सास बोलीं- बहू गरीबी मिटाना चाहती थी…दरिंदों ने मार डाला:पति बोला- मेरी तो दुनिया उजड़ गई; लखनऊ रेप-मर्डर में घरवालों का दर्द…

सास बोलीं- बहू गरीबी मिटाना चाहती थी…दरिंदों ने मार डाला:पति बोला- मेरी तो दुनिया उजड़ गई; लखनऊ रेप-मर्डर में घरवालों का दर्द…

‘मेरी बहू पढ़ने में बहुत तेज थी। टीचर बनना चाहती थी। उसने बीएड किया, दो बार TET पास किया, लेकिन वैकेंसी नहीं निकली तो प्राइवेट जॉब करने लगी। वह कहती, अम्मा जब मेरी सरकारी नौकरी लग जाएगी, तब आपको काम नहीं करना पड़ेगा। मुझे याद है 16 मार्च की सुबह उसने कहा कि मां नौकरी के लिए जा रही हूं, 3 दिन में वापस आ जाऊंगी। ’ 85 साल की सास भरे हुए गले से कहती हैं- हमें क्या पता था बहू कल्पना (बदला हुआ नाम) के साथ ऐसी हैवानियत हो जाएगी। जो खुशियां लेकर आने वाली थी, वह कफन में लिपटी घर आई। यह सब बताते हुए सास फफक कर रो पड़ीं…। 19 मार्च की रात 34 साल की कल्पना की हत्या हुई। 20 मार्च को उसकी लाश मिली। 21 मार्च को पुलिस ने आरोपी ऑटो ड्राइवर अजय द्विवेदी का एनकाउंटर कर दिया। 1 और आरोपी दिनेश को जेल भेजा गया है। कल्पना की हत्या के बाद दैनिक भास्कर टीम लखनऊ से अयोध्या के सोहावल तहसील से करीब 7 किलोमीटर दूर उस गांव पहुंची, जहां मृतका का ससुराल है। पढ़िए रिपोर्ट.. ‘मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, लेकिन चाहता था कि मेरी पत्नी नौकरी करे’
गांव में कल्पना के घर के आस-पास बहुत सन्नाटा था, घर के बाहर सास झाड़ू लगा रही थीं। बातचीत के बाद पता चला कि घर में महिला के पति, 9 साल का बेटा, जेठ-जेठानी और ननद थे। वह सब साथ रहते हैं, घर करीब 1 हजार स्क्वायर फीट के एरिया में बना हुआ है। सबसे पहले पति से बातचीत शुरू हुई। उन्होंने भरे हुए गले से बोलना शुरू किया- “मैं ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हूं, लेकिन चाहता था कि मेरी पत्नी पढ़े और नौकरी करे। उसे कहीं इंटरव्यू देने जाना होता था, मैं पूरी तरह सपोर्ट करता था, पैसे देता था। वह कहती थी कि यह मेरा आखिरी इंटरव्यू है, अबकी बार नौकरी लग जाएगी और हम चौराहे पर अपना घर बनाएंगे।”​​​​​ सास कहती हैं, हमारी बहू हमारी गरीबी मिटाने के लिए लड़ रही थी। कहती थी- अम्मा जब मेरी नौकरी लग जाएगी तो हमारी जिंदगी में खुशियां ही खुशियां होंगी। इसीलिए मेरी बहू शादी के बाद भी पढ़ाई कर रही थी। कल्पना ने शादी के बाद ग्रेजुएशन किया
उन्होंने कहा- शादी के बाद भी कल्पना आगे बढ़ना चाहती थी। घर में वह सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी थी। गांव में महिला समूह के लिए एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी की नौकरी निकली थी। कल्पना ने इसके लिए अप्लाई किया था। इंटरव्यू में सिलेक्शन हो गया। इसके बाद 16-18 मार्च तक उसकी 3 दिन के लिए वाराणसी में ट्रेनिंग थी। वह घर से 16 मार्च की सुबह 5 बजे निकली थी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गुजरी बस, इसलिए लखनऊ में उतरना पड़ा
