हरियाणा की एक फार्मा कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिवाली का बड़ा गिफ्ट दिया है। कंपनी ने 15 कर्मचारियों को कारें गिफ्ट की हैं। ये कर्मचारी कंपनी के स्टार परफॉर्मर ऑफ द ईयर की लिस्ट में शामिल थे। इस फार्मा कंपनी के मालिक का कहना है कि उन्होंने पिछले साल भी अपने इम्प्लॉइज को गिफ्ट में कारें दी थीं। उनका कहना है कि वह कंपनी के लिए अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को बड़े तोहफे देते हैं। इससे कर्मचारियों को मोटिवेशन मिलता है। इससे वे और अच्छे से काम करते हैं, और उनसे दूसरे कर्मचारियों को भी बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है। फ्यूल भी कंपनी ही देती है
फार्मा कंपनी के मालिक एनके भाटिया ने बताया कि उन्होंने 14 अक्टूबर को अपने 15 इम्प्लॉइज को कार गिफ्ट की हैं। इनमें टाटा पंच और मारुति विटारा गाड़ियां शामिल हैं। इन गाड़ियों की ऑनरशिप कंपनी के पास ही है, लेकिन चलाएंगे कर्मचारी ही। भाटिया का कहना है कि गाड़ियों के साथ कंपनी अपने कर्मचारियों को फ्यूल देती है। ऑफिशियल काम में इस्तेमाल हुए पूरे फ्यूल का खर्चा कंपनी ही उठाती है। पर्सनल यूज में लाने पर ईंधन का खर्चा खुद कर्मचारी को उठाना होगा। कर्मचारी अपनी मर्जी से गाड़ी कहीं भी लेकर जा सकता है। पिछले साल से शुरू किया गाड़ी देना का चलन
एनके भाटिया ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल से अपने टॉप इम्प्लॉइज को कार गिफ्ट करने का चलन शुरू किया था। पिछले साल भी दिवाली के मौके पर 12 गाड़ियां दी थीं। पिछले साल गाड़ियां पाने वाले इम्प्लॉइज यदि इस बार भी अच्छा काम करते हैं तो उन्हें गाड़ियां अपग्रेड कर देने की योजना है। भाटिया ने कहा कि कंपनी में ज्यादातर यंगस्टर्स हैं। उनके पास ITR नहीं होते इसलिए कंपनी अपने नाम पर ही कार खरीदती है। फाइनेंस पर ये कारें खरीदी जाती हैं, और इनकी EMI भी कंपनी ही भरती है। ब्यूटी और वेलनेस प्रोडक्ट्स भी बनाती है कंपनी
यह फार्मा कंपनी मोब एमआर नाम से दवाइयां बनाती है। दवाइयों के साथ कंपनी के ब्यूटी, कॉस्मेटिक, वेलनेस प्रोडक्ट भी मार्केट में आते हैं। कंपनी के मालिक एनके भाटिया का कहना है कि बहुत जल्द उनकी कंपनी मिलेट्स का आटा और परफ्यूम भी बनाएगी। कंपनी का दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, गाजियाबाद जैसे देश के लगभग हर बड़े और छोटे शहर में व्यापार है। एनके भाटिया बताते हैं कि उनका व्यापार भारत के बाहर भी चलता है। वह लंदन और अरब देशों में भी व्यापार को बढ़ा रहे हैं। कर्मचारी बोले- बस चाभी सौंप दी, कोई कागजी कार्रवाई नहीं की
कंपनी की HR आकृति रैना को पिछली साल गाड़ी गिफ्ट में मिली थी। उनका कहना है कि जब उन्हें गाड़ी दी गई तो उन्हें गाड़ी चलानी भी नहीं आती थी। बाद में उन्होंने गाड़ी चलानी सीखी और अब गाड़ी से उतरते हैं तो अच्छा लगता है। वहीं, 3 साल से कंपनी में काम कर रहे वीनस ने बताया कि उन्हें टाटा पंच गाड़ी दी गई है। उनसे कहा गया था कि अपना परफॉर्मेंस बेहतर रखोगे तो अच्छा होगा। उसका मोटिवेशन कार के रूप में मिला है। इसके लिए कंपनी ने हमसे कोई डॉक्यूमेंटेशन नहीं करवाया। केवल चाभी सौंप दी। हरियाणा की एक फार्मा कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिवाली का बड़ा गिफ्ट दिया है। कंपनी ने 15 कर्मचारियों को कारें गिफ्ट की हैं। ये कर्मचारी कंपनी के स्टार परफॉर्मर ऑफ द ईयर की लिस्ट में शामिल थे। इस फार्मा कंपनी के मालिक का कहना है कि उन्होंने पिछले साल भी अपने इम्प्लॉइज को गिफ्ट में कारें दी थीं। उनका कहना है कि वह कंपनी के लिए अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को बड़े तोहफे देते हैं। इससे कर्मचारियों को मोटिवेशन मिलता है। इससे वे और अच्छे से काम करते हैं, और उनसे दूसरे कर्मचारियों को भी बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है। फ्यूल भी कंपनी ही देती है
फार्मा कंपनी के मालिक एनके भाटिया ने बताया कि उन्होंने 14 अक्टूबर को अपने 15 इम्प्लॉइज को कार गिफ्ट की हैं। इनमें टाटा पंच और मारुति विटारा गाड़ियां शामिल हैं। इन गाड़ियों की ऑनरशिप कंपनी के पास ही है, लेकिन चलाएंगे कर्मचारी ही। भाटिया का कहना है कि गाड़ियों के साथ कंपनी अपने कर्मचारियों को फ्यूल देती है। ऑफिशियल काम में इस्तेमाल हुए पूरे फ्यूल का खर्चा कंपनी ही उठाती है। पर्सनल यूज में लाने पर ईंधन का खर्चा खुद कर्मचारी को उठाना होगा। कर्मचारी अपनी मर्जी से गाड़ी कहीं भी लेकर जा सकता है। पिछले साल से शुरू किया गाड़ी देना का चलन
एनके भाटिया ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल से अपने टॉप इम्प्लॉइज को कार गिफ्ट करने का चलन शुरू किया था। पिछले साल भी दिवाली के मौके पर 12 गाड़ियां दी थीं। पिछले साल गाड़ियां पाने वाले इम्प्लॉइज यदि इस बार भी अच्छा काम करते हैं तो उन्हें गाड़ियां अपग्रेड कर देने की योजना है। भाटिया ने कहा कि कंपनी में ज्यादातर यंगस्टर्स हैं। उनके पास ITR नहीं होते इसलिए कंपनी अपने नाम पर ही कार खरीदती है। फाइनेंस पर ये कारें खरीदी जाती हैं, और इनकी EMI भी कंपनी ही भरती है। ब्यूटी और वेलनेस प्रोडक्ट्स भी बनाती है कंपनी
यह फार्मा कंपनी मोब एमआर नाम से दवाइयां बनाती है। दवाइयों के साथ कंपनी के ब्यूटी, कॉस्मेटिक, वेलनेस प्रोडक्ट भी मार्केट में आते हैं। कंपनी के मालिक एनके भाटिया का कहना है कि बहुत जल्द उनकी कंपनी मिलेट्स का आटा और परफ्यूम भी बनाएगी। कंपनी का दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, गाजियाबाद जैसे देश के लगभग हर बड़े और छोटे शहर में व्यापार है। एनके भाटिया बताते हैं कि उनका व्यापार भारत के बाहर भी चलता है। वह लंदन और अरब देशों में भी व्यापार को बढ़ा रहे हैं। कर्मचारी बोले- बस चाभी सौंप दी, कोई कागजी कार्रवाई नहीं की
कंपनी की HR आकृति रैना को पिछली साल गाड़ी गिफ्ट में मिली थी। उनका कहना है कि जब उन्हें गाड़ी दी गई तो उन्हें गाड़ी चलानी भी नहीं आती थी। बाद में उन्होंने गाड़ी चलानी सीखी और अब गाड़ी से उतरते हैं तो अच्छा लगता है। वहीं, 3 साल से कंपनी में काम कर रहे वीनस ने बताया कि उन्हें टाटा पंच गाड़ी दी गई है। उनसे कहा गया था कि अपना परफॉर्मेंस बेहतर रखोगे तो अच्छा होगा। उसका मोटिवेशन कार के रूप में मिला है। इसके लिए कंपनी ने हमसे कोई डॉक्यूमेंटेशन नहीं करवाया। केवल चाभी सौंप दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर