हरियाणा में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। रात और दिन के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। 24 घंटे में पारे में सामान्य से 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के तीन जिले रोहतक, सिरसा और करनाल के दिन सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए हैं। यहां का अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। वहीं, हिसार और सोनीपत में रातें सबसे ठंडी दर्ज की गई हैं। यहां का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 3 दिन में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट देखने काे मिलेगी। नवंबर के अंत तक रात का पारा 10 डिग्री से नीचे आ सकता है। AQI के स्तर में सुधार शुरू प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के स्तर सुधार होने लगा है। 24 घंटे में कैथल का एक्यूआई 301 रिकॉर्ड किया गया। वहीं रोहतक का 230, सिरसा का 219, मुरथल का एक्यूआई 218 तक पहुंच गया है। यह काफी संतोषजनक स्थिति है। वहीं सूबे के गुरुग्राम की हवा में भी सुधार हुआ है। यहां एक्यूआई 298 से गिरकर 270 के करीब पहुंच गया है। इसके अलावा नारनौल का 272, फरीदाबाद 261, भिवानी 257, हिसार का 220, फतेहाबाद का 253 एक्यूआई दर्ज किया गया। गेहूं की बिजाई का सही समय भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह छौक्कर ने बताया कि अब मौसम गेहूं की बिजाई के अनुकूल है। वैसे सूबे में गेहूं की बिजाई का सही समय 25 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच होता है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच की बिजाई को अगेती बिजाई माना जाता है। वहीं, 25 नवंबर तक की बिजाई भी पछेती बिजाई में नहीं आती। मानसून ने नहीं किया निराश राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। जिलों में ये रहा हाल मानसून का हाल इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता। हरियाणा में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। रात और दिन के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। 24 घंटे में पारे में सामान्य से 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के तीन जिले रोहतक, सिरसा और करनाल के दिन सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए हैं। यहां का अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। वहीं, हिसार और सोनीपत में रातें सबसे ठंडी दर्ज की गई हैं। यहां का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 3 दिन में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट देखने काे मिलेगी। नवंबर के अंत तक रात का पारा 10 डिग्री से नीचे आ सकता है। AQI के स्तर में सुधार शुरू प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के स्तर सुधार होने लगा है। 24 घंटे में कैथल का एक्यूआई 301 रिकॉर्ड किया गया। वहीं रोहतक का 230, सिरसा का 219, मुरथल का एक्यूआई 218 तक पहुंच गया है। यह काफी संतोषजनक स्थिति है। वहीं सूबे के गुरुग्राम की हवा में भी सुधार हुआ है। यहां एक्यूआई 298 से गिरकर 270 के करीब पहुंच गया है। इसके अलावा नारनौल का 272, फरीदाबाद 261, भिवानी 257, हिसार का 220, फतेहाबाद का 253 एक्यूआई दर्ज किया गया। गेहूं की बिजाई का सही समय भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह छौक्कर ने बताया कि अब मौसम गेहूं की बिजाई के अनुकूल है। वैसे सूबे में गेहूं की बिजाई का सही समय 25 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच होता है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच की बिजाई को अगेती बिजाई माना जाता है। वहीं, 25 नवंबर तक की बिजाई भी पछेती बिजाई में नहीं आती। मानसून ने नहीं किया निराश राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। जिलों में ये रहा हाल मानसून का हाल इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती करनाल में असंध नगरपालिका के अयोग्य घोषित चेयरमैन सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार, स्टेट इलैक्शन कमीशन, डिप्टी कमिश्नर करनाल, नगरपालिका असंध, नायब तहसीलदार कम सहायक रिटर्निग ऑफिसर से जवाब मांगने नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है। सतीश कटारिया ने कहा कि उनकी मार्कशीट फर्जी नहीं है, इलैक्शन कमीशन उनके शिक्षा बोर्ड को मान्यता प्राप्त नहीं मान रहा है। सतीश कटारिया ने कहा कि मुझे इलैक्शन कमीशन ने अयोग्य घोषित किया है, जबकि इलैक्शन कमीशन के पास अयोग्य घोषित करने की पावर नहीं है। हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका डालकर समय मांगा गया था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार नहीं हो जाती तब तक समय दिया जाए, लेकिन समय नहीं मिला। जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। वहीं शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि सतीश कटारिया ने न केवल असंध नगरपालिका, बल्कि जनता के साथ भी बड़ा धोखा किया। स्टेट इलैक्शन कमीशन की जांच को भी हाईकोर्ट में गलत ठहराने का प्रयास किया है। कटारिया इलेक्शन कमीशन को ही चैलेंज कर रहा है कि वह उसे टर्मिनेट नहीं कर सकता, यह व्यक्ति प्रशासन को ही नहीं कोर्ट को भी गुमराह करने का काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा मामला, सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी व जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की डबल बेंच कोर्ट में सुनवाई हुई। शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत की ओर से एडवोकेट सनाया कौशल ने पैरवी की। वहीं सतीश कटारिया की तरफ से सीनियर एडवोकेट राजीव भल्ला पैरवी के लिए खड़े थे। याचिकाकर्ता सतीश कटारिया ने बताया है कि अदालत द्वारा प्रतिवादियों को नोटिस जारी करने के आदेश हुए, जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है और मुझे पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा। जानिए क्या है पूरा मामला 2022 में हुए असंध नगरपालिका चुनाव में कटारिया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। कटारिया ने 4408 वोटों के साथ जीत दर्ज की और चेयरमैन बने। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोटों से हराया था। बाद में कटारिया बीजेपी में शामिल हो गए थे। असंध में आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ रही एडवोकेट सोनिया बोहत ने सतीश कटारिया पर 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे। फर्जी मार्कशीट का खुलासा आरटीआई द्वारा हुआ था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि चुनाव के दौरान ही मार्कशीट पर संदेह हुआ था। यह यूपी बोर्ड की थी, लेकिन उसमें कई त्रुटियां थीं। उन्होंने आरटीआई से सच्चाई सामने लाई। हाईकोर्ट में पहुंचा मामला, चेयरमैन अयोग्य घोषित मामले को लेकर सोनिया बोहत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सोनिया ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर स्टेट इलैक्शन कमीशन ने जांच की, जिसके बाद 10 अप्रैल 2023 को सतीश कटारिया को चेयरमैन पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि बीती चार नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्यूमेंट हुई थी। जिसके बाद 20 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने इलैक्शन कमीशन की जांच का सही ठहराया था। इसके बाद कटारिया ने 26 नवंबर को उसी बेंच के समक्ष पुनर्विचार याचिका लगाई। 27 नवंबर को कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इस पर सतीश कटारिया का कहना है कि मैने हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने तक के लिए समय मांगा था, लेकिन वह समय नहीं मिला। अब आगे क्या होगा नगरपालिका के सचिव प्रदीप खरब के मुताबिक, चेयरमैन पद को लेकर दोबारा इलैक्शन होता है। जिसके लिए छह माह का समय होता है। ऐसे में डायरेक्टर ऑफिस से डायरेक्शन आएगी, उसी के अनुरूप आगामी प्रक्रिया होगी। एडीसी के मार्फत डीएमसी को गाइडलाइंस जाएगी और वहां से डायरेक्शन नगरपालिका असंध को पहुंचेगी।
नूंह में मंत्री के ASI को सस्पेंड करने के निर्देश:मूलचंद शर्मा ने मीटिंग में सुनी समस्याएं; पुलिस कर्मी ने सही जांच नहीं की
नूंह में मंत्री के ASI को सस्पेंड करने के निर्देश:मूलचंद शर्मा ने मीटिंग में सुनी समस्याएं; पुलिस कर्मी ने सही जांच नहीं की हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य व श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा ने बुधवार को नूंह में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में लोगों की समस्याएं सुनी। बैठक के एजेंडे में 14 शिकायतों में से 8 का मौके पर ही निपटारा किया गया। शेष शिकायतों के समाधान के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मंत्री ने पुलिस के एक एएसआई को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मंत्री मूलचंद शर्मा ने गांव लाहाबास निवासी सोहनलाल की शिकायत पर सही जांच न करने के आरोप में पुलिस के एएसआई को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार गांव फिरोजपुर नमक निवासी मोहम्मद इकबाल की शिकायत थी कि मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर उसकी जमीन व अन्य किसानों की जमीन का खुर्शीद नाम के व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से रजिस्ट्रेशन कर फसल का पंजीकरण कर लिया गया। इस पर मंत्री ने उप-निदेशक कृषि विभाग व जिला बागवानी अधिकारी को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच की जाए, अगर जांच में आरोपी पर दोष सिद्ध होता है, तो उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए। मूलचंद शर्मा ने गांव मुंढैता निवासी मुमताज अली की जोहड़ के नवीनीकरण की राशि में गबन करने