पति ने आगे बताया- 18 मार्च की दोपहर में कल्पना से बात हुई थी। उसने कहा कि ट्रेनिंग 4 बजे तक चलेगी, इसके बाद यहां से निकलूंगी। उसने घर आने के लिए जो बस पकड़ी, वह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से होते हुए सीधे लखनऊ जा रही थी। इसी वजह से बस जगदीशपुर में नहीं रुकी। इसके बाद पत्नी ने लखनऊ में रहने वाले अपने भाई से बात की। तय हुआ कि रात में वहीं ठहर जाएगी। फिर अगले दिन अयोध्या आ जाएगी। ऑटो ड्राइवर ने गुमराह किया, सीवर कंस्ट्रक्शन बताकर रास्ता बदला
पति ने कहा- बस रात में करीब 1:30 बजे लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे पहुंची, जहां कल्पना ने अपने भाई से दोबारा बात की। भाई ने उसे कमता बस अड्‌डे तक आने के लिए कहा। साथ ही कहा कि बस पकड़कर ही आना, हम वहीं मिलते हैं। लेकिन, वहां दरिंदों (ड्राइवर) ने कल्पना को फुसलाकर जबरन ऑटो में बैठा लिया। 20 मिनट बाद जब भाई फोन ने किया तो उसने बताया कि ऑटो से आ रही हूं। इस दौरान ऑटो ड्राइवर ने भी बात की और कहा कि रास्ते में सीवर का कंस्ट्रक्शन चल रहा है, रास्ता बंद है। दूसरे रास्ते से आ रहे हैं। 30 मिनट के इंतजार के बाद भी जब कल्पना नहीं पहुंची तो भाई ने दोबारा फोन किया। कल्पना को लोकेशन भेजने के लिए कहा। जल्दबाजी में उसने लाइव की जगह करंट लोकेशन भेज दी। लोकेशन जैसे ही मलिहाबाद की दिखी, भाई ने तुरंत ऑटो ड्राइवर से बात कराने के लिए कहा। लेकिन फिर मोबाइल ही बंद हो गया। इसके बाद उसकी मौत की सूचना आई। मेरी पत्नी को मारा, फिर सब कुछ लूट ले गए
पति ने कहा- 18 मार्च की शाम को कल्पना से बात हुई। मैंने पूछा कि तुम्हारे पास पैसे हैं? उसने जवाब दिया कि मेरे पास 6 हजार रुपए हैं। आप समझिए कि वे दरिंदे बैग में रखे रुपए, कपड़े, कल्पना के जेवर सब कुछ लूटकर साथ ले गए। हमारी दुनिया उजड़ गई
उन्होंने कहा- बहुत अच्छा हुआ कि पुलिस ने उसे मार गिराया। लेकिन हमारी दुनिया उजड़ गई। मेरी पत्नी मेहनती थी, शिक्षक बनना चाहती थी। वैकेंसी न निकलने से परेशान थी, लेकिन उसने प्राइवेट स्कूल में भी पढ़ाने का फैसला किया था। नौकरी की ज्वाइनिंग मिल गई थी, लेकिन काश, वह उस रात घर पहुंच पाती…। जेठ ने कहा- पुलिस ने शुरू में लापरवाही दिखाई
वहीं पास बैठे कल्पना के जेठ ने कहा- कल्पना के गायब होने के बाद पुलिस को जानकारी दी गई थी। मगर वे लोग एक्टिव ही नहीं हुए। समय रहते एक्शन होता तो शायद कल्पना की जान बच जाती। लापरवाही की वजह से कल्पना का शव सुबह 4.30 बजे मिला। 19 मार्च की रात को क्या हुआ, कल्पना को कैसे मार डाला, ये पढ़िए… अब पुलिस एक्शन पढ़िए… 48 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर किया
