ते नहीं निभाए जाते। मां बोली- दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति पर बात बढ़ी हिमानी मोर की मां मीना मोर ने बताया कि उन्हें यह था कि बेटी के लिए एक अच्छा मैच मिल जाए। भगवान की कृपा से देश के गौरव नीरज चोपड़ा के साथ उसकी शादी हुई। दोनों फैमिली एक दूसरे को अच्छे से जानती थी। दोनों बच्चे एक दूसरे को जानते थे। नीरज-हिमानी की आपस में बातचीत भी हो जाती थी। दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति के बाद बात आगे बढ़ी। शादी के लिए बहुत कम टाइम मिला। हिमानी के पास भी छुट्टियां कम थीं। वहीं नीरज का ट्रेनिंग का शेड्यूल भी काफी टाइट था। हिमानी USA में रिक्वायरमेंट ऑफिसर मीना मोर ने आगे बताया कि मैं कबड्डी कोच रही हूं। मैंने ही हिमानी को टेनिस का खेल शुरू करवाया था। उसके साथ-साथ मैंने भी टेनिस सीख ली। हमारी पूरी फैमिली खेल से जुड़ी हुई है। उनके घर में 8 से 10 इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं। कुश्ती, कबड्डी, बॉक्सिंग जैसे खेल में रहे हैं। लॉन टेनिस की शुरुआत करने में हिमानी के मामा सुरेश राणा का भी रोल है। हिमानी की अच्छी अचीवमेंट रही है। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसने काफी मैडल हासिल किए हैं। किसी फिलहाल वह पढ़ाई के साथ-साथ USA की एक यूनिवर्सिटी में रिक्वायरमेंट ऑफिसर के पद पर जॉब कर रही है। नवंबर 2024 में शुरू हुई थी शादी की चर्चा चांदराम मोर ने बताया कि नवंबर महीने में मैंने बैंक से रिटायरमेंट ली थी। तभी दोनों परिवारों ने बैठकर तय किया था कि डेस्टिनेशन मैरिज कर लेते हैं। शादी में केवल खास और महत्वपूर्ण लोग ही शामिल किए गए थे। बाहर का कोई भी व्यक्ति शादी में नहीं बुलाया गया था। दोनों परिवार से बातचीत कर रिसेप्शन पार्टी रखी जाएगी। उनकी प्राथमिकता सोनीपत है। यहां गांववालों और रिश्तेदारों के लिए कार्यक्रम रखा जाएगा। ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद के कारण दिल्ली के अलीपुर में भी कार्यक्रम किया जा सकता है। हरियाणा समेत देशभर के खिलाड़ियों को न्योता भेजा जाएगा। जिले में टेनिस कोर्ट नहीं था, जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया चांदराम ने बताया कि हिमानी को ग्रीनरी बहुत ज्यादा पसंद है। इसीलिए रसोई के पास एरिया को आर्टिफिशियल ग्रीनरी में बदला गया है। हिमानी के खेलने के लिए पूरे जिले में कोई टेनिस कोर्ट नहीं था। मैंने खुद स्टैंड लिया और 2005 में गांव में जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया। पहली बार हिमानी ने जब टेनिस के लिए कदम रखा था तो हमें टेनिस के बारे में जानकारी नहीं थी। हमारे देहात में कुश्ती कबड्डी जैसे खेल ही जाने जाते थे। हमारे लिए यह एक नया गेम था। इंटरनेट से जानकारी लेकर टेनिस कोर्ट तैयार किया। नेट से खेल के बारे में बारीकी से जाना। हिमानी की प्रैक्टिस के लिए वॉल बनाई। दीवार पर जितनी फास्ट बॉल मारी जाती थी, उतनी ही तेजी से बॉल वापस आती थी। अभी भी स्टेडियम में छोटे-छोटे बच्चे प्रेक्टिस करने के लिए आते हैं। सुबह शाम में करीबन 10 बच्चों प्रेक्टिस करते हैं। ट्रेनिंग देने के लिए एक अलग से कोच भी रखा है। अलग से 1 एकड़ में अखाड़ा बनाया हुआ है। जहां पर कबड्डी के बच्चे अलग से प्रैक्टिस करते हैं। यहां पहलवान भी सुबह-शाम प्रैक्टिस करते हैं। कोच की मामूली फीस और बिजली का आने वाले खर्च को मिलाकर खिलाड़ियों से पैसे लिए जाते हैं। अब हिमानी की कुछ तस्वीरें ************************* नीरज और हिमानी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- नीरज चोपड़ा-हिमानी मोर की शादी:मां बोली- ट्रम्प की शपथ से पहले बेटी को अमेरिका पहुंचना जरूरी था; दोनों लौटेंगे तब रिसेप्शन होगा हरियाणा के पानीपत में रहने वाले गोल्डन बॉय ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने सोनीपत की टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी कर ली। नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया के जरिए शादी की जानकारी दी। शादी में शामिल हुए मेहमानों के लिए नीरज ने शर्त रखी थी कि कोई फोटो-वीडियो कहीं जारी नहीं करेगा। पढ़ें पूरी खबर कौन है हिमानी मोर, जिनकी नीरज चोपड़ा से शादी हुई:टेनिस प्लेयर, मां ने घर तक छोड़ा; राफेल नडाल आइडल, ओलिंपिक मेडल जीतना टारगेट हरियाणा के ओलिंपिक मेडलिस्ट गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा शादी के बंधन में बंध गए हैं। उन्होंने 17 जनवरी को हिमानी मोर के साथ 7 फेरे लिए। इसका पता तब चला जब नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया पर फोटो शेयर किए। जैसे ही इसका पता चला, सब जानना चाहते थे कि उनकी पत्नी हिमानी कौन है। गूगल तक पर ‘हू इज हिमानी’ सर्च किया जाता रहा। पढ़ें पूरी खबर हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में दो नशा तस्कर गिरफ्तार:नाके पर चेकिंग के दौरान पकड़े गए आरोपी, पुलिस ने जब्त किया अवैध चरस हिमाचल के शिमला में पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शिमला के रोहड़ू में एक किलो अवैध चरस के साथ दोनों आरोपी पकड़े गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार देर शाम पुलिस की एक टीम शिमला के हाटकोटी पुल के पास गश्त पर थी। पुलिस ने NH पर नाकेबंदी कर रखी थी। इसी दौरान पुलिस ने रोहड़ू की तरफ से आ रही एक हिमाचल नंबर की गाड़ी को चेकिंग के लिए रोकी, जिसमें दो व्यक्ति सवार थे। चेकिंग के दौरान गाड़ी से 736 ग्राम चरस बरामद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान जगमोहन सिंह पुत्र उम्र 41, जीत सिंह निवासी कराला डाकघर खंगटेरी तहसील रोहड़ू जिला शिमला व सुरेश कुमार उम्र 34 वर्ष पुत्र ठाकुर दास निवासी बनुटी डाकघर देविधार तहसील चिड़गांव जिला शिमला के रूप में हुई है। इस मामले में SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को ही आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मणिमहेश में उमड़ा आस्था का सैलाब:24 घंटे में 1 लाख श्रद्धालु पहुंचे, 12KM लंबा ट्रैफिक जाम, सुबह 3:40 बजे से चल रहा शाही स्नान
मणिमहेश में उमड़ा आस्था का सैलाब:24 घंटे में 1 लाख श्रद्धालु पहुंचे, 12KM लंबा ट्रैफिक जाम, सुबह 3:40 बजे से चल रहा शाही स्नान उत्तर भारत की पवित्र एवं पावन मणिमहेश यात्रा के लिए हिमाचल के भरमौर में भारी जन सैलाब उमड़ आया है। पिछले 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु भरमौर से मणिमहेश के लिए रवाना हो गए हैं, जहां पर सुबह 3:40 बजे से शाही स्नान चल रहा है। छोटे शाही स्नान का शुभ मुहूर्त आज आधी रात 2:20 बजे तक रहेगा। माना जा रहा है तब तक एक लाख से ज्यादा शिव भक्त डल में डुबकी लगाएंगे। शाही बड़ा स्नान राधा अष्टमी के अवसर पर यानी 11 सितंबर को होगा। देशभर से पहुंच रहे श्रद्धालु हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं और भरमौर से मणिमहेश तक इसकी गूंज सुनाई दे रही है। ज्यादातर श्रद्धालु पैदल चल कर मणिमहेश पहुंच रहे हैं। इसी के साथ आज से आधिकारिक तौर पर मणिमहेश यात्रा शुरू हो गई है। हेलिकॉप्टर की उड़ान में खराब मौसम बाधा उत्पन्न कर रहा हालांकि सरकार ने भरमौर से मणिमहेश के लिए हेली टैक्सी सेवा भी शुरू कर रखी है। मगर इसकी उड़ान में खराब मौसम बाधा उत्पन्न कर रहा है। कुछ श्रद्धालु घोड़े व खच्चरों पर भी इस यात्रा को पूरा कर रहे हैं। इससे पहले इतने श्रद्धालु कभी नहीं आए: SDM SDM भरमौर कुलविंदर सिंह ने बताया कि छोटा शाही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का सही आंकड़ा कल तक पता चलेगा। मगर पिछले कल और आज सुबह 10 बजे तक एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु मणिमहेश को रवाना हो चुके है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों बता रहे कि इससे पहले कभी भी इतनी संख्या में छोटे शाही स्नान को श्रद्धालु नहीं पहुंचे। श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण पंजीकरण भी नहीं हो पा रहा है। 12KM लंबा ट्रैफिक जाम आलम यह है कि मणिमहेश यात्रियों के कारण पिछले कल भरमौर से पहले हाईवे पर 12 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा। सैकड़ों श्रद्धालु आधी रात तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। आज भी काफी संख्या में वाहन ट्रैफिक जाम में फंसे है। स्थानीय प्रशासन ने मणिमहेश में रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के जवानों के अलावा पर्वतारोहण संस्थान के स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। इसी तरह 5 स्थानों पर शिविरों में मेडिकल टीम की तैनात की गई है। यहां बनाए गए कैंप प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 जगह कैंप स्थापित किए है। यहां प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा जाएगा, क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में कई बार ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इन कैंप में मेडिकल टीमें तैनात की गई है। घोड़े पर यात्रा को देने होंगे 4700 रुपए भरमौर के हड़सर से मणिमहेश तक घोड़ा-खच्चर से आने-जाने का किराया 4700 रुपए प्रति सवारी तय किया गया है। इसी तरह 5 कैंप के बीच का भी अलग अलग किराया निर्धारित किया गया है। तय किराया से ज्यादा दर्रें वसूलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह कुली के लिए भी किराया तय किया गया है। उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा मणिमहेश यात्रा को उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा माना जाता है। 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थिति मणिमहेश पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पढ़ते हैं। यह यात्रा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर दृश्यों के लिए भी जानी जाती है, क्योंकि इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को घने जंगलों, अल्पाइन घास के मैदानों और चट्टानों के बीच बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इस दौरान हिमालय का मनमोहक दृश्य भीदेखने को मिलता हैं। यही वजह है कि यह अध्यात्मिक यात्रा रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का भी आभास कराती है। मणिमहेश यात्रा के लिए इन निर्देशों का करें पालन मणिमहेश के कैलाश शिखर में शिव का निवास ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव मणिमहेश के कैलाश शिखर पर निवास करते हैं, जो झील से दिखाई देता है। यह यात्रा हर साल, आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में हिंदू त्यौहार जन्माष्टमी के अवसर पर होती है। माना जाता है कि यह यात्रा 9वीं शताब्दी में शुरू हुई थी जब एक स्थानीय राजा, राजा साहिल वर्मन को भगवान शिव के दर्शन हुए थे जिन्होंने मणिमहेश झील पर एक मंदिर स्थापित करने का निर्देश दिया।
अनुराग के गढ़ में CM-डिप्टी CM की साख दांव पर:BJP को बढ़त देने वाले इलाके से कांग्रेस ने कैंडिडेट उतार पेंच फंसाया
अनुराग के गढ़ में CM-डिप्टी CM की साख दांव पर:BJP को बढ़त देने वाले इलाके से कांग्रेस ने कैंडिडेट उतार पेंच फंसाया हिमाचल का हमीरपुर जिला, जहां की राजनीति की चर्चा प्रदेश से लेकर सेंटर तक रहती है। इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए हमीरपुर सीट में माहौल गर्म है। यहां से केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी कैंडिडेट अनुराग ठाकुर जीत का चौका पहले ही लगा चुके हैं। अब पार्टी ने उन्हें यहां से पांचवीं बार उम्मीदवार बनाया है। पांचवीं बार जीत से रोकने के लिए कांग्रेस ने इस बार ऊना जिला से संबंध रखने वाले पूर्व विधायक सतपाल रायजादा को कैंडिडेट बनाया है। ऊना से अनुराग ठाकुर को हर चुनाव में अच्छी बढ़त मिलती रही है। ऐसे में कांग्रेस ने ऊना से कैंडिडेट उतार कर पेंच फंसाया है। वहीं इस सीट पर CM सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री की साख भी दांव पर है। ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान सामने आया कि अनुराग ठाकुर का पलड़ा भारी है। मगर उनके लिए इस बार का मुकाबला पहले चार चुनाव जैसा आसान नहीं रह गया है। CM सुक्खू और डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री दोनों हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से हैं। सुखविंदर सुक्खू हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा से विधायक हैं, जबकि मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिला के हरौली विधानसभा से MLA हैं। दोनों चुनाव प्रचार में खूब पसीना बहा रहे हैं। कांग्रेस को हमीरपुर जिला में मुख्यमंत्री सुक्खू और ऊना में मुकेश अग्निहोत्री से करिश्मे की उम्मीद है। 12 में से BJP ने 10 चुनाव जीते
यह सीट बीजेपी का गढ़ रही है। साल 1984 से अब तक 12 बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस केवल दो बार ही जीत दर्ज कर पाई है, जबकि बीजेपी ने 10 बाद चुनाव जीता है। छह बार धूमल परिवार ने जीत हासिल की। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में निर्णायक वोटर राजपूत रहेगा। लगभग 40% राजपूत मतदाता हैं। इसी तरह 20 फीसदी ब्राह्मण वोटर, 22% अनुसूचित जाति, 2 अनुसूचित जनजाति और 15% ओबीसी वोटर हैं। ऊना में इस बार हवा का रुख बदल रहा
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी जिले की धर्मपुर सीट पड़ती हैं। कांग्रेस ने लगभग 26 साल बाद ऊना जिला से कैंडिडेट दिया है। इसलिए कुछ मतदाता ऊना से सांसद बनाने की बात कह रहे हैं। ऐसा हुआ तो बिलासपुर जिला और धर्मपुर विधानसभा सीट हमीरपुर लोकसभा का डिसाइडिंग फैक्टर साबित होगी। पिछले 4 चुनाव में अनुराग ठाकुर को ऊना से हर बार ज्यादा बढ़त मिली है। ग्राउंड रिपोर्ट में एक बड़ी वजह यह भी सामने आई कि हमीरपुर जिला के युवाओं में जो क्रेज आर्मी में भर्ती को लेकर रहता था, वह कम हो गया है। लोग इसकी वजह अग्निवीर भर्ती योजना बता रहे हैं। अग्निवीर भर्ती योजना बड़ा मुद्दा
कांग्रेस कैंडिडेट सतपाल रायजादा भी इस मुद्दे को बार-बार जनसभाओं में उठा रहे हैं। देश में तीन साल पहले जब यह योजना लाई गई थी तो उस दौरान भी हिमाचल में सत्तारूढ़ बीजेपी एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हार चुकी है। इसके बाद बीजेपी प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव भी हार गई। हमीरपुर सीट पर ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) भी मुद्दा बनती नजर आ रही है। कर्मचारी OPS को लेकर अनुराग ठाकुर के पुराने बयान से नाखुश नजर आए। जिसमें अनुराग ने कहा था कि OPS लागू करना संभव नहीं है। वहीं हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वादे के तहत कर्मचारियों की OPS को बहाल किया है। हमीरपुर सीट पर कर्मचारियों की संख्या काफी ज्यादा है। हमीरपुर सीट पर ग्राउंड पर क्या हालात हैं, यह जानने दैनिक भास्कर लोगों के बीच पहुंचा। सेना को कमजोर करने की साजिश
हमीरपुर निवासी स्टूडेंट अंकित पटियाल ने अग्निवीर भर्ती योजना को सेना को कमजोर करने की साजिश बताया। उन्होंने बताया कि हमीरपुर में युवाओं में सेना के प्रति क्रेज कम हो गया है। चार साल की नौकरी कोई नहीं करना चाहता। राम मंदिर को मुद्दा बनाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि रोजगार मुद्दा होना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी के 50 प्रतिशत से ज्यादा रिजर्वेशन पर भी सवाल उठाए और इसे जनरल कैटेगरी के साथ धोखा बताया। अंकित ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बैंकों का निजीकरण करने का बयान भी दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले ही सरकारी क्षेत्र में नौकरियां खत्म हो गई हैं। ऐसे में बैंकों का प्राइवेटाइजेशन करना सही नहीं है। गोल्डी ने कहा- महंगाई-बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
ऊना निवासी गोल्डी ने बताया कि बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ी समस्या है। अमीर और ज्यादा अमीर बन रहा है, गरीब और ज्यादा गरीब हो रहा है। यह खाई कम होनी चाहिए। वह इन मुद्दों पर बात करने वाले प्रत्याशी को वोट करेंगे। वरिष्ठ पत्रकार की नजर में हमीरपुर का चुनाव
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश कंवर ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में अग्निवीर भर्ती योजना एक बड़ा मुद्दा है। इसका चुनाव में इंपैक्ट नजर आएगा। अग्निवीर योजना को लेकर न केवल बच्चों में बल्कि उनके परिजनों में भी रोष है। बहुत सारे फौजी भी खुले तौर पर इस योजना का विरोध कर रहे हैं। भाजपा लगातार 26 साल से इस सीट पर है। अनुराग ठाकुर लगातार जीतते आ रहे हैं। वह अपने कई काम गिनाते हैं। इसका उन्हें फायदा मिलेगा। वहीं कांग्रेस ने युवा चेहरा मैदान में उतारा है। कांग्रेस इस बार काफी संघर्ष कर रही है और बीजेपी को महंगाई, भ्रष्टाचार, इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे मुद्दों पर घेरने का प्रयास कर रही है। बेशक अनुराग पिछला चुनाव लगभग चार लाख मतों के अंतर से जीते हैं। मगर इस बार चुनाव जीतना इतना आसान नहीं है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने 25-26 साल बाद ऊना से उम्मीदवार दिया है। इसलिए वहां के लोगों में अंडर करंट चल रहा है कि ऊना से सांसद जिताया जाए। ऐसे में जो पार्टी बिलासपुर का विश्वास जीतेगी, वो चुनाव जीतेगी। अब पढ़िए पार्टी के नेता क्या बोला… शगुन- हमीरपुर में कांग्रेस वर्कर जोश से लबरेज
प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया पैनलिस्ट व स्टेट कॉर्डिनेटर सोशल मीडिया शगुन दत्त शर्मा ने बताया कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का कार्यकर्ता इस बार जोश से लबरेज है। हमीरपुर की जनता ने बीजेपी को 1998 से लेकर निरंतर मौका दिया। मगर सांसद को जो काम करने चाहिए थे, वो नहीं कर पाए। इससे चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। 1 लाख रोजगार के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा किा राज्य चयन आयोग का गठन कर दिया गया है। अब भर्तियां जल्द शुरू होंगी। पहले का स्टाफ सिलेक्शन कमीशन भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। इस वजह से भर्तियां नहीं हो पाई थी। बीजेपी नेता बोले- अग्निवीर को लेकर विपक्ष फैला रहा भ्रांति
BJP के प्रदेश सचिव नरेंद्र अत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और अनुराग के काम ने जनता को प्रभावित किया है। वहीं हिमाचल सरकार ने अपनी चुनावी गारंटियां पूरी नहीं की। आम जन मानस ने कांग्रेस सरकार पर अपना विश्वास खोया है। युवाओं को एक लाख देने का वादा भी पूरा नहीं किया। महिलाओं को 1500 रुपए नहीं दिए जा रहे। अग्निवीर योजना के सवाल पर उन्होंने कहा देश की आजादी के बाद सेना की सबसे ज्यादा चिंता BJP ने की है। किसी शहीद की पार्थिव देह को उसके घर तक पहुंचाने का कार्य भाजपा सरकार ने किया। अग्निवीर को लेकर अमित शाह को भी देनी पड़ी सफाई
हिमाचल को देवभूमि के साथ वीरभूमि भी कहा जाता है। बीजेपी भी इस बात को समझ रही है कि हिमाचल में अग्निवीर भर्ती योजना मुद्दा बन रही है। खासकर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में, क्योंकि यहां से सबसे ज्यादा युवा सेवा में भर्ती होता है। इसे देखते हुए गृह मत्री अमित शाह ने भी धर्मशाला में दो दिन पहले अग्निवीर योजना को लेकर राहुल गांधी झूठ फैलाने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 4 साल के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का कोई भविष्य ही नहीं है, इनका जीवन बर्बाद हो जाएगा। दरअसल, इस योजना के अंतर्गत अगर 100 जवान अग्निवीर बनते बनते हैं तो उनमें से 25 प्रतिशत की तो सीधे सेना में परमानेंट पोस्टिंग हो जाएंगी। 75 प्रतिशत बचे हुए जवानों के लिए भाजपा शासित सभी राज्य सरकारों ने अपनी पुलिस फोर्स में 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत रिजर्वेशन किया है। केंद्र सरकार के पैरामिलिट्री फोर्स में भी 10 प्रतिशत रिजर्वेशन किया गया है। इनको रिज़र्व सीटों के उपरान्त सेलेक्शन में भी बहुत सी रियायतें दी हैं।