संबंधी शिकायत पर एसडीएम पुन्हाना को जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत पिपरौली की सरपंच सकीरा की गांव के स्कूल के पास सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे करने संबंधी शिकायत पर एसडीएम पुन्हाना के नेतृत्व में तहसीलदार पुन्हाना व ग्रीवेंस कमेटी के दो सदस्यों की जांच टीम बनाकर 7 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। गांव अकेड़ा निवासी फिरदौस की हलका पटवारी द्वारा उसकी जमीन का इंतकाल न करने व रिश्वत मांगने पर मंत्री ने एसपी नूंह को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन, जिला परिषद के चेयरमैन जान मोहम्मद, उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा, पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक, एएसपी सोनाक्षी, भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र पटेल, गौ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष भानीराम मंगला, सुरेंद्र प्रताप, जाहिद व जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यसभा चुनाव पर भूपेंद्र हुड्डा Vs अभय चौटाला:हुड्डा बोले- नंबर नहीं, उम्मीदवार नहीं उतारेंगे; इनेलो नेता ने कहा- BJP की मदद कर रहे
राज्यसभा चुनाव पर भूपेंद्र हुड्डा Vs अभय चौटाला:हुड्डा बोले- नंबर नहीं, उम्मीदवार नहीं उतारेंगे; इनेलो नेता ने कहा- BJP की मदद कर रहे हरियाणा में खाली हुई एक राज्यसभा सीट के लिए विपक्षी पार्टियों के नेता आमने-सामने हो गए हैं। कांग्रेस नेता एंव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्सभा चुनाव से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। उन्होंने कम विधायक होने का हवाला दिया है। वहीं हुड्डा के इस बयान पर इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलानाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने पलटवार किया है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा जब भाजपा के खिलाफ अविश्चास प्रस्ताव जब ला सकता है तो राज्यसभा में चुनाव क्यों नहीं लड़ सकता। अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस को राज्यसभा में उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए और सारे विपक्ष के लोगों के साथ कांग्रेस को बात करनी चाहिए। अभय चौटाला ने कि हुड्डा नहीं चाहता कांग्रेस का प्रत्याशी जीते वह तो सीधे भाजपा की मदद करने में लगा हुआ है। हरियाणा में भाजपा के खिलाफत वाले वोट लेने की होड़ हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर के वोट पाने की जहां कांग्रेस हर संभव कोशिश कर रही है। वहीं विपक्षी दल इनेलो कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का मोहरा बताने में लगे हैं ताकि सत्ता विरोधी लहर का फायदा उनको भी मिल सके। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर इनेलो और जजपा में बटने के बजाय कांग्रेस को गया। इससे कांग्रेस को लोकसभा में 5 सीटें मिली। वहीं विधानसभा वाईज 42 सीटों पर बढ़त मिली। ऐसे में विपक्षी दल हुड्डा की पोल खोलने में लगे हैं। हुड्डा के चुनाव से पीछे हटने से बैठे बठाए इनेलो के हाथ मुद्दा लग गया है। हरियाणा में राज्यसभा की 5 सीटें हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। इन सीटों में 3 भाजपा के पास है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा काबिज है। भाजपा ने सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा भेजा है। वहीं कांग्रेस से दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा सांसद थे। उनके लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई है। ऐसे में भाजपा राज्यसभा सीट पाना चाहती हैं। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नंबर गेम का हवाला देकर अपने पांव पीछे खींच लिए हैं। ऐसे में भाजपा की राज्यसभा चुनाव की राह आसान हो गई है। हरियाणा विधानसभा में सीटों का गणित वहीं हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। 3 फिलहाल खाली हैं। 87 में से बहुमत का आंकड़ा 44 है। भाजपा के पास इस वक्त 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष के पास पहले 44 विधायक थे लेकिन किरण चौधरी के भाजपा में आने से उनके पास भी अब 43 विधायक ही बचे हैं। क्या बोले अभय सिंह चौटाला इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भय की राजनीति से प्रभावित भूपेंद्र हुड्डा विपक्ष को कमजोर करने एवं भाजपा को ऐसा विपक्ष देने के लिए संघर्षरत हैं जो भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। विधानसभा में चुप्पी से लेकर लोकसभा चुनावों में कमजोर प्रत्याशियों को उतारना और अब राज्यसभा सीट बाबत ऐसा फैसला भाजपा समर्पित है। प्रदेश की जनता सब जानती है की किस तरह भूपेंद्र हुड्डा ने अपने बेटे को राज्यसभा भेजा एवं उसी राज्यसभा सीट की जगह रोहतक लोकसभा के सौदे को रूपरेखा देने का काम किया जा रहा है।