महिला से रेप और हत्या केस में ऑटो ड्राइवर अजय कुमार द्विवेदी का नाम सामने आया। 21 मार्च की रात को महमूदनगर में आम्रपाली वाटर पार्क के पास पुलिस ने अजय को घेरा। उसने पिस्टल से पुलिस पर गोली चला दी। इस दौरान मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस अजय के भाई दिनेश को पहले ही अरेस्ट कर चुकी थी। अजय ने महिला को अगवा करने के बाद अपने भाई दिनेश को फोन किया। अंधे की चौकी के पास बुलाया। इस दौरान दोनों की लगातार बातें हो रही थीं। मलिहाबाद इलाके में दिनेश ऑटो चला रहा था। अजय पीछे आकर बैठ गया। मोहम्मदनगर के आम के बाग के पास महिला के चीखने के बाद उसका गला उसके ही कपड़े से घोंट दिया। घटना के बाद दोनों भाई फरार हो गए। पुलिस ने अजय की CDR निकाली। इसकी और सीसीटीवी की मदद से पुलिस दिनेश तक पहुंची। एनकाउंटर की 3 तस्वीरें… तस्वीर- 1. ये आरोपी अजय की बाइक है। पुलिस को देखते ही वह बाइक छोड़कर फायरिंग करने लगा। तस्वीर- 2. इसी पिस्टल से आरोपी अजय द्विवेदी ने पुलिस पर फायरिंग की थी। तस्वीर- 3. एनकाउंटर के बाद अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। DCP बोले- हरदोई भाग रहा था अजय
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत ने बताया- शुक्रवार (21 मार्च) दोपहर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। दूसरा फरार था। मलिहाबाद थाना पुलिस और सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी। रात करीब 9:30 बजे सूचना मिली थी कि आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर हरदोई भागना चाहता है। इस पर मलिहाबाद कस्बे के पास नाकेबंदी की गई। एक संदिग्ध युवक बाइक पर आता दिया। उसे रोकने का इशारा किया तो उसने बाइक खेतों में उतार दी। बाइक फिसल गई तो वह पैदल ही भागा। पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में घायल हो गया। पहले उसे नजदीकी सीएचसी और बाद में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मलिहाबाद से ही गिरफ्तार हुआ था अजय का भाई दिनेश
शुक्रवार सुबह पुलिस ने आरोपी अजय के भाई दिनेश को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी अजय दुबग्गा का हिस्ट्रीशीटर था। अजय और उसके भाई दिनेश के पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड हैं। अजय पर 23, जबकि दिनेश पर 9 मुकदमे दर्ज हैं। दिनेश को मलिहाबाद कस्बे के संन्यासी बाग से पुलिस ने दबोचा। आरोपी ने जब घटना को अंजाम दिया, उस समय ऑटो पर नंबर प्लेट नहीं थी। बाद में ऑटो की पहचान छिपाने और बचाव के लिए नंबर प्लेट को दोबारा लगा दिया था। भाई बोला- अजय ने मुझे फोन कर बुलाया
ऑटो ड्राइवर के भाई दिनेश ने पुलिस को बताया- अजय ने मंगलवार रात आलमबाग बस अड्डे से महिला को किडनैप किया था। मैं दुबग्गा में था। मुझे फोन किया और वहां से साथ में लिया। हम दोनों महिला को मलिहाबाद के भदवाना इलाके में ले गए। यहां बाग में रेप की कोशिश की। महिला के विरोध करने पर उसकी सलवार से गला दबाकर हत्या कर दी। ……………………. यह खबर भी पढ़िए… लखनऊ में महिला की हत्या में 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड: ऑटो ड्राइवर ने किडनैप कर आधी रात 5 थाने क्रॉस किए थे; भाई को बताया- गलत रास्ते ले जा रहा भाभी, ऑटो वाला पता नहीं कहां ले जा रहा। कुछ गड़बड़ लग रही है। भैया से बात करा दो।​ भाभी हमें बचा लो। इसी चीख के साथ सब खत्म…हो गया। यह आखिरी कॉल उस महिला की थी जिसकी बुधवार को लखनऊ में रेप के बाद हत्या कर दी गई। पढ़िए पूरी खबर… ‘मेरी बहू पढ़ने में बहुत तेज थी। टीचर बनना चाहती थी। उसने बीएड किया, दो बार TET पास किया, लेकिन वैकेंसी नहीं निकली तो प्राइवेट जॉब करने लगी। वह कहती, अम्मा जब मेरी सरकारी नौकरी लग जाएगी, तब आपको काम नहीं करना पड़ेगा। मुझे याद है 16 मार्च की सुबह उसने कहा कि मां नौकरी के लिए जा रही हूं, 3 दिन में वापस आ जाऊंगी। ’ 85 साल की सास भरे हुए गले से कहती हैं- हमें क्या पता था बहू कल्पना (बदला हुआ नाम) के साथ ऐसी हैवानियत हो जाएगी। जो खुशियां लेकर आने वाली थी, वह कफन में लिपटी घर आई। यह सब बताते हुए सास फफक कर रो पड़ीं…। 19 मार्च की रात 34 साल की कल्पना की हत्या हुई। 20 मार्च को उसकी लाश मिली। 21 मार्च को पुलिस ने आरोपी ऑटो ड्राइवर अजय द्विवेदी का एनकाउंटर कर दिया। 1 और आरोपी दिनेश को जेल भेजा गया है। कल्पना की हत्या के बाद दैनिक भास्कर टीम लखनऊ से अयोध्या के सोहावल तहसील से करीब 7 किलोमीटर दूर उस गांव पहुंची, जहां मृतका का ससुराल है। पढ़िए रिपोर्ट.. ‘मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, लेकिन चाहता था कि मेरी पत्नी नौकरी करे’
गांव में कल्पना के घर के आस-पास बहुत सन्नाटा था, घर के बाहर सास झाड़ू लगा रही थीं। बातचीत के बाद पता चला कि घर में महिला के पति, 9 साल का बेटा, जेठ-जेठानी और ननद थे। वह सब साथ रहते हैं, घर करीब 1 हजार स्क्वायर फीट के एरिया में बना हुआ है। सबसे पहले पति से बातचीत शुरू हुई। उन्होंने भरे हुए गले से बोलना शुरू किया- “मैं ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हूं, लेकिन चाहता था कि मेरी पत्नी पढ़े और नौकरी करे। उसे कहीं इंटरव्यू देने जाना होता था, मैं पूरी तरह सपोर्ट करता था, पैसे देता था। वह कहती थी कि यह मेरा आखिरी इंटरव्यू है, अबकी बार नौकरी लग जाएगी और हम चौराहे पर अपना घर बनाएंगे।”​​​​​ सास कहती हैं, हमारी बहू हमारी गरीबी मिटाने के लिए लड़ रही थी। कहती थी- अम्मा जब मेरी नौकरी लग जाएगी तो हमारी जिंदगी में खुशियां ही खुशियां होंगी। इसीलिए मेरी बहू शादी के बाद भी पढ़ाई कर रही थी। कल्पना ने शादी के बाद ग्रेजुएशन किया
उन्होंने कहा- शादी के बाद भी कल्पना आगे बढ़ना चाहती थी। घर में वह सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी थी। गांव में महिला समूह के लिए एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी की नौकरी निकली थी। कल्पना ने इसके लिए अप्लाई किया था। इंटरव्यू में सिलेक्शन हो गया। इसके बाद 16-18 मार्च तक उसकी 3 दिन के लिए वाराणसी में ट्रेनिंग थी। वह घर से 16 मार्च की सुबह 5 बजे निकली थी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गुजरी बस, इसलिए लखनऊ में उतरना पड़ा
पति ने आगे बताया- 18 मार्च की दोपहर में कल्पना से बात हुई थी। उसने कहा कि ट्रेनिंग 4 बजे तक चलेगी, इसके बाद यहां से निकलूंगी। उसने घर आने के लिए जो बस पकड़ी, वह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से होते हुए सीधे लखनऊ जा रही थी। इसी वजह से बस जगदीशपुर में नहीं रुकी। इसके बाद पत्नी ने लखनऊ में रहने वाले अपने भाई से बात की। तय हुआ कि रात में वहीं ठहर जाएगी। फिर अगले दिन अयोध्या आ जाएगी। ऑटो ड्राइवर ने गुमराह किया, सीवर कंस्ट्रक्शन बताकर रास्ता बदला
पति ने कहा- बस रात में करीब 1:30 बजे लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे पहुंची, जहां कल्पना ने अपने भाई से दोबारा बात की। भाई ने उसे कमता बस अड्‌डे तक आने के लिए कहा। साथ ही कहा कि बस पकड़कर ही आना, हम वहीं मिलते हैं। लेकिन, वहां दरिंदों (ड्राइवर) ने कल्पना को फुसलाकर जबरन ऑटो में बैठा लिया। 20 मिनट बाद जब भाई फोन ने किया तो उसने बताया कि ऑटो से आ रही हूं। इस दौरान ऑटो ड्राइवर ने भी बात की और कहा कि रास्ते में सीवर का कंस्ट्रक्शन चल रहा है, रास्ता बंद है। दूसरे रास्ते से आ रहे हैं। 30 मिनट के इंतजार के बाद भी जब कल्पना नहीं पहुंची तो भाई ने दोबारा फोन किया। कल्पना को लोकेशन भेजने के लिए कहा। जल्दबाजी में उसने लाइव की जगह करंट लोकेशन भेज दी। लोकेशन जैसे ही मलिहाबाद की दिखी, भाई ने तुरंत ऑटो ड्राइवर से बात कराने के लिए कहा। लेकिन फिर मोबाइल ही बंद हो गया। इसके बाद उसकी मौत की सूचना आई। मेरी पत्नी को मारा, फिर सब कुछ लूट ले गए
पति ने कहा- 18 मार्च की शाम को कल्पना से बात हुई। मैंने पूछा कि तुम्हारे पास पैसे हैं? उसने जवाब दिया कि मेरे पास 6 हजार रुपए हैं। आप समझिए कि वे दरिंदे बैग में रखे रुपए, कपड़े, कल्पना के जेवर सब कुछ लूटकर साथ ले गए। हमारी दुनिया उजड़ गई
उन्होंने कहा- बहुत अच्छा हुआ कि पुलिस ने उसे मार गिराया। लेकिन हमारी दुनिया उजड़ गई। मेरी पत्नी मेहनती थी, शिक्षक बनना चाहती थी। वैकेंसी न निकलने से परेशान थी, लेकिन उसने प्राइवेट स्कूल में भी पढ़ाने का फैसला किया था। नौकरी की ज्वाइनिंग मिल गई थी, लेकिन काश, वह उस रात घर पहुंच पाती…। जेठ ने कहा- पुलिस ने शुरू में लापरवाही दिखाई
वहीं पास बैठे कल्पना के जेठ ने कहा- कल्पना के गायब होने के बाद पुलिस को जानकारी दी गई थी। मगर वे लोग एक्टिव ही नहीं हुए। समय रहते एक्शन होता तो शायद कल्पना की जान बच जाती। लापरवाही की वजह से कल्पना का शव सुबह 4.30 बजे मिला। 19 मार्च की रात को क्या हुआ, कल्पना को कैसे मार डाला, ये पढ़िए… अब पुलिस एक्शन पढ़िए… 48 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर किया
महिला से रेप और हत्या केस में ऑटो ड्राइवर अजय कुमार द्विवेदी का नाम सामने आया। 21 मार्च की रात को महमूदनगर में आम्रपाली वाटर पार्क के पास पुलिस ने अजय को घेरा। उसने पिस्टल से पुलिस पर गोली चला दी। इस दौरान मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस अजय के भाई दिनेश को पहले ही अरेस्ट कर चुकी थी। अजय ने महिला को अगवा करने के बाद अपने भाई दिनेश को फोन किया। अंधे की चौकी के पास बुलाया। इस दौरान दोनों की लगातार बातें हो रही थीं। मलिहाबाद इलाके में दिनेश ऑटो चला रहा था। अजय पीछे आकर बैठ गया। मोहम्मदनगर के आम के बाग के पास महिला के चीखने के बाद उसका गला उसके ही कपड़े से घोंट दिया। घटना के बाद दोनों भाई फरार हो गए। पुलिस ने अजय की CDR निकाली। इसकी और सीसीटीवी की मदद से पुलिस दिनेश तक पहुंची। एनकाउंटर की 3 तस्वीरें… तस्वीर- 1. ये आरोपी अजय की बाइक है। पुलिस को देखते ही वह बाइक छोड़कर फायरिंग करने लगा। तस्वीर- 2. इसी पिस्टल से आरोपी अजय द्विवेदी ने पुलिस पर फायरिंग की थी। तस्वीर- 3. एनकाउंटर के बाद अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। DCP बोले- हरदोई भाग रहा था अजय
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत ने बताया- शुक्रवार (21 मार्च) दोपहर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। दूसरा फरार था। मलिहाबाद थाना पुलिस और सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी। रात करीब 9:30 बजे सूचना मिली थी कि आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर हरदोई भागना चाहता है। इस पर मलिहाबाद कस्बे के पास नाकेबंदी की गई। एक संदिग्ध युवक बाइक पर आता दिया। उसे रोकने का इशारा किया तो उसने बाइक खेतों में उतार दी। बाइक फिसल गई तो वह पैदल ही भागा। पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में घायल हो गया। पहले उसे नजदीकी सीएचसी और बाद में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मलिहाबाद से ही गिरफ्तार हुआ था अजय का भाई दिनेश
शुक्रवार सुबह पुलिस ने आरोपी अजय के भाई दिनेश को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी अजय दुबग्गा का हिस्ट्रीशीटर था। अजय और उसके भाई दिनेश के पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड हैं। अजय पर 23, जबकि दिनेश पर 9 मुकदमे दर्ज हैं। दिनेश को मलिहाबाद कस्बे के संन्यासी बाग से पुलिस ने दबोचा। आरोपी ने जब घटना को अंजाम दिया, उस समय ऑटो पर नंबर प्लेट नहीं थी। बाद में ऑटो की पहचान छिपाने और बचाव के लिए नंबर प्लेट को दोबारा लगा दिया था। भाई बोला- अजय ने मुझे फोन कर बुलाया
ऑटो ड्राइवर के भाई दिनेश ने पुलिस को बताया- अजय ने मंगलवार रात आलमबाग बस अड्डे से महिला को किडनैप किया था। मैं दुबग्गा में था। मुझे फोन किया और वहां से साथ में लिया। हम दोनों महिला को मलिहाबाद के भदवाना इलाके में ले गए। यहां बाग में रेप की कोशिश की। महिला के विरोध करने पर उसकी सलवार से गला दबाकर हत्या कर दी। ……………………. यह खबर भी पढ़िए… लखनऊ में महिला की हत्या में 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड: ऑटो ड्राइवर ने किडनैप कर आधी रात 5 थाने क्रॉस किए थे; भाई को बताया- गलत रास्ते ले जा रहा भाभी, ऑटो वाला पता नहीं कहां ले जा रहा। कुछ गड़बड़ लग रही है। भैया से बात करा दो।​ भाभी हमें बचा लो। इसी चीख के साथ सब खत्म…हो गया। यह आखिरी कॉल उस महिला की थी जिसकी बुधवार को लखनऊ में रेप के बाद हत्या कर दी गई। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर